Raghu
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भाई आपकी बात 99% सही है लेकिन ऐसा नही है कि सब बस मुंगेरी लाल हो। इसमे कुछ मेरे जैसे बाद नसीब कहे लो या ख़ुशक़िस्मत की जिसने अपनी अम्मी की 2 बार हमबिस्तरी देखी और 2 बार अपनी अम्मी की प्रेगनेंसी देखी। और 2 बार हमबिस्तरी देखने के बाद अब मैं अपनी अम्मी को नहाते हुए और रोज़ पेशाब करते देखता हूं।मियाँ इस फ़ोरम की सारी कहानियाँ मुंगेरी लाल के हसीन सपनों की तरह हैं। यहाँ सबके लण्ड ८” से शुरू होते हैं। सब अपनी माँ बहनों को चोदते हैं। जिसे व्याकरण का सिर पैर नहीं पता वो लेखक बन जाता है और महिला पात्रों की बजाय हिन्दी भाषा की माँ चोदने में लगा रहता है।
बात आपने जो लिखी है वो सही है और उस तरह की बहुत सी बातों पर ग़ुस्सा मुझे भी बहुत आता है लेकिन अब हम यहाँ चुप रह कर Slam Bang Thank you Ma’am टाइप की कहानियाँ पढ़ कर मन बहला लेते हैं
So cheers and enjoy. This is still a much better story