पायल अपने सामने अभय को देखती है तो अपने बचपन sorry बसपन के प्यार को पहचान लेती है. इनकी नजदीकियों के चर्चे सुनकर अमन बौखला जाता है औऱ संध्या द्वारा दिलाई गई बाइक को लेकर अभय से भिड़ने चला जाता है.
बाइक की पावर को अमन सम्भाल नहीं पाता है और उसकी मौत हो जाती है, यह बात सुनकर रमन विक्षिप्त हो जाता है, परिस्थितियां कुछ ऐसी हो जाती है अभय निधि, ललिता और मालती सबको चोद देता है
अभय दुबारा शहर आता है और यहां भी परिस्थितियों के वशीभूत होके रेखा को भी चोदता है, सुनार का कोई बच्चा नहीं है तो अपना वारिस अभय को बनाना चाहता है, अभय किसी से फूटी कौड़ी नहीं लेता है इसीलिए अभय ऑफर रिजेक्ट कर देता है, हालांकि रेखा के समझाने पर वह मान जाता है,
और गाँव वापस आकर अभय पायल से शादी कर लेता है
संध्या अपने बेटे के दिमाग में भरी नफ़रत को मिटाने के लिए कामयाब हो जाती और अभय उसे माफ़ कर भी देता है,
जिस तरीके से संध्या अपने देवर से चुदवाई थी अपने बेटे से भी चुद जाती है
समाप्त