भाग:–156
आर्यमणि के सवाल पर भिड़ लगाये लोगों ने बीच से रास्ता दिया। सामने से एक बूढ़ा पुरुष और उसके साथ एक जलपड़ी चली आ रही थी। बूढ़ा वो इसलिए था, क्योंकि एक फिट की उसकी सफेद दाढ़ी हवा में लहरा रही थी। वरना उसका कद–काठी वहां मौजूद भीड़ में जितने भी पुरुष थे, उनसे लंबा और उतना ही बलिष्ठ दिख रहा था।
वहीं उसके साथ चली आ रही लड़की आज अपने दोनो पाऊं पर ही आ रही थी, लेकिन जब पहली बार दिखी थी, तब जलपड़ी के वेश में थी। कम वह लड़की भी नही थी। एक ही छोटे से उधारहण से उसका रूप वर्णन किया जा सकता था। स्वर्ग की अप्सराएं भी जिसके सामने बदसूरत सी दिखने लगे वह जलपड़ी मुखिया के साथ चली आ रही थी।
वह व्यक्ति जैसे ही फेंस के करीब पहुंचा, अपना परिचय देते हुये कहने लगा.… "मेरा नाम विजयदर्थ है और ये मेरी बेटी महाती। मै गहरे महासागर का महाराज हूं और पूरे जलीय तंत्र की देख–रेख करता हूं।"
"मेरा नाम आर्यमणि है। क्या मैं आपसे इतनी दूर आने का कारण पूछ सकता हूं"..
विजयदर्थ:– मैं, विजयदर्थ, गहरे महासागर का राजा, तुमसे मदद मांगने आया हूं...
आर्यमणि:– कैसी मदद?
विजयदर्थ:– “तुमने जिसे बचाया था वो शोधक प्रजाति की जीव है। जैसे धरती पर कुछ भी जहरीला फेंक दो तो भूमि उसे सोख कर खुद में समा लेती है, और बदले में बिना किसी भेद–भाव के पोषण देती है। ठीक वैसे ही ये शोधक प्रजाति है। महासागर की गहराई के अनंत कचरे को निगलकर उसे साफ रखती है।”
“कुछ वर्षों से उन जीवों के पाचन प्रक्रिया में काफी बदलाव देखने मिला है। पहले जहां ये सोधक प्रजाति हर प्रकार के कचरे को पचा लिया करते थे, वहीं अब इनके पेट में कचरा जमा होकर गांठ बना देता है। सोधक प्रजाति अब पचाने में सक्षम नहीं रहे। पिछले कुछ वर्षों में इनकी आबादी आधी हो गयी है। हम हर प्रयत्न करके देख चुके। हमारे सारे हीलर ने जवाब दे दिया। जैसे तुमने उस बच्ची की सर्जरी की, दूसरे हीलर सर्जरी तो कर लेते थे, लेकिन पेट इतना खुल जाता था कि वो जीव इन्फेक्शन और दर्द से मर जाते।”
“हम बड़ी उम्मीद के साथ आये है। यादि सोधक प्रजाति समाप्त हो गयी तो जलीय पारिस्थितिकी तंत्र (वाटर इकोसिस्टम) खराब हो जायेगी। इसका असर न सिर्फ जलमंडन, बल्कि वायुमंडल और भूमि पर भी पड़ेगा। और ये मैं सिर्फ एक ग्रह पृथ्वी की बात नही कर रहा, बल्कि अनेकों ग्रह पर इसका बुरा प्रभाव पड़ेगा।”
"आपकी हम क्यों मदद करे, जबकि आपके लोगों ने मेरे आर्यमणि को लगभग मार डाला था। वो कौन थी जिसने मेरे पति के दिमाग को ही अंदर से गलाने की कोशिश की थी"…. रूही गुस्से में पूछने लगी ..
