सफ़ेद साड़ी पहने एक 55 साल की औरत दो 25-26 साल के लड़को के साथ होटल में दाखिल होती है उस के आधे बाल सफेद थे कपड़ो से पाता चलता था वो औरत विधबा है ,माथे पर लगा बड़ा सा चदन का टीका बता रहा था के वो काफी धार्मिक है, उस के साथ जो लड़के है वो उस के बेटे है ,
उन के पास २-३ बड़े बड़े बैग थे लग रहा था वो लोग किसी लम्बी यात्रा पर निकले है, उन को देख कर सेठ जी और चुन्नी लाल का मूड ऑफ़ हो गया वो लोग तो सोच रहे थे कोई माल आयेगा गरमा गरम लाइव चुदाई देखने को मिलेगी लेकिन यहाँ तो सुबह सुबह तीर्थ यात्री आ गये बोनी ख़राब हो गई साला पूरा दिन ख़राब जायेगा
सेठ जी एक कमरा मिलेगा,
हा जी हा जी बुल्कुल मिलेगा केसा कमरा चाहोगे आप लोग,
सेठ जी थोड़ा बड़ा कमरा हो जिस में हम तीनो लोग रह सके और साफ़ सफाई अच्छी होना चाहिए हमारी माताजी को गंदगी बिल्कुल पसंद नहीं माताजी धरम करम में बहुत बिस्वास रखती है ,
हा जी हा जी क्यों नहीं हमारे पास एक काफी बड़ा कमरा है जिस में दो डबल बेड डले है और सफाई के आप चिंता मत करो हमारा होटल बहुत साफ़ सुथरा रहता है दोनों टाइम सफाई होती है
ठीक है आप हमको बही कमरा दे दो और आप के यहाँ माताजी के लिए बिना प्याज लहसुन का सात्बिक खाना मिल जाएगा क्या हमारी माता जी बहुत धार्मिक है वो प्याज लहसुन नहीं खाती
हा जी हा जी बुल्कुल मिल जायेगा आप चिंता मत करो यहाँ सब मिल जायेगा चलो भाई चुन्नी लाल यह चाबी लो सामान कमरे में पंहुचा दो साथ में पानी की बोतलें भी रखबा देना
वो लोग अपने कमरे में चले गये चुन्नी लाला उन का खाना पानी दे आया
बेटा चुन्नी बंद कर यह टीवी आज तो दिन बिगड़ गया आज कुछ नहीं दिखने वाला आज तो बेटा भजन सुनाई देंगे होटल रंग महल में
सही कहा मालिक लगता है आज तो बिना हिलाये ही सोना पड़ेगा
चुन्नी टीवी बंद करने लगता है तभी वो चिल्ला पड़ा मालिक यह क्या हो रहा है
टीवी पर जो हो रहा था उस को देख कर सेठ जी भी चौक पड़े नजारा ही कुछ ऐसा था
कमरे में वो दोनों लड़के बैग में से शराब की बोतलें और तंदूरी चिकन निकाल कर टेबल पर सजा रहे थे माताजी बाथरूम में थी
सेठ जी और चुन्नी लाल आँखे फाडे टीवी को देख रहे थे, और तभी माताजी बाथरूम से बहार निकली अभी तक तो सेठ जी और चुन्नी लाल की आँखे ही फटी थी माताजी को देख कर तो उन की गांड भी फट गई ,
माताजी केबल लाल ब्रा और लाल पैंटी में थी 55 साल में भी उन की बॉडी 35 -40 की उम्र की लग रही थी वो अगर बाल रंग लेती तो 35 से ज्यादा की नहीं लगती
ऐसा नजारा सेठ जी और चुन्नी लाल ने पहली वार देखा था उन लोगो ने अपनी जिंदगी में बहुत कांड देखे थे लेकिन माँ बेटो का ऐसा सम्बन्ध देखना तो दूर सोचा तक नहीं था
माँ बेटो को इस हाल में देख उन दोनों के लण्ड बेकाबू हो गये दोनों साँस रोके टीवी देखने लगे
अहा क्या बात है लाल पैंटी में मस्त माल लग रही हो अम्मा देखो छोटे पैंटी में से अम्मा की चूत केसी फूल कर बहार निकल रही है
