SANJU ( V. R. )
Divine
विद्युतीय ही नही चुम्बकीय कहानी भी लिखी है आपने ।
बहुत ही उम्दा लिख रहे है आप । वाणी ने जो चिन्गारी लगाई , जो इन्सेस्ट की बीज बोई उसमे रवि के प्रारब्ध मे झुलसना ही लिखा है , इन्सेस्ट के ट्रेन मे सफर करना ही है ।
इस कहानी की खुबसूरती है कि इसमे प्रेम भी है , भाई-बहन का स्नेह भी है , भाई-बहन की शरारतें भी है और इरोटिका भी है ।
एक जिज्ञासा रहेगी कि रोमा और रवि का रिलेशनशिप क्या वाणी की तरह सिर्फ हवस का एक फसाना बन कर रह जायेगा या फिर कोई दाम्पत्य जीवन की सिचुएशन भी जन्म लेगी !
बहुत ही बेहतरीन और लाजवाब लेखनी स्किल है आपकी । और आउटस्टैंडिंग आपके हर अपडेट भी ।
बहुत ही उम्दा लिख रहे है आप । वाणी ने जो चिन्गारी लगाई , जो इन्सेस्ट की बीज बोई उसमे रवि के प्रारब्ध मे झुलसना ही लिखा है , इन्सेस्ट के ट्रेन मे सफर करना ही है ।
इस कहानी की खुबसूरती है कि इसमे प्रेम भी है , भाई-बहन का स्नेह भी है , भाई-बहन की शरारतें भी है और इरोटिका भी है ।
एक जिज्ञासा रहेगी कि रोमा और रवि का रिलेशनशिप क्या वाणी की तरह सिर्फ हवस का एक फसाना बन कर रह जायेगा या फिर कोई दाम्पत्य जीवन की सिचुएशन भी जन्म लेगी !
बहुत ही बेहतरीन और लाजवाब लेखनी स्किल है आपकी । और आउटस्टैंडिंग आपके हर अपडेट भी ।