Kisi ko talab maar gayi humaari ... Koi hume paakar bhi khush na hua ...!!
Hell Strom 🦁 6,245 9,615 174 Nov 14, 2023 #331 Kisi ko talab maar gayi humaari ... Koi hume paakar bhi khush na hua ...!! Reactions: Riky007
Hell Strom 🦁 6,245 9,615 174 Nov 14, 2023 #332 उस शाम किसी पल मुझे आराम ना आया, जिस शाम मेरे लब पर तेरा नाम ना आया , हम ने उस शाम को कभी शाम ना कहा, जिस शाम तू याद सर-ऐ-आम ना आया...!!
उस शाम किसी पल मुझे आराम ना आया, जिस शाम मेरे लब पर तेरा नाम ना आया , हम ने उस शाम को कभी शाम ना कहा, जिस शाम तू याद सर-ऐ-आम ना आया...!!
Hell Strom 🦁 6,245 9,615 174 Nov 16, 2023 #333 शाम ढले ये सोच के बैठे हम उसकी तस्वीर के पास , सारी ग़ज़लें बैठी होंगी अपने अपने मीर के पास ...!!
Hell Strom 🦁 6,245 9,615 174 Nov 21, 2023 #334 कर रहा था ग़म-ए-जहाँ का हिसाब आज तुम याद बे-हिसाब आए...!!
Hell Strom 🦁 6,245 9,615 174 Nov 21, 2023 #335 तुम्हारी याद के जब ज़ख़्म भरने लगते हैं किसी बहाने तुम्हें याद करने लगते हैं..!!! Reactions: Riky007
Riky007 उड़ते पंछी का ठिकाना, मेरा न कोई जहां... 19,339 40,086 259 Nov 24, 2023 #336 इश्क मुकम्मल भी ठीक नहीं लगता, किसी का मलाल तो बनता है...
Riky007 उड़ते पंछी का ठिकाना, मेरा न कोई जहां... 19,339 40,086 259 Nov 24, 2023 #337 सोचा था नवंबर की धूप की तरह धीरे धीरे पसंद आने लगेंगे हम पर वो हमे फरवरी की धूप समझ धीरे धीरे हमसे नफरत करने लगे Reactions: Hell Strom
सोचा था नवंबर की धूप की तरह धीरे धीरे पसंद आने लगेंगे हम पर वो हमे फरवरी की धूप समझ धीरे धीरे हमसे नफरत करने लगे
Hell Strom 🦁 6,245 9,615 174 Nov 24, 2023 #338 Riky007 said: सोचा था नवंबर की धूप की तरह धीरे धीरे पसंद आने लगेंगे हम पर वो हमे फरवरी की धूप समझ धीरे धीरे हमसे नफरत करने लगे Click to expand... Waah riky bhai waah !.....
Riky007 said: सोचा था नवंबर की धूप की तरह धीरे धीरे पसंद आने लगेंगे हम पर वो हमे फरवरी की धूप समझ धीरे धीरे हमसे नफरत करने लगे Click to expand... Waah riky bhai waah !.....
Hell Strom 🦁 6,245 9,615 174 Nov 24, 2023 #339 Jis din woh shaqs teer chalane pe aayega, Har shaqs muskura kar nishaane pe aayega Awaaz de rhe hai use 10 hazar log Lekin woh sirf mere bulaane par aayega..!! Last edited: Nov 24, 2023 Reactions: Riky007
Jis din woh shaqs teer chalane pe aayega, Har shaqs muskura kar nishaane pe aayega Awaaz de rhe hai use 10 hazar log Lekin woh sirf mere bulaane par aayega..!!
Riky007 उड़ते पंछी का ठिकाना, मेरा न कोई जहां... 19,339 40,086 259 Nov 24, 2023 #340 कमी उसकी आज मुझे फिर खटक गई, जिंदगी आज फिर काश पर अटक गई। Reactions: Hell Strom