हा बड़े भइया अम्मा की चूत के बाल पेंटी से बहार निकल रहे है थोड़ा पीछे घूमना अम्मा जरा गांड दिखा देखु तो लाल पैंटी में तेरी गांड कैसी लग रही है
अम्मा पीछे घूम गई और अपने चूतड़ दोनों बेटो के सामने कर दिये
ओहो क्या गांड है अम्मा साली थोड़ा चूतड़ फैला कर दिखा कुतिया, और अम्मा ने अपने चूतड़ फैला दिये
सेठ जी और चुन्नी लाल तो यह नजारा देख कर पागल होने लगे दोनों ने भांग की दो दो गोली और निगल ली फिर दोनों ने अपने अपने लण्ड धोती से बहार निकाल लिए और हलके हलके से सहलाने लगे दोनों की आँखे नशे से लाल हो गई
वह कमरे में बोतल खुल चुकी थी माँ बेटे ३-३ पेग लगा चुके थे दोनों बेटे भी कपडे निकाल कर नंगे हो चुके थे और माँ अपने जवान नंगे बेटो के सामने ब्रा पैंटी में बैठी थी
बढे भाई बहुत दिनों से अम्मा का डांस नहीं देखा आज हो जाये
हा छोटे सही कहा चल अम्मा जरा अपने बेटो को अपनी जवानी का नजारा तो करा मोबाईल पर गाना लगा छोटे
औ
र छोटे ने "बीड़ी जलइले जिगर से पिया जिगर मा बड़ी आग है"
गाना चला दिया और अम्मा अपने बेटो की आज्ञा मान लाल ब्रा पैंटी में नाचने लगी
वह अम्मा वह क्या मस्त रंडी जैसे नाच रही हो नाच राँड़ और नाच जरा दूध उछाल उछाल कर नाच हम भी तो देखे हमारी माँ कितनी बड़ी रंडी है देख छोटे देख अपनी अम्मा नंगी हो कर नाच रही है
हा बड़े भाई हा अम्मा बहुत मस्त नाच रही है जैसे डांस बार में रंडिया नाचती है मेरा तो दिल नोट लुटाने का कर रहा है लो अम्मा लो और छोटे सौ सौ के नोटों की गड्डी निकाल कर अपनी नंगी नाचती माँ पर लुटाने लगा, और नोट लुटता देख अम्मा ने ब्रा पेंटी भी निकाल दी और अपनी टांगे चौड़ा चौड़ा के अपनी चूत अपने दोनों बेटो को दिखा दिखा कर और जोर जोर से नाचने लगी,
पूरा कमरा वासना की आग में जलने लगा माँ बेटो का इतना सुहाना समागम देख कर सेठ जी और चुन्नी लाल का माल छूट पड़ा बो दोनों अपने रुमाल को लण्ड के माल से भरने लगे उन दोनों ने कभी इतना कामुक दरस्य नहीं देखा था ,
अब दोनों बेटो भी नंगे होकर अपनी अम्मा के शरीर से शरीर रगड़ कर नाचने लगे अब तीनो काफी गरम हो चुके थे ,वासना और शराब के नशे से उनके के चहेरे तप रहे थे,
माँ भी दो दो जवान लड़को के नंगे जिस्मो की रगड़े से सिसकिया भरने लगी और वो अपने घुटनो पर बैठ गई और दोनों बेटो के लण्ड पकड़ कर अपने चहेरे से रगड़ने लगी, लण्ड की खुसबूसे वो और मदहोस हो गई और उस ने अपना पूरा मुँह खोल लिया और दोनों के लण्ड एक साथ मुँह में भऱ लिए,
दोनों बेटो ने भी माँ का सर पकड़ कर अपने अपने लण्ड से माँ का मुँह चोदना सुरु कर दिया, जब छोटे थोड़ा लण्ड निकलता तब बड़ा भाई अपना लण्ड अंडर पेल देता, जब बड़ा लण्ड बहार निकलता तब छोटा लण्ड पेल देता, दोनों आराम आराम से अपनी माँ के मुँह को चोद रहे थे,
