अध्याय 72...
क्या ही धमाके हुए हैं, इस अध्याय में! जिसे लेखक महोदय धागे मात्र का स्पष्टीकरण बता रहे थे, वो छोटा होकर भी बहुत बड़ा है। देखा जाए तो केवल यही मुख्य बात निकली है की सीक्रेट प्रहरी असल में पृथ्वी – वासी न होकर किसी और ग्रह के मूल – निवासी हैं, परंतु इस एक खुलासे ने ही कई और तार भी आपस में जोड़ दिए हैं। सर्वप्रथम, सीक्रेट प्रहरी अर्थात् अपेक्स सुपरनैचुरल, इनका जन्म होता तो प्रहरी परिवार में ही है, परंतु सभी शिशु इनकी तरह सुपरनैचुरल नहीं होते। अभी तक की कहानी के आधार पर नम्रता और भूमि ही ऐसी हैं जो इन एलियंस से अलग है, क्योंकि इन दोनों के अतिरिक्त बाकियों के भावों को पढ़ने में आर्यमणि सफल नहीं रहा था। देखते हैं इस सूची में कोई और नाम जुड़ेगा या यही दो हैं, कीचड़ में कमल!
आर्यमणि और रूही की वार्ता के अनुसार, प्रहरी और वरवॉल्फ्स के मध्य पुराने समय से ही द्वंद्व चला आ रहा था, इस बीच किसी और ग्रह के निवासी – अपेक्स सुपरनैचुरल, अपनी किसी मंशा को लेकर पृथ्वी पर आए, और खुद को प्रहरियों के मध्य शामिल कर लिया। जो असल प्रहरी थे, या तो उन सभी की हत्या कर दी गई होगी, या फिर इन एलियंस ने खुद को ऐसा घोला होगा उनके बीच, की जड़ें ही खोखली हो गईं होंगी असल प्रहरियों की। इसके पश्चात उनका लक्ष्य बने वरवॉल्फ्स और उनके पैक! जब ये एलियंस पृथ्वी पर आए तब इनके कुछ साथियों को वरवॉल्फ्स ने अपना शिकार बना लिया था, परंतु उस घटना को एक कुर्बानी की तरह इस्तेमाल किया इन सबने!
उन विशेष पत्थरों की सहायता से उन्होंने वरवॉल्फ्स की शक्तियों का अधिग्रहण कर लिया और शायद वहीं वो एलियंस अजय हो गए! सालों तक एक छत्र राज्य करने के बाद फहरीन और उसके पैक से सामना हुआ था इन एलियंस का। फहरीन का ज़िक्र पहले भी हो चुका है, वो एक ट्रू अल्फा हीलर थी, यही नहीं, वही पहली थी जिसने आर्यमणि के जड़ों के रेशों को काबू करने वाले कमाल को अंजाम दिया था। समझा जा सकता है की उसकी काबिलियत और शक्तियां किस प्रकार की रही होंगी और ऊपर से पूरा पैक साथ हो.. तो क्या ही कहने। परंतु, कुछ एलियंस को मारने के बाद भी वो बेचारी अपेक्स सुपरनैचुरल के हत्थे चढ़ गई और वहीं से एक ऐसी ज़िंदगी जी उसने, जिसकी कल्पना मात्र से ही हृदय कांप उठे!
फहरीन के साथ संवाद के जो दृश्य सरदार खान की यादों में थे, उनसे स्पष्ट है की सरदार खान की यादों से अपेक्स सुपरनैचुरल ने छेड़छाड़ की थी। परंतु, कुछ अंश को देखने को मिले, उनसे कुछ – कुछ तो समझ आ ही जाता है। प्रथम, सरदार खान की दहाड़ के कारण, फहरीन वहां फंसी हुई थी, दूसरा, वो सरदार के नियंत्रण से खुद को आज़ाद नहीं करवा पाती थी। ऐसा ही कुछ रूही ने भी बताया था ना!? जब सुकेश ने उसके साथ दुष्कर्म किया था तब सरदार खान ही रूही को नियंत्रित किया हुआ था। दूसरा संवाद था जब सरदार खान ने कहा की फहरीन माउंटेन ऐश के घेरे को पर कर गई थी। उसके पश्चात फहरीन ने कहा था की सरदार खान का हृदय काला है.. शायद यहां भी कुछ अंश, संवाद का सरदार खान की यादों से मिटाया गया होगा...