विजयदर्थ की बेटी, राजकुमारी महाती एक कदम आगे आती…. "उस जानलेवा घटना को मैने अंजाम दिया था। किंतु वो मात्र एक गलती थी। हमारी छिपी हुई दुनिया है, इसे हम उजागर नही कर सकते। जैसे आप लोग पृथ्वी पर इंसानों के बीच छिपकर रहते हो और अपनी असलियत उजागर नही होने देते।"…
आर्यमणि:– हां लेकिन हम जान नही लेते... उनकी यादें मिटा देते हैं...
महाती:– “यहां पहली बार कोई अच्छा पृथ्वी वाशी आया है। वरना पृथ्वी से अब तक यहां जितने भी लोग आये, उनके साथ हमारा बहुत बुरा अनुभव रहा था। ऐसा नहीं था कि पहले हम किसी पृथ्वी वाशी को देखकर उन्हें सीधा मार देते थे। लेकिन जितनी बार उनकी पिछली गलती को माफ करके, आये हुए पृथ्वी वाशी से मेल जोल बढ़ाते बदले में धोका ही मिलाता।”
“आप लोग किसी महान साधक के अनुयाई हो। आपका जहाज मजबूत मंत्र शक्ति से बंधा है। इसलिए हम उसे डूबा नही पाये। वरना पृथ्वी वासियों के लिये इतनी नफरत है कि उन्हे इस क्षेत्र से मिलो दूर डूबा देते है। ये पूरा आइलैंड महासागर के विभिन्न जीवों का प्रजनन स्थल है, जो रहते तो जल में है, किंतु प्रजनन केवल थल पर ही कर सकते है। और यहां किसी की दखलंदाजी उनको बहुत नुकसान पहुंचाती है। अब आप समझ ही गये होगे की क्यों मैंने आपको देखते ही मारने का प्रयास की थी.. लेकिन अपनी सफाई में पेश की हुई बातें अपनी जगह है, इस से ये बात नही बदलेगी की मैने आपकी जान लेने की कोशिश की थी।”
इतना कहकर महाती अपने पिता को देखने लगी। दोनो एक साथ अपने घुटनो पर बैठते…. "लेकिन केवल शब्द ही काफी नहीं अपनी गलती को सही साबित करने के लिये। हम मानते हैं कि जो भी हुआ वह एक गलती थी और उसका पछतावा है। आप अपने विधि अनुसार दोषी को मृत्यु दण्ड तक दे सकते हैं।"…
आर्यमणि:– आपलोग अभी खड़े हो जाइए और बाहर न रहे, अंदर आइए...
विजयदर्थ और महाती दोनो फेंस के अंदर आ गये। दोनो के बैठने के लिये कुर्षियों का इंतजाम किया गया। सभी आराम से बैठ गये। तभी महाती खड़ी होकर... "आप जैसे महान हीलर और दयावान इंसानों के बीच खुद को गौरवान्वित महसूस कर रही हूं। हम तो उस बच्ची (विशाल काल जीव) को दर्द में मरता छोड़ गये। उसके बचने को कोई उम्मीद नहीं थी, फिर भी बिना किसी संसाधन के जिस प्रकार आपने उसे जीवित किया, सर अपने आप ही झुक जाता है। प्रथम साक्षात्कार के उपलक्ष्य में आप सब के लिये एक भेंट मेरी ओर से”.....
कहते हुई महाति एक–एक करके सबके पास पहुंची। सबके दोनो कान के पीछे चीड़ दी। सबसे आखरी में वह रूही के पास पहुंची। उसके कान के पीछे चिड़ने के बाद उसके नाभि के ठीक ऊपर, अपने अंगूठे से अर्ध गोला का निशान बनाकर उसके पेट को प्यार से चूम ली।
जैसे ही महाती ने पेट चूमा, तभी रूही के मुंह से "आव" निकल गया। इधर महाती भी हंसती हुई कहने लगी.. "आव नटखट... तुम्हे जल्दी बाहर आना है".... इतना कहकर फिर एक बार चूमी और इस बार भी पेट के सतह पर हलचल हुई... "बड़ी प्यारी बच्ची है। बाहर आकर हम सबके साथ बैठना चाहती है"…
आर्यमणि:– जी धन्यवाद... वैसे तोहफा देने के बहाने आपने तो खून ही निकाल दिया...