अम्मा का मुँह दो दो लंडो के चोदने से फटा जा रहा था,मुँह के किनारो से बहता थूक अम्मा के शरीर को भिगो रहा था लेकिन वो भी पूरी लगन से अपने बेटो को मुख मैथुन का सुख दे रही थी,
छोटे तू गांड लेगा के चूत,
बड़े भइया आज तो में गांड लूगा, चूत तो कल ही मारी थी, और अब इस कुतिया रंडी के पास चूत कहा बची,, पांच साल में हम दोनों भाइयो ने माँ की चूत को चोद चोद कर चूत का भोसड़ा बना दिया, साली की चूत में अब मज़ा नहीं आता
सही कहा छोटे लेकिन जब दोनों लण्ड गांड और चूत में साथ में जाते है तो चूत थोड़ा टाइट हो जाती है और जब अम्मा के अंदर हमारे लण्ड टकराते है तब बड़ा मज़ा आता है चल तू गांड ले ले मै अम्मा की चूत मरता हु,
उन दोनों ने अम्मा को पलग पर लिटा दिया और छोटे अम्मा की चूत चाटने लगा, और बड़े भाई ने अपने चूतड़ अम्मा के सर पर रख दिये और लण्ड की गोलिया माँ के मुँह पर रख दी, अम्मा ने भी मुँह खोल कर अपने बड़े बेटे के अण्डकोष मुँह में भऱ कर चूसना चालू कर दिया, बड़े की गांड का छेद अम्मा की नाक पर था, अम्मा ने अण्डकोष चूसते चूसते नाक को बड़े की गांड मै घुसा दिया, बड़े अपने अण्डकोष चुसवाते और गांड में अपनी माँ की नाक की चुभन से मदहोस हो गया, उस ने जोर से अपनी गांड पानी माँ के मुँह पर दवा दी,
वहाँ छोटे अम्मा की टांगो को खोल कर अपनी माँ की काम रास से भरी चूत को जीव से चोदे जा रहा था ,और चूत का पानी निगलता जा रहा था, सब लोग काम अग्नि में जल रहे थे, अब बड़ा भाई लेट गया और माँ उस के ऊपर आ गई,और उस के लण्ड को अपनी चूत में समां लिया, छोटे अम्मा के पीछे पंहुचा और माँ के चूतड़ फैला के अपना लण्ड अम्मा की गांड के छेद पर लगा दिया और जोर का झटका मारा ,
आ आआ मादरचोद क्या कर रहा है साले तेरी माँ हु कोई गली की रंडी नहीं के सीधा लण्ड गांड में पेल दिया कुत्ते ऐसी दिन के लिए जना था तुझे आ आए फट गई मेरी गांड ,
चुप साली राँड़ हरामिन पांच साल से रोज दो दो लण्ड खा रही है, साली रोज गांड मारती है, लेकिन नखरे देखो कुतिया के साली तेरी चूत और गांड में तो घोड़े के लण्ड भी आराम से चले जायेगे, साली 55 साल की हो गई लेकिन रोज लण्ड खये बिना नींद नहीं आती, हरामिन को ले साली ले और लण्ड ले अपनी गांड में ,
और छोटे ने बाकि बचा लण्ड भी अम्मा की गांड में पेल दिया अम्मा ददर्द से तड़प उठी, अउ आ आआ कुत्ते कमीने हरामी आ आए मार डाला आए आआ साले थोड़ा थूक तो लगा लेता मादरचोद निकालो बहुत दर्द हो रहा है, मेरी गांड में ,
चुप साली रंडी बहुत मज़ा आता है न तुझे दो दो लण्ड खाने में ले खा चुप चाप नकरे न कर कुतिया अभी खुल जायेगी तेरी गांड,
