बहुत बढ़िया लगा आपको वापस आते देखकर और अपने कमिटमेंट पर खरा उतरते हुए देखकर ।
रवि साहब का अपने दिवंगत मां के प्रति प्रेम , स्नेह और उनके भावनाओं का सम्मान करते देख बहुत ही अच्छा लगा । अपनी मां की आखिरी आरजू पुरा करने के लिए वो अपने प्यार का गला घोंट रहे है यह वास्तव मे एक पुत्र के लिए बेहतरीन निर्णय है ।
लेकिन क्या यह वास्तव मे यह रवि साहब के साथ सच निर्णय लगता है !
रवि साहब ने अपनी ही बहन के साथ तब अश्लील हरकतें की जब वह सोई हुई थी । वो अपने ही सगी बहन के साथ जिस्मानी ताल्लुकात बनाने के लिए हर मर्यादा पार करने पर उतारू थे । यही नही , उन्होने अपनी कजन बहन के साथ सेक्सुअल रिलेशनशिप बनाया जो उसके शादी के बाद भी कायम है । बल्कि उनकी कजन सिस्टर वाणी उनके ही बच्चे की मां बनने वाली है ।
अगर फिर भी आप संस्कार और कायदे-कानून , मां की अंतिम इच्छा की बात करने लगते है तब इन सब पर तरस आने लगता है ।
रवि साहब की मां की इच्छा थी कि उनके जीवनकाल मे ही उनकी बेटी की शादी हो जाए । इसके लिए उन्होने प्रयास भी किया क्योंकि उन्हे इसका आभास हो गया था कि वो अब सिर्फ चंद दिनो की ही मेहमान है । जो सच साबित हुआ ।
उन्होने रवि से कुछ वादे करने को कहे जिसमे सबसे महत्वपूर्ण था उनकी बेटी को दुख न हो , वो सदैव हंसती मुस्कराती रहे ।
लेकिन रोमा को इस विवाह से जरा भी खुशी नही है । उसे उसका होने वाला हसबैंड बिल्कुल ही पसंद नही है ।
और सबसे बड़ी बात , रवि साहब स्वयं गवाह है कि रोमा का ससुराल पक्ष कैसा है !
फिर यह सब क्यों ?
मेरे कहने का मतलब यह नही कि रोमा की शादी रवि से ही हो जाए । रोमा की शादी कुछ अरसे बाद किसी और लड़के के साथ क्यों नही हो सकती !
रोमा बार-बार अपने हाव-भाव , अपने आंसुओं बल्कि अपने जुबान से बयां कर रही है कि वो इस शादी से खुश नही है फिर रवि साहब ऐसी हरकत क्यों कर रहे है ?
जब खुद के दामन मे दाग लगा हो तो मर्यादा की सीख नही देना चाहिए ।
इनका रिश्ता काफी सेंसेटिव है । शादी-ब्याह की गुंजाइश हो ही नही सकती । पर व्यभिचारित रिलेशनशिप की सम्भावना से इंकार नही किया जा सकता ।
लेकिन रवि साहब अगर बहुत ही अधिक डेयरिंग नेचर के है , सेफ गेम्स खेलने मे माहिर है और रोमा उनका साथ कंधे से कंधे मिलाकर दे रही है तब शायद कुछ अप्रत्याशित अवश्य हो सकता है ।
बहुत ही खूबसूरत अपडेट भाई ।
नायक और नायिका के मनः स्थिति का वर्णन एक बार फिर से आउटस्टैंडिंग था ।