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Chalo maan lete hai...Kyuki woh kahani nahi thi ek prakaar se. Ek vidhi thi. Uski asli jagah mere anusaar other discussions me hai.
Dhanyavaad sochne ke liye.Chalo maan lete hai pr aap use promot to krva do, dekho maine apna naam vapas le liya or apka promo kr rha
Bs Aap ye bta do rule kab air ho rha mai hta dungaDhanyavaad sochne ke liye.
Par hata do isse man. Agar rules air hone ke baad kisi ne ju ka advertisement dekh liya toh apun disqualified seedha. bas support kar diyo udhar aur kya.
Wahi toh locha hai. Kabhi bhi ho sakta hai. Isliye hata do.Bs Aap ye bta do rule kab air ho rha mai hta dunga
Ab thik haiWahi toh locha hai. Kabhi bhi ho sakta hai. Isliye hata do.
Ab thik hai
लगता है वेयरवोल्फ साहब बहुत ज्यादा भावुक हो गए हैं । भाई साहब , Xabhi ने कोई भी कहानी अब तक नहीं लिखा है इस फोरम पर । उन्होंने शगन कुमार का एक एजुकेशनल कहानी जरूर पोस्ट किया था जिसे स्टोरी सेक्शन से हटाकर News & entertainment thred पर डाल दिया है ज्ञानी भाई ने ।Aise apna Xabhi bhi likh chuka hai kahani. Baat views and reader's support ki ho rahi hai.
Unhone Suhana ke liye koi prathana kiya hi nahi to kaise likh du ! Maine unhi ka jikra kiya hai jo sach me suhana ke liye chintit the.Death King Bhai ka naam nhi likha aapne, kya unki dua kabool na hui
Unhone Suhana ke liye koi prathana kiya hi nahi to kaise likh du ! Maine unhi ka jikra kiya hai jo sach me suhana ke liye chintit the.
भावुक नहीं हुए संजू भाई।लगता है वेयरवोल्फ साहब बहुत ज्यादा भावुक हो गए हैं ।
ये बात कौन नहीं जानता भाई? Xabhi ने जो लिखा वो एक ट्रांसलेटेड विधि थी अलग अलग भाषाओं में। मेने सरकास्म के रूप में उधर वो बात मेंशन की। जिसे आप समझ न पाए और खुद भावुक हो गए।भाई साहब , Xabhi ने कोई भी कहानी अब तक नहीं लिखा है इस फोरम पर । उन्होंने शगन कुमार का एक एजुकेशनल कहानी जरूर पोस्ट किया था जिसे स्टोरी सेक्शन से हटाकर News & entertainment thred पर डाल दिया है ज्ञानी भाई ने ।
अपनी ही बातों से अलग राह पर चल दिए आप? अभी अभी आपने कहा था कि न जाने कितनी कहानियां हैं जो बेहद अच्छी हैं पर उन्हें उतना सपोर्ट नहीं मिल रहा, उन्हें सपोर्ट करना चाहिए। और अब कह रहे हैं आप कि नसीब अपना अपना।और जहां तक कहानी के लोकप्रियता और उसके रीडर्स की बात है तो नसीब अपना अपना ।
सब काम आता हैं अगर आप इस शतरंज में सही चाल चले तो। ये मैं आपको और तब अच्छे से प्रूव कर दूंगा जब थ्रिलर, फैंटेसी, रोमांस बेस्ड कहानियां उतारूंगा फोरम पर।कोई फार्मूला काम नहीं आता है ऐसे मामलों में । बंगला में एक कहावत है " जखन चले मुते बाती जले " ।
बस यही पे तो गैप आ गया ना। आपकी स्टोरी को कामदेव, लव, फायरफॉक्स, अमिता इन सभी ने पढ़ा। पर क्या नए राइटर्स को ऐसा सपोर्ट मिलता हैं? मुझे भी नहीं मिला था।और मैंने सच में ही टाइम पास के लिए लाॅक डाउन में कहानी लिख दिया था । समय कटता नहीं था । दारू सारू पिया और लिखते गया । सोचा था दस पंद्रह दिन के बाद बंद कर दुंगा लेकिन फ़ायरफ़ॉक्स भाई , कामदेव भाई , लव भाई , अमीता जी एवं और भी लोगो की वजह से कुछ ज्यादा दिन लिख दिया ।
मेरे पास अपनी स्टोरी के लिए ही पूर्ण समय बड़ी मुश्किल से मिलता हैं। ऐसे में मैं बहुत ही कम बाकी कहानियों में जा के उन्हें पढ़ता हूं। समय की पाबंदी। कभी कभी मैं कोई भी कहानी में चले जाता हूं और नए राइटर्स को कुछ प्वाइंटर्स साझा कर देता हूं। हां और अमिता जी भी मेरे साथ जुड़ी रही पिछली कहानी से। उनका आभार रहेगा।बेख्याली में लिखा गया वो कहानी भी न जाने कैसे लोकप्रिय हो गया ।
आप सिर्फ अपनी कहानी पर ध्यान केंद्रित करते हो लेकिन मैं बहुत लोगों की कहानियों पर । कभी कभार दूसरों के थ्रीड पर भी घुम आया करो ।