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Fantasy Aryamani:- A Pure Alfa Between Two World's

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भाग:–75





आखरी सीमा फार्मिंग की सीमा। इसके मध्य में एक बड़ा सा मिलिट्री बंकर था, जहां से हर सीमा की निगरानी से लेकर तरह–तरह के हथियार और बेहतरीन लड़ाका द्वारा पूरे क्षेत्र को नियंत्रण में रखा जाता था। फार्मिंग के इलाके में सैकडों कैदी वेयरवुल्फ थे। उनके खून से नशीले पौधों की सिंचाई की जाती थी। यहां हर वूल्फ को सिल्वर पट्टे डालकर जंजीर से बांधकर जमीन पर लिटा दिया जाता था। उनके नब्ज में 8-10 नीडल घुसकर, 8-10 खुले पाइप खेत के क्यारियों में छोड़ दिया जाता था। हर वूल्फ का ब्लड पाइप के जरिये मिट्टी तक पहुंचती। तीनों टीन वुल्फ फार्मिंग सर्कल के बॉर्डर पर खड़े होकर आवाज लगा रहे थे।


ओजल:- कमाल का वुल्फ साउंड था दोस्तो, वापस साउंड नहीं आया मतलब उन्हें वक़्त चाहिए, तबतक हाथ ना आओ, जबतक बॉस और रूही दीदी की आवाज ना सुनो।


अलबेली:- तो चलो बॉस और रूही वक़्त दिया जाये, जितना हम दे सकते है। आज जो कुछ भी ट्रेनिंग से सीखा है उसका प्रेक्टिकल देने क वक्त आ गया दोस्तों...


इवान:- सोचा था बाद में कभी कह दू, लेकिन मै कहे बिना रह नहीं पाऊंगा, क्या पता सब जब नॉर्मल हो तो मै हिम्मत जुटा पाऊं या नहीं, माझे आयुष्य अलबेली, आई लव यू…


दोनो लड़कियां इवान का मुंह देखने लगी, अलबेली हंसती… "ये कब हुआ, ना कोई सीन बना, ना कोई रोमांटिक-एक्शन मोमेंट क्रिएट हुआ, सीधा लव हो गया। ओजल तुझे कुछ समझ में आया।"..


ओजल:- लगता है एक्शन के एक्साइटमेंट में तुम्हे हग करके किस्स करना चाह रहा है। जल्दी इसे किस्स दे दे और काम पर लग जा, इस बारे में आराम से सोचेंगे।


अलबेली, इवान का कॉलर पकड़ कर अपने ऊपर खींचती.. "एक किस्स के लिए इतनी झिझक"… कहते हुए अलबेली ने इवान के कमर में हाथ डाला और होंठ से होंठ लगाकर चूमने लगी।


तभी वहां खास किस्म का तेज और लाउड म्यूज़िक प्ले होने लगा। वेयरवोल्फ हंटर द्वारा प्रयोग में लाया जाना वाला एक आधुनिक हथियार। इसके धुन को कुछ इस प्रकार बनाया गया था जिसे सुनकर हर वुल्फ अपना सर पकड़कर वहीं बैठने पर मजबूर हो जाये। म्यूजिक के शुरू होते ही ओजल के चेहरे पर खिंचाव सा गया। ओजल दोनो को एक हाथ मारते… "केवल किस्स ही कर रहे थे ना, हरामियों गुम किधर हो। हमे फसाने के लिए एक्शन शुरू हो गया है। आंह्हहह !! इनकी ये घटिया म्यूज़िक।"


इवान अपने बैग से इयर कैप निकला, खुद भी लगाया और दोनो को भी पहनने के लिये दिया। तीनों इयर कैप पहनकर वहीं नीचे जमीन पर सर पकड़ कर बैठ गये। थोड़ी ही देर में एक जीप भड़कर वहां शिकारी पहुंचे। शिकारियों ने उन्हें घेर लिया और सभी हंसते हुए जीप से नीचे उतरे… और आपस में बात करते.. "साला एक को पकड़ो और पुरा पैक हाथ लग जाता है। लेकिन ये पहला सर्किल कैसे पार किये।".... "पहले इनमे इलेक्ट्रिक शॉक प्रड्स (वो रॉड जिसके सिरे से इलेक्ट्रिक शॉक लगता है) घुसा दे, फिर कल इसपर मीटिंग करेंगे।


तीनों के हाथ जमीन पर और हाथ में थी, म्यान के अंदर कैद कटाना। अलबेली ने एक छोटा इशारा किया और तीनों ने पूरी ताकत से, नीचे बैठे-बैठे उन लोगों के टखने पर, काटाने के म्यान से ऐसा हमला किया कि उनका टखना चूर हो गया।


तीनों एक साथ बिल्कुल ऊंचे सुर में लगातार वूल्फ साउंड निकलते.… "वूऊऊऊऊऊऊऊ"… "वऊऊऊऊऊ"… "वूऊऊऊऊऊऊऊऊ"… यह ललकार वाली वुल्फ साउंड थी। तीनो अपने दुश्मनों को चुनौती दे रहे थे। शिकारी और वेयरवुल्फ के बॉस ने जब यह वूल्फ साउंड सुना, बंकर से शिकारी और वोल्फ की पूरी टुकड़ी को आवाज के पीछे भेज दिया। इसके साथ दोनो सीमा के सुरक्षा कर्मी को भी इनके लगा दिया गया।


तीनों के कंधे तिकोने शेप में जुड़े थे जो बीच से एक ट्राइंगल का निर्माण कर रहा था। कटाना अपने म्यान से बाहर आ चुका था और तीनों एक दूसरे को कवर करते धीरे-धीरे अन्दर, उनके फार्मिंग एरिया के ओर बढ़ रहे थे। कुछ दूर चले होंगे तभी रॉस्ले अपनी टीम के साथ पहुंच गया। जानी पहचानी गंध पाकर अलबेली वूल्फ साउंड में दहारी, ऐसा जैसे वहां के बीटा को कंट्रोल कर रही हो। रॉस्ले और उसके साथ आये 10 वुल्फ अपनी जगह रुक गए, जिसमें कोई अल्फा नहीं था।


ओजल:- रॉस्ले हमसे दूर रहो वरना कटाना खुल चुकी है और अब ये दोस्त या दुश्मन नहीं देखेगी। आज रात सब आजाद होंगे।


इधर उस जगह के बॉस का पूरा ध्यान अपने 3 दुश्मनों पर था, जिसने वुल्फ को पागल बनाने वाले म्यूज़िक से खुद को बचाकर अंदर की ओर बढ़ रहे थे। उसके मोशन सेंसर पर तीनों वूल्फ की लोकेशन आ रही थी जो तिकोना बनाकर एक दूसरे को कवर करते हुए चल रहे थे। उस बॉस का पूरा ध्यान सीमा पर था और फार्म के अंदर रूही एक-एक करके बड़ी तेजी के साथ कैदी वूल्फ को खोल रही थी। लगभग 20 वुल्फ को वो छुड़ा चुकी थी, तभी वहां चारो ओर बड़ी-बड़ी लाइट जलनी शुरू हो गई। माईक पर एक खतरनाक अनाउंस…


"तुम्हारा कोई भी पैक हो, उसे तुम ले जाओ, हमे यहां वॉयलेंस नहीं चाहिए। लेकिन यदि तुम तीनों ने लड़ाई नहीं रोकी तो मै यहां कैद सभी वुल्फ को मारने में देर नहीं करूंगा। हम अपने आदमी पीछे कर रहे है, तुम अपना ट्राइंगल छोड़कर अपने पैक को पहचान लो, और यहां से लेकर जाओ।"


ओजल:- क्या करे.. ?


इवान:- टाइम पास ही तो करना है, ध्यान से फ़ैल जाओ और हवा को मेहसूस करो। हम अपने अलग-अलग पैक चुनेंगे। 14, 16 और 14 का पैक। साले को शॉक्ड दे दो।


तीनों ने ट्राइंगल तोड़ा और ऐतिहात से आगे बढ़ने लगे। बंकर के अंदर बैठा बॉस जैसे ही तीनों को रौशनी में देखा… "ये तो टीन वुल्फ है, कसिके पैक के वोल्फ है।"


साथ काम करने वाला एक अल्फा वुल्फ… "तीनों अल्फा है बॉस।"


बॉस शॉक्ड होते… "लेकिन 3 अल्फा वुल्फ एक साथ कैसे आ गये।"


अल्फा वुल्फ:- शायद अलग-अलग आये हो। अंदर के किसी ने मदद की हो और तीनों को साथ मिलकर लड़ने के लिये भेजा हो।


बॉस:- लड़ाई करके क्यों नुकसान बढ़ना जब खुद फसने चले आ रहे है। वुल्फ पॉयजन का ट्रनकुलाइजर तैयार करो, और तीनों को बेहोश करो, जल्दी।


बॉस का हुक्म मिलते ही अल्फा वुल्फ का इशारा हुआ और लगभग 20 ट्रंकुलाइजर एक साथ अलबेली, इवान और ओशुन के ओर बढ़ने लगे। तीनों की आंखें तो खुली थी लेकिन मन तो हवा की तरह बह रहा था। सामने से आ रही ट्रक्यूलाइजर को तीनों स्लो मोशन में बढ़ते हुये देख रहे थे, जबतक वो बुलेट शरीर तक पहुंचती, कटाना को इतनी तेज गति से आगे ओर घुमाया सभी ट्रानकलाइजर बर्बाद होकर भूमि पर गिर गया।


तीनों उस माहौल को थर्राते हुए एक बार फिर ऊंची-लंबी वोल्फ साउंड निकालते… "तूने क्या हमे शिकार समझ रखा है जो झांसे में आयेंगे।.. इस दहाड़ पर तो केवल थर्राया होगा, कहीं हमारे बॉस ने अपनी दहार सुनाई, फिर तुम शिकारियों का पेशाब निकल जायेगा।".. इवान ने धमकाया


ओजल:- बस कर इवान कहीं डर से ना मर जाये..


उस फार्म का बॉस.… "अभी तक तो मैंने सोचा था कि तुम्हे केवल बेहोश करके गुलाम बनाऊंगा, लेकिन तुम्हारी किस्मत में मरना लिखा है। सिल्वर बुलेट लोड करो और पूरी एक मैगजीन खाली होने पर ये तीनों नहीं मरे तो फार्म से किसी भी 3 वूल्फ की लाश गिरा देना। पिलर में फिट किये बड़ी–बड़ी नली वाले 20 हैवी गन बंकर में लगा था। एक मैगजीन मतलब लगभग 1000 राउंड का बड़ा सा चटाई लोड हो रहा था।


इधर बातचीत का दौर शुरू होते ही रूही अपने काम पर और तेज़ी से लग गयी। तभी फार्म में मौजूद हर वूल्फ को भूमि की सतह पर कुछ होने का एहसास होने लगा। चारो ओर जो हरे पौधे और उसके ऊपर का फूल लगा था, मुरझा कर झुलस गया। आर्यमणि खेत की मिट्टी में पूरा पंजा घुसाकर वहां के पूरे पोषण के साथ उसके अंदर के टॉक्सिक को भी खींच चुका था। मिट्टी के साथ–साथ पौधों के जड़ों से भी आर्यमणि पूरा पोषण खींच चुका था। जिसका नतीजा यह हुआ कि कई किलोमीटर में फैले इस फार्म की पूरी फसल झुलस गयी।


कहानी यहां 2 हिस्सों में चल रही थी। एक ओर तीनों टीन वूल्फ, अलबेली, ओजल और इवान जंगल के शिकारी और वूल्फ को सामने से चुनौती दे रहे थे, वहीं रूही यहां कैद वूल्फ को करंट दौड़ रही चांदी कि जंजीर से आज़ाद करने में लगी हुई थी। यहां का बॉस तो बंकर में था और उसकी नजरें स्क्रीन पर तीनों टीन वूल्फ को ही मॉनिटर कर रही थी, इसलिए उसने सीधा अलबेली, ओजल और इवान पर हमला करवा दिया।


और इधर इवान, ओजल और अलबेली भी पूरा तैयार थे। तीनो ही पूर्ण रूप से जैसे वातावरण में समा गये थे। वहां के कण–कण को मेहसूस कर रहे हो जैसे। हवा के परिवर्तन को मेहसूस करते तीनो बिलकुल हवा की भांति लहराते, जब अपने कटना को चलाने लगे.… फिर तो बॉस के स्क्रीन पर न तो ठीक से तीनो टीन वुल्फ नजर आ रहे थे और काटना को तो नंगी आंखों से देखा ही नहीं जा सकता था, बस ऊसके लहर को मेहसूस किया जा सकता था।

"बॉस जल्दी काम ख़त्म करो। हमे यदि सिल्वर बुलेट छु भी लेती है तो हम इमर्जेंसी साउंड भेजेंगे। अभी हमें नहीं मरना।".. इवान ने आर्यमणि के गुप्त संदेश भेजा


तीनों टीन वूल्फ पर सिल्वर बुलेट की फायरिंग हो रही थी। रूही की चिंता सातवे आसमान पर पहुंच गयी। टीन वूल्फ अभी थे तो बच्चे ही। रूही जल्दी-जल्दी अपना काम समेट रही थी। तभी हवा का झोंका सा आर्यमणि, रूही के पास से गुजरा, जो कहता गया.… "तुम जल्दी से सभी कैदी को छुड़ाकर किनारे करो। बंकर की बुलेट फायरिंग मै रोकता हूं।"


रूही थोड़ा और समय ली। बचे हुये वुल्फ की बेड़ियां खुल चुकी थी और इधर सिल्वर बुलेट तो चल रही थी, लेकिन तीनों लहराते हुये क्या ही कटाना चला रहे थे। बुलेट तो जैसे कटना के आगे सरेंडर कर चुकी थी। जैसा कि शिकारियों के बॉस ने पहले कहा था... "सिल्वर बुलेट फायर करो, यदि पूरी मैगज़ीन खाली होने के बाद भी टीन वूल्फ नहीं मरे तो फार्म में कैद किसी भी 3 वूल्फ को मार देने।"… बंकर से इनकी सिल्वर बुलेट टीन वूल्फ पर फायरिंग हो रही थी। सभी सिल्वर बुलेट कटाना की धार को मज़ा चखने के बाद दम तोड़कर टीन वूल्फ के कदमों में बिछ जाते।


पूरे मगजिंन खत्म भी नहीं हुआ था कि एक तेज दहाड़ उस जंगल में गूंजी… किसी शक्तिशाली और आक्रमक वेयरवुल्फ की दिल दहला देने वाली, हमला करने की तेज दहाड़। बंकर में बैठा शिकारियों के बॉस के पास वाला अल्फा वुल्फ बिल्कुल शांत होकर अपना सर पकड़ लिया। इधर चोट खाये और कैद में फंसे वूल्फ जो खुद को जल्दी हील कर सकते थे, आर्यमणि की एक आवाज पर बंकर के अंदर दौड़ लगा चुके थे। लेकिन बंकर माउंटेन एश से घिरी हुई थी। बौखलाये कयी वेयरवुल्फ माउंटेन एश की खींची लाइन के बाहर खड़े होकर अपने गुस्से की दहाड़ से शिकारियों के बॉस को जाता रहे थे कि आज उनका दिन है।


आर्यमणि भी उन चोट खाये वेयरवुल्फ की मनोदशा को भांपकर माउंटेन एश की रेखा को मिटा दिया। रेखा मिटते ही सभी गुस्साए वूल्फ बंकर में घुसे। आर्यमणि सबसे आगे रहकर सीधा शिकारियों के बॉस को पकड़ा और उसके शर्ट के कॉलर को दीवार के खूंटी से टांग दिया। तकरीबन 40 शिकारी और 20 वुल्फ वहां बंकर में थे और आर्यमणि के साथ उनके विरुद्ध लड़ने के लिए कुल 20 गुस्साए वेयरवुल्फ ही पहुंचे थे, बांकी के कैदी वूल्फ लड़ने क्या उठने की हालत में भी नहीं थे।


आर्यमणि का ध्यान उस ओर तब गया जब एक कैदी वुल्फ की दर्द भरी चींख आर्यमणि के कानो तक पहुंची। आर्यमणि अपनी दोनों मजबूत भुजाएं फैलाकर पूरे रफ्तार से दौड़ा। अपनी चौड़ी भुजाओं के बीच 5-6 शिकारियों को एक साथ समेटकर, दौड़ते हुए दीवार से बिल्कुल चिपका दिया और कतार में सबसे आगे खड़े शिकारी के सीने पर एक जोरदार लात दे मारा। ऐसा लग रहा था आर्यमणि जानने कि कोशिश कर रहा कि क्या होगा जब.… 6 मजबूत लोगों कि कतार को एक साथ दीवार से पहले टकरा दिया जाये और फिर उसके ऊपर 1 लात जमाकर चेक किया जाये कि ये मजबूत इंसान कितना चपटा हो सकते है।


आर्यमणि अपने थेओरी पर एक्सपेरिमेंट कर चुका था। परिणाम भी काफी रोचक आये। आर्यमणि की लात कतार में आगे खड़े 3 शिकारी के पेट फाड़कर अंदर घुस गया था। और बचे 3 शिकारी के शरीर के सारे अस्तिपनजर के ऐसे चिथरे हुये की मौके पर ही दम तोड़ दिये। अंत में नतीजा यही आया, मानव शरीर भी उसके दिमाग की तरह बड़ा ही ईगो वाला होता है। मरना या टूटना मंजूर है लेकिन चपटा होना वसूलों के खिलाफ है। तत्काल दूसरी थेओरी भी आर्यमणि के दिमाग में आ गयी, क्या हो जब एक तेज गति से उड़ता नारियल दूसरे नारियल से टकरा जाये? क्या दोनों नारियल को मात्र दर्द होगा या फूट जायेगा? और फूटेगा भी तो फूटने का ब्लास्ट इमापैक्ट कैसा होगा? क्या बस छोटा लाइन मात्र फटकर पानी निकलेगा या चिथरे हो चुके होंगे?


थेओरी दिमाग में थी। एक्सपेरिमेंट में लिए थोड़ा झुक कर एक वूल्फ का पाऊं पकड़ कर खींच दिया। बेचारे का चेहरा धम्मम से फ्लोर पर टकराया। सर नीचे जमीन पर था और आर्यमणि उसका एक पाऊं पकड़कर हवा में किसी मुर्गे की तरह उठाये हुआ था। हां लेकिन इस मुर्गे को छीलकर बिरयानी तो बनानी नहीं थी। नारियल कॉलिजन पर एक्सपेरिमेंट करना था। इसलिए आर्यमणि ने तेज़ी से हाथ घुमाया। वूल्फ का सर ऊपर हवा में और अगले ही पल धैर पैट दूसरे वूल्फ के सर पर पटक दिया...


चीटिंग कर दिया आर्यमणि ने। थेओरी में तो केवल टकराना चेक करना था, लेकिन अमाउंट ऑफ फोर्स को उसने फिक्स ही नहीं किया। अपनी पूरी क्षमता से बूम… टकरा दिया, एक के ऊपर दूसरे का सर। वो टक्कर ऐसी थी मानो विस्फोट हुआ हो। विस्फोट की आवाज सुनकर दुश्मन और दोस्त सभी आवाज के ओर देखने लगे। हर किसी के मुंह पर सर के चिथरों के छीटें आकर पड़े। खैर इस थेओरी का एक्सपेरिमेंट विफल रहा, लेकिन परिणाम देखकर दुश्मन खेमे में ऐसी खामोशी छाई कि वो लोग दोनों हाथ जोड़कर कहने लगे.… "भाई-भाई नो मोर ह्यूमैन ट्रॉयल"


आर्यमणि ने ओके करके अपने दोनो हाथ खड़े कर दिये और बाकी कैद किये गये गुस्साये वूल्फ को नैतिकता का पाठ पढ़ाते हुए कहने लगा.…. "तुम लोगो के जो भी शिकार है, आज छोड़ना मत। बस केवल याद रहे मै जबतक खड़ा हूं कोई अपने दांत लगाकर खून नहीं पियेगा और मांस नहीं नोचेगा।"..


नीचे रूही अब भी कई कैद वुल्फ को छुड़ाने में लगी थी। वहीं कुछ और वुल्फ रूही की मदद कर रहे थे। तीनो टीन वुल्फ तो आज जैसे कहर का पर्यावाची शब्द बन गये थे। शिकारियों और वुल्फ की टीम इनके आस पास में ही थे। बुलेट फायरिंग रुकते ही तीनो सैकड़ों दुश्मन के बीच घिरे थे। रूही दूर से जब यह नजारा देखी, पूरे तेजी से भागना शुरू की। और जितनी तेज वो दौड़ना शुरू की थी, धीरे–धीरे गति अपने आप ही कम होने लगी।


रूही जब दौड़ना शुरू की तब भी भीड़ लगा ही हुआ था। बस बीच से हवा में कटे हुये हाथ, पाऊं और सर ही नजर आ रहे थे। चारा काटने की मशीन में जैसे चारा को कुतरा–कुतरा कर के काट देते हैं ठीक उसी प्रकार तीनो की कटाना लहरा रही थी। और लहराने की गति का तो कोई आकलन ही नहीं था। जब तक रूही वहां पहुंची तब तक तीनो ने मिलकर लाशें बिछा दी थी। बस एक टीम थोड़ी दूर बैठकर यह पूरा तमाशा देख रही थी। रूही के हाथ कुछ न लगा तो वो लास्की और उसके साथ खड़े 4 वुल्फ पर ही कहर बनकर बरसने वाली थी।


अलबेली उसे बीच मे ही रोकती... "रूको, ये अपने साथ में है।"


रूही:– हुंह… ये भी उनके साथ है और मेरा शिकार है...


