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Fantasy स्तनपान लघु कथाएं (वाचक अपनी फैंटेसी लिखने को कह सकते है)

Manju143

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लघु कथा 1:

उस दिन बुधवार था। सुबह के समय ही सुजाता के पती शहर में गये थे । वो काम के कारण कुछ दिन शहर ही रहने वाले थे। इसलिये अब वो घर मे अपने बूढ़े सास ससुर के साथ अकेली ही थी। सुजाता को कोई फिकर नही थी कियूंकि उसके सास ससुर बहुत सीधे साधे थे। सुजाता का स्वभाव भी काफी अच्छा था इसलिए उसके सास ससुर भी अच्छा महसूस करते थे। उसने अकेले ही राइस, दाल और आलू की सब्जी बनाई थी। उसके ससुरजी भी बहुत बीमार रहते थे। उनके शरीर को हमेशा दर्द होता रहता था। इसलिए सुजाता ने उनके लिए थोड़ा सुप भी बनाया था। 8 बजते ही सब किचन में टेबल पर खाना खाने लगे। सुजाता ने खाना बनाने के पहले ही साड़ी बदल कर ब्लैक कलर की मैक्सी पहन ली थी। उसके शादी को 2 साल हो चुके थे इसलिए ही तो उसे आदत ले चलते अपने ससुरजी के सामने मैक्सी में रहने में सहजता महसूस होती थी। सुजाता में देखा कि उसके ससुर के हाथ खाना खाते समय काँप रहे थे। उसे उनकी चिंता लगी रहती थी। उनका खाना जल्दी खत्म हो गया कियूंकि उनको बुढ़ापे के कारण से अब बहुत ही कम भूख लगती थी। सुजाता ने तुरंत उनको एक बाउल में सुप पीने को दिया। वो भी उन्होंने किसी न किसी तरह बहुत धीरे धीरे पी लिया। थोड़ी देर बाद सुजाता ने उसका और सास का खाना खाकर होते ही सब बर्तन धो डालें। फिर सब हॉल में टीव्ही देखने लगे। सुजाता को अपनी सास के साथ बातें करने में मजा आता था। लगभग 9 बजे उसने सबके लिए हॉल में जमीन पर ही बिस्तर बना दिया। फिर टीव्ही चालू रखते हुए ही सब सोने लगें। सुजाता के साथ साथ उसके सास ससुर को देर रात तक टीव्ही देखने का बहुत शौक था। सुजाता हमेशा अपने ससुरजी को उसके और सास के बीच में ही सोने को कहती थी ताकि फिर वो दोनों उनके ऊपर नजर रख सके। आज भी कोई अलग बात नहीं थी। टीव्ही पर रोज की सीरियल लगी हुई थी। सुजाता अपनी सास के साथ लगभग 11 बजे तक टीव्ही देखती रहती थी। सुजाता के ससुर भी थोड़ी दी टीव्ही देख रहे थे। पर जैसे जैसे समय बीतता गया उनको बेचैनी महसूस होने लगी। वो अब बेचैनी से बिस्तर में बार बार करवटें बदलने लगे। सुजाता को यह दिखतें ही उसने उनको अपनी तरफ पलटकर उनको अपने करीब ले लिया और फिर उनकी पीठ पर वो हाथ से थपथपाने लगी। ससुर थोड़े शांत हो गए। फिर भी सुजाता छोटे बच्चे की तरह उनके पीठ पर हाथ फेरती रही। उसकी सास टीव्ही देखने मे मग्न थी पर सुजाता अपने ससुर का ख्याल रखने पर ध्यान दे रही थी। अब उनकी हलचल बहुत बढ़ गयी तो सास बागी चिंतित हो गयी। पर सुजाता ने उसे कहा,
"कोई बात नही सासु माँ। उनको अब दूध पिलाऊँगी। "
"ठीक है बहु।"
सुजाता ने हँसते हुए अपने मैक्सी के बटन खोल दिये और फिर वो अपने ससुर को किसी बच्चे की तरह अपना दूध पिलाने लगी। उसके ससुर की हलचल अब काफी कम हो गयी । सुजाता ने दो उंगलियों में उसका स्तन उनके मुँह में अच्छी तरह से पकड़कर रखा था। इससे उनको दूध पीने में आसानी हो रही थी। उसके सास ने यह देखा और राहत की सास ली।
"उनको पूरा दूध पिला दो बहु। खाना भी बहुत कम खाया है उन्होंने।"
"हा माँ जी। "
सास फिरसे टीव्ही देखने लगीं । सुजाता का पूरा ध्यान अब ससुर को स्तनपान करने में लगा हुआ था। उनके सब दाँत गिर गए थे इसलिए स्तन को काटने का खतरा नही था। 10 मिनिट बाद जब सुजाता का एक स्तन खाली हो गया तब उसके ससुर रुक गए। पर सुजाता ने पलक झपकते ही उनको अपना दूसरा स्तन पीने को दे दिया। वो उनको पूरा दूध पिलाये बगैर थोड़ी छोड़ने वाली थी। उसके ससुर चुपचाप दूध पीने लगे। वो उनको बहुत देर तक पिला रही थी। जब उनका दूध पीकर हो गया तब उन्हें अच्छी नींद आ रही थी। सुजाता ने मैक्सी के बटन लगा लिए और उनको अपनी बाहों में लेकर सो गई।
हम इंतजार कर रहे हैं लघू कथा 2 का..
अगला एपिसोड कब आएगा?
 