महाती:– इतनी औपचारिकता आप मेरे पिता के साथ कीजिए। मैं आपके सेवा के आगे तो बहुत ही छोटी हूं और आपकी सागिर्द बनना चाहती हूं। इसलिए मुझे अपना शागिर्द समझकर बात कीजिए। और रही बात इस खूनी उपहार की तो आज से आप सब और साथ में आने वाली ये नटखट, हमारे लोग है। आपको गहरे महासागर में कभी कोई परेशानी नहीं होगी...
विजयदर्थ:– महाती अब तुम रोज आकर इनसे बात कर लेना। अभी जिस काम के लिये आये थे वो बात कर ले.. आर्यमणि कृपा कर हमारी मदद करो...
आर्यमणि:– देखिए मैं शोधक प्रजाति के बारे में कुछ नही जानता और न ही मैं कोई डॉक्टर हूं। लेकिन एक डॉक्टर को जनता हूं जो आपकी मदद कर सकता है। जीवों के बारे में जितनी उसकी जानकारी है और किसी की नही...
विजयदर्थ:– आप शायद अपने पुराने साथी बॉब की बात कर रहे है।
आर्यमणि:– आप कैसे जानते है उसे...
विजयदर्थ:– हम कई महीनो से आपके बारे में पता कर रहे थे। हमे तो ये भी पता है कि जिस दुश्मन ने आपकी पत्नी रूही पर हमला किया था, वो दूसरे ग्रह का प्रजाति है। उसकी पूरी जानकारी तो मुझे नही पता, हां लेकिन उसके प्रजाति को नायजो प्रजाति कहते हैं।
आर्यमणि:– आपको तो सब पता है। मै पहले सोचता था पृथ्वी ही इकलौती दुनिया है। हमारा विज्ञान भी यही कहता था, पर कुछ वक्त से पूरे ब्रह्मांड को देखने का नजरिया ही बदल गया।
विजयदर्थ:– आपके सात्विक आश्रम के पुराने सभी आचार्य और गुरु को बहुत से ग्रह के निवासियों के बारे में पता था। उनमें से कई गुरुओं ने तो दूसरे ग्रहों पर जीवन भी बसाया था। पृथ्वी पर एक नही बल्कि कई सारे ग्रह वासियों का वजूद है। चूंकि मैं, पृथ्वी या अन्य ग्रह के सतह के मामले में हस्तछेप नही कर सकता, इसलिए उनकी बहुत ज्यादा जानकारी मेरे पास नहीं है...
आर्यमणि:– आपने मेरे बारे में इतना कुछ पता लगाया है, जान सकता हूं क्यों?
विजयदर्थ:– आपसे मिलना था। गहरे महासागर के कई राज साझा करने थे। इंसानों के बारे में तो महाती बता ही चुकी थी, इसलिए आपसे मदद मांगने से पहले हम आपके बारे में पता कर सुनिश्चित हो रहे थे। यादि आपको बुरा लगा हो तो माफ कर दीजिए...
आर्यमणि:– अच्छा जिस एलियन नायजो का आपने अभी जिक्र किया, जो रूही को घायल करके भागा था, वह अभी कहां है? क्या आप बता सकते है?...
विजयदर्थ:– भारत देश की सीमा में ही अपने प्रजाति के साथ है वो अभी। गोवा के क्षेत्र में...
आर्यमणि:– हम्मम, आपका आभार। अब एक आखरी सवाल। आप मेरे बारे में जानते है तो मेरे दुश्मनों के बारे में भी जानते होंगे। क्या हम यहां सुरक्षित है?
