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Please take this story as per your wish. We are with you.Aisa nahi karta mein man!! Mein keval keh hi sakta hu. Marzi toh readers ki hi hai.![]()
मित्र, आपके टिप्पणी पड़ रहे थे। पडके महसूस हुआ की आप कही न कही थोड़ा मायूस है इस कहानी मे लेखक या लेखिका का मन्त्यब्य से। ऐसा मायूसी क्यूँ मित्र। जबकि आपकी कहानी मे पड़ने वाले पाठक या पाठिका अनगिनत है, मुझे पता नहीं की कैसे जान सकते है पाठक या पाठिका का कुल संख्या को। यकीन मानिए आपका ये कहानी इस forum का हिन्दी भाग मे सबसे अच्छे कहानी मे से एक है जिसे पढ़ने के लिए हम जैसे पाठक या पाठिका बेताब रहते है। एक बात avasji ठीक बोले है की यहाँ पर बहुत सारे पाठक/पाठिका है जो कहानी पढ़ने के बाद अपना मन की बात/review ठीक से दे नहीं पते(मै भी उसी श्रेणी मे हूँ)। आपका कहानी के पढ़ने के बाद कुछ reviewer जैसे thedeathking या sankirajput या valentinereader या rihannaji (और भी बहुत है जिंका नाम याद नहीं आ रहा है),इन लोगो का review पड़ने के बाद मुझे भी लगता है की काश मैं भी इन लोगो के जैसे अपनी मन की बात लिख पाते। लेकिन एक बात बताएं की सब कोई बढ़िया review नहीं दे पाते है। आपको ऊपर वाले के शुक्रगुजार होनी चाहिए की आपके पास ऐसे reviewer भरे पड़े है जो बहुत सुंदर टिप्पणी देते है। एक बात याद रखिएगा की मेरे जैसे खदूस पाठक या चुपचाप पड़ने वाले पाठक ही इस forum मे ज्यादा मिलेंगे। आप खयाल कीजिएगा की आपका 100 अध्याय पूरा होने के पहले ही आपके पास पाठक/पाठिका का कोई कमी नहीं है और उसके बाद भी आप थोड़ा मायूस है। मत होइए मायूस। मित्र, सबके पास आप जैसे लिखने का कला नहीं हो सकते और उसको दिल मे लेके मत रखिए। आपका इस कहानी मे आप जैसे हरेक का टिप्पणी का जवाब देते है वो शायद कहीं और देखने को मिले। मेरा अनुरोध रहेगा की आप मायूसी से बाहर आइये और फिर उसी जोश के के साथ इस कहानी को आगे बढ़ाए जैसे आप बढ़ाना चाहते है। मुझे खुद ताज्जुब लग रहा है की मै कैसे ये बात लिख रहा हूँ। शायद आपका मायूसी मुझे मेरा दिल की बात बताने मे मजबूर कर दिया। अगर खराब लगा तो मै पहले ही उसके लिए क्षमा मांगते है। आपसे फिर से अनुरोध करेंगे की मायूसी से बहार आके वही पुराना werewolf के तरह कहानी को आगे बढ़ाएँ। नमस्कार।Aisa nahi karta mein man!! Mein keval keh hi sakta hu. Marzi toh readers ki hi hai.![]()
Thanks man! Bilkul! Pari ka secret issi arc me hai.What a fantastic update full of thriller!!! Pari ka secret bhi aane wale kuch update main milega, iss update main kafi kuch thrill diya hai aapne.