ओजल:– क्ला और फेंग से मरोगी तो बॉस को क्या जवाब दोगी...


रूही:– बॉस बंकर में एक्शन कर रहा तुम तीनो ने यहां सबका सफाया कर दिया। मेरे लिये कुछ तो छोड़ा होता।समाज सेवा के काम पर लगा दिये। अब क्या मैं इन बचे लोगों का भी शिकार न करूं?


अलबेली, चिल्लाती हुई... "बस करो.. हमने कहा न वो अपने साथ है।"


रूही:– ये हरामी डॉक्टर और उसकी बीवी तो न है साथ में... और ये एक नया आदमी भी दिख रहा... क्या मैं इन्हे मार दूं...


इवान:– बस दीदी क्यों इतना पैनिक हो रही... ये डॉक्टर और उसकी बीवी तो मुख्य साजिशकर्ता है इन्हे आराम से मारेंगे... और वो आदमी बॉब भला मानस है। अभी सब बंकर चलते है, क्या पता वहां आपके लिये कोई शिकार बचा हो?


इधर बंकर में सामने डरे हुए शिकारी और कुछ घबराये से वुल्फ। ऊपर दीवार से टंगा शिकारियों का बॉस। फिर तो वहां उस बंकर में रक्त ही रक्त था। गुस्साये कैदी वूल्फ ने पूरा रक्त चरित्र दिखाते हुये हर एक शिकारी और उसका साथ देने वाले वूल्फ को अपने क्लॉ से फाड़कर रक्त स्नान कर रहे थे।…


"वो डॉक्टर और उसकी बीवी कहां है।"… आर्यमणि गुस्से से पूछने लगा।


"यहां है दोनो, चुपके से भाग रहे थे।"… पीछे से बॉब, लोस्की और लोस्की के सभी साथी, डॉक्टर माइक और उसकी पत्नी लिली को पकड़ कर ला रहे थे। हा लेकिन एक आवाज ने आर्यमणि का ध्यान पूरा खींचा, वो चौंकरकर आवाज़ के ओर मुड़ा.. आश्चर्य से आर्यमणि की आखें फ़ैल गई… "बॉब तुम यहां।"


बॉब:- हां मुझे भी उतनी ही हैरानी हुई थी, उस रात जब तुमने इस मदरचोद को बचाया था।


आर्यमणि:- तो तुमने इसे जहर दिया था..


बॉब:- हां और तुम समझ सकते हो क्यों जहर दिया होगा। पैसे के लिये जब ये अपने जान बचाने वाले को बेच सकता है, तब कितना गिरा होगा ये हरामि। तुम्हे देखकर सोच नहीं सकते मै कितना खुश हूं। मै आया था तुमसे मिलने। लेकिन उससे पहले ही डॉक्टर तुमसे मिलने पहुंच गया और पता नहीं कैसे तुम्हे झांसे में ले लिया।


आर्यमणि:- इस धूर्त की सच्चाई का पता तो हम दोनो को इसके इमोशन से ही हो गया था... तुम रूही को तो जानते हो ना...


बॉब:- हां तुम्हारे पूरे पैक को देखा हूं। कमाल की क्षमता है और तुमने उन्हें ये एहसास करवाया है कि वो भी एक इंसान है, जिन्हे खास बनाया गया है...


आर्यमणि:- सब तुम्हारे ज्ञान का नतीजा है बॉब, वरना मै भी भटका हुआ था। रूही और मुझे पहली मुलाकात से ही भनक थी, ये धूर्त है। हम तो इसकी मनसा समझने की कोशिश कर रहे थे। हम दोनों तो बस यही सोचकर आये थे कि देखे यहां क्या होता है और ये किस तरह का संगठन है, जहां शिकारियों के साथ वूल्फ भी काम कर रहे।


बॉब:- इसलिए तो मै भी पीछे-पीछे चला आया। लगा कहीं हेल्प की जरूरत ना पड़े।


आर्यमणि:- बॉब तुम पीछा कर रह थे और तुम्हारी गंध मुझ तक नहीं आयी?


बॉब:- मैंने ही सिखाया था और मै ही गंध कवर ना कर सकूं। वैसे मै तुम्हे निराश नहीं करना चाहता, लेकिन शायद कुछ देखकर तुम्हे अच्छा नहीं लगेगा। उस कमजरब (शिकारियों के बॉस) की आंख और हाथ निकाल कर लाओ अभी दिखता हूं।


आर्यमणि बिना कोई देर किये उसका हाथ और आंख निकाल लाया। बॉब ने आंख और हाथ से फ्लोर पर बायोमेट्रिक कमांड दिया और नीचे खुफिया सेक्शन का दरवाजा खुल गया। बाकी सबको ऊपर रहने के लिये बोलकर आर्यमणि नीचे उतर गया।


नीचे की पूरी जगह खाली नजर आ रही थी। वहां केवल एक मेडिकल बेड लगा हुआ था जो हैरानी और आश्चर्य का केंद्र बना हुआ था। उस बेड पर कोई लड़की लेटी हुई थी। उसके दोनो हाथ नीचे झूल रहे थे। जहां बेड लगा था वहां नीचे फर्निस फ्लोर नही था, बल्कि मिट्टी की जमीन थी। लड़की के दोनों हाथ पर जड़ें के रेशे जैसे पूरा लिपटा था जो जमीन से निकलकर उसके हाथ की नब्जों पर फैला हुआ था। उसके चेहरे के ऊपर कोई कैप चढ़ा था क्यूंकि चेहरे के ऊपर रखा कपड़ा किसी के सर की आम ऊंचाई से काफी ऊंचा था।


आर्यमणि:- ऐसे किसे लिटा कर रखा है।


बॉब:- खुद को संभालना…


बॉब ने जैसे ही उस कवर के ऊपर का कपड़ा हटाया, अंदर बिल्कुल जमा हुआ चेहरा को देखकर आर्यमणि लड़खड़ा गया। जैसे ही आर्यमणि को उसके पैक ने दर्द में पाया चारो एक साथ वूल्फ साउंड निकालते दौड़े। वो लोग जैसे ही सीढ़ियों पर पहुंचे आर्यमणि अपना हाथ उनकी ओर करते उन्हें रोका… "मै ठीक हूं तुम लोग ऊपर के लोगों की मदद करो।"..
क्या मस्त लड़ाई की बच्चो ने, अपश्यू की हवा में मूवमेंट की ट्रेनिंग ने बहुत सही काम किया और बच्चे अपना झंडा गाड़ आए। दूसरी तरफ रूही ने कैदी वोल्फ्स को बचा लिया और आर्य ने सारी फसल कहां कर दी मतलब चारो तरफ से वार।

ये बॉब कौन है और आर्य और उसकी पहचान कैसे हुई। क्या ये जर्मनी में मिला था आर्य को? इस डॉक्टर और उसकी बीवी दोनो का हाल तो ऐसा होना चाहिए की ना मौत मिले ना जिंदगी। बॉब ने एक और सरप्राइस दिया उस अंडरग्राउंड एरिया में एक और कैदी को दिखा कर, और वो कोई ओर नही ओशुन है। ओशुन आ गई मतलब अब सीन 7 भी आने वाला है और जर्मनी का फ्लैशबैक भी साथ लोचे की टूटी टांग भी जो ठीक नही हो सकती। जानदार अपडेट नैनू भाई।
 

Anubhavp14

न कंचित् शाश्वतम्
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Goosebumps aagye the last last tak to
"सकड़ों वर्षों बाद अमेजन के जंगलों फेहरीन के झुंड से प्रहरी का सामना हो गया था। संभवतः वह सीक्रेट प्रहरी का झुंड था और पहली बार किसी ट्रू अल्फा से भिड़ रहे थे। फेहरीन नागपुर लायी गयी, तब सरदार खान ने पहली मुलाकात में ही कहा था, "एक को मारने में अपने पूरे पैक को दाव पर लगा दी।"… लेकिन फेहरीन ने जो जवाब दिया वह सरदार खान के मस्तिष्क से गायब था। सीधे दूसरे सवाल परपहुंच गया.… "कैसे बचकर निकल गयी थी तू उस घेरे (माउंटेन ऐश) से।"… और तुम्हारी मां ने कहा था… "तुम्हारी आत्मा तक काली है सरदार।"…

"फेहरीन की एक और बात रह-रह कर याद आती है जब वो सरदार से कह रही थी… "तुम सिर्फ अपने दहाड़ के कारण मुझसे बेहतर हो, और मैंने हमेशा अपने जंगल को बचाया है इसलिए किसी को मरता नहीं देख सकती, और ना ही तुम्हारे नियंत्रण को मै अपने ऊपर से हटा पाती हूं, यही मेरी विवस्ता है।"
Jab jab Fehreen ka naam aata hai ya story sunta hu goosebumps aa jate hai kya kuch nhi saha usne ek true alpha healer hone bawajood jab ki usne bhi sab kiya jo aarya kr raha hai fehreen se seekha hai usne prakrati ka sahara lekar ladna aur jado wali capability fir bhi sayad aapne ek bhot strong character ko halaton ka maara bana diya nainu bhaiya jese jese fehreen ke baare me pata chal rha hai lag raha hai ki uske saath nyaay nhi hua bura lag raha hai aur fir utna hi gussa sukesh logo pr aata hai sardar khan ki yaadein bhot kuch sajha kar gyi hai lekin uski bhi yaadon ke saath ched chaadh ke karan bhot si cize nhi pata chali ..... jese ki wo wala case jisme sardar khan ek aacharya ke pass jaata hai kuch logo ko lekr ab ye prahari samudaye me ghusne se pehla ka hai ya bad ka kyu ki agar unke liye bhi mountain ash ek barrier hai to fir wo prahari logo ke ghar me ghus hi nhi sakte the aur fir wo question sardar khan fehreen se ki tum kese mountain ash se bahar aa gyi to iska answer gayab hona samjh nhi aaya kyu ki wo ek true alpha healer thi to uske liye to ye barrier hoga nhi ya fir usne pata diya wo nalanda wale aacharya ka aur uski dahaad me jo power thi wohi aarya ki dadhaad me hai hai na ?
lekin wo aarya ne jo sardaar khan ko kaha tha ki wo bhi wohi hai jo sardar khan hai to iska kya tatparya tha ?


आर्यमणि:– क्योंकि वह नही चाहते थे कि वेयरवोल्फ के साथ उनका कोई हाइब्रिड बच्चा हो। लेकिन सुकेश भारद्वाज से यह गलती हो चुकी थी। अब किस परिस्थिति में यह गलती हुई, ये तो सुकेश, मीनाक्षी, उज्जवल या अक्षरा ही बता सकते है, लेकिन उन्हें भी अंदाजा न होगा की जिस स्त्री को इतने सारे लोग नोच रहे, उनमें से फेहरीन के कोख में सुकेश का ही बच्चा ठहर जायेगा। बच्चा जब पैदा हुआ होगा तब उन एलियन को भी जानकारी हुई होगी। या फिर सरदार खान समझ गया होगा और उसी ने एलियन को बताया हो.. कुछ पक्का नही कह सकते। लेकिन सुकेश को खबर मिल चुकी थी। एक तो वेयरवोल्फ पुराना दुश्मन। उसमे भी एक ट्रू अल्फा का बच्चा उन एलियन के अनुवांशिक गुण वाला। ये हाइब्रिड उनके लिये सर दर्द देने वाला था।
Evan aur Ojal ka ye kese miss kr diya tha yaar mene sochna chahiye soch sakta tha aur isko socha jaaye to evan aur ojal ke pass to ab ek true alpha healer ke saath saath apex supernatural ki shakti hai to ab inhe bus apne shaktiyon ko pehchaan na hai to kya ye aarya se jyada capabilities wale honge ? aur agar esa socha jaye to fir question to bhot saare banta hai na bhaiya...... sidhi baat ki ese kese kabhi apex supernatural janam le raha to kabhi insaan aliens ka intercourse ho raha hai to alien hi honge nhi to inke gola pr to insaan aur supernaturals dono hote honge ya fir intercourse alien aur human ka ho raha hai tab sambhavna ho sakti hai to kya minakshi apex nhi hai aur nhi hai to fir ye secret prahari group me kese aayi aur hai to fir bhoomi didi kiski santaan hai sukesh aur kisi aur mahila ki ya fir minakshi aur kisi aur aadmi ki aur to ese Veidhyann Bhardhwajh ke banaye pure samuh pr hi ungli uth ti hai ese kese aliens ne prahari smuh me jagah banate gaye jab ki wo to saksham the ladne me supernatural se aur fir sukesh ka surname bhardwajh kese pada aur minakshi agar alien hai to uske maayke wale aur fir Tejas aur Vaidehi ke bachche aur Jaydev aur Bhoomi didi ka hone wala bachcha uska kya kyu ki wo bhi to apex supernatural ho sakta hai ... aur hua to wo usko apne community me add krne ki sochenge wese to aarya ne usko pehle hi apna uttaradhikari ghosit kar diya hai kahi ye aapne twilight wala scene to nhi laaye ki aarya ek werewolf hai to usne us bachche par apni chaap chodh di... type Jacob Bella ki bachchi ke saath karta hai uspr apni chaap chodh kr type....... wese ye update bhot hi romanchit tha kasam se ..... story ko ek alag hi naya mod de diya hai
wese to post kar diya tha update lekin ek ciz miss kar diya tha ki wo banda jiska accident ho gaya tha usko bachana kya ye aarya life cycle me dhakal nhi de raha ? ya fir esa maan le ki uparwale ne aarya ko us jagah pohchaya ? kyu ki ise jeevan chakr se ched chaad karna kahenge bhali aap healer ho lekin jeevan aur mirtyu wo to uparwale ke haath me hai aur aap hi kehte ho mirtyu ek maatr satya hai....
Because every decision for something is a decision against something else.



Brilliant aur Outstanding update

Dada ki tarha bolunga me to ki jagmag jagmag wala update tha
kyu ki raat me padha aur mere dimaag ki pure bulb jagmag jagmag ho gaye
 
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Kala Nag

Mr. X
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भाग:–75





आखरी सीमा फार्मिंग की सीमा। इसके मध्य में एक बड़ा सा मिलिट्री बंकर था, जहां से हर सीमा की निगरानी से लेकर तरह–तरह के हथियार और बेहतरीन लड़ाका द्वारा पूरे क्षेत्र को नियंत्रण में रखा जाता था। फार्मिंग के इलाके में सैकडों कैदी वेयरवुल्फ थे। उनके खून से नशीले पौधों की सिंचाई की जाती थी। यहां हर वूल्फ को सिल्वर पट्टे डालकर जंजीर से बांधकर जमीन पर लिटा दिया जाता था। उनके नब्ज में 8-10 नीडल घुसकर, 8-10 खुले पाइप खेत के क्यारियों में छोड़ दिया जाता था। हर वूल्फ का ब्लड पाइप के जरिये मिट्टी तक पहुंचती। तीनों टीन वुल्फ फार्मिंग सर्कल के बॉर्डर पर खड़े होकर आवाज लगा रहे थे।


ओजल:- कमाल का वुल्फ साउंड था दोस्तो, वापस साउंड नहीं आया मतलब उन्हें वक़्त चाहिए, तबतक हाथ ना आओ, जबतक बॉस और रूही दीदी की आवाज ना सुनो।


अलबेली:- तो चलो बॉस और रूही वक़्त दिया जाये, जितना हम दे सकते है। आज जो कुछ भी ट्रेनिंग से सीखा है उसका प्रेक्टिकल देने क वक्त आ गया दोस्तों...


इवान:- सोचा था बाद में कभी कह दू, लेकिन मै कहे बिना रह नहीं पाऊंगा, क्या पता सब जब नॉर्मल हो तो मै हिम्मत जुटा पाऊं या नहीं, माझे आयुष्य अलबेली, आई लव यू…


दोनो लड़कियां इवान का मुंह देखने लगी, अलबेली हंसती… "ये कब हुआ, ना कोई सीन बना, ना कोई रोमांटिक-एक्शन मोमेंट क्रिएट हुआ, सीधा लव हो गया। ओजल तुझे कुछ समझ में आया।"..


ओजल:- लगता है एक्शन के एक्साइटमेंट में तुम्हे हग करके किस्स करना चाह रहा है। जल्दी इसे किस्स दे दे और काम पर लग जा, इस बारे में आराम से सोचेंगे।


अलबेली, इवान का कॉलर पकड़ कर अपने ऊपर खींचती.. "एक किस्स के लिए इतनी झिझक"… कहते हुए अलबेली ने इवान के कमर में हाथ डाला और होंठ से होंठ लगाकर चूमने लगी।


तभी वहां खास किस्म का तेज और लाउड म्यूज़िक प्ले होने लगा। वेयरवोल्फ हंटर द्वारा प्रयोग में लाया जाना वाला एक आधुनिक हथियार। इसके धुन को कुछ इस प्रकार बनाया गया था जिसे सुनकर हर वुल्फ अपना सर पकड़कर वहीं बैठने पर मजबूर हो जाये। म्यूजिक के शुरू होते ही ओजल के चेहरे पर खिंचाव सा गया। ओजल दोनो को एक हाथ मारते… "केवल किस्स ही कर रहे थे ना, हरामियों गुम किधर हो। हमे फसाने के लिए एक्शन शुरू हो गया है। आंह्हहह !! इनकी ये घटिया म्यूज़िक।"


इवान अपने बैग से इयर कैप निकला, खुद भी लगाया और दोनो को भी पहनने के लिये दिया। तीनों इयर कैप पहनकर वहीं नीचे जमीन पर सर पकड़ कर बैठ गये। थोड़ी ही देर में एक जीप भड़कर वहां शिकारी पहुंचे। शिकारियों ने उन्हें घेर लिया और सभी हंसते हुए जीप से नीचे उतरे… और आपस में बात करते.. "साला एक को पकड़ो और पुरा पैक हाथ लग जाता है। लेकिन ये पहला सर्किल कैसे पार किये।".... "पहले इनमे इलेक्ट्रिक शॉक प्रड्स (वो रॉड जिसके सिरे से इलेक्ट्रिक शॉक लगता है) घुसा दे, फिर कल इसपर मीटिंग करेंगे।


तीनों के हाथ जमीन पर और हाथ में थी, म्यान के अंदर कैद कटाना। अलबेली ने एक छोटा इशारा किया और तीनों ने पूरी ताकत से, नीचे बैठे-बैठे उन लोगों के टखने पर, काटाने के म्यान से ऐसा हमला किया कि उनका टखना चूर हो गया।


तीनों एक साथ बिल्कुल ऊंचे सुर में लगातार वूल्फ साउंड निकलते.… "वूऊऊऊऊऊऊऊ"… "वऊऊऊऊऊ"… "वूऊऊऊऊऊऊऊऊ"… यह ललकार वाली वुल्फ साउंड थी। तीनो अपने दुश्मनों को चुनौती दे रहे थे। शिकारी और वेयरवुल्फ के बॉस ने जब यह वूल्फ साउंड सुना, बंकर से शिकारी और वोल्फ की पूरी टुकड़ी को आवाज के पीछे भेज दिया। इसके साथ दोनो सीमा के सुरक्षा कर्मी को भी इनके लगा दिया गया।


तीनों के कंधे तिकोने शेप में जुड़े थे जो बीच से एक ट्राइंगल का निर्माण कर रहा था। कटाना अपने म्यान से बाहर आ चुका था और तीनों एक दूसरे को कवर करते धीरे-धीरे अन्दर, उनके फार्मिंग एरिया के ओर बढ़ रहे थे। कुछ दूर चले होंगे तभी रॉस्ले अपनी टीम के साथ पहुंच गया। जानी पहचानी गंध पाकर अलबेली वूल्फ साउंड में दहारी, ऐसा जैसे वहां के बीटा को कंट्रोल कर रही हो। रॉस्ले और उसके साथ आये 10 वुल्फ अपनी जगह रुक गए, जिसमें कोई अल्फा नहीं था।


ओजल:- रॉस्ले हमसे दूर रहो वरना कटाना खुल चुकी है और अब ये दोस्त या दुश्मन नहीं देखेगी। आज रात सब आजाद होंगे।


इधर उस जगह के बॉस का पूरा ध्यान अपने 3 दुश्मनों पर था, जिसने वुल्फ को पागल बनाने वाले म्यूज़िक से खुद को बचाकर अंदर की ओर बढ़ रहे थे। उसके मोशन सेंसर पर तीनों वूल्फ की लोकेशन आ रही थी जो तिकोना बनाकर एक दूसरे को कवर करते हुए चल रहे थे। उस बॉस का पूरा ध्यान सीमा पर था और फार्म के अंदर रूही एक-एक करके बड़ी तेजी के साथ कैदी वूल्फ को खोल रही थी। लगभग 20 वुल्फ को वो छुड़ा चुकी थी, तभी वहां चारो ओर बड़ी-बड़ी लाइट जलनी शुरू हो गई। माईक पर एक खतरनाक अनाउंस…


"तुम्हारा कोई भी पैक हो, उसे तुम ले जाओ, हमे यहां वॉयलेंस नहीं चाहिए। लेकिन यदि तुम तीनों ने लड़ाई नहीं रोकी तो मै यहां कैद सभी वुल्फ को मारने में देर नहीं करूंगा। हम अपने आदमी पीछे कर रहे है, तुम अपना ट्राइंगल छोड़कर अपने पैक को पहचान लो, और यहां से लेकर जाओ।"


ओजल:- क्या करे.. ?