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Vegetaking808

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लघु कथा 1:

उस दिन बुधवार था। सुबह के समय ही सुजाता के पती शहर में गये थे । वो काम के कारण कुछ दिन शहर ही रहने वाले थे। इसलिये अब वो घर मे अपने बूढ़े सास ससुर के साथ अकेली ही थी। सुजाता को कोई फिकर नही थी कियूंकि उसके सास ससुर बहुत सीधे साधे थे। सुजाता का स्वभाव भी काफी अच्छा था इसलिए उसके सास ससुर भी अच्छा महसूस करते थे। उसने अकेले ही राइस, दाल और आलू की सब्जी बनाई थी। उसके ससुरजी भी बहुत बीमार रहते थे। उनके शरीर को हमेशा दर्द होता रहता था। इसलिए सुजाता ने उनके लिए थोड़ा सुप भी बनाया था। 8 बजते ही सब किचन में टेबल पर खाना खाने लगे। सुजाता ने खाना बनाने के पहले ही साड़ी बदल कर ब्लैक कलर की मैक्सी पहन ली थी। उसके शादी को 2 साल हो चुके थे इसलिए ही तो उसे आदत ले चलते अपने ससुरजी के सामने मैक्सी में रहने में सहजता महसूस होती थी। सुजाता में देखा कि उसके ससुर के हाथ खाना खाते समय काँप रहे थे। उसे उनकी चिंता लगी रहती थी। उनका खाना जल्दी खत्म हो गया कियूंकि उनको बुढ़ापे के कारण से अब बहुत ही कम भूख लगती थी। सुजाता ने तुरंत उनको एक बाउल में सुप पीने को दिया। वो भी उन्होंने किसी न किसी तरह बहुत धीरे धीरे पी लिया। थोड़ी देर बाद सुजाता ने उसका और सास का खाना खाकर होते ही सब बर्तन धो डालें। फिर सब हॉल में टीव्ही देखने लगे। सुजाता को अपनी सास के साथ बातें करने में मजा आता था। लगभग 9 बजे उसने सबके लिए हॉल में जमीन पर ही बिस्तर बना दिया। फिर टीव्ही चालू रखते हुए ही सब सोने लगें। सुजाता के साथ साथ उसके सास ससुर को देर रात तक टीव्ही देखने का बहुत शौक था। सुजाता हमेशा अपने ससुरजी को उसके और सास के बीच में ही सोने को कहती थी ताकि फिर वो दोनों उनके ऊपर नजर रख सके। आज भी कोई अलग बात नहीं थी। टीव्ही पर रोज की सीरियल लगी हुई थी। सुजाता अपनी सास के साथ लगभग 11 बजे तक टीव्ही देखती रहती थी। सुजाता के ससुर भी थोड़ी दी टीव्ही देख रहे थे। पर जैसे जैसे समय बीतता गया उनको बेचैनी महसूस होने लगी। वो अब बेचैनी से बिस्तर में बार बार करवटें बदलने लगे। सुजाता को यह दिखतें ही उसने उनको अपनी तरफ पलटकर उनको अपने करीब ले लिया और फिर उनकी पीठ पर वो हाथ से थपथपाने लगी। ससुर थोड़े शांत हो गए। फिर भी सुजाता छोटे बच्चे की तरह उनके पीठ पर हाथ फेरती रही। उसकी सास टीव्ही देखने मे मग्न थी पर सुजाता अपने ससुर का ख्याल रखने पर ध्यान दे रही थी। अब उनकी हलचल बहुत बढ़ गयी तो सास बागी चिंतित हो गयी। पर सुजाता ने उसे कहा,