Hope bhai next update is thrillersome and full of some action
Thanks bro!Jabardastt Updatee
Divya ko abhi ek hi trailer mila hai. Kaafi kuch dekhna baaki hai usse.Just curious to know about
THE NIGHTWALKER, just cateageneous update you given bro,gajab har ek main charecters ke baare me aapne bataya ki matlab uke bhi scenes dikhaye aur imagine to kya hi kahe usme to yaha sab readers hi mahir hai khaskar sex scenes me,
Ye divya to ab attract ho rahi hai veer ki traf aur flirty way to aur bhi quity quity ho raha tha ahemm ahemm Khair bakchodi nhi kruga ab,
Harr update me ab phool kam hi padne waale hai bhai. Bas padhte jao.Haa to bhaya ab aau iss update ki taarif pe to mai ek hi chis bolna chahunga foolkam pade aaj iss update ko fekk ke marne me,
Yep! Aur kisse bhejte siwae Veer ke?Khair ye jo Nolan bola ki ab mai apni department se kisiko nhi bhejunga waha uske piche yaa jo bhi bola wo ,ussne kaha divya aur wo Nick Jones yaa nik jo bhi usska name ho ki tum apne team se kisiko bhejo to ye pakka yaa I guess veer ko bhejenge confirmed to hai lekin dekhte hai story to apki hai,krm data bhi aap ho iss storry ke to kya hota hai aage dekhte hai,
Aur divya,nik,suhana ke reaction se to Laaga ki wo log uss printout logo ko aur uss THE NIGHTWALKER ko jaante hai wo bhi with bad paast history ke saath
Dhanyavaad bhai boht boht!!!मित्र, आपके टिप्पणी पड़ रहे थे। पडके महसूस हुआ की आप कही न कही थोड़ा मायूस है इस कहानी मे लेखक या लेखिका का मन्त्यब्य से। ऐसा मायूसी क्यूँ मित्र। जबकि आपकी कहानी मे पड़ने वाले पाठक या पाठिका अनगिनत है, मुझे पता नहीं की कैसे जान सकते है पाठक या पाठिका का कुल संख्या को। यकीन मानिए आपका ये कहानी इस forum का हिन्दी भाग मे सबसे अच्छे कहानी मे से एक है जिसे पढ़ने के लिए हम जैसे पाठक या पाठिका बेताब रहते है। एक बात avasji ठीक बोले है की यहाँ पर बहुत सारे पाठक/पाठिका है जो कहानी पढ़ने के बाद अपना मन की बात/review ठीक से दे नहीं पते(मै भी उसी श्रेणी मे हूँ)। आपका कहानी के पढ़ने के बाद कुछ reviewer जैसे thedeathking या sankirajput या valentinereader या rihannaji (और भी बहुत है जिंका नाम याद नहीं आ रहा है),इन लोगो का review पड़ने के बाद मुझे भी लगता है की काश मैं भी इन लोगो के जैसे अपनी मन की बात लिख पाते। लेकिन एक बात बताएं की सब कोई बढ़िया review नहीं दे पाते है। आपको ऊपर वाले के शुक्रगुजार होनी चाहिए की आपके पास ऐसे reviewer भरे पड़े है जो बहुत सुंदर टिप्पणी देते है। एक बात याद रखिएगा की मेरे जैसे खदूस पाठक या चुपचाप पड़ने वाले पाठक ही इस forum मे ज्यादा मिलेंगे। आप खयाल कीजिएगा की आपका 100 अध्याय पूरा होने के पहले ही आपके पास पाठक/पाठिका का कोई कमी नहीं है और उसके बाद भी आप थोड़ा मायूस है। मत होइए मायूस। मित्र, सबके पास आप जैसे लिखने का कला नहीं हो सकते और उसको दिल मे लेके मत रखिए। आपका इस कहानी मे आप जैसे हरेक का टिप्पणी का जवाब देते है वो शायद कहीं और देखने को मिले। मेरा अनुरोध रहेगा की आप मायूसी से बाहर आइये और फिर उसी जोश के के साथ इस कहानी को आगे बढ़ाए जैसे आप बढ़ाना चाहते है। मुझे खुद ताज्जुब लग रहा है की मै कैसे ये बात लिख रहा हूँ। शायद आपका मायूसी मुझे मेरा दिल की बात बताने मे मजबूर कर दिया। अगर खराब लगा तो मै पहले ही उसके लिए क्षमा मांगते है। आपसे फिर से अनुरोध करेंगे की मायूसी से बहार आके वही पुराना werewolf के तरह कहानी को आगे बढ़ाएँ। नमस्कार।