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Sukriya Bhai...मित्र,आपको और xabhi मित्र को बहुत बहुत बधाइयाँ। आप दोनों का लेखनी के हम पाठक/पाठिका सब कायल है। इसे जरूर आगे बढ़ते जायेगा। धन्यबाद।
Yah sab Aap jaise Dosto or Bhaiyo ke sahyog se hi mumkin hua hai...इस अंश से, एक नये अध्याय की निम्व पड़ती हुई दिख रही है, नया अध्याय, नई खतरे, नये दुश्मन, नई चाल...
लेकिन, वीर.... वही होगा... उसके चाहने बाले वही होंगे....
या फिर उसके चाहने वालों की संख्या मे बृद्धी भी देखने को मिल सकती है.
बाकी अपडेट की बात करे तो, शुरूआत हमे वहीं से देखने को मिली जहाँ पिछला अंश समाप्त हुआ था, निधि के दरवाजे पे वीर की अपनी बहन तेज़ल खड़ी थी, इस बंदी को पढ़ने के बाद, इसके अंदर मै वही हिम्मत और ज़ज़्बा को मेहशूस कर पाता हूँ, जो की अमूमन वीर को पढ़ने पे आता है । निधी से तेज़ को वो सच्चाई पता चली जिसे वीर अपने बचपन से सहते आरहा था , पहले तो मै लेखक महोदय Werewolf की प्रशंशा करना चाहता हूँ, की आपने कहानी के दो महत्वपूर्ण पात्रों के बीच की वार्तालाप को इतने सुदृढ़ ढंग से सजोया । निधी का वीर के बारे मे हर वो बात बताने मे बिलख कर रोना, जिसमे वीर के तकलीफ का ज़िक्र हो... सच मे बेहद ही सुंदर दृश्य था मेरे लिए ।
तेजल की बुद्धि की दात देनी होगी, क्या ही योजना बनाकर उसने वीर के कॉलेज से उसकी जानकारी निकालने का प्रयाश की है वो, गजब....
तेज़ल किसी तरह ये भी पता लगा ली, की वीर , निधी के साथ करीब था... और उसी के दम पर... कुछ झूठ का सहारा लेकर ही वो निधी से भेंट कर पायी ।
सच कहूँ इस अंश मे मुझे सबसे अच्छी खंड... निधी और तेज़ की बात चित ही लगी...
किंतु... इसी अध्याय के दूसरे और मनोरंजकता से भरपूर खंड को भला हम कैसे भूल जाए...
सुमन और निहारिका... वैसे तो निहारिका को मैं सुमन के श्रेणि मे नही रखता... पर आज जो टेबल के नीचे से वो दोनो मिलकर... वीर के अंडे और डंडे चूस रही थी... उफ़ क्या ही बोलूँ मै... शांती की याद आगयी मुझे...
खैर मुद्दे पे आते है... सुमन ने तो वो बाते छुपाने की सोची, पर छुपा नही पायी... पर ये बात हम सब जानते है सुमन बस वीर को इसलिए नही बताना चाहती थी की वो वीर के परेशानियों मे एक और परेशानी का इजाफा न कर दे ।
पर वीर कैसे हाथ पर हाथ धरे बैठ सकता , आखिर सुमन उसके परिवार की ही एक हिस्सा जो बन चुकी है ।
पर बाते छुपाने की सज़ा तो उसे मिलनी ही थी, और लगे हाथो गेहूं मे जौ भी पीसी गयी....
निहारिका, को भी उस होशियारी का खामियाज़ा उठाना पड़ा जब वो वीर की जासूसी करने की कोशिस की थी ।
बदले मे वीर, अपना लम्बा ट्रांसमीटर उसके इनपुट मे सेट कर के जेनरेटर चालू कर दिया... धक धक धक धक....