विजयदर्थ:– मैने समुद्री रास्तों के निशान मिटा दिये है। किसी भी रास्ते से, यहां तो क्या इसके 50 किलोमीटर के क्षेत्र में कोई प्रवेश नही कर सकता। यदि कोई किसी विधि इस आइलैंड तक पहुंच भी गया तो फिर यह आखरी जगह होगी जो वो लोग देख रहे होंगे। और हां यदि आपको जरा भी खतरे का आभाष हो तो आप बस महासागर तक आ जाना... उसके बाद कैसी भी ताकत हो... वो दम तोड़ ही देगी।
आर्यमणि:– आपका आभार... बताइए मैं कैसे आपकी मदद कर सकता हूं। इतना तो मुझे पता है कि आप सब सोचकर आये होंगे... बस मेरी हामी की जरूरत है... तो मैं और मेरा पूरा परिवार शोधक प्रजाति की मदद के लिये तैयार है... बस इसमें एक छोटी सी बाधा है... 4 महीने के लिये हम यहां से जायेंगे...
विजयदर्थ:– बुरा न माने तो पूछ सकता हूं क्यों?
रूही:– आपको तो हमारे बारे में सब बात पता है... फिर ये क्यों पता नही?...
विजयदर्थ:– राजा हूं कोई अंतर्यामी नही.... मैने सभी बातों की जानकारी नही ली थी बल्कि आप सबके चरित्र की पूरी जानकारी निकाली थी।
आर्यमणि:– रूही की डिलीवरी करवानी है। और बच्चा जब 1 महीने का होगा तब यहां लौटेंगे... यहां डिलेवरी की कोई सुविधा भी तो नहीं...
विजयदार्थ:– सुविधा की चिंता छोड़ दीजिए... पृथ्वी वाशी के भाषा में कहा जाए तो हाईटेक हॉस्पिटल यहां आनेवाला है। हर तरह के स्पेशलिस्ट यहां आने वाले है, और आप उसे छोड़कर कहीं और जा रहे हैं।
आर्यमणि:– मतलब मैं समझा नहीं...
विजयदर्थ:– मतलब हमारे यहां की पूरी मेडिकल फैसिलिटी मैं यहीं टापू पर मुहैया करवा दूंगा। और विश्वास कीजिए हमारे पास दुनिया के बेस्ट गाइनेकोलॉजिस्ट है। यादि फिर भी दिल ना माने तो हम 4 महीने रुक जायेंगे...
आर्यमणि:– मुझे करना क्या होगा?..
विजयदर्थ:– मुझे पता है कि आप किसी की भी मेमोरी अपने अंदर ले सकते है। हमारे एक बुजुर्ग हीलर है... जब तक उनमें क्षमता थी, तब तक हमें किसी परेशानी का सामना नही करना पड़ा। महासागर के मानव प्रजाति और महासागरीय जीव के बारे में उनका ज्ञान अतुलनीय है। उन्हे सबसे पहला सोधकर्ता कहना कोई गलत नही होगा..
अलबेली:– किंग सर जब वो पहले हैं तो इसका मतलब आप लोगों का विज्ञान 2–3 पीढ़ी पहले शुरू हुआ होगा...
विजयदर्थ:– हाहाहाहाहा.… तुम्हे क्या लगता है वो कितने साल के हैं...
अलबेली:– 110 या 120, ज्यादा से ज्यादा 150.....
विजयदर्थ:– नही... यादि हमारे गणना से मानो तो वो 102 चक्र के है। यादि उसे साल में बदल दो तो... 3366 वर्ष के होंगे...
अलबेली:– क्या... कितना..
विजयदर्थ:– हां सही सुना। एक ग्रहों के योग से दूसरे ग्रहों के योग के बीच का समय एक चक्र होता है। तुम्हारे यहां के हिसाब से वो 33 साल होता है। हर 33 साल पर ग्रह आपस में मिलते है।
अलबेली:– क्या बात कर रहे, फिर आपकी आयु कितनी होगी...