और छोटे ने अम्मा के बाल पकड़ लिए और जोर जोर से माँ की गांड मरने लगा वहाँ बड़ा भाई भी अम्मा की चूत में लण्ड पेल रहा था, एक माँ और दो बेटे अद्भुत काम क्रीड़ा का आनद ले रहे थे, अब माँ को भी मज़ा आने लगा थी तो बो भी पुरानी रंडी आज 55 साल की उम्र में भी उसे रोज लण्ड चाहिए होता है, तो सोचो उस ने जिंदगी में कितने लण्ड खाये होंगे, वो भी मस्ती में आ गई आ आआ पेलो मादरचोदो पेलो हा हा अब पेलो अपनी माँ में लण्ड चोद दो माँ के दोनों छेद आ आ बेटा अउ अउ मारो मेरी गांड मारो जोर से मारो आ औ अउ पेलो मेरे बच्चो अपनी माँ को पेलो आ आ
जोरदार चुदाई से पूरा बेड हिलने लगा सिसकियों की आवाजों से पूरा कमरा गूँजने लगा, तीनो लोग एक दूसरे में घुसे जा रहे थे पसीने से भीगे बदन एक दूसरे को मसले जा रहे थे,
तभी छोटे चिल्लाने लगा ले राँड़ ले कहा अपनी गांड से अपने बेटे के लण्ड का माल खा कुतिया ले मेरे लण्ड का माल ले अपनी गांड में ले आ आआ आआ और उस ने जोर का झटका मार के अपना लण्ड अपनी माँ की गांड की गहरीयो में पेल दिया, जहां उस के लण्ड से उस के बड़े भाई का माँ की चूत में घुसा लण्ड टकराया दोनों लण्ड और चूत गांड की टक्कर ने तीनो को बेहाल कर दिया,
तीनो है जोर से चीख पड़े तीनो ने इस दूसरे को जोर से भीच लिया और एक साथ तीनो का माल छूट पड़ा,
छोटे ने माँ की गांड अपने लण्ड के माल से भऱ दी और बड़े भाई ने अपना माल माँ की चूत की गहराइयों में डाल दिया माँ भी अपने बेटे के लण्ड पर अपने माल की पिचकारी छोड़ने लगी तीनो लोग एक दूसरे से चिपके निढाल हो कर लेट गये,
कुछ देर बाद दोनों बेटो ने अपनी माँ को अपने बीच से निकाल कर पलग पर लिटा दिया और छोटे ने माँ की गांड और चूत से बहता माल हाथ में भऱ कर माँ के मुँह पर मल दिया, और गांड में तीन ऊँगली डाल कर अंदर का माल निकला और माँ के मुँह मै डाल दिया,
अम्मा भी बड़े मज़े से अपनी गांड से निकलता अपने बेटे के लण्ड का पानी चाटने लगी,फिर दोनों बेटो ने अपने चूत और गांड से निकले लण्ड अपनी माँ के चहरे पर रगड़ना चालू कर दिये,
बड़े बेटे के लण्ड पर लगा उस के लण्ड का माल और माँ की चूत का माल अम्मा के चहरे पर लगने लगा, और छोटे का लण्ड तो उस के माल और माँ की गांड के माल से सना था उस ने माँ के गांड के माल और अपने लण्ड के माल से सने लण्ड से माँ के पूरा चेहरे और छाती को पोत दिया ,
फिर ऐसी हाल में तीनो ने पेग बनाये और मुर्गे की टांगे खाने लगे और साथ साथ के दूसरे को चूमते चाटते जा रहे थे,
इतना बिकृत सेक्स सेठ जी और चुन्नी लाल ने पहली बार देखा था वो दोनों तीन तीन बार अपने लण्ड की टंकी खाली कर चुके थे,
माँ और बेटो के दुवारा किये जा रहे काम वासना के इतने भयानक युद्ध को देख कर दोनों हतप्रत थे वो सोच रहे थे क्या काम जितना ज्यादा घिनौना हो उतना ही आनंदमय होता है क्या यही काम की पराकाष्ठा है,
होता है होता है वासना का नशा उतरने के बाद सब के साथ यही होता है,
जब वासना चढ़ी हो तो जिस योनि को चाटते चाटते मन नहीं भरता जिस का पानी अमृत लगता है, काम रास निकल जाने के बाद बही नरक का मार्ग नजर आती है.