सामने दी लाल लहंगे ब्लाउज में थी. वो खिड़की की तरफ मुँह करके बाहर देख रही थी। मेरी तरफ उनकी पीठ थी. ब्लाउज बैकलेस था तो उनकी पूरी नंगी पीठ मेरी आँखों के सामने थी साथ में उनकी कमसिन कमर और बड़ी गांड मुझे दिख रही थी। मेरा लंड ये देख कर एकदम तनकर खड़ा हो गया। मेने पीछे से जाके दी को अपने बाहों में जकड़ लिया।दी अह्ह्ह्हह्ह की सिसक के साथ सहम गई। मै अपना हाथ धीरे-धीरे दी के पेट पे फिराने लगा। दी अपने बदन को ढीला छोड़ दिया। वो चाहती थी की हर काम मैं हि करू। वो आज बस खुल के मजे लेना चाहती थी।मेने अपनी जकड़ दी के पेट पर बढ़ाई और दी के कान और गर्दन पर चूमने लगा।फिर मेने दी को अपनी और घुमाया तो दी बला की खुबसूरत लग रही थी। आंखों में काजल, माथे पर छोटी सी बिंदी, नाक में गोल बाली, कानों में लटकन, होठों पर गहरी लाल रंग की लिपस्टिक और गले में सोने की चेन जिसके नीचे ब्लाउज में उनके दो बूब्स और उनके बीच की गहरी घाटी। ब्लाउज भी स्लीवलेस और डीप नेक जिससे दी के बूब्स बहुत प्यारे लग रहे थे और दी का काफी डीप क्लीवेज भी दिख रहा था। और ब्लाउज़ भी इतना छोटा था कि बूब्स का निचला हिसा भी ब्लाउज़ से बाहर ही आ रहा था। नीचे दी का यम्मी गदराया पेट जिसके बीचो बिच गहरी नाभि। दी ने नाभि में भी लटकन पहन रखी थी जो उनके पेट को और सेक्सी बन रही थी। नाभि से नीचे बंधा हुआ लहंगा। ये वही ड्रेस थी जो दी ने रानी दी की शादी के दिन पहनी थी. उफ्फ दी पूरी कामदेवी लग रही थी. जिन्हे देखकर मेरा लंड फटने लगा। अब मेने दी को अपनी ओर खिंचा और उनके गोल गोल मोटे नरम बूब्स को ब्लाउज के ऊपर से हि चूमने लगा। दी भी पूरे मजे मे आ गयी।
दी - अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह माआआ भाई पीजा इनको पूरा आआह्ह्ह्ह मुझे आज वो मिली थी जिसे मैं कबसे पाना चाहता था। इसिलिये मैं बिल्कुल भी जल्दी बाजी में नहीं था। मैं दोनों हाथों से दी के चूचे मसलने लगा।कड़क हाथों में आते ही दी के नाज़ुक चूचे बिल्कुल मक्खन के तरह पिघलने लगे।मैं दी की आंखों में देखने लगा। हम दोनों के धड़कने तेज़ चल रही हैं। मेने नीचे बैठ के दी के गदराए पेट पे अपनी जीभ फिरायी और उसे चाटने लगा। दी तड़प के रह गई। दी का शरीर गरम हो चुका था और चूत तो आग के भट्टी की तरह तप रही थी। दी ने पहली बार अपनी जुबान खोली।
दी - अह्ह्ह्हह्ह भाई अब जल्दी से घुसा दे अपना मूसल जैसा लंड मेरी चूत में, अब नहीं रहा जाता अह्ह्ह्हह्ह
अब मैंने दी को बिस्तर पे बैठा दिया और दोनों चुचियों को अपने पंजो में भर कर ऐसे मसलने लगा जैसे कोई आटा गुंध रहा हो। दी अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह बस कर अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह करने लगी और फिर अचानक दी ने मुझे पीछे ढकेला जिससे मैं पीछे बिस्तर पर गिर गया। दी हंसते हुए मेरी तरफ देखने लगी और बोली - बस निचोड़ेंगा हि या चुसेगा भी। मैं ये सुनकर दी पर टूट पड़ा उनके जिस्म के हर हिस्से को मसलते हुए उनके मुंह में अपनी जीभ डालकर उनके होठों और जीभ को चूमने चूसने लगा। अब हम दोनों रास लीला के उस मुकाम तक आ चुके थे जहां से लौटना नामुम्किन था। मैं दी के पीछे हाथ डालकर उनका ब्लाउज खोलने लगा। असानी से मेने ब्लाउज की दोनों डोरियां खोल दी। अब दी का ब्लाउज खुला हुआ उनकी चूचियों पर अटका हुआ था। ब्लाउज़ पैडेड था इसलिए दी ने अंदर ब्रा भी नहीं पहनी हुई थी। मेने ब्लाउज़ दी कि चूचियों पर से उठाया और बिस्तर से नीचे फेंक दिया। अब दी की बड़ी मोटी मुलायम चूचियाँ मेरे सामने नंगी थी। चूचियों में फुल कसावत थी और साथ ही मुलायम और यम्मी भी दिख रही थी।
अब मैंने दोनों हाथों से दी के मोटे मोटे चुन्चियों को मसलते हुए कहा दी आज इन चूचियों का सारा रस पिला दो मुझे अह्ह्ह्हह्ह
दी बोली पी ले पूरा रस पी ले किसने रोका है तुझे आआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह भाई बस अब और तड़पा मत, मिटा दे मेरी प्यास।
ये सुनकर मै और मजे मे आ गया. मेने अपने सारे कपडे उतार फेंके और दी की चूचियों को दबाने लगा। दी की सांवली रंग की चूचियाँ और उन पर थोड़े ज्यादा बड़े भूरे लाल निपल्स। दी के निपल्स काफ़ी बड़े हैं। मेने एक निपल दो अंगुलियों के बीच पकड़ा और खिंचने लगा। दूसरे निपल पर मैने अपनी जीभ से चाटा। दी सिहार उठी। दी आह्ह्ह्हह करते हुए मेरा सर अपनी चूचियों पर दबाने लगी। अब मैं एक चूची को चूसने लगा और दूसरे चूची के निपल को मसलने लगा। दी ताड़पने लगी। अब मैंने दूसरे चूची को चूसना शुरू कर दिया और पहली चूची को दबाने लगा। इस तरह मै बारी बारी से दी की चूचियों से मजे ले रहा था। दी हवस की आग में पागल होने लगी। दी ने मेरा लंड पकड़ लिया और उसके टोपे पर अपने अंगुठे को रगड़ने लगी। दी के इस वार से मेरा हाल बुरा हो गया। मेरी कमोत्तेजना मेरे सर मे चढ़ने लगी. अब मैं दी की चूचियों को जोर जोर से चूसने लगा और निप्पल्स पर काटने लगा।
दी बोले जा रही थी आअह्ह्ह्ह भाई ऐसे ही चूसो और तेज़ इनको पूरा निचोड़ ले आज। मिटा दे मेरे अंग अंग की तड़प. इस जिस्म की आग से मैं मर जाऊंगी भाई इस आग को बुझा दे चोद दे मुझे जैसे कल रात को पापा अपने मूसल लंड से मम्मी को चोद रहे थे।