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Aapko pahle ke update agar chhote lage to chhama chahta hu bhai, lekin, 2 reason hai iske. No.1 ek to main update har teesre din deta hu, jo regularly koi bhi nahi deta85
लुफासा को भी अपने अराका द्वीप के कई रहस्यों के बारे में नहीं पता है।
वैसे यह कोई अनहोनी नहीं है - हमको भी अपने शहर / कस्बों / गाँव के बारे में सब कुछ पता नहीं होता।
युगाका इस ग्रुप का यूँ चोरी-छुपे पीछा क्यों कर रहा है? और समूह के किसी भी सदस्य को नुक़सान होने से उसको क्या लाभ?
कहीं वो ब्रूनो को ही कुछ न कर दे। ये लो - यह ऑब्ज़र्वेशन लिखते लिखते ब्रूनो का नुक़सान तो कर दिया युगाका ने!
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लेकिन बहुत ही अलग तरीक़े से! ब्रूनो अब श्वान नहीं रह गया - वो कुछ और हो गया!
और तो और, वो तो शेफ़ाली के से डिकपल (विमुख) हो गया। कुत्ता वफ़ादार रह सकता है, लेकिन अब तो वो कोई और ही जीव बन गया है।
एक और बात पता चली -- अराका-वासी भी अपना जन्मदिन मनाते हैं और उसको ख़ुशी का अवसर मानते हैं। हा हा हा!
वैसे जनवरी में वाशिंगटन डी सी में बाहर जाने में सामान्य आदमी के वृषण शार्ट हो जाएँ!
लेकिन वेगा अराका-वासी है। कुछ भी कर सकता है - जैसे, पोटोमैक नदी में खुले में कायाकिंग!
अपनी वीनस भी कम नहीं है। वो खुद भी जियाला लड़की है। हॉटहोगी - इसीलिए ठंडक का असर नहीं है उस पर।
टुंड्रा स्वान वाक़ई बहुत सुन्दर पक्षी होता है - काली-पीली चोंच और शफ़्फ़ाक़ सफ़ेद पंख।
लेकिन अबे! इस स्वान को क्या हो गया!?
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पक्षी को हथियार किसने बनाया? कौन चाहता है कि वेगा की क्षति हो?
ये ज़ोडिएक घड़ी कमाल की है! यहाँ तो राशियाँ ही मिल कर पहनने वाले की रक्षा कर रही हैं। इतने समय के बाद इस घड़ी का उपयोग दिखाई दिया! बढ़िया!!
वेगा वीनस का किस्सा भी जमता हुआ दिख रहा है। अच्छी बात है - लेकिन, युगाका क्या वीनस (एक मानव) को स्वीकार करेगा?
हमने देखा है कि कैसे वो सुप्रीम के यात्रियों को ‘नापने’ में कोई गुरेज नहीं रख रहा है। ऐसा व्यक्ति सही नहीं है।
हाँ हाँ - बहुत आगे की सोच रहा हूँ, लेकिन वाजिब प्रश्न है।
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एक बेहद उन्नत विज्ञान और तकनीक का एक और प्रस्तुतिकरण!
व्योम इस चक्रव्यूह में प्रविष्ट हो ही गया।
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“एलियन भी ऑक्सीजन लेते हैं?” -- यह एक बढ़िया कन्क्लूसन निकाला व्योम ने! हा हा हा हा!
“क्या तुम अपना प्रोग्राम डिलीट कर बैठे हो?” -- ओ तेरी! हा हा!
कैस्पर और व्योम के वार्तालाप से मुझे एक फिल्म, A.I. Artificial Intelligence (2001) याद आ गई। उसमें भी एक ऐसा ही प्रोग्राम था, जो उस रोबोट बच्चे, डेविड, से बात करता है और उसको इनफार्मेशन देता है।
किसी AI के लिए स्वयं का निर्माण करना -- मतलब वो बहुत ही उन्नत किस्म का AGI होगा। हम्म्म!
सप्त-मुखी योद्धा? हम्म? अगर सनातनी माइथोलॉजी देखें, तो हनुमान भगवान का एक रूप है जिसके पाँच मुख होते हैं - हनुमान स्वयं, नरसिंह, गरुड़, वाराह, और ह्यग्रीव (घोड़े का शीश)। प्रत्येक शीश अलग अलग शक्तियों का प्रतीक है। (आपने लाल रंग की बात लिखी, तो यह रूप अनायास ही स्मरण हो आया)! परमज्ञानी रावण के दस सर थे - दशानन! सप्त-मुखी तो एक ही याद है -- शेषनाग।
वैसे आपके अराका के योद्धा पंचमुखी हनुमान जी + गज + मकर + गाय - वाराह हैं!
