शीलू का पढ़कर अच्छा lga backogroud जब बीच बीच मे आते रहते है तो इससे लेखक की मेमोरी और लेखन कला का प्रदर्शन व्यक्त होता है silu को अब सुबह तक handle krna है situation को जो कोई बड़ी बात तो नहीं होनी चाहिए उसके लिए। विश्व तो विक्रम से मिलने के पहले जो रूप को फोन किया क्या ही अद्भुत राइटिंग थी नाग भाई यह एक फोन कॉल slice of life style se jeene wale vishva के लिए farewell thi, aur साथ hi nandini से जो एक रिश्ता बन Rha था जो उसे अपने मार्ग से अपने वादे से भटका सकता था उसको आखिरी प्रणाम था जो य़ह दर्शाता है कि call के एंड होते ही विश्व अब उसी दौर मे जा चुका h जिसके कारण वो विश्वा भाई बना था और विक्रम से मुलाकात के दौरान भी वो उससे विश्वा के रूप मे मिला ना कि विश्वास प्रताप के और जैसा कि आपने, नाग bhai कहा कि वो दोनों एक दूसरे को तौल रहे थे exact same चीज़ aayi thi mere dimag me kitni गहराई h एक दूसरे मे yhi जान ने me लगे थे कि future me kya kya changes Aa skte h inke एक दूसरे के कारण कितना सामर्थ है दोनों की मानसिकता मे भी और sharirikta me bhi kyunki विश्वा जहां एक ऐसे पहाड़ से टकराने वाला h जिससे takra kr aaj tk sb tahesh नहस ही हुए है whin विक्रम अपने आप को झाँकने मे मजबूर होने वाला है विश्व से तकरा कर की क्या वो सही कर Rha है क्या वो सच मे इतना बुरा है जितना वो khud को कह Rha था vishva से?!!