इवान:- टाइम पास ही तो करना है, ध्यान से फ़ैल जाओ और हवा को मेहसूस करो। हम अपने अलग-अलग पैक चुनेंगे। 14, 16 और 14 का पैक। साले को शॉक्ड दे दो।


तीनों ने ट्राइंगल तोड़ा और ऐतिहात से आगे बढ़ने लगे। बंकर के अंदर बैठा बॉस जैसे ही तीनों को रौशनी में देखा… "ये तो टीन वुल्फ है, कसिके पैक के वोल्फ है।"


साथ काम करने वाला एक अल्फा वुल्फ… "तीनों अल्फा है बॉस।"


बॉस शॉक्ड होते… "लेकिन 3 अल्फा वुल्फ एक साथ कैसे आ गये।"


अल्फा वुल्फ:- शायद अलग-अलग आये हो। अंदर के किसी ने मदद की हो और तीनों को साथ मिलकर लड़ने के लिये भेजा हो।


बॉस:- लड़ाई करके क्यों नुकसान बढ़ना जब खुद फसने चले आ रहे है। वुल्फ पॉयजन का ट्रनकुलाइजर तैयार करो, और तीनों को बेहोश करो, जल्दी।


बॉस का हुक्म मिलते ही अल्फा वुल्फ का इशारा हुआ और लगभग 20 ट्रंकुलाइजर एक साथ अलबेली, इवान और ओशुन के ओर बढ़ने लगे। तीनों की आंखें तो खुली थी लेकिन मन तो हवा की तरह बह रहा था। सामने से आ रही ट्रक्यूलाइजर को तीनों स्लो मोशन में बढ़ते हुये देख रहे थे, जबतक वो बुलेट शरीर तक पहुंचती, कटाना को इतनी तेज गति से आगे ओर घुमाया सभी ट्रानकलाइजर बर्बाद होकर भूमि पर गिर गया।


तीनों उस माहौल को थर्राते हुए एक बार फिर ऊंची-लंबी वोल्फ साउंड निकालते… "तूने क्या हमे शिकार समझ रखा है जो झांसे में आयेंगे।.. इस दहाड़ पर तो केवल थर्राया होगा, कहीं हमारे बॉस ने अपनी दहार सुनाई, फिर तुम शिकारियों का पेशाब निकल जायेगा।".. इवान ने धमकाया


ओजल:- बस कर इवान कहीं डर से ना मर जाये..


उस फार्म का बॉस.… "अभी तक तो मैंने सोचा था कि तुम्हे केवल बेहोश करके गुलाम बनाऊंगा, लेकिन तुम्हारी किस्मत में मरना लिखा है। सिल्वर बुलेट लोड करो और पूरी एक मैगजीन खाली होने पर ये तीनों नहीं मरे तो फार्म से किसी भी 3 वूल्फ की लाश गिरा देना। पिलर में फिट किये बड़ी–बड़ी नली वाले 20 हैवी गन बंकर में लगा था। एक मैगजीन मतलब लगभग 1000 राउंड का बड़ा सा चटाई लोड हो रहा था।


इधर बातचीत का दौर शुरू होते ही रूही अपने काम पर और तेज़ी से लग गयी। तभी फार्म में मौजूद हर वूल्फ को भूमि की सतह पर कुछ होने का एहसास होने लगा। चारो ओर जो हरे पौधे और उसके ऊपर का फूल लगा था, मुरझा कर झुलस गया। आर्यमणि खेत की मिट्टी में पूरा पंजा घुसाकर वहां के पूरे पोषण के साथ उसके अंदर के टॉक्सिक को भी खींच चुका था। मिट्टी के साथ–साथ पौधों के जड़ों से भी आर्यमणि पूरा पोषण खींच चुका था। जिसका नतीजा यह हुआ कि कई किलोमीटर में फैले इस फार्म की पूरी फसल झुलस गयी।


कहानी यहां 2 हिस्सों में चल रही थी। एक ओर तीनों टीन वूल्फ, अलबेली, ओजल और इवान जंगल के शिकारी और वूल्फ को सामने से चुनौती दे रहे थे, वहीं रूही यहां कैद वूल्फ को करंट दौड़ रही चांदी कि जंजीर से आज़ाद करने में लगी हुई थी। यहां का बॉस तो बंकर में था और उसकी नजरें स्क्रीन पर तीनों टीन वूल्फ को ही मॉनिटर कर रही थी, इसलिए उसने सीधा अलबेली, ओजल और इवान पर हमला करवा दिया।


और इधर इवान, ओजल और अलबेली भी पूरा तैयार थे। तीनो ही पूर्ण रूप से जैसे वातावरण में समा गये थे। वहां के कण–कण को मेहसूस कर रहे हो जैसे। हवा के परिवर्तन को मेहसूस करते तीनो बिलकुल हवा की भांति लहराते, जब अपने कटना को चलाने लगे.… फिर तो बॉस के स्क्रीन पर न तो ठीक से तीनो टीन वुल्फ नजर आ रहे थे और काटना को तो नंगी आंखों से देखा ही नहीं जा सकता था, बस ऊसके लहर को मेहसूस किया जा सकता था।

"बॉस जल्दी काम ख़त्म करो। हमे यदि सिल्वर बुलेट छु भी लेती है तो हम इमर्जेंसी साउंड भेजेंगे। अभी हमें नहीं मरना।".. इवान ने आर्यमणि के गुप्त संदेश भेजा


तीनों टीन वूल्फ पर सिल्वर बुलेट की फायरिंग हो रही थी। रूही की चिंता सातवे आसमान पर पहुंच गयी। टीन वूल्फ अभी थे तो बच्चे ही। रूही जल्दी-जल्दी अपना काम समेट रही थी। तभी हवा का झोंका सा आर्यमणि, रूही के पास से गुजरा, जो कहता गया.… "तुम जल्दी से सभी कैदी को छुड़ाकर किनारे करो। बंकर की बुलेट फायरिंग मै रोकता हूं।"


रूही थोड़ा और समय ली। बचे हुये वुल्फ की बेड़ियां खुल चुकी थी और इधर सिल्वर बुलेट तो चल रही थी, लेकिन तीनों लहराते हुये क्या ही कटाना चला रहे थे। बुलेट तो जैसे कटना के आगे सरेंडर कर चुकी थी। जैसा कि शिकारियों के बॉस ने पहले कहा था... "सिल्वर बुलेट फायर करो, यदि पूरी मैगज़ीन खाली होने के बाद भी टीन वूल्फ नहीं मरे तो फार्म में कैद किसी भी 3 वूल्फ को मार देने।"… बंकर से इनकी सिल्वर बुलेट टीन वूल्फ पर फायरिंग हो रही थी। सभी सिल्वर बुलेट कटाना की धार को मज़ा चखने के बाद दम तोड़कर टीन वूल्फ के कदमों में बिछ जाते।


पूरे मगजिंन खत्म भी नहीं हुआ था कि एक तेज दहाड़ उस जंगल में गूंजी… किसी शक्तिशाली और आक्रमक वेयरवुल्फ की दिल दहला देने वाली, हमला करने की तेज दहाड़। बंकर में बैठा शिकारियों के बॉस के पास वाला अल्फा वुल्फ बिल्कुल शांत होकर अपना सर पकड़ लिया। इधर चोट खाये और कैद में फंसे वूल्फ जो खुद को जल्दी हील कर सकते थे, आर्यमणि की एक आवाज पर बंकर के अंदर दौड़ लगा चुके थे। लेकिन बंकर माउंटेन एश से घिरी हुई थी। बौखलाये कयी वेयरवुल्फ माउंटेन एश की खींची लाइन के बाहर खड़े होकर अपने गुस्से की दहाड़ से शिकारियों के बॉस को जाता रहे थे कि आज उनका दिन है।


आर्यमणि भी उन चोट खाये वेयरवुल्फ की मनोदशा को भांपकर माउंटेन एश की रेखा को मिटा दिया। रेखा मिटते ही सभी गुस्साए वूल्फ बंकर में घुसे। आर्यमणि सबसे आगे रहकर सीधा शिकारियों के बॉस को पकड़ा और उसके शर्ट के कॉलर को दीवार के खूंटी से टांग दिया। तकरीबन 40 शिकारी और 20 वुल्फ वहां बंकर में थे और आर्यमणि के साथ उनके विरुद्ध लड़ने के लिए कुल 20 गुस्साए वेयरवुल्फ ही पहुंचे थे, बांकी के कैदी वूल्फ लड़ने क्या उठने की हालत में भी नहीं थे।


आर्यमणि का ध्यान उस ओर तब गया जब एक कैदी वुल्फ की दर्द भरी चींख आर्यमणि के कानो तक पहुंची। आर्यमणि अपनी दोनों मजबूत भुजाएं फैलाकर पूरे रफ्तार से दौड़ा। अपनी चौड़ी भुजाओं के बीच 5-6 शिकारियों को एक साथ समेटकर, दौड़ते हुए दीवार से बिल्कुल चिपका दिया और कतार में सबसे आगे खड़े शिकारी के सीने पर एक जोरदार लात दे मारा। ऐसा लग रहा था आर्यमणि जानने कि कोशिश कर रहा कि क्या होगा जब.… 6 मजबूत लोगों कि कतार को एक साथ दीवार से पहले टकरा दिया जाये और फिर उसके ऊपर 1 लात जमाकर चेक किया जाये कि ये मजबूत इंसान कितना चपटा हो सकते है।


आर्यमणि अपने थेओरी पर एक्सपेरिमेंट कर चुका था। परिणाम भी काफी रोचक आये। आर्यमणि की लात कतार में आगे खड़े 3 शिकारी के पेट फाड़कर अंदर घुस गया था। और बचे 3 शिकारी के शरीर के सारे अस्तिपनजर के ऐसे चिथरे हुये की मौके पर ही दम तोड़ दिये। अंत में नतीजा यही आया, मानव शरीर भी उसके दिमाग की तरह बड़ा ही ईगो वाला होता है। मरना या टूटना मंजूर है लेकिन चपटा होना वसूलों के खिलाफ है। तत्काल दूसरी थेओरी भी आर्यमणि के दिमाग में आ गयी, क्या हो जब एक तेज गति से उड़ता नारियल दूसरे नारियल से टकरा जाये? क्या दोनों नारियल को मात्र दर्द होगा या फूट जायेगा? और फूटेगा भी तो फूटने का ब्लास्ट इमापैक्ट कैसा होगा? क्या बस छोटा लाइन मात्र फटकर पानी निकलेगा या चिथरे हो चुके होंगे?


थेओरी दिमाग में थी। एक्सपेरिमेंट में लिए थोड़ा झुक कर एक वूल्फ का पाऊं पकड़ कर खींच दिया। बेचारे का चेहरा धम्मम से फ्लोर पर टकराया। सर नीचे जमीन पर था और आर्यमणि उसका एक पाऊं पकड़कर हवा में किसी मुर्गे की तरह उठाये हुआ था। हां लेकिन इस मुर्गे को छीलकर बिरयानी तो बनानी नहीं थी। नारियल कॉलिजन पर एक्सपेरिमेंट करना था। इसलिए आर्यमणि ने तेज़ी से हाथ घुमाया। वूल्फ का सर ऊपर हवा में और अगले ही पल धैर पैट दूसरे वूल्फ के सर पर पटक दिया...


चीटिंग कर दिया आर्यमणि ने। थेओरी में तो केवल टकराना चेक करना था, लेकिन अमाउंट ऑफ फोर्स को उसने फिक्स ही नहीं किया। अपनी पूरी क्षमता से बूम… टकरा दिया, एक के ऊपर दूसरे का सर। वो टक्कर ऐसी थी मानो विस्फोट हुआ हो। विस्फोट की आवाज सुनकर दुश्मन और दोस्त सभी आवाज के ओर देखने लगे। हर किसी के मुंह पर सर के चिथरों के छीटें आकर पड़े। खैर इस थेओरी का एक्सपेरिमेंट विफल रहा, लेकिन परिणाम देखकर दुश्मन खेमे में ऐसी खामोशी छाई कि वो लोग दोनों हाथ जोड़कर कहने लगे.… "भाई-भाई नो मोर ह्यूमैन ट्रॉयल"


आर्यमणि ने ओके करके अपने दोनो हाथ खड़े कर दिये और बाकी कैद किये गये गुस्साये वूल्फ को नैतिकता का पाठ पढ़ाते हुए कहने लगा.…. "तुम लोगो के जो भी शिकार है, आज छोड़ना मत। बस केवल याद रहे मै जबतक खड़ा हूं कोई अपने दांत लगाकर खून नहीं पियेगा और मांस नहीं नोचेगा।"..


नीचे रूही अब भी कई कैद वुल्फ को छुड़ाने में लगी थी। वहीं कुछ और वुल्फ रूही की मदद कर रहे थे। तीनो टीन वुल्फ तो आज जैसे कहर का पर्यावाची शब्द बन गये थे। शिकारियों और वुल्फ की टीम इनके आस पास में ही थे। बुलेट फायरिंग रुकते ही तीनो सैकड़ों दुश्मन के बीच घिरे थे। रूही दूर से जब यह नजारा देखी, पूरे तेजी से भागना शुरू की। और जितनी तेज वो दौड़ना शुरू की थी, धीरे–धीरे गति अपने आप ही कम होने लगी।


रूही जब दौड़ना शुरू की तब भी भीड़ लगा ही हुआ था। बस बीच से हवा में कटे हुये हाथ, पाऊं और सर ही नजर आ रहे थे। चारा काटने की मशीन में जैसे चारा को कुतरा–कुतरा कर के काट देते हैं ठीक उसी प्रकार तीनो की कटाना लहरा रही थी। और लहराने की गति का तो कोई आकलन ही नहीं था। जब तक रूही वहां पहुंची तब तक तीनो ने मिलकर लाशें बिछा दी थी। बस एक टीम थोड़ी दूर बैठकर यह पूरा तमाशा देख रही थी। रूही के हाथ कुछ न लगा तो वो लास्की और उसके साथ खड़े 4 वुल्फ पर ही कहर बनकर बरसने वाली थी।


अलबेली उसे बीच मे ही रोकती... "रूको, ये अपने साथ में है।"


रूही:– हुंह… ये भी उनके साथ है और मेरा शिकार है...


ओजल:– क्ला और फेंग से मरोगी तो बॉस को क्या जवाब दोगी...


रूही:– बॉस बंकर में एक्शन कर रहा तुम तीनो ने यहां सबका सफाया कर दिया। मेरे लिये कुछ तो छोड़ा होता।समाज सेवा के काम पर लगा दिये। अब क्या मैं इन बचे लोगों का भी शिकार न करूं?


अलबेली, चिल्लाती हुई... "बस करो.. हमने कहा न वो अपने साथ है।"


रूही:– ये हरामी डॉक्टर और उसकी बीवी तो न है साथ में... और ये एक नया आदमी भी दिख रहा... क्या मैं इन्हे मार दूं...


इवान:– बस दीदी क्यों इतना पैनिक हो रही... ये डॉक्टर और उसकी बीवी तो मुख्य साजिशकर्ता है इन्हे आराम से मारेंगे... और वो आदमी बॉब भला मानस है। अभी सब बंकर चलते है, क्या पता वहां आपके लिये कोई शिकार बचा हो?


इधर बंकर में सामने डरे हुए शिकारी और कुछ घबराये से वुल्फ। ऊपर दीवार से टंगा शिकारियों का बॉस। फिर तो वहां उस बंकर में रक्त ही रक्त था। गुस्साये कैदी वूल्फ ने पूरा रक्त चरित्र दिखाते हुये हर एक शिकारी और उसका साथ देने वाले वूल्फ को अपने क्लॉ से फाड़कर रक्त स्नान कर रहे थे।…


"वो डॉक्टर और उसकी बीवी कहां है।"… आर्यमणि गुस्से से पूछने लगा।


"यहां है दोनो, चुपके से भाग रहे थे।"… पीछे से बॉब, लोस्की और लोस्की के सभी साथी, डॉक्टर माइक और उसकी पत्नी लिली को पकड़ कर ला रहे थे। हा लेकिन एक आवाज ने आर्यमणि का ध्यान पूरा खींचा, वो चौंकरकर आवाज़ के ओर मुड़ा.. आश्चर्य से आर्यमणि की आखें फ़ैल गई… "बॉब तुम यहां।"


बॉब:- हां मुझे भी उतनी ही हैरानी हुई थी, उस रात जब तुमने इस मदरचोद को बचाया था।


आर्यमणि:- तो तुमने इसे जहर दिया था..


बॉब:- हां और तुम समझ सकते हो क्यों जहर दिया होगा। पैसे के लिये जब ये अपने जान बचाने वाले को बेच सकता है, तब कितना गिरा होगा ये हरामि। तुम्हे देखकर सोच नहीं सकते मै कितना खुश हूं। मै आया था तुमसे मिलने। लेकिन उससे पहले ही डॉक्टर तुमसे मिलने पहुंच गया और पता नहीं कैसे तुम्हे झांसे में ले लिया।


आर्यमणि:- इस धूर्त की सच्चाई का पता तो हम दोनो को इसके इमोशन से ही हो गया था... तुम रूही को तो जानते हो ना...


बॉब:- हां तुम्हारे पूरे पैक को देखा हूं। कमाल की क्षमता है और तुमने उन्हें ये एहसास करवाया है कि वो भी एक इंसान है, जिन्हे खास बनाया गया है...


आर्यमणि:- सब तुम्हारे ज्ञान का नतीजा है बॉब, वरना मै भी भटका हुआ था। रूही और मुझे पहली मुलाकात से ही भनक थी, ये धूर्त है। हम तो इसकी मनसा समझने की कोशिश कर रहे थे। हम दोनों तो बस यही सोचकर आये थे कि देखे यहां क्या होता है और ये किस तरह का संगठन है, जहां शिकारियों के साथ वूल्फ भी काम कर रहे।


बॉब:- इसलिए तो मै भी पीछे-पीछे चला आया। लगा कहीं हेल्प की जरूरत ना पड़े।


आर्यमणि:- बॉब तुम पीछा कर रह थे और तुम्हारी गंध मुझ तक नहीं आयी?


बॉब:- मैंने ही सिखाया था और मै ही गंध कवर ना कर सकूं। वैसे मै तुम्हे निराश नहीं करना चाहता, लेकिन शायद कुछ देखकर तुम्हे अच्छा नहीं लगेगा। उस कमजरब (शिकारियों के बॉस) की आंख और हाथ निकाल कर लाओ अभी दिखता हूं।


आर्यमणि बिना कोई देर किये उसका हाथ और आंख निकाल लाया। बॉब ने आंख और हाथ से फ्लोर पर बायोमेट्रिक कमांड दिया और नीचे खुफिया सेक्शन का दरवाजा खुल गया। बाकी सबको ऊपर रहने के लिये बोलकर आर्यमणि नीचे उतर गया।


नीचे की पूरी जगह खाली नजर आ रही थी। वहां केवल एक मेडिकल बेड लगा हुआ था जो हैरानी और आश्चर्य का केंद्र बना हुआ था। उस बेड पर कोई लड़की लेटी हुई थी। उसके दोनो हाथ नीचे झूल रहे थे। जहां बेड लगा था वहां नीचे फर्निस फ्लोर नही था, बल्कि मिट्टी की जमीन थी। लड़की के दोनों हाथ पर जड़ें के रेशे जैसे पूरा लिपटा था जो जमीन से निकलकर उसके हाथ की नब्जों पर फैला हुआ था। उसके चेहरे के ऊपर कोई कैप चढ़ा था क्यूंकि चेहरे के ऊपर रखा कपड़ा किसी के सर की आम ऊंचाई से काफी ऊंचा था।


आर्यमणि:- ऐसे किसे लिटा कर रखा है।


बॉब:- खुद को संभालना…


बॉब ने जैसे ही उस कवर के ऊपर का कपड़ा हटाया, अंदर बिल्कुल जमा हुआ चेहरा को देखकर आर्यमणि लड़खड़ा गया। जैसे ही आर्यमणि को उसके पैक ने दर्द में पाया चारो एक साथ वूल्फ साउंड निकालते दौड़े। वो लोग जैसे ही सीढ़ियों पर पहुंचे आर्यमणि अपना हाथ उनकी ओर करते उन्हें रोका… "मै ठीक हूं तुम लोग ऊपर के लोगों की मदद करो।"..
वाव
एक्शन ही एक्शन
बॉब एक स्पेशल एपियरेंस के साथ
डॉक्टर दंपति का विचार अगले अंक में होगा शायद
पर यह लड़की है कौन...
 

