Update 23
अब तक :
मै - मा अभी आपसे ढेर सारी बाते करनी है और बहुत सारे सवाल हैं
मा मेरे सर पर हाथ फेरते हुए मुस्कुराइ - बेटा सब बताउन्गी अभी तू जा फ्रेश हो ले , कहीं तेरे पापा न जग जाये , हम लोग दोपहर में बात करेंगे इस बारे मे और किसी से कुछ बताना मत
मै खुश होते हुए हा मे सर हिलाया और ऊपर चला गया और सीधा बाथरूम मे घुस गया
अब आगे :
मै नहा धोकर फ्रेश हुआ निचे आया तो कीचेन मे मा और दीदी नाश्ता बना रही थी
पापा नाश्ते के टेबल पर बैठे बेडरूम मे शिला बुआ को निहारे जा रहे थे जो मैक्सि मे थी और बैग से कपड़े निकाल रही थी ।
पापा को नही पता था कि मेरी नजर उन पर है वो बस एक टक बुआ को देखे जा रहे थे
बुआ ने बैग से एक हल्के पीले रंग की कुर्ती और सफेद लेगी निकाली और एक मरून कलर का ब्रा पैंटी सेट निकाला फिर बैग रख कर सामने देखा तो पापा उन्ही को देख रहे थे
बुआ ने एक नजर पापा को देखा फिर हाथ मे लिये ब्रा पैंटी पर गयी तो वो थोडा शर्मा गयी
फिर वो तौलिया लेने के लिए वापस बेड की तरफ झुकी तो पापा बुआ की मोटी गांड देख कर चढ्ढे के ऊपर से लण्ड को सहलाया ,,, बुआ ने फिर से वैसे झुके हुए ही वापस गर्दन घुमा के पापा की तरफ देखा तो उनको अपना लण्ड सहलाते हुए उनकी अपनी गांड को निहारते पाया
बुआ घूमी और मुस्कुराते हुए कमरे से बाहर आने लगी
पापा ने भी बिना नजरे हटाये बुआ की गदरायी जवानी को ताडे जा रहे थे ,, बुआ के बाहर आते ही मै मोबाईल मे देखने लगा मानो मुझे कुछ पता ही न हो
फिर बुआ सीढ़ी से ऊपर चली गयी नहाने के लिए ।
फिर मै भी मा को बता कर बिना नाश्ता किये निकल गया चाची के यहा क्योकि मुझे उनको बस स्टॉप तक लिवा के जाना था ।
करीब 45 मिंट बाद मै वापस घर आया तो 8 बज गये थे ।
पापा बैठ के नाश्ता कर रहे थे और मै आ गया तो बुआ बोली
बुआ - आजा बेटा बैठ तू भी नाश्ता कर ले और बुआ मेरे लिए एक प्लेट मे चाय आलू के पराठे लेके आई
उफ्फ़ क्या लग रही थी बुआ
उस पीले रंग की फिट कुर्ती मे उनकी चुचियो पर कसाव था और सफेद लेगी मे उनकी मरून कलर की पैंटी का कट उनकी गदरायी जांघो पर दिखा रहा था । बुआ ने अपना दुपट्टा अपने गीले बालो पर लपेटा था तो चलने पर उनकी हिल्ती चुचिया सामने से ऊपर निचे होती दिख रही थी ।
पापा की नजर बराबर बुआ पर थी वो बेपरवाह हो कर बुआ को ताडे जा रहे थे ।
पापा - जीजी मुझे नही दोगी मै भी भूखा हू
बुआ मुस्कुराते हुए - हा क्यो नही भइया अभी ला रही हू
और बुआ घूम कर वापस जाने लगी किचन मे और पापा बस बुआ की मटकती मोटी गाड़ को देखे जा रहे थे
मा भी काफी समय से पापा की हरकतों पर नजर रखे मुस्कुरा रही थी । वो भी बुआ को छेडते हुए बोली
मा - लगता है दीदी आपके भईया कुछ ज्यादा ही भूखे लग रहे है ।
बुआ - हा क्यो नही,,, कितने सालो के बाद मेरे हाथ का बना खा रहे हैं तो
फिर बुआ प्लेट मे पराठे लेकर पापा के पास मदमस्त चाल मे आई और पापा के बगल मे खड़े होकर एक पराठा दिया
बुआ - और भी दू भईया
पापा - आपसे जितना लेलू उतना ही कम है दीदी
बुआ हस्ते हुए एक और पराठा पापा को दिया फिर चुतड हिलाते किचन मे चली गयी ।
मै भी पापा बुआ और मा की डबल मेअनींग बाते सुन कर मुस्कुरा रहा था ।
पापा - रागिनी मै दुकान जा रहा हू
मा - ठीक है जी
फिर पापा बुआ को ताड़ते हुए चढ़ढे मे लण्ड को एद्जेस्त करते हुए - जीजी जा रहा हू कोई चीज़ की जरुरत हो मुझे कहना
बुआ भी पापा की हरकतो को देखते हुए बोली - हा भईया जरुर
फिर पापा निकल गए दुकान और मै भी दुकान खोला और बैठ गया काम करने
