love4incest
Member
- 412
- 459
- 79
Super update Bhai
꧁𓊈𒆜(🆄🅿🅳🅰🆃🅴:-2)𒆜𓊉꧂
𒆜(वैशाली)𒆜
(एक लड़का गार्डन में बैठा अपने फेस पे दोनो हाथों को रखे हुए और ये कोई और नहीं रघु ही था)
रघु:– छह....क्या कर दिया रघु.... कम से कम देख तो लेना चाहिए था किस करने से पहले.....अब कैसे उसे फेस करूंगा क्या सोच रही होगी मेरे बारे में.....कही वो ये तो नही सोच रही होगी के में उसके साथ?..
(तभी पीछे से कोई रघु के कंधे को पकड़ता है.....)
रघु:–वैशाली तू यहा क्या कर रही है?....
वैशाली:–में तो घर जा रही थी....लेकिन जब मेरी नजर यहां पड़ी तो तुम दिखे तो मेने सोचा तुमसे मिल लु.....
रघु:–अच्छा.... आओ बैठो मेरे पास
वैशाली:–हम्म्म
(वैशाली रघु के पास बैठ जाती है)
वैशाली:–क्या हुआ आज परेशान से लग रहे हो...
रघु:–ना...नही तो.....
वैशाली:–अच्छा अब मुझसे भी छुपाओगे?
रघु:–कहा ना कुछ नही ईशा.....
(अचानक वैशाली के आंखों में आसूं आ जाते हे)
वैशाली:–वैशाली.....रघु....
रघु:–हा...हा... वैशाली
(वैशाली अचानक उठती है और अपना पर्स लेके वहा से जाने लगती है)
(धीमी आवाज में)
वैशाली:–गधा कही का....
(वही पीछे से रघु उसके पीछे आने लगता है)
रघु:–वैशाली सुन..... वैशु रुको.....गलती हो गई....
(वैशाली अपने बढ़ते कदम रोक लेती है)
रघु:–ट्राई कर रहा हु उसे भुलाने की......
वैशाली:–........
रघु:–इतना आसान नहीं ही मेरे लिए उसे भुलाना.....
(वैशाली पीछे मुड़ती है और रघु का कॉलर पकड़ लेती है और बोलती है)
वैशाली:–क्यों?......क्यों नही भुला सकते उस कमिनी को?....सब कुछ तो दे रही हु ना तुम्हे? प्यार से लेकर अपना जिस्म सब कुछ तो तुम्हे दे चुकी हु....लेकिन फिर भी तुम्हे उसकी याद आती है जो तुम्हारी शक्ल भी नही देखना चाहती है....
(ये कहते कहते वैशाली ने अपने सर को रघु के सर के साथ टीका दिया और रघु से चिपक कर रोने लगी)
रघु:–भुल जाओ मुझे वैशाली....
(वैशाली की आंखें बड़ी हो गई और उसकी धड़कन तेज होने लगी ये सुन कर)
वैशाली:–नही कभी नहीं.....
(रघु वैशाली को अपने सीने से लगा लेता है)
रघु:–क्यों नही भुला सकती तुम मुझे?
वैशाली:– मुझे नहीं दूर होना तुमसे बस....
रघु:–क्यों?
वैशाली:–क्यों की मुझे तुम्हारे साथ जिंदगी बितानी है....तुम्हारे साथ बच्चे पैदा करने है....तुम्हारे साथ मुझे बूढ़ा होना है.....
रघु:–सोचो वैशाली मेने तुम्हे भूलने को कहा तो तुम्हारी धड़कने बढ़ ने लगी और तुम्हारे सपने टूटते हुए दिखने लगे तुम्हे......तो सोच के देखो मेरे सपने....
(यह सुन कर वैशाली को भी अपनी गलती समझ में आ गई और उसने रघु को कस के गले लगा लिया)
वैशाली:– सो.... सॉरी रघु.....में अपने लिए ही सोच रही थी तुम्हारे बारे में मेने सोचा ही नही....
रघु:–कोई बात नही....में कोशिश कर रहा हु वैशाली बस थोड़ा वक्त लगेगा......
(वैशाली ने अचानक से रघु के होठों को चूम लेती है और हस्ती हुई वहा से चली जाती है आज रघु का यह दूसरा चुम्बन था पूरे दिन में.....रघु अपने बालो पे हाथ फेर के वहा से निकल गया.....