The king

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भाग:–75





आखरी सीमा फार्मिंग की सीमा। इसके मध्य में एक बड़ा सा मिलिट्री बंकर था, जहां से हर सीमा की निगरानी से लेकर तरह–तरह के हथियार और बेहतरीन लड़ाका द्वारा पूरे क्षेत्र को नियंत्रण में रखा जाता था। फार्मिंग के इलाके में सैकडों कैदी वेयरवुल्फ थे। उनके खून से नशीले पौधों की सिंचाई की जाती थी। यहां हर वूल्फ को सिल्वर पट्टे डालकर जंजीर से बांधकर जमीन पर लिटा दिया जाता था। उनके नब्ज में 8-10 नीडल घुसकर, 8-10 खुले पाइप खेत के क्यारियों में छोड़ दिया जाता था। हर वूल्फ का ब्लड पाइप के जरिये मिट्टी तक पहुंचती। तीनों टीन वुल्फ फार्मिंग सर्कल के बॉर्डर पर खड़े होकर आवाज लगा रहे थे।


ओजल:- कमाल का वुल्फ साउंड था दोस्तो, वापस साउंड नहीं आया मतलब उन्हें वक़्त चाहिए, तबतक हाथ ना आओ, जबतक बॉस और रूही दीदी की आवाज ना सुनो।


अलबेली:- तो चलो बॉस और रूही वक़्त दिया जाये, जितना हम दे सकते है। आज जो कुछ भी ट्रेनिंग से सीखा है उसका प्रेक्टिकल देने क वक्त आ गया दोस्तों...


इवान:- सोचा था बाद में कभी कह दू, लेकिन मै कहे बिना रह नहीं पाऊंगा, क्या पता सब जब नॉर्मल हो तो मै हिम्मत जुटा पाऊं या नहीं, माझे आयुष्य अलबेली, आई लव यू…


दोनो लड़कियां इवान का मुंह देखने लगी, अलबेली हंसती… "ये कब हुआ, ना कोई सीन बना, ना कोई रोमांटिक-एक्शन मोमेंट क्रिएट हुआ, सीधा लव हो गया। ओजल तुझे कुछ समझ में आया।"..


ओजल:- लगता है एक्शन के एक्साइटमेंट में तुम्हे हग करके किस्स करना चाह रहा है। जल्दी इसे किस्स दे दे और काम पर लग जा, इस बारे में आराम से सोचेंगे।


अलबेली, इवान का कॉलर पकड़ कर अपने ऊपर खींचती.. "एक किस्स के लिए इतनी झिझक"… कहते हुए अलबेली ने इवान के कमर में हाथ डाला और होंठ से होंठ लगाकर चूमने लगी।


तभी वहां खास किस्म का तेज और लाउड म्यूज़िक प्ले होने लगा। वेयरवोल्फ हंटर द्वारा प्रयोग में लाया जाना वाला एक आधुनिक हथियार। इसके धुन को कुछ इस प्रकार बनाया गया था जिसे सुनकर हर वुल्फ अपना सर पकड़कर वहीं बैठने पर मजबूर हो जाये। म्यूजिक के शुरू होते ही ओजल के चेहरे पर खिंचाव सा गया। ओजल दोनो को एक हाथ मारते… "केवल किस्स ही कर रहे थे ना, हरामियों गुम किधर हो। हमे फसाने के लिए एक्शन शुरू हो गया है। आंह्हहह !! इनकी ये घटिया म्यूज़िक।"


इवान अपने बैग से इयर कैप निकला, खुद भी लगाया और दोनो को भी पहनने के लिये दिया। तीनों इयर कैप पहनकर वहीं नीचे जमीन पर सर पकड़ कर बैठ गये। थोड़ी ही देर में एक जीप भड़कर वहां शिकारी पहुंचे। शिकारियों ने उन्हें घेर लिया और सभी हंसते हुए जीप से नीचे उतरे… और आपस में बात करते.. "साला एक को पकड़ो और पुरा पैक हाथ लग जाता है। लेकिन ये पहला सर्किल कैसे पार किये।".... "पहले इनमे इलेक्ट्रिक शॉक प्रड्स (वो रॉड जिसके सिरे से इलेक्ट्रिक शॉक लगता है) घुसा दे, फिर कल इसपर मीटिंग करेंगे।


तीनों के हाथ जमीन पर और हाथ में थी, म्यान के अंदर कैद कटाना। अलबेली ने एक छोटा इशारा किया और तीनों ने पूरी ताकत से, नीचे बैठे-बैठे उन लोगों के टखने पर, काटाने के म्यान से ऐसा हमला किया कि उनका टखना चूर हो गया।


तीनों एक साथ बिल्कुल ऊंचे सुर में लगातार वूल्फ साउंड निकलते.… "वूऊऊऊऊऊऊऊ"… "वऊऊऊऊऊ"… "वूऊऊऊऊऊऊऊऊ"… यह ललकार वाली वुल्फ साउंड थी। तीनो अपने दुश्मनों को चुनौती दे रहे थे। शिकारी और वेयरवुल्फ के बॉस ने जब यह वूल्फ साउंड सुना, बंकर से शिकारी और वोल्फ की पूरी टुकड़ी को आवाज के पीछे भेज दिया। इसके साथ दोनो सीमा के सुरक्षा कर्मी को भी इनके लगा दिया गया।


तीनों के कंधे तिकोने शेप में जुड़े थे जो बीच से एक ट्राइंगल का निर्माण कर रहा था। कटाना अपने म्यान से बाहर आ चुका था और तीनों एक दूसरे को कवर करते धीरे-धीरे अन्दर, उनके फार्मिंग एरिया के ओर बढ़ रहे थे। कुछ दूर चले होंगे तभी रॉस्ले अपनी टीम के साथ पहुंच गया। जानी पहचानी गंध पाकर अलबेली वूल्फ साउंड में दहारी, ऐसा जैसे वहां के बीटा को कंट्रोल कर रही हो। रॉस्ले और उसके साथ आये 10 वुल्फ अपनी जगह रुक गए, जिसमें कोई अल्फा नहीं था।


ओजल:- रॉस्ले हमसे दूर रहो वरना कटाना खुल चुकी है और अब ये दोस्त या दुश्मन नहीं देखेगी। आज रात सब आजाद होंगे।


इधर उस जगह के बॉस का पूरा ध्यान अपने 3 दुश्मनों पर था, जिसने वुल्फ को पागल बनाने वाले म्यूज़िक से खुद को बचाकर अंदर की ओर बढ़ रहे थे। उसके मोशन सेंसर पर तीनों वूल्फ की लोकेशन आ रही थी जो तिकोना बनाकर एक दूसरे को कवर करते हुए चल रहे थे। उस बॉस का पूरा ध्यान सीमा पर था और फार्म के अंदर रूही एक-एक करके बड़ी तेजी के साथ कैदी वूल्फ को खोल रही थी। लगभग 20 वुल्फ को वो छुड़ा चुकी थी, तभी वहां चारो ओर बड़ी-बड़ी लाइट जलनी शुरू हो गई। माईक पर एक खतरनाक अनाउंस…


"तुम्हारा कोई भी पैक हो, उसे तुम ले जाओ, हमे यहां वॉयलेंस नहीं चाहिए। लेकिन यदि तुम तीनों ने लड़ाई नहीं रोकी तो मै यहां कैद सभी वुल्फ को मारने में देर नहीं करूंगा। हम अपने आदमी पीछे कर रहे है, तुम अपना ट्राइंगल छोड़कर अपने पैक को पहचान लो, और यहां से लेकर जाओ।"


ओजल:- क्या करे.. ?


इवान:- टाइम पास ही तो करना है, ध्यान से फ़ैल जाओ और हवा को मेहसूस करो। हम अपने अलग-अलग पैक चुनेंगे। 14, 16 और 14 का पैक। साले को शॉक्ड दे दो।


तीनों ने ट्राइंगल तोड़ा और ऐतिहात से आगे बढ़ने लगे। बंकर के अंदर बैठा बॉस जैसे ही तीनों को रौशनी में देखा… "ये तो टीन वुल्फ है, कसिके पैक के वोल्फ है।"


साथ काम करने वाला एक अल्फा वुल्फ… "तीनों अल्फा है बॉस।"


बॉस शॉक्ड होते… "लेकिन 3 अल्फा वुल्फ एक साथ कैसे आ गये।"


अल्फा वुल्फ:- शायद अलग-अलग आये हो। अंदर के किसी ने मदद की हो और तीनों को साथ मिलकर लड़ने के लिये भेजा हो।


बॉस:- लड़ाई करके क्यों नुकसान बढ़ना जब खुद फसने चले आ रहे है। वुल्फ पॉयजन का ट्रनकुलाइजर तैयार करो, और तीनों को बेहोश करो, जल्दी।


बॉस का हुक्म मिलते ही अल्फा वुल्फ का इशारा हुआ और लगभग 20 ट्रंकुलाइजर एक साथ अलबेली, इवान और ओशुन के ओर बढ़ने लगे। तीनों की आंखें तो खुली थी लेकिन मन तो हवा की तरह बह रहा था। सामने से आ रही ट्रक्यूलाइजर को तीनों स्लो मोशन में बढ़ते हुये देख रहे थे, जबतक वो बुलेट शरीर तक पहुंचती, कटाना को इतनी तेज गति से आगे ओर घुमाया सभी ट्रानकलाइजर बर्बाद होकर भूमि पर गिर गया।


तीनों उस माहौल को थर्राते हुए एक बार फिर ऊंची-लंबी वोल्फ साउंड निकालते… "तूने क्या हमे शिकार समझ रखा है जो झांसे में आयेंगे।.. इस दहाड़ पर तो केवल थर्राया होगा, कहीं हमारे बॉस ने अपनी दहार सुनाई, फिर तुम शिकारियों का पेशाब निकल जायेगा।".. इवान ने धमकाया


ओजल:- बस कर इवान कहीं डर से ना मर जाये..


उस फार्म का बॉस.… "अभी तक तो मैंने सोचा था कि तुम्हे केवल बेहोश करके गुलाम बनाऊंगा, लेकिन तुम्हारी किस्मत में मरना लिखा है। सिल्वर बुलेट लोड करो और पूरी एक मैगजीन खाली होने पर ये तीनों नहीं मरे तो फार्म से किसी भी 3 वूल्फ की लाश गिरा देना। पिलर में फिट किये बड़ी–बड़ी नली वाले 20 हैवी गन बंकर में लगा था। एक मैगजीन मतलब लगभग 1000 राउंड का बड़ा सा चटाई लोड हो रहा था।


इधर बातचीत का दौर शुरू होते ही रूही अपने काम पर और तेज़ी से लग गयी। तभी फार्म में मौजूद हर वूल्फ को भूमि की सतह पर कुछ होने का एहसास होने लगा। चारो ओर जो हरे पौधे और उसके ऊपर का फूल लगा था, मुरझा कर झुलस गया। आर्यमणि खेत की मिट्टी में पूरा पंजा घुसाकर वहां के पूरे पोषण के साथ उसके अंदर के टॉक्सिक को भी खींच चुका था। मिट्टी के साथ–साथ पौधों के जड़ों से भी आर्यमणि पूरा पोषण खींच चुका था। जिसका नतीजा यह हुआ कि कई किलोमीटर में फैले इस फार्म की पूरी फसल झुलस गयी।


कहानी यहां 2 हिस्सों में चल रही थी। एक ओर तीनों टीन वूल्फ, अलबेली, ओजल और इवान जंगल के शिकारी और वूल्फ को सामने से चुनौती दे रहे थे, वहीं रूही यहां कैद वूल्फ को करंट दौड़ रही चांदी कि जंजीर से आज़ाद करने में लगी हुई थी। यहां का बॉस तो बंकर में था और उसकी नजरें स्क्रीन पर तीनों टीन वूल्फ को ही मॉनिटर कर रही थी, इसलिए उसने सीधा अलबेली, ओजल और इवान पर हमला करवा दिया।


और इधर इवान, ओजल और अलबेली भी पूरा तैयार थे। तीनो ही पूर्ण रूप से जैसे वातावरण में समा गये थे। वहां के कण–कण को मेहसूस कर रहे हो जैसे। हवा के परिवर्तन को मेहसूस करते तीनो बिलकुल हवा की भांति लहराते, जब अपने कटना को चलाने लगे.… फिर तो बॉस के स्क्रीन पर न तो ठीक से तीनो टीन वुल्फ नजर आ रहे थे और काटना को तो नंगी आंखों से देखा ही नहीं जा सकता था, बस ऊसके लहर को मेहसूस किया जा सकता था।

"बॉस जल्दी काम ख़त्म करो। हमे यदि सिल्वर बुलेट छु भी लेती है तो हम इमर्जेंसी साउंड भेजेंगे। अभी हमें नहीं मरना।".. इवान ने आर्यमणि के गुप्त संदेश भेजा


तीनों टीन वूल्फ पर सिल्वर बुलेट की फायरिंग हो रही थी। रूही की चिंता सातवे आसमान पर पहुंच गयी। टीन वूल्फ अभी थे तो बच्चे ही। रूही जल्दी-जल्दी अपना काम समेट रही थी। तभी हवा का झोंका सा आर्यमणि, रूही के पास से गुजरा, जो कहता गया.… "तुम जल्दी से सभी कैदी को छुड़ाकर किनारे करो। बंकर की बुलेट फायरिंग मै रोकता हूं।"


रूही थोड़ा और समय ली। बचे हुये वुल्फ की बेड़ियां खुल चुकी थी और इधर सिल्वर बुलेट तो चल रही थी, लेकिन तीनों लहराते हुये क्या ही कटाना चला रहे थे। बुलेट तो जैसे कटना के आगे सरेंडर कर चुकी थी। जैसा कि शिकारियों के बॉस ने पहले कहा था... "सिल्वर बुलेट फायर करो, यदि पूरी मैगज़ीन खाली होने के बाद भी टीन वूल्फ नहीं मरे तो फार्म में कैद किसी भी 3 वूल्फ को मार देने।"… बंकर से इनकी सिल्वर बुलेट टीन वूल्फ पर फायरिंग हो रही थी। सभी सिल्वर बुलेट कटाना की धार को मज़ा चखने के बाद दम तोड़कर टीन वूल्फ के कदमों में बिछ जाते।


पूरे मगजिंन खत्म भी नहीं हुआ था कि एक तेज दहाड़ उस जंगल में गूंजी… किसी शक्तिशाली और आक्रमक वेयरवुल्फ की दिल दहला देने वाली, हमला करने की तेज दहाड़। बंकर में बैठा शिकारियों के बॉस के पास वाला अल्फा वुल्फ बिल्कुल शांत होकर अपना सर पकड़ लिया। इधर चोट खाये और कैद में फंसे वूल्फ जो खुद को जल्दी हील कर सकते थे, आर्यमणि की एक आवाज पर बंकर के अंदर दौड़ लगा चुके थे। लेकिन बंकर माउंटेन एश से घिरी हुई थी। बौखलाये कयी वेयरवुल्फ माउंटेन एश की खींची लाइन के बाहर खड़े होकर अपने गुस्से की दहाड़ से शिकारियों के बॉस को जाता रहे थे कि आज उनका दिन है।


आर्यमणि भी उन चोट खाये वेयरवुल्फ की मनोदशा को भांपकर माउंटेन एश की रेखा को मिटा दिया। रेखा मिटते ही सभी गुस्साए वूल्फ बंकर में घुसे। आर्यमणि सबसे आगे रहकर सीधा शिकारियों के बॉस को पकड़ा और उसके शर्ट के कॉलर को दीवार के खूंटी से टांग दिया। तकरीबन 40 शिकारी और 20 वुल्फ वहां बंकर में थे और आर्यमणि के साथ उनके विरुद्ध लड़ने के लिए कुल 20 गुस्साए वेयरवुल्फ ही पहुंचे थे, बांकी के कैदी वूल्फ लड़ने क्या उठने की हालत में भी नहीं थे।


आर्यमणि का ध्यान उस ओर तब गया जब एक कैदी वुल्फ की दर्द भरी चींख आर्यमणि के कानो तक पहुंची। आर्यमणि अपनी दोनों मजबूत भुजाएं फैलाकर पूरे रफ्तार से दौड़ा। अपनी चौड़ी भुजाओं के बीच 5-6 शिकारियों को एक साथ समेटकर, दौड़ते हुए दीवार से बिल्कुल चिपका दिया और कतार में सबसे आगे खड़े शिकारी के सीने पर एक जोरदार लात दे मारा। ऐसा लग रहा था आर्यमणि जानने कि कोशिश कर रहा कि क्या होगा जब.… 6 मजबूत लोगों कि कतार को एक साथ दीवार से पहले टकरा दिया जाये और फिर उसके ऊपर 1 लात जमाकर चेक किया जाये कि ये मजबूत इंसान कितना चपटा हो सकते है।


आर्यमणि अपने थेओरी पर एक्सपेरिमेंट कर चुका था। परिणाम भी काफी रोचक आये। आर्यमणि की लात कतार में आगे खड़े 3 शिकारी के पेट फाड़कर अंदर घुस गया था। और बचे 3 शिकारी के शरीर के सारे अस्तिपनजर के ऐसे चिथरे हुये की मौके पर ही दम तोड़ दिये। अंत में नतीजा यही आया, मानव शरीर भी उसके दिमाग की तरह बड़ा ही ईगो वाला होता है। मरना या टूटना मंजूर है लेकिन चपटा होना वसूलों के खिलाफ है। तत्काल दूसरी थेओरी भी आर्यमणि के दिमाग में आ गयी, क्या हो जब एक तेज गति से उड़ता नारियल दूसरे नारियल से टकरा जाये? क्या दोनों नारियल को मात्र दर्द होगा या फूट जायेगा? और फूटेगा भी तो फूटने का ब्लास्ट इमापैक्ट कैसा होगा? क्या बस छोटा लाइन मात्र फटकर पानी निकलेगा या चिथरे हो चुके होंगे?


थेओरी दिमाग में थी। एक्सपेरिमेंट में लिए थोड़ा झुक कर एक वूल्फ का पाऊं पकड़ कर खींच दिया। बेचारे का चेहरा धम्मम से फ्लोर पर टकराया। सर नीचे जमीन पर था और आर्यमणि उसका एक पाऊं पकड़कर हवा में किसी मुर्गे की तरह उठाये हुआ था। हां लेकिन इस मुर्गे को छीलकर बिरयानी तो बनानी नहीं थी। नारियल कॉलिजन पर एक्सपेरिमेंट करना था। इसलिए आर्यमणि ने तेज़ी से हाथ घुमाया। वूल्फ का सर ऊपर हवा में और अगले ही पल धैर पैट दूसरे वूल्फ के सर पर पटक दिया...


चीटिंग कर दिया आर्यमणि ने। थेओरी में तो केवल टकराना चेक करना था, लेकिन अमाउंट ऑफ फोर्स को उसने फिक्स ही नहीं किया। अपनी पूरी क्षमता से बूम… टकरा दिया, एक के ऊपर दूसरे का सर। वो टक्कर ऐसी थी मानो विस्फोट हुआ हो। विस्फोट की आवाज सुनकर दुश्मन और दोस्त सभी आवाज के ओर देखने लगे। हर किसी के मुंह पर सर के चिथरों के छीटें आकर पड़े। खैर इस थेओरी का एक्सपेरिमेंट विफल रहा, लेकिन परिणाम देखकर दुश्मन खेमे में ऐसी खामोशी छाई कि वो लोग दोनों हाथ जोड़कर कहने लगे.… "भाई-भाई नो मोर ह्यूमैन ट्रॉयल"


आर्यमणि ने ओके करके अपने दोनो हाथ खड़े कर दिये और बाकी कैद किये गये गुस्साये वूल्फ को नैतिकता का पाठ पढ़ाते हुए कहने लगा.…. "तुम लोगो के जो भी शिकार है, आज छोड़ना मत। बस केवल याद रहे मै जबतक खड़ा हूं कोई अपने दांत लगाकर खून नहीं पियेगा और मांस नहीं नोचेगा।"..


