समन्दर मे उठे विशाल भंवर से सफलतापूर्वक जूझने के बाद आइलैंड मे कुछ चीजें ऐसी हुई जो दिल को स्पर्श कर देने वाली थी।
आर्य का सुखे और मृत प्राय वृक्षों को काटकर लकड़ियां उपलब्ध कराना , आर्य के कहने के बावजूद भी रूही , अलबेली एवं इवान का भेड़ और मछली का आहार न करना , प्योर वेजिटेरियन बनना , आर्य का घायल शेर और शेरनी का इलाज करना , शेरनी का रूही के गर्भ मे पल रहे बच्चे को पेट के ऊपर से कोमलतापूर्वक सहलाना , मेरे लिए एक सुखद एहसास था।
Ankitarani जी इस अपडेट को पढ़कर काफी प्रसन्न होगी।
जलपरी के बारे मे मैने भी किस्से कहानियों मे पढ़ा है लेकिन इस बारे मे मेरा ज्ञान अधूरा ही है। और जलपरा का नाम तो मैने कभी सुना ही नही। शायद आप के द्वारा कुछ जानकारी प्राप्त हो जाए।
एक और विचित्र एवं भयावह दैत्यकार जानवर से इस अपडेट मे हमारा साक्षात्कार हुआ। आर्य के अनुसार यह जानवर घायल है और एक श्वेत इंसान के दिए गए निर्देशानुसार हजारों की तादाद मे बाज इस जानवर का इलाज कर रहे है।
और इसी दरम्यान आर्य की नजर किसी के नजरों से टकराती है और वो अचेतन अवस्था मे चला जाता है। जरूर वो एक जलपरी ही रही होगी।
यह कैसे और क्योंकर हुआ , नेक्स्ट अपडेट मे ही पता चलेगा।
पर जो भी हो , दो पहाड़ियों के बीच बसे इस अद्भुत बिहंगम दृश्य ने हमे मंत्रमुग्ध तो कर ही दिया।
आउटस्टैंडिंग अपडेट नैन भाई।
और जगमग जगमग भी।