विजयदर्थ:– मैं अपने गणना से तीसरे चक्र के शुरवात में हूं... यानी की लगभग 68 साल का। हमारे यहां औसतन आयु 150 से 200 साल की होती है। वो बुजुर्ग आशीर्वाद प्राप्त है इसलिए उनकी इतनी उम्र है...
आर्यमणि:– कितनी बातें करती हो अलबेली... अब तो महाती ने तुम्हे अपना कह दिया है। किसी दिन डूब जाना महासागर में और अपनी जिज्ञासा पूर्ण कर लेना। राजा विजयदर्थ मुझे 2 बातों का जवाब दीजिये..
विजयदर्थ:– पूछिये
आर्यमणि:– जब वो बुजुर्ग इतने ज्ञानी है फिर उनके ज्ञान का लाभ पूरे समाज को क्यों नही मिला?...
विजयदर्थ:– उस बुजुर्ग का नाम स्वामी विश्वेश है। स्वामी विश्वेश और उनके साथियों को आधुनिक विज्ञान का जनक कहा जाता है। इन लोगों ने जब अपने शिष्य तैयार किये तब नए लोगों को विज्ञान के हर क्षेत्र में काफी ज्यादा रुचि थी, सिवाय जीव–जंतु विज्ञान के। सच तो यह है कि स्वामी विश्वेश के ज्ञान का लाभ किसी भी शिष्य ने पूरी रुचि से लिया ही नही।
आर्यमणि:– हम्मम तो ये बात है। मेरा दूसरा और अहम सवाल यह है कि क्या वो मुझे ज्ञान चुराने की इजाजत देंगे?
विजयदर्थ:– उनके प्राण इसलिए नही छूट रहे क्योंकि जीव–जंतु विज्ञान में उनको एक भी काबिल मिला ही नहीं, जो उनके ज्ञान को भले न आगे बढ़ा सके, लेकिन कम से कम उनके बराबर तो ज्ञान रख सके। कुछ दिनों पूर्व जब उन्होंने सोधक प्रजाति के एक बच्ची को पूर्ण रूप से ठीक होकर महासागर में चहकते देखा, तब उनके आंखों में आंसू आ गये। पिछले कई वर्षों से सोधक प्रजाति का कोई भी बच्चा ऐसे नही चहका। पिछले कई वर्षों से सोधक प्रजाति के बच्चे अपने जीवन के शुरवाति काल में ही बीमार पड़ जाते थे। उनका सही इलाज तो स्वामी विश्वेश भी नही कर पाये। और जब सही इलाज के कारण एक सोधक प्रजाति की बच्ची को चहकते देखे फिर तो सबकी इच्छा यही थी कि आपसे बात की जाये।
आर्यमणि:– ठीक है बताइए मुझे क्या करना होगा..
विजयदर्थ:– आपने शुरवाती दिनों में गंगटोक के जंगल में वहां के घायल जानवरों की मदद की वो भी बिना किसी प्रशिक्षण के। उसके बाद आपको इस विषय में एक सिखाने वाला मिला बॉब... उसने जो सिखाया उसे बस आपने आधार मान लिया और अपने बुद्धि के हिसाब से घायल जानवरों की मदद करने लगे। यहां भी जिस शोधक बच्ची को आपने बचाया, उसके उपचार के लिये वही घास इस्तमाल किये जो मटुका ने आपको लाकर दिये थे..
आर्यमणि:– माटुका???
विजयदर्थ:– माटुका उस शेर का नाम है जिसका इलाज आपने किया था। हम सबका यह विचार है कि आप स्वामी का ज्ञान ले। हर जीव की जानकारी आपके पास होगी। उनके 2–3 सागिर्द है, उनका भी ज्ञान ले सकते हैं। और इनका ज्ञान लेने के बाद आप शोधक प्रजाति के पाचन शक्ति का कुछ कीजिए...
आर्यमणि:– हां पर इतना करना ही क्यों है। मैने जिसका इलाज किया है उसे ही देखते रहेंगे... उसकी पाचन प्रक्रिया सुचारू रूप से चलती रही फिर ले जाओ आप भी घास...