नीचे रूही अब भी कई कैद वुल्फ को छुड़ाने में लगी थी। वहीं कुछ और वुल्फ रूही की मदद कर रहे थे। तीनो टीन वुल्फ तो आज जैसे कहर का पर्यावाची शब्द बन गये थे। शिकारियों और वुल्फ की टीम इनके आस पास में ही थे। बुलेट फायरिंग रुकते ही तीनो सैकड़ों दुश्मन के बीच घिरे थे। रूही दूर से जब यह नजारा देखी, पूरे तेजी से भागना शुरू की। और जितनी तेज वो दौड़ना शुरू की थी, धीरे–धीरे गति अपने आप ही कम होने लगी।


रूही जब दौड़ना शुरू की तब भी भीड़ लगा ही हुआ था। बस बीच से हवा में कटे हुये हाथ, पाऊं और सर ही नजर आ रहे थे। चारा काटने की मशीन में जैसे चारा को कुतरा–कुतरा कर के काट देते हैं ठीक उसी प्रकार तीनो की कटाना लहरा रही थी। और लहराने की गति का तो कोई आकलन ही नहीं था। जब तक रूही वहां पहुंची तब तक तीनो ने मिलकर लाशें बिछा दी थी। बस एक टीम थोड़ी दूर बैठकर यह पूरा तमाशा देख रही थी। रूही के हाथ कुछ न लगा तो वो लास्की और उसके साथ खड़े 4 वुल्फ पर ही कहर बनकर बरसने वाली थी।


अलबेली उसे बीच मे ही रोकती... "रूको, ये अपने साथ में है।"


रूही:– हुंह… ये भी उनके साथ है और मेरा शिकार है...


ओजल:– क्ला और फेंग से मरोगी तो बॉस को क्या जवाब दोगी...


रूही:– बॉस बंकर में एक्शन कर रहा तुम तीनो ने यहां सबका सफाया कर दिया। मेरे लिये कुछ तो छोड़ा होता।समाज सेवा के काम पर लगा दिये। अब क्या मैं इन बचे लोगों का भी शिकार न करूं?


अलबेली, चिल्लाती हुई... "बस करो.. हमने कहा न वो अपने साथ है।"


रूही:– ये हरामी डॉक्टर और उसकी बीवी तो न है साथ में... और ये एक नया आदमी भी दिख रहा... क्या मैं इन्हे मार दूं...


इवान:– बस दीदी क्यों इतना पैनिक हो रही... ये डॉक्टर और उसकी बीवी तो मुख्य साजिशकर्ता है इन्हे आराम से मारेंगे... और वो आदमी बॉब भला मानस है। अभी सब बंकर चलते है, क्या पता वहां आपके लिये कोई शिकार बचा हो?


इधर बंकर में सामने डरे हुए शिकारी और कुछ घबराये से वुल्फ। ऊपर दीवार से टंगा शिकारियों का बॉस। फिर तो वहां उस बंकर में रक्त ही रक्त था। गुस्साये कैदी वूल्फ ने पूरा रक्त चरित्र दिखाते हुये हर एक शिकारी और उसका साथ देने वाले वूल्फ को अपने क्लॉ से फाड़कर रक्त स्नान कर रहे थे।…


"वो डॉक्टर और उसकी बीवी कहां है।"… आर्यमणि गुस्से से पूछने लगा।


"यहां है दोनो, चुपके से भाग रहे थे।"… पीछे से बॉब, लोस्की और लोस्की के सभी साथी, डॉक्टर माइक और उसकी पत्नी लिली को पकड़ कर ला रहे थे। हा लेकिन एक आवाज ने आर्यमणि का ध्यान पूरा खींचा, वो चौंकरकर आवाज़ के ओर मुड़ा.. आश्चर्य से आर्यमणि की आखें फ़ैल गई… "बॉब तुम यहां।"


बॉब:- हां मुझे भी उतनी ही हैरानी हुई थी, उस रात जब तुमने इस मदरचोद को बचाया था।


आर्यमणि:- तो तुमने इसे जहर दिया था..


बॉब:- हां और तुम समझ सकते हो क्यों जहर दिया होगा। पैसे के लिये जब ये अपने जान बचाने वाले को बेच सकता है, तब कितना गिरा होगा ये हरामि। तुम्हे देखकर सोच नहीं सकते मै कितना खुश हूं। मै आया था तुमसे मिलने। लेकिन उससे पहले ही डॉक्टर तुमसे मिलने पहुंच गया और पता नहीं कैसे तुम्हे झांसे में ले लिया।


आर्यमणि:- इस धूर्त की सच्चाई का पता तो हम दोनो को इसके इमोशन से ही हो गया था... तुम रूही को तो जानते हो ना...


बॉब:- हां तुम्हारे पूरे पैक को देखा हूं। कमाल की क्षमता है और तुमने उन्हें ये एहसास करवाया है कि वो भी एक इंसान है, जिन्हे खास बनाया गया है...


आर्यमणि:- सब तुम्हारे ज्ञान का नतीजा है बॉब, वरना मै भी भटका हुआ था। रूही और मुझे पहली मुलाकात से ही भनक थी, ये धूर्त है। हम तो इसकी मनसा समझने की कोशिश कर रहे थे। हम दोनों तो बस यही सोचकर आये थे कि देखे यहां क्या होता है और ये किस तरह का संगठन है, जहां शिकारियों के साथ वूल्फ भी काम कर रहे।


बॉब:- इसलिए तो मै भी पीछे-पीछे चला आया। लगा कहीं हेल्प की जरूरत ना पड़े।


आर्यमणि:- बॉब तुम पीछा कर रह थे और तुम्हारी गंध मुझ तक नहीं आयी?


बॉब:- मैंने ही सिखाया था और मै ही गंध कवर ना कर सकूं। वैसे मै तुम्हे निराश नहीं करना चाहता, लेकिन शायद कुछ देखकर तुम्हे अच्छा नहीं लगेगा। उस कमजरब (शिकारियों के बॉस) की आंख और हाथ निकाल कर लाओ अभी दिखता हूं।


आर्यमणि बिना कोई देर किये उसका हाथ और आंख निकाल लाया। बॉब ने आंख और हाथ से फ्लोर पर बायोमेट्रिक कमांड दिया और नीचे खुफिया सेक्शन का दरवाजा खुल गया। बाकी सबको ऊपर रहने के लिये बोलकर आर्यमणि नीचे उतर गया।


नीचे की पूरी जगह खाली नजर आ रही थी। वहां केवल एक मेडिकल बेड लगा हुआ था जो हैरानी और आश्चर्य का केंद्र बना हुआ था। उस बेड पर कोई लड़की लेटी हुई थी। उसके दोनो हाथ नीचे झूल रहे थे। जहां बेड लगा था वहां नीचे फर्निस फ्लोर नही था, बल्कि मिट्टी की जमीन थी। लड़की के दोनों हाथ पर जड़ें के रेशे जैसे पूरा लिपटा था जो जमीन से निकलकर उसके हाथ की नब्जों पर फैला हुआ था। उसके चेहरे के ऊपर कोई कैप चढ़ा था क्यूंकि चेहरे के ऊपर रखा कपड़ा किसी के सर की आम ऊंचाई से काफी ऊंचा था।


आर्यमणि:- ऐसे किसे लिटा कर रखा है।


बॉब:- खुद को संभालना…


बॉब ने जैसे ही उस कवर के ऊपर का कपड़ा हटाया, अंदर बिल्कुल जमा हुआ चेहरा को देखकर आर्यमणि लड़खड़ा गया। जैसे ही आर्यमणि को उसके पैक ने दर्द में पाया चारो एक साथ वूल्फ साउंड निकालते दौड़े। वो लोग जैसे ही सीढ़ियों पर पहुंचे आर्यमणि अपना हाथ उनकी ओर करते उन्हें रोका… "मै ठीक हूं तुम लोग ऊपर के लोगों की मदद करो।"..
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The king

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भाग:–75





आखरी सीमा फार्मिंग की सीमा। इसके मध्य में एक बड़ा सा मिलिट्री बंकर था, जहां से हर सीमा की निगरानी से लेकर तरह–तरह के हथियार और बेहतरीन लड़ाका द्वारा पूरे क्षेत्र को नियंत्रण में रखा जाता था। फार्मिंग के इलाके में सैकडों कैदी वेयरवुल्फ थे। उनके खून से नशीले पौधों की सिंचाई की जाती थी। यहां हर वूल्फ को सिल्वर पट्टे डालकर जंजीर से बांधकर जमीन पर लिटा दिया जाता था। उनके नब्ज में 8-10 नीडल घुसकर, 8-10 खुले पाइप खेत के क्यारियों में छोड़ दिया जाता था। हर वूल्फ का ब्लड पाइप के जरिये मिट्टी तक पहुंचती। तीनों टीन वुल्फ फार्मिंग सर्कल के बॉर्डर पर खड़े होकर आवाज लगा रहे थे।


ओजल:- कमाल का वुल्फ साउंड था दोस्तो, वापस साउंड नहीं आया मतलब उन्हें वक़्त चाहिए, तबतक हाथ ना आओ, जबतक बॉस और रूही दीदी की आवाज ना सुनो।


अलबेली:- तो चलो बॉस और रूही वक़्त दिया जाये, जितना हम दे सकते है। आज जो कुछ भी ट्रेनिंग से सीखा है उसका प्रेक्टिकल देने क वक्त आ गया दोस्तों...


इवान:- सोचा था बाद में कभी कह दू, लेकिन मै कहे बिना रह नहीं पाऊंगा, क्या पता सब जब नॉर्मल हो तो मै हिम्मत जुटा पाऊं या नहीं, माझे आयुष्य अलबेली, आई लव यू…


दोनो लड़कियां इवान का मुंह देखने लगी, अलबेली हंसती… "ये कब हुआ, ना कोई सीन बना, ना कोई रोमांटिक-एक्शन मोमेंट क्रिएट हुआ, सीधा लव हो गया। ओजल तुझे कुछ समझ में आया।"..


ओजल:- लगता है एक्शन के एक्साइटमेंट में तुम्हे हग करके किस्स करना चाह रहा है। जल्दी इसे किस्स दे दे और काम पर लग जा, इस बारे में आराम से सोचेंगे।


अलबेली, इवान का कॉलर पकड़ कर अपने ऊपर खींचती.. "एक किस्स के लिए इतनी झिझक"… कहते हुए अलबेली ने इवान के कमर में हाथ डाला और होंठ से होंठ लगाकर चूमने लगी।


तभी वहां खास किस्म का तेज और लाउड म्यूज़िक प्ले होने लगा। वेयरवोल्फ हंटर द्वारा प्रयोग में लाया जाना वाला एक आधुनिक हथियार। इसके धुन को कुछ इस प्रकार बनाया गया था जिसे सुनकर हर वुल्फ अपना सर पकड़कर वहीं बैठने पर मजबूर हो जाये। म्यूजिक के शुरू होते ही ओजल के चेहरे पर खिंचाव सा गया। ओजल दोनो को एक हाथ मारते… "केवल किस्स ही कर रहे थे ना, हरामियों गुम किधर हो। हमे फसाने के लिए एक्शन शुरू हो गया है। आंह्हहह !! इनकी ये घटिया म्यूज़िक।"


इवान अपने बैग से इयर कैप निकला, खुद भी लगाया और दोनो को भी पहनने के लिये दिया। तीनों इयर कैप पहनकर वहीं नीचे जमीन पर सर पकड़ कर बैठ गये। थोड़ी ही देर में एक जीप भड़कर वहां शिकारी पहुंचे। शिकारियों ने उन्हें घेर लिया और सभी हंसते हुए जीप से नीचे उतरे… और आपस में बात करते.. "साला एक को पकड़ो और पुरा पैक हाथ लग जाता है। लेकिन ये पहला सर्किल कैसे पार किये।".... "पहले इनमे इलेक्ट्रिक शॉक प्रड्स (वो रॉड जिसके सिरे से इलेक्ट्रिक शॉक लगता है) घुसा दे, फिर कल इसपर मीटिंग करेंगे।


तीनों के हाथ जमीन पर और हाथ में थी, म्यान के अंदर कैद कटाना। अलबेली ने एक छोटा इशारा किया और तीनों ने पूरी ताकत से, नीचे बैठे-बैठे उन लोगों के टखने पर, काटाने के म्यान से ऐसा हमला किया कि उनका टखना चूर हो गया।


तीनों एक साथ बिल्कुल ऊंचे सुर में लगातार वूल्फ साउंड निकलते.… "वूऊऊऊऊऊऊऊ"… "वऊऊऊऊऊ"… "वूऊऊऊऊऊऊऊऊ"… यह ललकार वाली वुल्फ साउंड थी। तीनो अपने दुश्मनों को चुनौती दे रहे थे। शिकारी और वेयरवुल्फ के बॉस ने जब यह वूल्फ साउंड सुना, बंकर से शिकारी और वोल्फ की पूरी टुकड़ी को आवाज के पीछे भेज दिया। इसके साथ दोनो सीमा के सुरक्षा कर्मी को भी इनके लगा दिया गया।


तीनों के कंधे तिकोने शेप में जुड़े थे जो बीच से एक ट्राइंगल का निर्माण कर रहा था। कटाना अपने म्यान से बाहर आ चुका था और तीनों एक दूसरे को कवर करते धीरे-धीरे अन्दर, उनके फार्मिंग एरिया के ओर बढ़ रहे थे। कुछ दूर चले होंगे तभी रॉस्ले अपनी टीम के साथ पहुंच गया। जानी पहचानी गंध पाकर अलबेली वूल्फ साउंड में दहारी, ऐसा जैसे वहां के बीटा को कंट्रोल कर रही हो। रॉस्ले और उसके साथ आये 10 वुल्फ अपनी जगह रुक गए, जिसमें कोई अल्फा नहीं था।


ओजल:- रॉस्ले हमसे दूर रहो वरना कटाना खुल चुकी है और अब ये दोस्त या दुश्मन नहीं देखेगी। आज रात सब आजाद होंगे।


इधर उस जगह के बॉस का पूरा ध्यान अपने 3 दुश्मनों पर था, जिसने वुल्फ को पागल बनाने वाले म्यूज़िक से खुद को बचाकर अंदर की ओर बढ़ रहे थे। उसके मोशन सेंसर पर तीनों वूल्फ की लोकेशन आ रही थी जो तिकोना बनाकर एक दूसरे को कवर करते हुए चल रहे थे। उस बॉस का पूरा ध्यान सीमा पर था और फार्म के अंदर रूही एक-एक करके बड़ी तेजी के साथ कैदी वूल्फ को खोल रही थी। लगभग 20 वुल्फ को वो छुड़ा चुकी थी, तभी वहां चारो ओर बड़ी-बड़ी लाइट जलनी शुरू हो गई। माईक पर एक खतरनाक अनाउंस…


"तुम्हारा कोई भी पैक हो, उसे तुम ले जाओ, हमे यहां वॉयलेंस नहीं चाहिए। लेकिन यदि तुम तीनों ने लड़ाई नहीं रोकी तो मै यहां कैद सभी वुल्फ को मारने में देर नहीं करूंगा। हम अपने आदमी पीछे कर रहे है, तुम अपना ट्राइंगल छोड़कर अपने पैक को पहचान लो, और यहां से लेकर जाओ।"


ओजल:- क्या करे.. ?


इवान:- टाइम पास ही तो करना है, ध्यान से फ़ैल जाओ और हवा को मेहसूस करो। हम अपने अलग-अलग पैक चुनेंगे। 14, 16 और 14 का पैक। साले को शॉक्ड दे दो।


तीनों ने ट्राइंगल तोड़ा और ऐतिहात से आगे बढ़ने लगे। बंकर के अंदर बैठा बॉस जैसे ही तीनों को रौशनी में देखा… "ये तो टीन वुल्फ है, कसिके पैक के वोल्फ है।"


साथ काम करने वाला एक अल्फा वुल्फ… "तीनों अल्फा है बॉस।"


बॉस शॉक्ड होते… "लेकिन 3 अल्फा वुल्फ एक साथ कैसे आ गये।"


अल्फा वुल्फ:- शायद अलग-अलग आये हो। अंदर के किसी ने मदद की हो और तीनों को साथ मिलकर लड़ने के लिये भेजा हो।


बॉस:- लड़ाई करके क्यों नुकसान बढ़ना जब खुद फसने चले आ रहे है। वुल्फ पॉयजन का ट्रनकुलाइजर तैयार करो, और तीनों को बेहोश करो, जल्दी।


बॉस का हुक्म मिलते ही अल्फा वुल्फ का इशारा हुआ और लगभग 20 ट्रंकुलाइजर एक साथ अलबेली, इवान और ओशुन के ओर बढ़ने लगे। तीनों की आंखें तो खुली थी लेकिन मन तो हवा की तरह बह रहा था। सामने से आ रही ट्रक्यूलाइजर को तीनों स्लो मोशन में बढ़ते हुये देख रहे थे, जबतक वो बुलेट शरीर तक पहुंचती, कटाना को इतनी तेज गति से आगे ओर घुमाया सभी ट्रानकलाइजर बर्बाद होकर भूमि पर गिर गया।


तीनों उस माहौल को थर्राते हुए एक बार फिर ऊंची-लंबी वोल्फ साउंड निकालते… "तूने क्या हमे शिकार समझ रखा है जो झांसे में आयेंगे।.. इस दहाड़ पर तो केवल थर्राया होगा, कहीं हमारे बॉस ने अपनी दहार सुनाई, फिर तुम शिकारियों का पेशाब निकल जायेगा।".. इवान ने धमकाया


ओजल:- बस कर इवान कहीं डर से ना मर जाये..


उस फार्म का बॉस.… "अभी तक तो मैंने सोचा था कि तुम्हे केवल बेहोश करके गुलाम बनाऊंगा, लेकिन तुम्हारी किस्मत में मरना लिखा है। सिल्वर बुलेट लोड करो और पूरी एक मैगजीन खाली होने पर ये तीनों नहीं मरे तो फार्म से किसी भी 3 वूल्फ की लाश गिरा देना। पिलर में फिट किये बड़ी–बड़ी नली वाले 20 हैवी गन बंकर में लगा था। एक मैगजीन मतलब लगभग 1000 राउंड का बड़ा सा चटाई लोड हो रहा था।


इधर बातचीत का दौर शुरू होते ही रूही अपने काम पर और तेज़ी से लग गयी। तभी फार्म में मौजूद हर वूल्फ को भूमि की सतह पर कुछ होने का एहसास होने लगा। चारो ओर जो हरे पौधे और उसके ऊपर का फूल लगा था, मुरझा कर झुलस गया। आर्यमणि खेत की मिट्टी में पूरा पंजा घुसाकर वहां के पूरे पोषण के साथ उसके अंदर के टॉक्सिक को भी खींच चुका था। मिट्टी के साथ–साथ पौधों के जड़ों से भी आर्यमणि पूरा पोषण खींच चुका था। जिसका नतीजा यह हुआ कि कई किलोमीटर में फैले इस फार्म की पूरी फसल झुलस गयी।


कहानी यहां 2 हिस्सों में चल रही थी। एक ओर तीनों टीन वूल्फ, अलबेली, ओजल और इवान जंगल के शिकारी और वूल्फ को सामने से चुनौती दे रहे थे, वहीं रूही यहां कैद वूल्फ को करंट दौड़ रही चांदी कि जंजीर से आज़ाद करने में लगी हुई थी। यहां का बॉस तो बंकर में था और उसकी नजरें स्क्रीन पर तीनों टीन वूल्फ को ही मॉनिटर कर रही थी, इसलिए उसने सीधा अलबेली, ओजल और इवान पर हमला करवा दिया।


और इधर इवान, ओजल और अलबेली भी पूरा तैयार थे। तीनो ही पूर्ण रूप से जैसे वातावरण में समा गये थे। वहां के कण–कण को मेहसूस कर रहे हो जैसे। हवा के परिवर्तन को मेहसूस करते तीनो बिलकुल हवा की भांति लहराते, जब अपने कटना को चलाने लगे.… फिर तो बॉस के स्क्रीन पर न तो ठीक से तीनो टीन वुल्फ नजर आ रहे थे और काटना को तो नंगी आंखों से देखा ही नहीं जा सकता था, बस ऊसके लहर को मेहसूस किया जा सकता था।

"बॉस जल्दी काम ख़त्म करो। हमे यदि सिल्वर बुलेट छु भी लेती है तो हम इमर्जेंसी साउंड भेजेंगे। अभी हमें नहीं मरना।".. इवान ने आर्यमणि के गुप्त संदेश भेजा


तीनों टीन वूल्फ पर सिल्वर बुलेट की फायरिंग हो रही थी। रूही की चिंता सातवे आसमान पर पहुंच गयी। टीन वूल्फ अभी थे तो बच्चे ही। रूही जल्दी-जल्दी अपना काम समेट रही थी। तभी हवा का झोंका सा आर्यमणि, रूही के पास से गुजरा, जो कहता गया.… "तुम जल्दी से सभी कैदी को छुड़ाकर किनारे करो। बंकर की बुलेट फायरिंग मै रोकता हूं।"