करीब 11 बजे मा और बुआ एक साथ निचे आई और साथ मे तो टिफ़िन बैग भी थे
मा - ले राज जा पापा को खाना देते आ फिर तू भी खाना खा ले
बुआ - ठीक है भाभी मै भी जा रही हू छोटे(चाचा) को खाना देके खिला के आती हू
फिर मै दुकान के निकला और बुआ चाचा के यहा
मै 20 मिंट मे खाना देकर आ गया वापस
मा - चल तू भी खा ले
मै - नही मा अभी भूख नही है,,,वो आप कुछ बताने वाली थी न चलो ना वही बात करते है
मा थोडी मुस्कराकर - धत्त पागल,,, बहुत बदमाश हो गया है तू
मै जिद करते हुए - मा प्लीज ना प्लीज
मा - ठीक है पूछ क्या जानना है
मै खुश होते हुए मा के गाल पे एक चुम्मा किया और बोला - मा आप बता रही थी न वो करने के लिए शादी करना जरुरी है और वो सब सिर्फ अपने बीबी से ही करना चाहिए,,,,लेकिन पापा तो मौसी के साथ भी किये थे
मा ह्स्ते हुए - तू बिलकुल बावरा है और कितना भोला है
मै - बताओ न मा
मा - अच्छा ठीक है सुन ,,,जो तू कह रहा है वो शादी के पहले भी कर सकते है ,,,लेकिन क्या अंजान लोगो से ऐसे रिस्ते बनाने मे कई बिमारियो के खतरे है और बदनामी का डर भी है । इसीलिये मैने तुझे कहा था की शादी के बाद ही करना चाहिए ये सब ,,,क्योकि अभी तु छोटा है ना
मै उत्सुक भाव से मा से फिर पुछा - और रिस्तो मे वो सब करना सही है क्या मा ,,,उसमे भी तो बदनामी का डर रहता होगा न
मा मुस्कुराते हुए- हा बेटा रिस्तो मे तो और भी ज्यादा बदनामी का डर होता है लेकिन इसका एक फाय्दा है कि लोग जल्दी शक नही करते है इसिलिए,,
मै - तो क्या एक घर के ही लोग भी आपस मे कर सकते है मा
मा - हा कुछ लोग हैं ऐसे जो या तो मजबुरी मे या भावनाओ मे बह कर करते है ,,,और वैसे भी अगर दो लोग आपस मे राजी है तो कुछ भी गलत नही है
मै थोडी देर शांत रहा और सोचने का नाटक करता रहा
मा - क्या हुआ अब हो गया ना सब सवाल खतम
मै - नही अभी तो एक और है
मा - तो वो भी पूछ के लल्ला
मै - अगर ये सब गलत नही है तो क्या मै भी अपने घर , रिस्तो मे वो सब कर सकता हू
मा मुस्कुराते हुए बोली - तु भी करना चाहता है क्या ,,, तुझे किसके साथ करना है हिहिहिही
मै शर्माते हुए - आपके और मौसी के साथ
मा - हट बदमाश ,,,,तुझे मेरे उम्र की बुड्ढीयो मे क्या दिलचस्पी है ,,अभी तू जवान हो रहा है नयी कुवारि लडकियों को देख
मै - नही मा मुझे आपके और मौसी जैसी औरते अच्छी लगती है जिनके ये सब बडे बडे हो ,,,,मै उनकी गांड और चुचियो पर इशारा करते हुए बोला
मा शर्माने लगी और मै वाप्स से छोटे बच्चे की तरह जिद करते हुए बोला - मा मुझे भी सिखना है वो कैसे करते है प्लीईईईज्ज्ज्ज्ज
मा ह्स्ते हुए - ठीक है बेटा आज रात मे जब मै और तेरे पापा आयेंगे तो कल की तरह तू वापस देखना और मै भी तुझे इशारे मे समझाउगी भी
मै मा की बातो से खुश हो गया
और मेरा लण्ड एकदम गरम होकर लोवर मे टनटना गया
मै मा को पीछे से हग किया और खड़ा लण्ड साड़ी के ऊपर से ही उनकी चुतड मे धसाने ल्गा
मा - छोड पागल दुकान मे है हम लोग कोई आ जाएगा
मै - तो अन्दर चलो ना मा मुझे भी करने का मन है आपके साथ
मा - धत्त पागल,,तेरी बुआ कभी भी आ सकती है
मै मन मार कर रह गया
मा मुझे ऐसे देख कर बोली - चिन्ता ना कर रात मे अगर हुआ तो तुझे भी मौका दूँगी ,,,अब खुश
मै - हा खुश और फिर से मा को किस्स दिया और काम करने मे लग गया
अब देखते है दोस्तो आगे क्या होता है
कैसे रागिनी ये जानते हुए कि उसका बेटा उसको देख रहा है और वो अपने पति से खुल कर चुदेगी या कोई थ्रीसोम का तडका भी होने वाला है ।