यहीं पर उस आचार्य का भी ज़िक्र आवश्यक है जिसका डेरा नालंदा विश्वविद्यालय से कुछ किलोमीटर दूर था। सरदार खान उस आचार्य के पास कुछ “सायों” को लेकर गया था ताकि वो “साए” माउंटेन ऐश की रेखा को पार करने के काबिल हो सकें। दूसरी यात्रा उसकी जब आचार्य के डेरे पर हुई तो वही साए, आचार्य के पीछे खड़े थे। स्पष्ट है की वो कुछ चुनिंदा अपेक्स सुपरनैचुरल थे जो 400 वर्ष पूर्व सरदार खान के ज़रिए आचार्य के डेरे पर पहुंचे, और सरदार के आग्रह पर आचार्य ने उन्हें माउंटेन ऐश के घेरे को लांघने की दीक्षा दी। गौरतलब है की ये घटना संभवतः फहरीन के अपहरण के बाद ही हुई थी, अर्थात् हो सकता है की उन आचार्य का पता फहरीन ने ही सरदार खान को दिया हो!
खैर, अब जब आर्यमणि इस प्रजाति के बारे में इतना सब समझ ही चुका है तो स्पष्ट है की इनसे युद्ध आसान बिल्कुल नहीं होने वाला। हम नज़रंदाज़ नहीं कर सकते इस बात को की सीक्रेट बॉडी की थर्ड लाइन ने आर्यमणि को नाकों चने चबवा ही दिए थे, भला हो सन्यासी शिवम् और निशांत का की उन दोनों ने थर्ड लाइन का ध्यान भटका दिया, अन्यथा... ऐसे में, जैसा मैंने पहले भी कहा था, या तो आर्यमणि ने अभी तक अपनी समूची शक्ति का प्रदर्शन करा ही नहीं है, या जैसा सात्विक आश्रम के आचार्य ने कहा था, वो अपनी समस्त शक्तियां से अभी भी अपरिचित है। संख्या काफी ज़्यादा है उन एलियंस की, लगभग 100 शिकारियों को एक बार में ही थर्ड से सेकंड लाइन में यदि वो भेज रहे थे, तो स्पष्ट है की संख्या तो काफी ज़्यादा है उनकी... देखते हैं आर्यमणि कैसे तैयारी करेगा इस युद्ध की, को भविष्य में होने वाला है...
अध्याय का अंत आते – आते एक और विशालकाय खुलासा भी हो गया, ओजल और इवान अपने आप में महाशक्तिशाली हों सकते हैं। उनके अंदर ऐसे गुण और शक्तियां होने की संभावना है जिनसे अपेक्स सुपरनैचुरल भी शायद कांप गए थे। स्पष्ट है की एक ट्रू अल्फा हीलर और एक एलियन (अपेक्स सुपरनैचुरल) की संतान आम हो ही नहीं सकती, और जिसे मारने को अपेक्स सुपरनैचुरल तत्पर हों, वो शक्तिशाली तो होंगे ही। खैर, अब देखना ये है की अपनी काबिलियत की जानकारी दोनों टीन वॉल्फ्स को कब मिलेगी, और उसके बाद वो दोनों क्या करेंगे! इस बीच चारों को पका हुआ मांस, हफ्ते – दस दिन में एक बार खाने की अनुमति दी है आर्यमणि ने, पर हां अपने ऊपर नियंत्रण रखने में अब भी बहुत कार्य करना होगा चारों को।
माउंटेन ऐश को लेकर भी तीनों, टीन वॉल्फ्स का प्रशिक्षण आरंभ हो चुका है, देखते हैं कहां तक सफलता हासिल होती है इन्हें। इधर आर्यमणि और रूही ने एक दुर्घटना – ग्रस्त व्यक्ति की सहायता भी कर दी है!
बहुत ही खूबसूरत अध्याय था भाई, हमेशा की ही तरह!