रूही थोड़ा और समय ली। बचे हुये वुल्फ की बेड़ियां खुल चुकी थी और इधर सिल्वर बुलेट तो चल रही थी, लेकिन तीनों लहराते हुये क्या ही कटाना चला रहे थे। बुलेट तो जैसे कटना के आगे सरेंडर कर चुकी थी। जैसा कि शिकारियों के बॉस ने पहले कहा था... "सिल्वर बुलेट फायर करो, यदि पूरी मैगज़ीन खाली होने के बाद भी टीन वूल्फ नहीं मरे तो फार्म में कैद किसी भी 3 वूल्फ को मार देने।"… बंकर से इनकी सिल्वर बुलेट टीन वूल्फ पर फायरिंग हो रही थी। सभी सिल्वर बुलेट कटाना की धार को मज़ा चखने के बाद दम तोड़कर टीन वूल्फ के कदमों में बिछ जाते।


पूरे मगजिंन खत्म भी नहीं हुआ था कि एक तेज दहाड़ उस जंगल में गूंजी… किसी शक्तिशाली और आक्रमक वेयरवुल्फ की दिल दहला देने वाली, हमला करने की तेज दहाड़। बंकर में बैठा शिकारियों के बॉस के पास वाला अल्फा वुल्फ बिल्कुल शांत होकर अपना सर पकड़ लिया। इधर चोट खाये और कैद में फंसे वूल्फ जो खुद को जल्दी हील कर सकते थे, आर्यमणि की एक आवाज पर बंकर के अंदर दौड़ लगा चुके थे। लेकिन बंकर माउंटेन एश से घिरी हुई थी। बौखलाये कयी वेयरवुल्फ माउंटेन एश की खींची लाइन के बाहर खड़े होकर अपने गुस्से की दहाड़ से शिकारियों के बॉस को जाता रहे थे कि आज उनका दिन है।


आर्यमणि भी उन चोट खाये वेयरवुल्फ की मनोदशा को भांपकर माउंटेन एश की रेखा को मिटा दिया। रेखा मिटते ही सभी गुस्साए वूल्फ बंकर में घुसे। आर्यमणि सबसे आगे रहकर सीधा शिकारियों के बॉस को पकड़ा और उसके शर्ट के कॉलर को दीवार के खूंटी से टांग दिया। तकरीबन 40 शिकारी और 20 वुल्फ वहां बंकर में थे और आर्यमणि के साथ उनके विरुद्ध लड़ने के लिए कुल 20 गुस्साए वेयरवुल्फ ही पहुंचे थे, बांकी के कैदी वूल्फ लड़ने क्या उठने की हालत में भी नहीं थे।


आर्यमणि का ध्यान उस ओर तब गया जब एक कैदी वुल्फ की दर्द भरी चींख आर्यमणि के कानो तक पहुंची। आर्यमणि अपनी दोनों मजबूत भुजाएं फैलाकर पूरे रफ्तार से दौड़ा। अपनी चौड़ी भुजाओं के बीच 5-6 शिकारियों को एक साथ समेटकर, दौड़ते हुए दीवार से बिल्कुल चिपका दिया और कतार में सबसे आगे खड़े शिकारी के सीने पर एक जोरदार लात दे मारा। ऐसा लग रहा था आर्यमणि जानने कि कोशिश कर रहा कि क्या होगा जब.… 6 मजबूत लोगों कि कतार को एक साथ दीवार से पहले टकरा दिया जाये और फिर उसके ऊपर 1 लात जमाकर चेक किया जाये कि ये मजबूत इंसान कितना चपटा हो सकते है।


आर्यमणि अपने थेओरी पर एक्सपेरिमेंट कर चुका था। परिणाम भी काफी रोचक आये। आर्यमणि की लात कतार में आगे खड़े 3 शिकारी के पेट फाड़कर अंदर घुस गया था। और बचे 3 शिकारी के शरीर के सारे अस्तिपनजर के ऐसे चिथरे हुये की मौके पर ही दम तोड़ दिये। अंत में नतीजा यही आया, मानव शरीर भी उसके दिमाग की तरह बड़ा ही ईगो वाला होता है। मरना या टूटना मंजूर है लेकिन चपटा होना वसूलों के खिलाफ है। तत्काल दूसरी थेओरी भी आर्यमणि के दिमाग में आ गयी, क्या हो जब एक तेज गति से उड़ता नारियल दूसरे नारियल से टकरा जाये? क्या दोनों नारियल को मात्र दर्द होगा या फूट जायेगा? और फूटेगा भी तो फूटने का ब्लास्ट इमापैक्ट कैसा होगा? क्या बस छोटा लाइन मात्र फटकर पानी निकलेगा या चिथरे हो चुके होंगे?


थेओरी दिमाग में थी। एक्सपेरिमेंट में लिए थोड़ा झुक कर एक वूल्फ का पाऊं पकड़ कर खींच दिया। बेचारे का चेहरा धम्मम से फ्लोर पर टकराया। सर नीचे जमीन पर था और आर्यमणि उसका एक पाऊं पकड़कर हवा में किसी मुर्गे की तरह उठाये हुआ था। हां लेकिन इस मुर्गे को छीलकर बिरयानी तो बनानी नहीं थी। नारियल कॉलिजन पर एक्सपेरिमेंट करना था। इसलिए आर्यमणि ने तेज़ी से हाथ घुमाया। वूल्फ का सर ऊपर हवा में और अगले ही पल धैर पैट दूसरे वूल्फ के सर पर पटक दिया...


चीटिंग कर दिया आर्यमणि ने। थेओरी में तो केवल टकराना चेक करना था, लेकिन अमाउंट ऑफ फोर्स को उसने फिक्स ही नहीं किया। अपनी पूरी क्षमता से बूम… टकरा दिया, एक के ऊपर दूसरे का सर। वो टक्कर ऐसी थी मानो विस्फोट हुआ हो। विस्फोट की आवाज सुनकर दुश्मन और दोस्त सभी आवाज के ओर देखने लगे। हर किसी के मुंह पर सर के चिथरों के छीटें आकर पड़े। खैर इस थेओरी का एक्सपेरिमेंट विफल रहा, लेकिन परिणाम देखकर दुश्मन खेमे में ऐसी खामोशी छाई कि वो लोग दोनों हाथ जोड़कर कहने लगे.… "भाई-भाई नो मोर ह्यूमैन ट्रॉयल"


आर्यमणि ने ओके करके अपने दोनो हाथ खड़े कर दिये और बाकी कैद किये गये गुस्साये वूल्फ को नैतिकता का पाठ पढ़ाते हुए कहने लगा.…. "तुम लोगो के जो भी शिकार है, आज छोड़ना मत। बस केवल याद रहे मै जबतक खड़ा हूं कोई अपने दांत लगाकर खून नहीं पियेगा और मांस नहीं नोचेगा।"..


नीचे रूही अब भी कई कैद वुल्फ को छुड़ाने में लगी थी। वहीं कुछ और वुल्फ रूही की मदद कर रहे थे। तीनो टीन वुल्फ तो आज जैसे कहर का पर्यावाची शब्द बन गये थे। शिकारियों और वुल्फ की टीम इनके आस पास में ही थे। बुलेट फायरिंग रुकते ही तीनो सैकड़ों दुश्मन के बीच घिरे थे। रूही दूर से जब यह नजारा देखी, पूरे तेजी से भागना शुरू की। और जितनी तेज वो दौड़ना शुरू की थी, धीरे–धीरे गति अपने आप ही कम होने लगी।


रूही जब दौड़ना शुरू की तब भी भीड़ लगा ही हुआ था। बस बीच से हवा में कटे हुये हाथ, पाऊं और सर ही नजर आ रहे थे। चारा काटने की मशीन में जैसे चारा को कुतरा–कुतरा कर के काट देते हैं ठीक उसी प्रकार तीनो की कटाना लहरा रही थी। और लहराने की गति का तो कोई आकलन ही नहीं था। जब तक रूही वहां पहुंची तब तक तीनो ने मिलकर लाशें बिछा दी थी। बस एक टीम थोड़ी दूर बैठकर यह पूरा तमाशा देख रही थी। रूही के हाथ कुछ न लगा तो वो लास्की और उसके साथ खड़े 4 वुल्फ पर ही कहर बनकर बरसने वाली थी।


अलबेली उसे बीच मे ही रोकती... "रूको, ये अपने साथ में है।"


रूही:– हुंह… ये भी उनके साथ है और मेरा शिकार है...


ओजल:– क्ला और फेंग से मरोगी तो बॉस को क्या जवाब दोगी...


रूही:– बॉस बंकर में एक्शन कर रहा तुम तीनो ने यहां सबका सफाया कर दिया। मेरे लिये कुछ तो छोड़ा होता।समाज सेवा के काम पर लगा दिये। अब क्या मैं इन बचे लोगों का भी शिकार न करूं?


अलबेली, चिल्लाती हुई... "बस करो.. हमने कहा न वो अपने साथ है।"


रूही:– ये हरामी डॉक्टर और उसकी बीवी तो न है साथ में... और ये एक नया आदमी भी दिख रहा... क्या मैं इन्हे मार दूं...


इवान:– बस दीदी क्यों इतना पैनिक हो रही... ये डॉक्टर और उसकी बीवी तो मुख्य साजिशकर्ता है इन्हे आराम से मारेंगे... और वो आदमी बॉब भला मानस है। अभी सब बंकर चलते है, क्या पता वहां आपके लिये कोई शिकार बचा हो?


इधर बंकर में सामने डरे हुए शिकारी और कुछ घबराये से वुल्फ। ऊपर दीवार से टंगा शिकारियों का बॉस। फिर तो वहां उस बंकर में रक्त ही रक्त था। गुस्साये कैदी वूल्फ ने पूरा रक्त चरित्र दिखाते हुये हर एक शिकारी और उसका साथ देने वाले वूल्फ को अपने क्लॉ से फाड़कर रक्त स्नान कर रहे थे।…


"वो डॉक्टर और उसकी बीवी कहां है।"… आर्यमणि गुस्से से पूछने लगा।


"यहां है दोनो, चुपके से भाग रहे थे।"… पीछे से बॉब, लोस्की और लोस्की के सभी साथी, डॉक्टर माइक और उसकी पत्नी लिली को पकड़ कर ला रहे थे। हा लेकिन एक आवाज ने आर्यमणि का ध्यान पूरा खींचा, वो चौंकरकर आवाज़ के ओर मुड़ा.. आश्चर्य से आर्यमणि की आखें फ़ैल गई… "बॉब तुम यहां।"


बॉब:- हां मुझे भी उतनी ही हैरानी हुई थी, उस रात जब तुमने इस मदरचोद को बचाया था।


आर्यमणि:- तो तुमने इसे जहर दिया था..


बॉब:- हां और तुम समझ सकते हो क्यों जहर दिया होगा। पैसे के लिये जब ये अपने जान बचाने वाले को बेच सकता है, तब कितना गिरा होगा ये हरामि। तुम्हे देखकर सोच नहीं सकते मै कितना खुश हूं। मै आया था तुमसे मिलने। लेकिन उससे पहले ही डॉक्टर तुमसे मिलने पहुंच गया और पता नहीं कैसे तुम्हे झांसे में ले लिया।


आर्यमणि:- इस धूर्त की सच्चाई का पता तो हम दोनो को इसके इमोशन से ही हो गया था... तुम रूही को तो जानते हो ना...


बॉब:- हां तुम्हारे पूरे पैक को देखा हूं। कमाल की क्षमता है और तुमने उन्हें ये एहसास करवाया है कि वो भी एक इंसान है, जिन्हे खास बनाया गया है...


आर्यमणि:- सब तुम्हारे ज्ञान का नतीजा है बॉब, वरना मै भी भटका हुआ था। रूही और मुझे पहली मुलाकात से ही भनक थी, ये धूर्त है। हम तो इसकी मनसा समझने की कोशिश कर रहे थे। हम दोनों तो बस यही सोचकर आये थे कि देखे यहां क्या होता है और ये किस तरह का संगठन है, जहां शिकारियों के साथ वूल्फ भी काम कर रहे।


बॉब:- इसलिए तो मै भी पीछे-पीछे चला आया। लगा कहीं हेल्प की जरूरत ना पड़े।


आर्यमणि:- बॉब तुम पीछा कर रह थे और तुम्हारी गंध मुझ तक नहीं आयी?


बॉब:- मैंने ही सिखाया था और मै ही गंध कवर ना कर सकूं। वैसे मै तुम्हे निराश नहीं करना चाहता, लेकिन शायद कुछ देखकर तुम्हे अच्छा नहीं लगेगा। उस कमजरब (शिकारियों के बॉस) की आंख और हाथ निकाल कर लाओ अभी दिखता हूं।


आर्यमणि बिना कोई देर किये उसका हाथ और आंख निकाल लाया। बॉब ने आंख और हाथ से फ्लोर पर बायोमेट्रिक कमांड दिया और नीचे खुफिया सेक्शन का दरवाजा खुल गया। बाकी सबको ऊपर रहने के लिये बोलकर आर्यमणि नीचे उतर गया।


नीचे की पूरी जगह खाली नजर आ रही थी। वहां केवल एक मेडिकल बेड लगा हुआ था जो हैरानी और आश्चर्य का केंद्र बना हुआ था। उस बेड पर कोई लड़की लेटी हुई थी। उसके दोनो हाथ नीचे झूल रहे थे। जहां बेड लगा था वहां नीचे फर्निस फ्लोर नही था, बल्कि मिट्टी की जमीन थी। लड़की के दोनों हाथ पर जड़ें के रेशे जैसे पूरा लिपटा था जो जमीन से निकलकर उसके हाथ की नब्जों पर फैला हुआ था। उसके चेहरे के ऊपर कोई कैप चढ़ा था क्यूंकि चेहरे के ऊपर रखा कपड़ा किसी के सर की आम ऊंचाई से काफी ऊंचा था।


आर्यमणि:- ऐसे किसे लिटा कर रखा है।


बॉब:- खुद को संभालना…


बॉब ने जैसे ही उस कवर के ऊपर का कपड़ा हटाया, अंदर बिल्कुल जमा हुआ चेहरा को देखकर आर्यमणि लड़खड़ा गया। जैसे ही आर्यमणि को उसके पैक ने दर्द में पाया चारो एक साथ वूल्फ साउंड निकालते दौड़े। वो लोग जैसे ही सीढ़ियों पर पहुंचे आर्यमणि अपना हाथ उनकी ओर करते उन्हें रोका… "मै ठीक हूं तुम लोग ऊपर के लोगों की मदद करो।"..
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B2.

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भाग:–74





4 के विरूद्ध 1, लौडो के तो इज्जत पर बात आ गयी। 20 बार कोशिश कर चुके थे। सब थक कर बैठ गये और कोच ने फाइनल विसेल बजा दिया। उसे तो पहला ऑफर बॉयज की टीम से ही आ गया। ओजल सबको हाथ जोड़कर कहने लगी, वो सिर्फ 1 या 2 साल के लिये यहां आयी है और कोशिश कर रहे लोग कई सालों से कोशिश कर रहे है। वो टीम में सामिल नहीं होगी लेकिन जेरी और नताली को कुछ-कुछ स्किल सीखा सकती है।


फोर्स तो बहुत हुआ लेकिन ओजल नहीं मानी। कुछ देर में मैदान खाली हो गया। नताली और जेरी आमने-सामने। जेरी अपने घुटने पर बैठ गया और नताली को परपोज कर दिया। नताली ऐटिट्यूड दिखती… "नहीं, तुम मुझे पसंद नहीं।"..


ओजल हंसती हुई… "ये क्या ईगो सेटिस्फेक्शन था।"..


नताली हंसती हुई… "हां.. अपने परिचित को बोलो दोबारा परपोज करे।"..


शर्त सामने थी, और जेरी ने दोबारा परपोज कर दिया। दोनो ने एक्सेप्ट भी किया और एक दूसरे को चूमने भी लगे। लेकिन इन सब के बीच अचानक से ओजल लाइम लाइट में आ गयी। स्कूल में चारो ओर उसी की चर्चा और लोग उस से दोस्ती करने के लिये बेताब। शाम को तीनो ड्राइविंग स्कूल पहुंचे। आज तो वहां भी इनको क्लीन चिट मिल गया और साथ में कुछ कंडीशंस वाले ड्राइविंग लाइसेंस। तीनों बहुत खुश थे और आते ही… "बॉस, रूही… दोनो के लिये सरप्राइज है।"


दोनो अपने कमरे से बाहर निकलते… "क्या हुआ क्या सरप्राइज है।"


तीनों एक साथ…. "हमे ड्राइविंग लाइसेंस मिल गया.. वुहु।"


रूही:- कार खरीदकर ही आना था ना। और हां हमारी तरह फाइनेंस पर उठाना कार।


इवान:- वो क्यों भला..


आर्यमणि:- क्योंकि वक़्त कब बदले और कौन सा शहर हमे बुला रहा हो किसे पता। वैसे एक सरप्राइज और भी है, जो 50-50 में है।


ओजल:- कैसा सरप्राइज..


आर्यमणि:- सुनिश्चित नहीं है, लेकिन हो सकता है हम लोग जल्द ही एक्शन करते नजर आयेंगे। बहुत दिनों से लगता है तुमलोग भी बोर हो गये हो।


तीनों एक साथ… "कार छोड़ो चलो पहले एक्शन की तैयारी करते है।"


रूही:- नहीं-नहीं चलो पहले कार लेते है। वैसे कैसी कार चाहिए तुम तीनो को, कुछ सोचा है।


तीनों एक ही वक़्त में आगे पीछे लगभग एक ही बात कहे… सेवर्लेट" की वो चार सीटर मिनी पिक अप आती है ना वही।"


आर्यमणि:- तीनों थोड़े कम फिल्में देखा करो। चलो चलते है।


कार लेने के बाद पारंपरिक ढंग से स्वागत करके उसे गराज में लाकर लगाया गया। तीनों ऊपर बैठकर बातें कर रहे थे, रूही सबके लिए कुछ पका रही थी इसी बीच वो डॉक्टर अपनी पत्नी के साथ आ गया।.... "हमे तुम्हारा प्रस्ताव मंजूर है। मैंने सोचा वीकेंड टूर प्लान कर रहे है और साथ में अपनी हॉट वाइल लिली (डॉक्टर की पत्नी) भी हो तो सफ़र का आनंद ही कुछ और होगा। तुम्हारे 1 मिलियन कौन से अकाउंट में ट्रांसफर करने है वो बताओ।"..


पैसों की लेनदेन पूरे होने के बाद आर्यमणि, डॉक्टर माईक और उसकी पत्नी से उसका मोबाइल लेकर… "आगे का सफर आप हमारे हिसाब से करेंगे डॉक्टर।"


डॉक्टर:- जैसी तुम्हारी मर्जी।


आर्यमणि ने रूही को उनके साथ एयरपोर्ट भेजकर ऊपर आया और तीनों को अकेले एयरपोर्ट पहुंचकर, साथ मैक्सिको चलने के लिये कहा। उनका काम था बिना खुद को जाहिर किये पीछा करना और नजर बनाये रखना की कोई हमारा पीछा तो नहीं कर रहा। यदि कोई हमारा पीछा कर रहा हो तो उसे सफाई से, रास्ते से हटा देना। उसके बाद किसी जंगल में शिकारी और वुल्फ जो मिलकर काम करते है, उनसे जाकर पहले मैं और रूही मिलने जायेंगे। तुमलोग 12 घंटे बाद जंगल के लिये निकलोगे। रास्ते में हम फूट प्रिंट छोड़ते जायेंगे, उसी हिसाब से आगे बढ़ना और हमारे सिग्नल का इंतजार करना। जैसे ही एक्शन शुरू होते है, तुम तीनो जंगल में फैले हुये दुश्मनों को लिटा देना और यदि तुम पर कोई खतरा आता है तब तुरंत आवाज़ लगाना।


सारी बातें क्लियर हो गयी और इधर तीनों ऑनलाइन टिकिट बुक करके जब रास्ते में थे…. "बॉस तो सिम्पल प्लान बता रहे है। देखो अगर ड्रग का धंधा करते है तो इनके पास कैश पैसा भी उतना ही होगा। इसलिए हमे प्लान में थोड़ी तब्दीली लानी होगी।"… इवान ने कहा..