*एबेंडेड बिल्डिग*
(200 लोग होल के अंदर खड़े थे......और तभी एक 29 साल का लड़का आया एक सिगरेट जला कर पीने लगा...और टेबल पे रखे बेग को खोल के सारे पैसे उस टेबल पे उड़ेल दिया....और एक फोटो फ्रेम उठा कर सबको दिखाता है)
???:–मुझे ये चाहिए.....कही भी किसी भी हालत में...जिंदा या मुर्दा......
???:–जो भी इसका सर लेकर आएगा उसे लाइफ टाइम सेटलमेंट.....उसके परिवार को जो चाहिए वो मिलेगा पैसा बंगला गाड़ी......सब कुछ...पर....उसके साथ एक और बात अगर तुम में से कोई भी उसे मार नही पाए तो....
(यह कहकर वो एक चोपर उठाता है और उन लोगो के बिच में से एक 65 साल के बूढ़े का गला काट देता है).....
???:–जो भी सेल्वम भाई के पास उसका कटा सर ले कर आएगा उसे इनाम मिलेगा और जो नही ले कर आएगा उसको अपने सर को कटवाना पड़ेगा नही तो एक और ऑफर है अपने ही परिवार वालो का सर काट के लाना होगा.....
???:–चलो निकलो यहां से....
*रितिक का ऑफिस*
*ट्रिंग* *ट्रिंग* *ट्रिंग*
रितिक:–हेलो.....
???:–पापा....में बोल रहा हु....
(ये सुन कर रितिक के आंखों से आंसू निकल ने लगे.....)
???:–पा...पापा....हेलो...हेलो....
रितिक:–बे...बेटा कहा है तू......कहा है......कब आएगा......
(रुआसी आवाज में)
???:– आप ही ने तो कहा था ना की में नकारा हु....आप को तो आप का छोटा बेटा ही पसंद है ना...मेरे होने या ना होने से आपको क्या ही फरक पड़ता हैं.....
रितिक:–बेटे मुझे माफ करदे.....वो में गुस्से में था....मुझसे एक बार मिल ले....अपनी मां से मिल..
???:–में आप सब लोगो से नफरत करता हु..... उस दिन मुझे अपनी बहन को देखने नही दिया था ना.....आ रहा हु उससे मिलने.....
(यह कहके उसने कॉल काट दिया)
![]()
interesting.... waiting for next update
꧁𓊈𒆜(🆄🅿🅳🅰🆃🅴:-2)𒆜𓊉꧂
𒆜(वैशाली)𒆜
(एक लड़का गार्डन में बैठा अपने फेस पे दोनो हाथों को रखे हुए और ये कोई और नहीं रघु ही था)
रघु:– छह....क्या कर दिया रघु.... कम से कम देख तो लेना चाहिए था किस करने से पहले.....अब कैसे उसे फेस करूंगा क्या सोच रही होगी मेरे बारे में.....कही वो ये तो नही सोच रही होगी के में उसके साथ?..
(तभी पीछे से कोई रघु के कंधे को पकड़ता है.....)
रघु:–वैशाली तू यहा क्या कर रही है?....
वैशाली:–में तो घर जा रही थी....लेकिन जब मेरी नजर यहां पड़ी तो तुम दिखे तो मेने सोचा तुमसे मिल लु.....
रघु:–अच्छा.... आओ बैठो मेरे पास
वैशाली:–हम्म्म
(वैशाली रघु के पास बैठ जाती है)
वैशाली:–क्या हुआ आज परेशान से लग रहे हो...
रघु:–ना...नही तो.....
वैशाली:–अच्छा अब मुझसे भी छुपाओगे?
रघु:–कहा ना कुछ नही ईशा.....
(अचानक वैशाली के आंखों में आसूं आ जाते हे)
वैशाली:–वैशाली.....रघु....
रघु:–हा...हा... वैशाली
(वैशाली अचानक उठती है और अपना पर्स लेके वहा से जाने लगती है)
(धीमी आवाज में)
वैशाली:–गधा कही का....
(वही पीछे से रघु उसके पीछे आने लगता है)
रघु:–वैशाली सुन..... वैशु रुको.....गलती हो गई....
(वैशाली अपने बढ़ते कदम रोक लेती है)
रघु:–ट्राई कर रहा हु उसे भुलाने की......
वैशाली:–........
रघु:–इतना आसान नहीं ही मेरे लिए उसे भुलाना.....
