आज के परिपेक्ष मे लड़का अपनी माँ को चुदाई के लिए मनाने की कोशिश कर रहा है अपनी समस्या बता कर और अपने लंड के बारे में बता कर और मम्मी भी अपने बेटे को मना कर रही है लेकिन बस उपर से (सामाजिक बंधन)
लेकिन फिर वो भी हार कर अपनी इच्छा बताएगी की कैसे वो अपने बेटे के लंड को देखकर वो अपने पति समाज सब भूल जाती थी लेकिन फिर से मन को मज़बूत करके समाजिक जीवन में लौट आती थी
फिर बेटा उसको हिम्मत देगा और दोनो ऐक-दूसरे की हिम्मत बनकर चुदाई के सफर पर निकल चलेंगे
इसमें फोकस सेक्स पर नहीं बल्कि दोनों कैसे अपनी समस्याओं/ फिलीग्स को बता रहे हैं इसपर करना है
रिप्लाई मे बताए मेरा आईडिया कैसा है?