अलबेली:- बॉस चमरी उधेड़ देंगे यदि पता चला कि हम पैसों को उड़ाने के बारे में सोच रहे थे।


ओजल:- कौन सा वो मेहनत का पैसा कमा रहे है। ज़हर का कारोबार करके कमाया है।


इवान:- और कौन सा हम बुरे काम करते है, हमारे खर्च के लिए भी तो पैसे ऐसे ही लोगों के पास से आये है। सो इन पैसे से हम कुछ लोगों के लिये कुछ ना कुछ अच्छा कर सकते है।


अलबेली:- गधों, तुम एक गैंग का पैसा लोगे और इन पैसों के पीछे 4 गैंग वाले पड़ जायेंगे। फिर रोज लफड़े, फिर रोज झगड़े और अंत में यहां से जाना होगा।


ओजल:- हां लेकिन कहीं हमे कैश लेकर आना पड़ा तो, उसकी तैयारी तो करनी होगी ना। बॉस ने नहीं सोचा तो क्या हुआ, हम एक ट्रक लेकर चलेंगे, बॉस के पास प्रस्ताव रखेंगे। मान गये तो ठीक नहीं तो कोई बात नहीं।


अलबेली:- दोनो भाई बहन मिलकर चुरण तो नहीं दे रहे। कोई बेवकूफी मत करना, अपनी मर्जी से खुलकर जीने का मौका मिला है, मै इसे ट्रैवलिंग में बर्बाद नहीं करना चाहती।


इवान:- तुम्हारे बिना पत्ता भी नहीं हिलेगा, अब खुश।


अलबेली:- हां बहुत खुश।


पांचों एक ही प्लेन में उड़ान भर रहे थे लेकिन अलग-अलग। 360⁰ की आंखें थी सबकी और चारो ओर नजर दिये हुए थे। फ्लाइट मैक्सिको लैंड हुई और सब अपने-अपने रास्ते। इवान, ओजल और अलबेली सीधा पहुंचे मैक्सिको के काला बाजार। वहां से उन्होंने 4 कटाना खरीदा और आर्यमणि के लिए 2 सई वैपन। एक वैन में ट्विंस सवार हो गए और एक पिकअप लेकर अलबेली उनके पीछे बढ़ी।


तीनों जाकर रात के लिये होटल में रुके, और अगली सुबह आर्यमणि के मार्क रास्ते पर चल दिये… एक बड़े सा पाऊं का निशान आर्यमणि और रूही ने बनाया था। तीनों समझ गये उन्हें इस पॉइंट पर रुकना है।


दोनो गाड़ी पार्क करने के बाद तीनों साथ हुये… "ये सुपरनैचुरल और शिकारी की भिड़ंत ऐसे घने जंगलों के बीच क्यों होता है? यहां का माहौल देखकर ही लोगों को हार्ट अटैक आ जाये।"… जंगल के शांत और खौफनाक माहौल को मेहसूस करती, अलबेली कहने लगी।


ओजल:- ऐसा लग रहा है वो.. "दि रिंग".. मूवी में चुड़ैल के कुएं के पास जैसा हॉरर इफेक्ट डाला था, वैसा ही यहां भी डाले है। कहीं सच में कोई चुड़ैल हुई तो?


इवान:- काम पर ध्यान दे, बॉस और रूही रात से यहां है?


"रुको, एक मिनट, ऐसे आगे मत बढ़ो।"… इवान ने दोनो को रोकते हुये कहा।


ओजल:- अब क्या हुआ, काम पर ही ध्यान देने जा रहे है?


इवान:- पाऊं के निशान देखी हो, दोनो ने ऐड़ी से गड्ढे बनाये है, इसका मतलब है रुको, आगे कुछ खतरा है। खतरे को भांपकर फिर आगे बढ़ो।


अलबेली:- हम्मम ! चलो हम फ़ैल जाते है और इस सीमा के बाहर रहकर देखते है आगे कोई खतरा है कि नहीं.…


ओजल:- फुट साइन देखो, क्रॉस है, मतलब आगे बढ़ना ही नहीं है। बॉस ऐसा कैसे कर सकते है।


"वो कर सकता है।".… पिछे से एक आवाज आयी और तीनों चौंककर देखने लगे.. ओजल और अलबेली उसे घेरती.. "तुम कौन हो।"..


आदमी:- मुसाफिर, इस जंगल का मुसाफिर..


इवान:- ये भी हमारे साथ फ्लाइट में था। हमारे साथ ही चला था बर्कले (कारलीफॉर्निया) से।


आदमी:- मेरा नाम बॉब इवानविस्की है, यहां आते–जाते रहता हूं। तुम तीनों चाहो तो मेरे साथ अंदर तक चल सकते हो, या आगे जाने का खतरा मोल लोगे मना करने के बावजूद, ये तुम्हारी मर्जी है।


तीनों आपस में कुछ बातें की और उसके साथ जाने के लिए हामी भर दी। वो आदमी बॉब वहां खड़ा होकर किसी को कॉल लगाया और थोड़ी देर बाद 2 जीप वहां पहुंच गई। उस जीप में तीनों सवार होकर निकल गये। बॉब किसी रॉस्ले नाम के आदमी से मिला, उसने एक बैग बॉब को थमा दिया। बॉब बाग को अपने पास रखते... "रॉस्ले, ये कुछ नए लोग धंधा करना चाहते है, इन्हे धंधा समझा दो। जो भी माल लेंगे कैश लेंगे, बस धंधा पहली बार कर रहे है।"..


रॉस्ले:- थैंक्स बॉब…. क्यों किड्स क्या बेचना पसंद करोगे।


ओजल:- जो सबसे ज्यादा नसिला हो, एक कश और दुनिया हील जाये।


रॉस्ले:- हाहाहाहा… तुम्हारा पैक कहां है।


इवान:- हमे पैक की जरूरत नहीं, हम पहले से ही पैक में है। दि अल्फा पैक। लेकिन पैक और वुल्फ वो ताकत नहीं देते जो ये पैसा देता है।


रॉस्ले:- धंधे में तुम जैसे ही सोच वाले लोग तो चाहिए। सुनो बॉब इतने शानदार लोगो से मिलवाने के लिए आज रात का जश्न मेरे ओर से। तुम तीनों रेस्ट करो, मै कुछ लोगो से बात करके तुम लोगो को धंधे के बारे में सब बताता हूं, वैसे माल कितने का लोगे।


अलबेली:- एक दिन में कितने का बिक जाता है।


रॉस्ले:- कोई लिमिट नहीं है, यहां हम बिलियन का माल सेकंड में बेच देते है।


अलबेली:- ठीक है 1 मिलियन का माल शुरवात के लिये।


रॉस्ले:- धंधा नया शुरू कर रहे हो ना..


इवान:- कम है क्या, ठीक है 5 मिलियन का खरीद लेंगे।


रॉस्ले, उन्हें गन प्वाइंट पर लेते… "9 एमएम सिल्वर बुलेट, इधर गोली अंदर और जान बाहर। बॉब के कारण अपन तुम्हारा इंक्वायरी नहीं किया और तुम फिरकी ले रहा है।


ओजल अपना अकाउंट स्टेटस दिखती… "तुम्हारी औकात नहीं हमरे साथ धंधा करने की। चलो सब"..


बॉब:- अरे बेवकूफों रॉस्ले कह रहा है पहले 10 हजार का माल लो, रिस्क और मार्केट देखो, फिर धीरे-धीरे धंधा बढ़ाओ। पहली बार आये हो। धंधा पहली बार कर रहे हो और तुम्हे 5 मिलियन का माल चाहिए, कोई भी चौंक जायेगा।


रॉस्ले:- ये किड्स बहुत आगे तक जायेगा बॉब। आज तूने अपनी बिरादरी वालो को अपने पास लाकर दिल खुश कर दिया है। रात यही रुक और आराम से पार्टी करके जाना।


बॉब:- रॉस्ले तुम जानते हो मै रुक नहीं सकता..


ओजल:- बॉब हमारे लिये रुक जाओ।


रुक गया बॉब। चारो हाथ में बियर लिये जंगल में भटक रहे थे, तभी ओजल बॉब से उसकी पहचान पूछने लगी। उसने कुछ नहीं बताया सिर्फ इतना ही कहा वो अपने काम के वजह से यहां है, अगर वो तीनो अपने साथी को छुड़ाकर यहां से निकलने में कामयाब हो गये, तो उसके पते पर आकर मिले। बॉब इसके आलवा कोई जानकारी नहीं दिया और उन्हें जंगल घुमाते-घुमाते एक और सीमा तक ले आया…


"इस रास्ते पर चलते जाओगे तो आगे तुम्हे फार्मिंग दिखेगी, वहीं तुम्हारे साथी कैद है। एक बात याद रहे इसके अंदर यदि तुम पकड़े गये, फिर कभी वापस लौटकर नहीं आ सकते। रॉस्ले अच्छा आदमी है, लेकिन मजबूर। यदि सबको बचाते हो तो उसे भी निकाल लेना। वो जितने लोगो को निकालना चाहे उसकी मदद कर देना। तुम्हारे हथियार तुम्हारे कमरे में पहुंच गये है, बेस्ट ऑफ लक।"


इसके ठीक पूर्व रात के समय छिपते-छिपाते जैसे ही रूही और आर्यमणि वहां पहुंचे उन्हें ट्रैप कर लिया गया। गले में सिल्वर का पट्टा, जिसके अंदर करंट। एक बार करंट का कमांड दिया उन लोगो ने, तो रूही और आर्यमणि गला पकड़ कर बैठ गये और रहम की भीख मांगने लगे। उन्हें बेबस देखकर वो शिकारी हंसे और, हाथ और पाऊं में भी ठीक वैसा ही पट्टा लगा दिया। ये डॉक्टर माइक और लीली का बिछाया जाल था जिसमे दोनो जान बूझकर फंस चुके थे।


डॉक्टर माईक और लिली को वहां रुकना पड़ा, क्योंकि एक पुरा दिन आर्यमणि और रूही का काम देखने के बाद ही उनको रात में पेमेंट मिलती। वहां वुल्फ का काम देखकर आर्यमणि दंग था। कई किलोमीटर तक का फैला फार्म, और नशे के पौधों को पानी की जगह वुल्फ ब्लड से सीचते थे। एक रात में वुल्फ ब्लड से सींचकर पुरा पौधा तैयार कर लेते थे।… दोनो ने जब यहां का हाल देखा, आखों के सामने हैवानियत का ऐसा नजारा देखकर दंग थे…. "बॉस ऐसा भी होता है क्या?"..


आर्यमणि:- दुनिया इनोवेटिव हो गयी है रूही। ये नया अनुभव भी करो और दिमाग को पूरा काबू में रखकर ये देखने की कोशिश करो, इन लाचारों को कैसे बचाएं।


एक रात से अगले दिन का शाम के 5 बज रहे थे। शाम का वक्त था, लेकिन जंगल के अंदर घनघोर अंधेरा, ऐसा लग रहा था अमवस्या की रात थी। रूही और आर्यमणि दोनो आसपास लेटे थे। रूही बेसुध कोई होश ही नहीं, उसी की तरह बाकियों की भी हालत थी। उस बड़े से फार्म में सकड़ो वेयरवॉल्फ थे, जिनके हाथ, पाऊं, और गले में चांदी के पट्टे लगे थे। हर पट्टे मोटी जंजीर से लगा हुआ था। कोई अपनी मर्जी से खून बहाता तो ठीक वरना पट्टे के अंदर लगे हाई वोल्टेज वाले करेंट को जैसे ही ट्रिगर किया जाता, वुल्फ मिर्गी के रोगी समान छटपटाते बेहोश हो जाते। बेहोश वुल्फ के हाथ से खून निकलना कौन सी बड़ी बात थी। उनके शरीर से कतरा-कतरा खून का निचोड़ लिया जाता था।


आर्यमणि बड़ी सफाई से अपना पट्टा खोल चुका था। अपने दांत से होंठ को काटकर खून निकाला और रूही के होंठ से होंठ लगाकर चूमने लगा। जैसे ही खून का कतरा रूही के अंदर गया, गहरी श्वांस लेती वो अपने आखें खोल ली और पागलों की तरह खून चूसने लगी। होश ही नहीं कुछ भी बस चूसती रही। तभी रूही के कान में वुल्फ साउंड सुनाई दिया। यह आवाज ओजल, इवान, और अलेबली की थी। इधर बॉब ने जैसे ही आर्यमणि और रूही का पता बताया। तीनों अपने कमरे से हथियार निकालकर उस सीमा तक पहुंच चुके थे जिसके आगे फार्मिंग शुरू होती थी और वहीं से खड़े होकर वुल्फ साउंड दे रहे थे।


रूही होंठ छोड़कर जैसे ही वुल्फ साउंड का जवाब देने के लिए मुंह खोली… "नहीं, मत आवाज़ दो, उनको निपटने दो। हमे वक़्त मिल गया है इन सबको बचाने का। जबतक ये लोग टीन्स के साथ उलझे है, तुम सबको खोलो। तुम्हे सिल्वर एलर्जी तो नहीं।"..


रूही:- आर्यमणि, तुम्हारी हालत जारा भी ठीक नहीं, तुम्हारे बिना हम यहां से कैसे निकलेंगे?


आर्यमणि, रूही को घूरते.… "ओय पागल मैं मारने वाला नही जो इतने शोक में डूबकर बातें कर रही हो। अब जो कहा है वो करो, या डर लग रहा है सिल्वर एलर्जी का।


रूही मस्ती में आर्यमणि के होंठ चूमती… "तुमने कहा है ना… एलर्जी होगी भी, तो भी करूंगी। जल्दी से रिकवर हो जाओ, सब साथ घर चलेंगे।"


वुल्फ साउंड जैसे ही आया… बॉब अपना सर पीटते… "ये टीन, एंट्री तो बहुत समझदारी वाली मारे थे लेकिन ये क्या बेवकूफी कर गये।


यहां की जगह व्यूह जैसी बनी थी। ड्रग्स माफिया के इलाके में घुसते ही पहला दायरा 200 मीटर का था। ये दायरा प्रवेश द्वार पर खड़े सुरक्षा कर्मी के अंदर आता था। इनका काम था किसी बाहर वाले को 200 मीटर के आगे न जाने दे। 200 मीटर के आगे सुरक्षा कर्मी की सीमा थी। ये लोग वहां से अंदर 300 मीटर की सुरक्षा देखते थे। कोई भटका हुआ उनकी से सीमा में आ जाये तो उन्हे प्रवेश द्वार वाले सुरक्षा कर्मी के पास पहुंचाना इनका काम था। हां लेकिन कोई इनकी बात न माने तो सीधा गोली मार देते थे। कुल 500 मीटर के दायरे में 2 सुरक्षा कर्मी की टीम तैनात थी। और उसके आगे फार्मिंग का इलाका शुरू होता था जो मिलो फैला था और वहां की सुरक्षा एक बड़े से मिलिट्री बंकर से करते थे।
It's action time,😂😂
Shandaar update Bhai ❤️🎉
 
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आखरी सीमा फार्मिंग की सीमा। इसके मध्य में एक बड़ा सा मिलिट्री बंकर था, जहां से हर सीमा की निगरानी से लेकर तरह–तरह के हथियार और बेहतरीन लड़ाका द्वारा पूरे क्षेत्र को नियंत्रण में रखा जाता था। फार्मिंग के इलाके में सैकडों कैदी वेयरवुल्फ थे। उनके खून से नशीले पौधों की सिंचाई की जाती थी। यहां हर वूल्फ को सिल्वर पट्टे डालकर जंजीर से बांधकर जमीन पर लिटा दिया जाता था। उनके नब्ज में 8-10 नीडल घुसकर, 8-10 खुले पाइप खेत के क्यारियों में छोड़ दिया जाता था। हर वूल्फ का ब्लड पाइप के जरिये मिट्टी तक पहुंचती। तीनों टीन वुल्फ फार्मिंग सर्कल के बॉर्डर पर खड़े होकर आवाज लगा रहे थे।


ओजल:- कमाल का वुल्फ साउंड था दोस्तो, वापस साउंड नहीं आया मतलब उन्हें वक़्त चाहिए, तबतक हाथ ना आओ, जबतक बॉस और रूही दीदी की आवाज ना सुनो।


अलबेली:- तो चलो बॉस और रूही वक़्त दिया जाये, जितना हम दे सकते है। आज जो कुछ भी ट्रेनिंग से सीखा है उसका प्रेक्टिकल देने क वक्त आ गया दोस्तों...


इवान:- सोचा था बाद में कभी कह दू, लेकिन मै कहे बिना रह नहीं पाऊंगा, क्या पता सब जब नॉर्मल हो तो मै हिम्मत जुटा पाऊं या नहीं, माझे आयुष्य अलबेली, आई लव यू…


दोनो लड़कियां इवान का मुंह देखने लगी, अलबेली हंसती… "ये कब हुआ, ना कोई सीन बना, ना कोई रोमांटिक-एक्शन मोमेंट क्रिएट हुआ, सीधा लव हो गया। ओजल तुझे कुछ समझ में आया।"..


ओजल:- लगता है एक्शन के एक्साइटमेंट में तुम्हे हग करके किस्स करना चाह रहा है। जल्दी इसे किस्स दे दे और काम पर लग जा, इस बारे में आराम से सोचेंगे।


अलबेली, इवान का कॉलर पकड़ कर अपने ऊपर खींचती.. "एक किस्स के लिए इतनी झिझक"… कहते हुए अलबेली ने इवान के कमर में हाथ डाला और होंठ से होंठ लगाकर चूमने लगी।


तभी वहां खास किस्म का तेज और लाउड म्यूज़िक प्ले होने लगा। वेयरवोल्फ हंटर द्वारा प्रयोग में लाया जाना वाला एक आधुनिक हथियार। इसके धुन को कुछ इस प्रकार बनाया गया था जिसे सुनकर हर वुल्फ अपना सर पकड़कर वहीं बैठने पर मजबूर हो जाये। म्यूजिक के शुरू होते ही ओजल के चेहरे पर खिंचाव सा गया। ओजल दोनो को एक हाथ मारते… "केवल किस्स ही कर रहे थे ना, हरामियों गुम किधर हो। हमे फसाने के लिए एक्शन शुरू हो गया है। आंह्हहह !! इनकी ये घटिया म्यूज़िक।"


इवान अपने बैग से इयर कैप निकला, खुद भी लगाया और दोनो को भी पहनने के लिये दिया। तीनों इयर कैप पहनकर वहीं नीचे जमीन पर सर पकड़ कर बैठ गये। थोड़ी ही देर में एक जीप भड़कर वहां शिकारी पहुंचे। शिकारियों ने उन्हें घेर लिया और सभी हंसते हुए जीप से नीचे उतरे… और आपस में बात करते.. "साला एक को पकड़ो और पुरा पैक हाथ लग जाता है। लेकिन ये पहला सर्किल कैसे पार किये।".... "पहले इनमे इलेक्ट्रिक शॉक प्रड्स (वो रॉड जिसके सिरे से इलेक्ट्रिक शॉक लगता है) घुसा दे, फिर कल इसपर मीटिंग करेंगे।


तीनों के हाथ जमीन पर और हाथ में थी, म्यान के अंदर कैद कटाना। अलबेली ने एक छोटा इशारा किया और तीनों ने पूरी ताकत से, नीचे बैठे-बैठे उन लोगों के टखने पर, काटाने के म्यान से ऐसा हमला किया कि उनका टखना चूर हो गया।


तीनों एक साथ बिल्कुल ऊंचे सुर में लगातार वूल्फ साउंड निकलते.… "वूऊऊऊऊऊऊऊ"… "वऊऊऊऊऊ"… "वूऊऊऊऊऊऊऊऊ"… यह ललकार वाली वुल्फ साउंड थी। तीनो अपने दुश्मनों को चुनौती दे रहे थे। शिकारी और वेयरवुल्फ के बॉस ने जब यह वूल्फ साउंड सुना, बंकर से शिकारी और वोल्फ की पूरी टुकड़ी को आवाज के पीछे भेज दिया। इसके साथ दोनो सीमा के सुरक्षा कर्मी को भी इनके लगा दिया गया।


तीनों के कंधे तिकोने शेप में जुड़े थे जो बीच से एक ट्राइंगल का निर्माण कर रहा था। कटाना अपने म्यान से बाहर आ चुका था और तीनों एक दूसरे को कवर करते धीरे-धीरे अन्दर, उनके फार्मिंग एरिया के ओर बढ़ रहे थे। कुछ दूर चले होंगे तभी रॉस्ले अपनी टीम के साथ पहुंच गया। जानी पहचानी गंध पाकर अलबेली वूल्फ साउंड में दहारी, ऐसा जैसे वहां के बीटा को कंट्रोल कर रही हो। रॉस्ले और उसके साथ आये 10 वुल्फ अपनी जगह रुक गए, जिसमें कोई अल्फा नहीं था।


ओजल:- रॉस्ले हमसे दूर रहो वरना कटाना खुल चुकी है और अब ये दोस्त या दुश्मन नहीं देखेगी। आज रात सब आजाद होंगे।


इधर उस जगह के बॉस का पूरा ध्यान अपने 3 दुश्मनों पर था, जिसने वुल्फ को पागल बनाने वाले म्यूज़िक से खुद को बचाकर अंदर की ओर बढ़ रहे थे। उसके मोशन सेंसर पर तीनों वूल्फ की लोकेशन आ रही थी जो तिकोना बनाकर एक दूसरे को कवर करते हुए चल रहे थे। उस बॉस का पूरा ध्यान सीमा पर था और फार्म के अंदर रूही एक-एक करके बड़ी तेजी के साथ कैदी वूल्फ को खोल रही थी। लगभग 20 वुल्फ को वो छुड़ा चुकी थी, तभी वहां चारो ओर बड़ी-बड़ी लाइट जलनी शुरू हो गई। माईक पर एक खतरनाक अनाउंस…


"तुम्हारा कोई भी पैक हो, उसे तुम ले जाओ, हमे यहां वॉयलेंस नहीं चाहिए। लेकिन यदि तुम तीनों ने लड़ाई नहीं रोकी तो मै यहां कैद सभी वुल्फ को मारने में देर नहीं करूंगा। हम अपने आदमी पीछे कर रहे है, तुम अपना ट्राइंगल छोड़कर अपने पैक को पहचान लो, और यहां से लेकर जाओ।"


ओजल:- क्या करे.. ?