“भागवत पुराण” में ‘गजेंद्र मोक्ष’ की कथा है। गज और मकर का मेरा ज़िक्र एक उद्देश्य से किया गया था।
जिन पाठकों को रूचि हो, पढ़ें। यहाँ अब क्या ही लिखें ये सब! न जाने कौन शिकायत कर दे।
“उस रोशनी के गिरते ही व्योम को अपना शरीर लाखों टुकडो में बंटता हुआ सा महसूस हुआ। उसे ऐसा लगा जैसे उसका शरीर किसी अंधे कुएं में गिर रहा हो।” -- ई ल्यो!
बहुरूपिए असलम की ख़ैर नहीं अब!
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वो कहते हैं न, कर्मों के अनुरूप ही कर्म-फल मिलता है
(हाँलाकि यह बात भारत देश के नेताओं, बाबुओं, पुलिसियों, और न्यायाधीशों पर नहीं बैठती है - वो एक अलग बात है… लेकिन मान लेते हैं)!
मोईन अली, उर्फ़, असलम के जीवन का भी पटाक्षेप हो गया। और उसी तरह हुआ जिस तरह सहस्त्रों मनुष्यों के जीवन का असमय अंत करने वाले का होना चाहिए।
अल्बर्ट के माध्यम से आपने दलदल के फिजिक्स का बढ़िया ज्ञान दिया।
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अबे स्साला! अपडेट की शुरुवात में ही अचम्भा! लॉकेट खुद ही जेनिथ के गले से जा लगा। क्यों?
राज़ पे राज़! क्या राज भाई! हा हा हा!
लॉकेट ने फिलहाल जेनिथ को चुना है जैसे The Lord of the Rings में One Ring ने स्मिगेल / गोल्लम को चुना था, safe-keeping के लिए। लेकिन गोल्लम के विपरीत, जेनिथ को उस लॉकेट को पहन कर फिलहाल कुछ भी नहीं महसूस हो रहा है। वो सम्मोहन भी क्षणिक ही था।
माना कि मोईन अली सुप्रीम को यहाँ लाने का निमित्त था, लेकिन उसने वो एक तुच्छ स्वार्थ के कारण किया और उसके कारण हज़ारों की जान चली गई। वो इस पाप से मुक्त तो नहीं हो सकता। उसकी आत्मा पर यह बोझ रहेगा अवश्य।
“ब्लैक थंडर” को भी सुप्रीम की ही तरह यहाँ के मायाजाल में फंसाया गया था। इतना तो स्पष्ट है।
कम से कम अट्ठारह साल से युगाका का मानवों पर आतंक जारी है। बेचारे ब्लैक थंडर वालों ने तो न जाने क्या क्या झेला है। स्साला युगाका मानवजाति का दुश्मन है! इसको सज़ा-ए-मौत ही देनी उचित है। ‘मैंने ये सब मजबूरी में किया’ - यह वाला बचाव-आसन मानना नहीं चाहिए।
जंगली कबीला-वासी फिलहाल तो नहीं दिखे इनको।
लॉकेट का विवरण पढ़ के ऐसा लग रहा है जैसे ये The Lord of the Rings के One Ring जैसा दुष्ट यंत्र नहीं, बल्कि Evenstar जैसा सुन्दर लॉकेट था, जिसको आरवेन ने अरागोर्न को दिया था - अपने प्रेम की निशानी... या फिर Phial of Galadriel (light of Earendil) जैसी वस्तु! ख़ैर!
उस्मान अली जी की आत्मकथा से यह तो पता चलता है कि इस द्वीप से मनुष्य का बच के निकल पाना संभव तो है। लेकिन वो एक मनुष्य थे। शायद इसलिए बच गए होंगे।
ये ‘मेगा अपडेट’ बेहतरीन था। पहले के अपडेट्स वाकई छोटे छोटे थे।
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लेकिन भाई - क्या समां बाँधा है आपने।
गज़ब की कल्पनाशक्ति है और क्या सम्मोहक लेखनी है आपकी!मान गए आपके दोनों ही हुनर को!
लोगों को समझता नहीं होगा - लेकिन आपने ये कहानी लिखने के लिए न जाने कितना शोध किया होगा। मुझको दिखाई देता है वो श्रम! बहुत बहुत साधुवाद!
लीजिए - अब हम भी संग हो लिए। जो सब छूटा था, सब पूरा हो गया।
अब चलेंगे - साथ साथ![]()
And 2nd baat ye hai, ki filhaal maine aur bhi updates ki roop rekha redy kar rakhi hai, to unke aage ke updates aapki aagya se bade de dunga
Baaki jaisi aapki aagya, waise beech beech me 2 update 2 din me dekar kami poori kar hi deta hoon

Rahi baat jaan jane ki to jo bhagya me likha wahi hona hai
Aur aapko kahani acchi lagi uske liye thank you so much 