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बहुत ही मज़ेदार अपडेट था वोल्फी भाई, आपको आगे के लिए शुभकामनाएं ।
और एक अति आवश्यक बात.... मेरे तरफ से बहुत सारा स्नेह और प्यार भरा शुभकामनाएं आपको... आपने अंततः मिस्टर xf की पदवी हाशिल् कर ली । हम पाठक तो सुरुआत से ही आपको आगे देखकर गदगद हो चुके थे ।
और हाँ, बंधु Xabhi आपको भी स्नेह भरी शुभकामनाएं ... आपने बहुत कम समय मे यहाँ वो सब कुछ हाशिल् किया है जो शायद ही कोई कर पाए ।
Ding with you werewolf bhai dhyan rakhiye apna aur Parivar kaWerewolf bhaaya Maine abhi PM check kiya online aakr, Sunkr Dukh hua, aap family ko samhale ham yha aapke vapas aane ka besabri se intjar kr lenhe...
Prakati apni gode me sharan den unhe...
Maine. Bhi aapko vote diya hai bhul na jaanaCongrats bhai for winning contest
Ok sir jiCasualty has happened. Someone passed away. I will inform you guys further.
Casualty has happened. Someone passed away. I will inform you guys further.
आपका यही शोम्य रवैया आपको सबसे अलग बनाता है अभी भाई, वैसे एक और मित्र थे यहाँ... मिस्टर राजपूत (Sanki Rajput ) ... बहुत दिनों से ज़नाब नज़र नही आये है,Yah sab Aap jaise Dosto or Bhaiyo ke sahyog se hi mumkin hua hai...
Sukriya Bhai...
Thanks brother!Superb fantastic update to akhir Kar ragini Bhabi veer ki goad me aa he gai ek taraf veer bechara ane wale mushkil Palo ki planning kr Raha hy wahi tej b shayad apne Bhai k sath college me admission Lene k liye Nidhi se help Leni aai ho par veer to college Jata he nhi dekhte hy agy Kia Hoya hy eagerly waiting for next update
Bohot jald mitr!Jis tarha se tejal tej chal rahi hai vo jaldh hi veer ke samne hogi.dekhne wala pal hoga jab veer r tejal or uski maa samne honge.
Satya baat hai ye!nice update ..karan ke saath apne business ko badhane ne laga hua hai veer .karan ko jyada kuch nahi bataya par suhana ka naam sunne par usko aisa laga ki veer ko badi umar ki aurto me dilchaspi hai .
Uska development shuru ho gaya hai.sonali ko wakai me ek achcha gift diya veer ne .. usko padhne ki chaah thi jo veer ab puri karna chahta hai .sonali jaise baat kar rahi thi veer se wo ekdam majedar tha ..
Dosto ki yaari. Veer madad karega Karan ki.kritika ka naam sunke ekdam se apni baat badal di karan ne aur cafe me chala gaya kritika ka didar karne .
kavya ke saath thoda maja liya veer ne ..
Abhi toh nahi. Beach pe kyu chudegi woh pehli baar?aur aajka sabse best day tha ragini ke liye jo sabko busy karake veer ke saath ghumne chali gayi .ragini ki baato se aisa lagta hai ki wo kuch jyada hi possesive hai veer ko lekar .
chudai ki puri taiyari karke aayi hai veer ke saath .
Rajat se hi Pranjal ka link up mil jayega.pari ne pehla target rajat ko banane ki salaah di .
pari ko shak bhi hai ki koi to hai jo veer ka bhai ko chupke se support kar raha hai aur uske liye koi badhiya plan banana chahte hai .
Thanks mitr! Bane rahiyega!to tejal ne jo info jama ki thi veer ki wo kaam me aa gayi aur kavya mam ke ghar pahuch gayi shayad college me admission lene ki baat karne .. shayad main maksad to veer ke saath waqt bitana ho tej ka.. jab baate hongi tabhi to ek dusre ko samajh payenge aur jab rishta open hoga to taklif bhi nahi hogi .
jaante to hai apno ke baare me par isko raaz banaye rakha hai .