(वैशाली पीछे मुड़ती है और रघु का कॉलर पकड़ लेती है और बोलती है)
वैशाली:–क्यों?......क्यों नही भुला सकते उस कमिनी को?....सब कुछ तो दे रही हु ना तुम्हे? प्यार से लेकर अपना जिस्म सब कुछ तो तुम्हे दे चुकी हु....लेकिन फिर भी तुम्हे उसकी याद आती है जो तुम्हारी शक्ल भी नही देखना चाहती है....
(ये कहते कहते वैशाली ने अपने सर को रघु के सर के साथ टीका दिया और रघु से चिपक कर रोने लगी)
रघु:–भुल जाओ मुझे वैशाली....
(वैशाली की आंखें बड़ी हो गई और उसकी धड़कन तेज होने लगी ये सुन कर)
वैशाली:–नही कभी नहीं.....
(रघु वैशाली को अपने सीने से लगा लेता है)
रघु:–क्यों नही भुला सकती तुम मुझे?
वैशाली:– मुझे नहीं दूर होना तुमसे बस....
रघु:–क्यों?
वैशाली:–क्यों की मुझे तुम्हारे साथ जिंदगी बितानी है....तुम्हारे साथ बच्चे पैदा करने है....तुम्हारे साथ मुझे बूढ़ा होना है.....
रघु:–सोचो वैशाली मेने तुम्हे भूलने को कहा तो तुम्हारी धड़कने बढ़ ने लगी और तुम्हारे सपने टूटते हुए दिखने लगे तुम्हे......तो सोच के देखो मेरे सपने....
(यह सुन कर वैशाली को भी अपनी गलती समझ में आ गई और उसने रघु को कस के गले लगा लिया)
वैशाली:– सो.... सॉरी रघु.....में अपने लिए ही सोच रही थी तुम्हारे बारे में मेने सोचा ही नही....
रघु:–कोई बात नही....में कोशिश कर रहा हु वैशाली बस थोड़ा वक्त लगेगा......
(वैशाली ने अचानक से रघु के होठों को चूम लेती है और हस्ती हुई वहा से चली जाती है आज रघु का यह दूसरा चुम्बन था पूरे दिन में.....रघु अपने बालो पे हाथ फेर के वहा से निकल गया.....
*एबेंडेड बिल्डिग*
(200 लोग होल के अंदर खड़े थे......और तभी एक 29 साल का लड़का आया एक सिगरेट जला कर पीने लगा...और टेबल पे रखे बेग को खोल के सारे पैसे उस टेबल पे उड़ेल दिया....और एक फोटो फ्रेम उठा कर सबको दिखाता है)
???:–मुझे ये चाहिए.....कही भी किसी भी हालत में...जिंदा या मुर्दा......
???:–जो भी इसका सर लेकर आएगा उसे लाइफ टाइम सेटलमेंट.....उसके परिवार को जो चाहिए वो मिलेगा पैसा बंगला गाड़ी......सब कुछ...पर....उसके साथ एक और बात अगर तुम में से कोई भी उसे मार नही पाए तो....
(यह कहकर वो एक चोपर उठाता है और उन लोगो के बिच में से एक 65 साल के बूढ़े का गला काट देता है).....
???:–जो भी सेल्वम भाई के पास उसका कटा सर ले कर आएगा उसे इनाम मिलेगा और जो नही ले कर आएगा उसको अपने सर को कटवाना पड़ेगा नही तो एक और ऑफर है अपने ही परिवार वालो का सर काट के लाना होगा.....
???:–चलो निकलो यहां से....
*रितिक का ऑफिस*
*ट्रिंग* *ट्रिंग* *ट्रिंग*
रितिक:–हेलो.....
???:–पापा....में बोल रहा हु....
(ये सुन कर रितिक के आंखों से आंसू निकल ने लगे.....)
???:–पा...पापा....हेलो...हेलो....
रितिक:–बे...बेटा कहा है तू......कहा है......कब आएगा......
(रुआसी आवाज में)
???:– आप ही ने तो कहा था ना की में नकारा हु....आप को तो आप का छोटा बेटा ही पसंद है ना...मेरे होने या ना होने से आपको क्या ही फरक पड़ता हैं.....
रितिक:–बेटे मुझे माफ करदे.....वो में गुस्से में था....मुझसे एक बार मिल ले....अपनी मां से मिल..
???:–में आप सब लोगो से नफरत करता हु..... उस दिन मुझे अपनी बहन को देखने नही दिया था ना.....आ रहा हु उससे मिलने.....
(यह कहके उसने कॉल काट दिया)
![]()