"कोई बात नही सासु माँ। उनको अब दूध पिलाऊँगी। "
"ठीक है बहु।"
सुजाता ने हँसते हुए अपने मैक्सी के बटन खोल दिये और फिर वो अपने ससुर को किसी बच्चे की तरह अपना दूध पिलाने लगी। उसके ससुर की हलचल अब काफी कम हो गयी । सुजाता ने दो उंगलियों में उसका स्तन उनके मुँह में अच्छी तरह से पकड़कर रखा था। इससे उनको दूध पीने में आसानी हो रही थी। उसके सास ने यह देखा और राहत की सास ली।
"उनको पूरा दूध पिला दो बहु। खाना भी बहुत कम खाया है उन्होंने।"
"हा माँ जी। "
सास फिरसे टीव्ही देखने लगीं । सुजाता का पूरा ध्यान अब ससुर को स्तनपान करने में लगा हुआ था। उनके सब दाँत गिर गए थे इसलिए स्तन को काटने का खतरा नही था। 10 मिनिट बाद जब सुजाता का एक स्तन खाली हो गया तब उसके ससुर रुक गए। पर सुजाता ने पलक झपकते ही उनको अपना दूसरा स्तन पीने को दे दिया। वो उनको पूरा दूध पिलाये बगैर थोड़ी छोड़ने वाली थी। उसके ससुर चुपचाप दूध पीने लगे। वो उनको बहुत देर तक पिला रही थी। जब उनका दूध पीकर हो गया तब उन्हें अच्छी नींद आ रही थी। सुजाता ने मैक्सी के बटन लगा लिए और उनको अपनी बाहों में लेकर सो गई।
Abhi baaris ka mausam hai to koi eshi short story bano,
Koi sahar ho,jiske ameer area me ek couple ho uska 5 6 mahine ka beta ho,beta doodh kam pita ho,jise maa ko takleef hoti ho,ek din pati ke office jate hi budha bhikhari roj ki tarah bheekh magne aaye aur vo mummy usko kuchh khana ya paise de,wo roj aata hai is liye wo us ke upar daya aati ho,
Fir ek din pati ke office jane ke 1 ghante bad jordar baris suru ho jaye aur baris raat tak chalne se pure sahar me pani bhar jata hai ,pati office me fas jaye aur raat wahi gujare,aur is taraf bhikhari uske ghar ke pas baris ki vjah se ruk jaye, dopahar me pani badhne lagta hai aur budha ghutne bhar pani me khada ho ,khidki se mummy usko dekh leti hai aur use ghar me bulaye
Uske aage ki kahani aap apne hisaab se likh ke usko raat bhar doodh pilaye
Dhanyvaad.
 