इवान:- टाइम पास ही तो करना है, ध्यान से फ़ैल जाओ और हवा को मेहसूस करो। हम अपने अलग-अलग पैक चुनेंगे। 14, 16 और 14 का पैक। साले को शॉक्ड दे दो।


तीनों ने ट्राइंगल तोड़ा और ऐतिहात से आगे बढ़ने लगे। बंकर के अंदर बैठा बॉस जैसे ही तीनों को रौशनी में देखा… "ये तो टीन वुल्फ है, कसिके पैक के वोल्फ है।"


साथ काम करने वाला एक अल्फा वुल्फ… "तीनों अल्फा है बॉस।"


बॉस शॉक्ड होते… "लेकिन 3 अल्फा वुल्फ एक साथ कैसे आ गये।"


अल्फा वुल्फ:- शायद अलग-अलग आये हो। अंदर के किसी ने मदद की हो और तीनों को साथ मिलकर लड़ने के लिये भेजा हो।


बॉस:- लड़ाई करके क्यों नुकसान बढ़ना जब खुद फसने चले आ रहे है। वुल्फ पॉयजन का ट्रनकुलाइजर तैयार करो, और तीनों को बेहोश करो, जल्दी।


बॉस का हुक्म मिलते ही अल्फा वुल्फ का इशारा हुआ और लगभग 20 ट्रंकुलाइजर एक साथ अलबेली, इवान और ओशुन के ओर बढ़ने लगे। तीनों की आंखें तो खुली थी लेकिन मन तो हवा की तरह बह रहा था। सामने से आ रही ट्रक्यूलाइजर को तीनों स्लो मोशन में बढ़ते हुये देख रहे थे, जबतक वो बुलेट शरीर तक पहुंचती, कटाना को इतनी तेज गति से आगे ओर घुमाया सभी ट्रानकलाइजर बर्बाद होकर भूमि पर गिर गया।


तीनों उस माहौल को थर्राते हुए एक बार फिर ऊंची-लंबी वोल्फ साउंड निकालते… "तूने क्या हमे शिकार समझ रखा है जो झांसे में आयेंगे।.. इस दहाड़ पर तो केवल थर्राया होगा, कहीं हमारे बॉस ने अपनी दहार सुनाई, फिर तुम शिकारियों का पेशाब निकल जायेगा।".. इवान ने धमकाया


ओजल:- बस कर इवान कहीं डर से ना मर जाये..


उस फार्म का बॉस.… "अभी तक तो मैंने सोचा था कि तुम्हे केवल बेहोश करके गुलाम बनाऊंगा, लेकिन तुम्हारी किस्मत में मरना लिखा है। सिल्वर बुलेट लोड करो और पूरी एक मैगजीन खाली होने पर ये तीनों नहीं मरे तो फार्म से किसी भी 3 वूल्फ की लाश गिरा देना। पिलर में फिट किये बड़ी–बड़ी नली वाले 20 हैवी गन बंकर में लगा था। एक मैगजीन मतलब लगभग 1000 राउंड का बड़ा सा चटाई लोड हो रहा था।


इधर बातचीत का दौर शुरू होते ही रूही अपने काम पर और तेज़ी से लग गयी। तभी फार्म में मौजूद हर वूल्फ को भूमि की सतह पर कुछ होने का एहसास होने लगा। चारो ओर जो हरे पौधे और उसके ऊपर का फूल लगा था, मुरझा कर झुलस गया। आर्यमणि खेत की मिट्टी में पूरा पंजा घुसाकर वहां के पूरे पोषण के साथ उसके अंदर के टॉक्सिक को भी खींच चुका था। मिट्टी के साथ–साथ पौधों के जड़ों से भी आर्यमणि पूरा पोषण खींच चुका था। जिसका नतीजा यह हुआ कि कई किलोमीटर में फैले इस फार्म की पूरी फसल झुलस गयी।


कहानी यहां 2 हिस्सों में चल रही थी। एक ओर तीनों टीन वूल्फ, अलबेली, ओजल और इवान जंगल के शिकारी और वूल्फ को सामने से चुनौती दे रहे थे, वहीं रूही यहां कैद वूल्फ को करंट दौड़ रही चांदी कि जंजीर से आज़ाद करने में लगी हुई थी। यहां का बॉस तो बंकर में था और उसकी नजरें स्क्रीन पर तीनों टीन वूल्फ को ही मॉनिटर कर रही थी, इसलिए उसने सीधा अलबेली, ओजल और इवान पर हमला करवा दिया।


और इधर इवान, ओजल और अलबेली भी पूरा तैयार थे। तीनो ही पूर्ण रूप से जैसे वातावरण में समा गये थे। वहां के कण–कण को मेहसूस कर रहे हो जैसे। हवा के परिवर्तन को मेहसूस करते तीनो बिलकुल हवा की भांति लहराते, जब अपने कटना को चलाने लगे.… फिर तो बॉस के स्क्रीन पर न तो ठीक से तीनो टीन वुल्फ नजर आ रहे थे और काटना को तो नंगी आंखों से देखा ही नहीं जा सकता था, बस ऊसके लहर को मेहसूस किया जा सकता था।

"बॉस जल्दी काम ख़त्म करो। हमे यदि सिल्वर बुलेट छु भी लेती है तो हम इमर्जेंसी साउंड भेजेंगे। अभी हमें नहीं मरना।".. इवान ने आर्यमणि के गुप्त संदेश भेजा


तीनों टीन वूल्फ पर सिल्वर बुलेट की फायरिंग हो रही थी। रूही की चिंता सातवे आसमान पर पहुंच गयी। टीन वूल्फ अभी थे तो बच्चे ही। रूही जल्दी-जल्दी अपना काम समेट रही थी। तभी हवा का झोंका सा आर्यमणि, रूही के पास से गुजरा, जो कहता गया.… "तुम जल्दी से सभी कैदी को छुड़ाकर किनारे करो। बंकर की बुलेट फायरिंग मै रोकता हूं।"


रूही थोड़ा और समय ली। बचे हुये वुल्फ की बेड़ियां खुल चुकी थी और इधर सिल्वर बुलेट तो चल रही थी, लेकिन तीनों लहराते हुये क्या ही कटाना चला रहे थे। बुलेट तो जैसे कटना के आगे सरेंडर कर चुकी थी। जैसा कि शिकारियों के बॉस ने पहले कहा था... "सिल्वर बुलेट फायर करो, यदि पूरी मैगज़ीन खाली होने के बाद भी टीन वूल्फ नहीं मरे तो फार्म में कैद किसी भी 3 वूल्फ को मार देने।"… बंकर से इनकी सिल्वर बुलेट टीन वूल्फ पर फायरिंग हो रही थी। सभी सिल्वर बुलेट कटाना की धार को मज़ा चखने के बाद दम तोड़कर टीन वूल्फ के कदमों में बिछ जाते।


पूरे मगजिंन खत्म भी नहीं हुआ था कि एक तेज दहाड़ उस जंगल में गूंजी… किसी शक्तिशाली और आक्रमक वेयरवुल्फ की दिल दहला देने वाली, हमला करने की तेज दहाड़। बंकर में बैठा शिकारियों के बॉस के पास वाला अल्फा वुल्फ बिल्कुल शांत होकर अपना सर पकड़ लिया। इधर चोट खाये और कैद में फंसे वूल्फ जो खुद को जल्दी हील कर सकते थे, आर्यमणि की एक आवाज पर बंकर के अंदर दौड़ लगा चुके थे। लेकिन बंकर माउंटेन एश से घिरी हुई थी। बौखलाये कयी वेयरवुल्फ माउंटेन एश की खींची लाइन के बाहर खड़े होकर अपने गुस्से की दहाड़ से शिकारियों के बॉस को जाता रहे थे कि आज उनका दिन है।


आर्यमणि भी उन चोट खाये वेयरवुल्फ की मनोदशा को भांपकर माउंटेन एश की रेखा को मिटा दिया। रेखा मिटते ही सभी गुस्साए वूल्फ बंकर में घुसे। आर्यमणि सबसे आगे रहकर सीधा शिकारियों के बॉस को पकड़ा और उसके शर्ट के कॉलर को दीवार के खूंटी से टांग दिया। तकरीबन 40 शिकारी और 20 वुल्फ वहां बंकर में थे और आर्यमणि के साथ उनके विरुद्ध लड़ने के लिए कुल 20 गुस्साए वेयरवुल्फ ही पहुंचे थे, बांकी के कैदी वूल्फ लड़ने क्या उठने की हालत में भी नहीं थे।


आर्यमणि का ध्यान उस ओर तब गया जब एक कैदी वुल्फ की दर्द भरी चींख आर्यमणि के कानो तक पहुंची। आर्यमणि अपनी दोनों मजबूत भुजाएं फैलाकर पूरे रफ्तार से दौड़ा। अपनी चौड़ी भुजाओं के बीच 5-6 शिकारियों को एक साथ समेटकर, दौड़ते हुए दीवार से बिल्कुल चिपका दिया और कतार में सबसे आगे खड़े शिकारी के सीने पर एक जोरदार लात दे मारा। ऐसा लग रहा था आर्यमणि जानने कि कोशिश कर रहा कि क्या होगा जब.… 6 मजबूत लोगों कि कतार को एक साथ दीवार से पहले टकरा दिया जाये और फिर उसके ऊपर 1 लात जमाकर चेक किया जाये कि ये मजबूत इंसान कितना चपटा हो सकते है।


आर्यमणि अपने थेओरी पर एक्सपेरिमेंट कर चुका था। परिणाम भी काफी रोचक आये। आर्यमणि की लात कतार में आगे खड़े 3 शिकारी के पेट फाड़कर अंदर घुस गया था। और बचे 3 शिकारी के शरीर के सारे अस्तिपनजर के ऐसे चिथरे हुये की मौके पर ही दम तोड़ दिये। अंत में नतीजा यही आया, मानव शरीर भी उसके दिमाग की तरह बड़ा ही ईगो वाला होता है। मरना या टूटना मंजूर है लेकिन चपटा होना वसूलों के खिलाफ है। तत्काल दूसरी थेओरी भी आर्यमणि के दिमाग में आ गयी, क्या हो जब एक तेज गति से उड़ता नारियल दूसरे नारियल से टकरा जाये? क्या दोनों नारियल को मात्र दर्द होगा या फूट जायेगा? और फूटेगा भी तो फूटने का ब्लास्ट इमापैक्ट कैसा होगा? क्या बस छोटा लाइन मात्र फटकर पानी निकलेगा या चिथरे हो चुके होंगे?


थेओरी दिमाग में थी। एक्सपेरिमेंट में लिए थोड़ा झुक कर एक वूल्फ का पाऊं पकड़ कर खींच दिया। बेचारे का चेहरा धम्मम से फ्लोर पर टकराया। सर नीचे जमीन पर था और आर्यमणि उसका एक पाऊं पकड़कर हवा में किसी मुर्गे की तरह उठाये हुआ था। हां लेकिन इस मुर्गे को छीलकर बिरयानी तो बनानी नहीं थी। नारियल कॉलिजन पर एक्सपेरिमेंट करना था। इसलिए आर्यमणि ने तेज़ी से हाथ घुमाया। वूल्फ का सर ऊपर हवा में और अगले ही पल धैर पैट दूसरे वूल्फ के सर पर पटक दिया...


चीटिंग कर दिया आर्यमणि ने। थेओरी में तो केवल टकराना चेक करना था, लेकिन अमाउंट ऑफ फोर्स को उसने फिक्स ही नहीं किया। अपनी पूरी क्षमता से बूम… टकरा दिया, एक के ऊपर दूसरे का सर। वो टक्कर ऐसी थी मानो विस्फोट हुआ हो। विस्फोट की आवाज सुनकर दुश्मन और दोस्त सभी आवाज के ओर देखने लगे। हर किसी के मुंह पर सर के चिथरों के छीटें आकर पड़े। खैर इस थेओरी का एक्सपेरिमेंट विफल रहा, लेकिन परिणाम देखकर दुश्मन खेमे में ऐसी खामोशी छाई कि वो लोग दोनों हाथ जोड़कर कहने लगे.… "भाई-भाई नो मोर ह्यूमैन ट्रॉयल"


आर्यमणि ने ओके करके अपने दोनो हाथ खड़े कर दिये और बाकी कैद किये गये गुस्साये वूल्फ को नैतिकता का पाठ पढ़ाते हुए कहने लगा.…. "तुम लोगो के जो भी शिकार है, आज छोड़ना मत। बस केवल याद रहे मै जबतक खड़ा हूं कोई अपने दांत लगाकर खून नहीं पियेगा और मांस नहीं नोचेगा।"..


नीचे रूही अब भी कई कैद वुल्फ को छुड़ाने में लगी थी। वहीं कुछ और वुल्फ रूही की मदद कर रहे थे। तीनो टीन वुल्फ तो आज जैसे कहर का पर्यावाची शब्द बन गये थे। शिकारियों और वुल्फ की टीम इनके आस पास में ही थे। बुलेट फायरिंग रुकते ही तीनो सैकड़ों दुश्मन के बीच घिरे थे। रूही दूर से जब यह नजारा देखी, पूरे तेजी से भागना शुरू की। और जितनी तेज वो दौड़ना शुरू की थी, धीरे–धीरे गति अपने आप ही कम होने लगी।


रूही जब दौड़ना शुरू की तब भी भीड़ लगा ही हुआ था। बस बीच से हवा में कटे हुये हाथ, पाऊं और सर ही नजर आ रहे थे। चारा काटने की मशीन में जैसे चारा को कुतरा–कुतरा कर के काट देते हैं ठीक उसी प्रकार तीनो की कटाना लहरा रही थी। और लहराने की गति का तो कोई आकलन ही नहीं था। जब तक रूही वहां पहुंची तब तक तीनो ने मिलकर लाशें बिछा दी थी। बस एक टीम थोड़ी दूर बैठकर यह पूरा तमाशा देख रही थी। रूही के हाथ कुछ न लगा तो वो लास्की और उसके साथ खड़े 4 वुल्फ पर ही कहर बनकर बरसने वाली थी।


अलबेली उसे बीच मे ही रोकती... "रूको, ये अपने साथ में है।"


रूही:– हुंह… ये भी उनके साथ है और मेरा शिकार है...


ओजल:– क्ला और फेंग से मरोगी तो बॉस को क्या जवाब दोगी...


रूही:– बॉस बंकर में एक्शन कर रहा तुम तीनो ने यहां सबका सफाया कर दिया। मेरे लिये कुछ तो छोड़ा होता।समाज सेवा के काम पर लगा दिये। अब क्या मैं इन बचे लोगों का भी शिकार न करूं?


अलबेली, चिल्लाती हुई... "बस करो.. हमने कहा न वो अपने साथ है।"


रूही:– ये हरामी डॉक्टर और उसकी बीवी तो न है साथ में... और ये एक नया आदमी भी दिख रहा... क्या मैं इन्हे मार दूं...


इवान:– बस दीदी क्यों इतना पैनिक हो रही... ये डॉक्टर और उसकी बीवी तो मुख्य साजिशकर्ता है इन्हे आराम से मारेंगे... और वो आदमी बॉब भला मानस है। अभी सब बंकर चलते है, क्या पता वहां आपके लिये कोई शिकार बचा हो?


इधर बंकर में सामने डरे हुए शिकारी और कुछ घबराये से वुल्फ। ऊपर दीवार से टंगा शिकारियों का बॉस। फिर तो वहां उस बंकर में रक्त ही रक्त था। गुस्साये कैदी वूल्फ ने पूरा रक्त चरित्र दिखाते हुये हर एक शिकारी और उसका साथ देने वाले वूल्फ को अपने क्लॉ से फाड़कर रक्त स्नान कर रहे थे।…


"वो डॉक्टर और उसकी बीवी कहां है।"… आर्यमणि गुस्से से पूछने लगा।


"यहां है दोनो, चुपके से भाग रहे थे।"… पीछे से बॉब, लोस्की और लोस्की के सभी साथी, डॉक्टर माइक और उसकी पत्नी लिली को पकड़ कर ला रहे थे। हा लेकिन एक आवाज ने आर्यमणि का ध्यान पूरा खींचा, वो चौंकरकर आवाज़ के ओर मुड़ा.. आश्चर्य से आर्यमणि की आखें फ़ैल गई… "बॉब तुम यहां।"


बॉब:- हां मुझे भी उतनी ही हैरानी हुई थी, उस रात जब तुमने इस मदरचोद को बचाया था।


आर्यमणि:- तो तुमने इसे जहर दिया था..


बॉब:- हां और तुम समझ सकते हो क्यों जहर दिया होगा। पैसे के लिये जब ये अपने जान बचाने वाले को बेच सकता है, तब कितना गिरा होगा ये हरामि। तुम्हे देखकर सोच नहीं सकते मै कितना खुश हूं। मै आया था तुमसे मिलने। लेकिन उससे पहले ही डॉक्टर तुमसे मिलने पहुंच गया और पता नहीं कैसे तुम्हे झांसे में ले लिया।


आर्यमणि:- इस धूर्त की सच्चाई का पता तो हम दोनो को इसके इमोशन से ही हो गया था... तुम रूही को तो जानते हो ना...


बॉब:- हां तुम्हारे पूरे पैक को देखा हूं। कमाल की क्षमता है और तुमने उन्हें ये एहसास करवाया है कि वो भी एक इंसान है, जिन्हे खास बनाया गया है...


आर्यमणि:- सब तुम्हारे ज्ञान का नतीजा है बॉब, वरना मै भी भटका हुआ था। रूही और मुझे पहली मुलाकात से ही भनक थी, ये धूर्त है। हम तो इसकी मनसा समझने की कोशिश कर रहे थे। हम दोनों तो बस यही सोचकर आये थे कि देखे यहां क्या होता है और ये किस तरह का संगठन है, जहां शिकारियों के साथ वूल्फ भी काम कर रहे।


बॉब:- इसलिए तो मै भी पीछे-पीछे चला आया। लगा कहीं हेल्प की जरूरत ना पड़े।


आर्यमणि:- बॉब तुम पीछा कर रह थे और तुम्हारी गंध मुझ तक नहीं आयी?


बॉब:- मैंने ही सिखाया था और मै ही गंध कवर ना कर सकूं। वैसे मै तुम्हे निराश नहीं करना चाहता, लेकिन शायद कुछ देखकर तुम्हे अच्छा नहीं लगेगा। उस कमजरब (शिकारियों के बॉस) की आंख और हाथ निकाल कर लाओ अभी दिखता हूं।


आर्यमणि बिना कोई देर किये उसका हाथ और आंख निकाल लाया। बॉब ने आंख और हाथ से फ्लोर पर बायोमेट्रिक कमांड दिया और नीचे खुफिया सेक्शन का दरवाजा खुल गया। बाकी सबको ऊपर रहने के लिये बोलकर आर्यमणि नीचे उतर गया।


नीचे की पूरी जगह खाली नजर आ रही थी। वहां केवल एक मेडिकल बेड लगा हुआ था जो हैरानी और आश्चर्य का केंद्र बना हुआ था। उस बेड पर कोई लड़की लेटी हुई थी। उसके दोनो हाथ नीचे झूल रहे थे। जहां बेड लगा था वहां नीचे फर्निस फ्लोर नही था, बल्कि मिट्टी की जमीन थी। लड़की के दोनों हाथ पर जड़ें के रेशे जैसे पूरा लिपटा था जो जमीन से निकलकर उसके हाथ की नब्जों पर फैला हुआ था। उसके चेहरे के ऊपर कोई कैप चढ़ा था क्यूंकि चेहरे के ऊपर रखा कपड़ा किसी के सर की आम ऊंचाई से काफी ऊंचा था।


आर्यमणि:- ऐसे किसे लिटा कर रखा है।


बॉब:- खुद को संभालना…


बॉब ने जैसे ही उस कवर के ऊपर का कपड़ा हटाया, अंदर बिल्कुल जमा हुआ चेहरा को देखकर आर्यमणि लड़खड़ा गया। जैसे ही आर्यमणि को उसके पैक ने दर्द में पाया चारो एक साथ वूल्फ साउंड निकालते दौड़े। वो लोग जैसे ही सीढ़ियों पर पहुंचे आर्यमणि अपना हाथ उनकी ओर करते उन्हें रोका… "मै ठीक हूं तुम लोग ऊपर के लोगों की मदद करो।"..
शानदार जबरदस्त भाई लाजवाब update bhai jann superree duperrere update

Tin ne to puri vat hi laga dali sabki, Japan Se sikh के aye the kya ye ktana chalana

Aur ohh ladki muze lagata hey ohhh maitri ki sis hogi jo arya ko mili thi जर्मनी mey kya nam tha uska 🤔🤔🤔🤔🤔
 
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