तुम क्या जानो प्यार मोहब्बत इश्क़ निभाना क्या होता है
तुम क्या जानो रस्ता तकते उम्र बिताना क्या होता है
मस्जिद मंदिर गिरिजा-घर में अश्क बहाना क्या होता है
तुम क्या जानो रात तहज्जुद हाथ उठाना क्या होता है
ख़ुद को मिट्टी मिट्टी कर के आहें गिर्या ज़ारी शोर
तुम क्या जानो रूठने वाले यार मनाना क्या होता है
तुम क्या जानो ज़ख़्मी आँखें ख़्वाब बिखर जाने का दुख
तुम क्या जानो हिज्र के आँसू दर्द उठाना क्या होता है
जान से प्यारे दे कर तुम को जान मना लूँ बोलो भी
तुम क्या जानो जान से प्यारे जान से जाना क्या होता है