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Manju143

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Abhi baaris ka mausam hai to koi eshi short story bano,
Koi sahar ho,jiske ameer area me ek couple ho uska 5 6 mahine ka beta ho,beta doodh kam pita ho,jise maa ko takleef hoti ho,ek din pati ke office jate hi budha bhikhari roj ki tarah bheekh magne aaye aur vo mummy usko kuchh khana ya paise de,wo roj aata hai is liye wo us ke upar daya aati ho,
Fir ek din pati ke office jane ke 1 ghante bad jordar baris suru ho jaye aur baris raat tak chalne se pure sahar me pani bhar jata hai ,pati office me fas jaye aur raat wahi gujare,aur is taraf bhikhari uske ghar ke pas baris ki vjah se ruk jaye, dopahar me pani badhne lagta hai aur budha ghutne bhar pani me khada ho ,khidki se mummy usko dekh leti hai aur use ghar me bulaye
Uske aage ki kahani aap apne hisaab se likh ke usko raat bhar doodh pilaye
Dhanyvaad.
आपने जो सुझाव दिया वह बहुत अच्छा है। लेखक से अनुरोध है कि अगला भाग इसी तरह लिखें
 
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The Immortal

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Hello everyone.

We are Happy to present to you The annual story contest of XForum


"The Ultimate Story Contest" (USC).

Jaisa ki aap sabko maloom hai abhi pichhle hafte hi humne USC ki announcement ki hai or abhi kuch time pehle Rules and Queries thread bhi open kiya hai or Chit Chat thread toh pehle se hi Hindi section mein khula hai.

Well iske baare mein thoda aapko bata dun ye ek short story contest hai jisme aap kisi bhi prefix ki short story post kar sakte ho, jo minimum 700 words and maximum 7000 words tak ho sakti hai. Isliye main aapko invitation deta hun ki aap is contest mein apne khayaalon ko shabdon kaa roop dekar isme apni stories daalein jisko poora XForum dekhega, Ye ek bahot accha kadam hoga aapke or aapki stories ke liye kyunki USC ki stories ko poore XForum ke readers read karte hain.. . Isliye hum aapse USC ke liye ek chhoti kahani likhne ka anurodh karte hain.

Aur jo readers likhna nahi chahte woh bhi is contest mein participate kar sakte hain "Best Readers Award" ke liye. Aapko bas karna ye hoga ki contest mein posted stories ko read karke unke upar apne views dene honge.

Winning Writers ko Awards k alawa Cash prizes bhi milenge jinki jaankaari rules thread mein dedi gayi hai, Total 7000 Rupees k prizes iss baar USC k liye diye jaa rahe hain, sahi Suna aapne total 7000 Rupees k cash prizes aap jeet shaktey hain issliye derr matt kijiye or apni kahani likhna suru kijiye.

Entry thread 7th February ko open hoga matlab aap 7 February se story daalna shuru kar sakte hain or woh thread 28th February tak open rahega is dauraan aap apni story post kar shakte hain. Isliye aap abhi se apni Kahaani likhna shuru kardein toh aapke liye better rahega.

Aur haan! Kahani ko sirf ek hi post mein post kiya jaana chahiye. Kyunki ye ek short story contest hai jiska matlab hai ki hum kewal chhoti kahaniyon ki ummeed kar rahe hain. Isliye apni kahani ko kayi post / bhaagon mein post karne ki anumati nahi hai. Agar koi bhi issue ho toh aap kisi bhi staff member ko Message kar sakte hain.


Rules Check karne ke liye is thread ka use karein — Rules & Queries Thread

Contest ke regarding Chit Chat karne ke liye is thread ka use karein — Chit Chat Thread



Prizes
Position Benifits
Winner 3000 Rupees + Award + 5000 Likes + 30 days sticky Thread (Stories)
1st Runner-Up 1500 Rupees + Award + 3000 Likes + 15 day Sticky thread (Stories)
2nd Runner-UP 1000 Rupees + 2000 Likes + 7 Days Sticky Thread (Stories)
3rd Runner-UP 750 Rupees + 1000 Likes
Best Supporting Reader 750 Rupees Award + 1000 Likes
Members reporting CnP Stories with Valid Proof 200 Likes for each report



Regards :- XForum Staff
 
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