विजयदर्थ:– हां लेकिन जब आप नही होंगे और जीवों में कोई अन्य समस्या उत्पन्न हो गयी तो फिर हम क्या करेंगे? इसे छोटा सा स्वार्थ समझिए, आप उनसे ज्ञान लेकर कुछ सागीर्द बना ले, ताकि इस समस्या का पूर्ण समाधान हो जाए। एक सागीर्द तो मेरी बेटी महाती ही है।
आर्यमणि:– काम अच्छा है और आपकी बातों से मैं पूरी तरह से सहमत हूं। ठीक है हम इसे कल से ही शुरू करते हैं।
आर्यमणि के हामी भरते ही राजा विजयदर्थ ने अपने दोनो हाथ उठा दिये, और इसी के साथ खुशी की लहर चारो ओर फैल गयी। देर रात्रि हो गयी थी इसलिए सभी सोने चले गये। सुबह जब ये लोग जागे फिर से आश्चर्य में पड़ गये। फेंस के चारो ओर लोग ही लोग थे।
आर्यमणि:– तुम लोग दिन में भी नजर आते हो...
एक पुरुष:– हां ये अपना क्षेत्र है, हम किसी भी वक्त आ सकते है। मैं हूं राजकुमार निमेषदर्थ... राजा विजयदर्थ का प्रथम पुत्र..
आर्यमणि:– उनके और कितने पुत्र है...
निमेशदर्थ:– 4 रानी से कुल 10 पुत्र और 3 पुत्रियां है। क्या हमें इस क्षेत्र में काम करने की अनुमति है?
आर्यमणि:– हा बिलकुल...
जैसे ही आर्यमणि ने इजाजत दिया, हजारों की तादात में लोग काम करने लगे। इनकी अपनी ही टेक्नोलॉजी थी और ये लोग काम करने में उतने ही कुशल। महज 4 दिन में पूरी साइंस लैब और 5 हॉस्पिटल की बिल्डिंग खड़ी कर चुके थे। वो लोग तो आर्यमणि के घर को भी पक्का करना चाहते थे, लेकिन अल्फा पैक के सभी सदस्यों ने मना कर दिया। सबने जब घर पक्का करने से मना कर दिया तब कॉटेज को ही उन लोगों ने ऐसा रेनोवेट कर दिया की अल्फा पैक देखते ही रह गये।
शानदार जबरदस्त भाई लाजवाब update बड़े भाई



















Ye to apne समन्दर के राजा निकले हे और उनके साथ हे उनकी बेटी मतलब समन्दर की राजकुमारी.....
Aur इसने भी काबुल कर लिया हे कि इसने arha को मारने की कोशिश किये थे....
Aur kayko mar ne की कोशिश किए थे ये भी बड़ी सफ़लता से उन्होने मान लिया हे....
और उसकी सजा भी भुगतने केलिए तैयार थे...
आर्य ने भी उनको बड़े दिल से माफ करदिया हे...
और उस राजकुमारी ने इनको के तोफा दिया हे कि ये सब और ameya भी समंदर mey कोई धोका नहीं होगा और कभी भी aja सकते हे....
और इनलोगों ने तो पूरी इनकी जानकारी ही निकल लिए हे...
सभी दोस्त, दुश्मन सब की... और उस भगोड़े की भी जानकारी सजा किए हे कि सला ओह कहा पेय छिपा हे....
और इनकी भी टेक्नॉलजी भी जबरदस्त हे क्या ही कहे जो इनके पास इतने बुजुर्ग वैज्ञानिक हे...
और उन्होंने तो इतने हाई टेक हॉस्पिटल सिर्फ चार दिन मे ही खडा कर डाले हे In भाई लोगों ने तो....
और इनके घर भी अंदर से renovet कर डाले हे....



























