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आपकी भाभी – निधि or रागिनीAur jesa ki aapne kaha tha. Baaki ki property aapki bhabhi ke naam par karwa dii hai.
क्या सुहाना का गिफ्ट आने वाला है, क्या ही गिफ्ट देगी वो,Suhana : Gift huh!!?
Exactly!अपडेट ~ 119
.
जैसा की उम्मीद थी मुझे, वैसा ही हुआ ।
इतनी आसानी से सब कुछ मिल जाए तो फिर कहानी ही किस काम की ।
असल जिंदगी में भी कुछ आसानी से नहीं मिलता , ये तो फिर भी हमारी दिमागी उपज है ।
Palda halka ho gaya hai kya?हमे भी बेसब्री से इंतजार है वो सच जानने का जिसे वीर को इंतजार है,
एक रिक्वेस्ट है राइटर साहेब से, वीर की मां का पलड़ा हल्का मत होने देना,
पर्सनली मुझे काफी बुरा लग रहा वीर की मां के लिए, पर असल बात क्या है ये तो वक्त बताएगा..!!!
Kya woh waapas aaega?रजत के दिन खत्म अब, चलो ये अच्छा ही हुआ,
बुरे लोगों के साथ बुरा हो तो बुरा भी नहीं लगता पढ़ने में
Dhanyavaad boht boht!!सुहाना अब काफी हद तक ठीक हो चुकी है,
कब वापस इंडिया आएगी उसका इंतजार है..
.
बहुत खूबसूरत अपडेट एस usual..
कीप अपडेटिंग
Fantastic mind-blowing update
Thanks guys!Nice update but chota ha
Mene kaha hi tha ki abhi ek naya safar shuru hone waala hai iss arc me. Aur ho gaya.Awesome update bro veer ka gussa sahi he uski jaga let's see what happens next looking forward to a wonderful journey with excitement. As usual superb update with emotional touch love it
Nice update
Superb fantabulous update Werewolf bhai...
Thank you guys!Nice update bro
Outstanding review bro.पता है इस कहानी की सबसे अच्छी और बुरी बात क्या है, की ये कहानी बहुत ही ज्यादा अच्छी है।
1 ही अपडेट मिलता है, पढ़ लो तो मन नहीं भरता और ना पढ़ो तो मन नहीं लगता
इसलिए जब 1 अपडेट पढ़ लेता हूं तो फिर तुरंत ही अगले अपडेट को पढ़ने का मन करता है
लेकिन फिर 1 week का इंतजार,फिर अपडेट आता है और फिर से तुरंत अगले अपडेट को पढ़ने का मन
and the cycle goes on
हर बार try करता हूं की महीने में एक बार ही पढ़ू, ताकि एक साथ 4–5 अपडेट पढ़ सकूं पर ऐसा हो नहीं पाता,
अक्सर मेरे इरादे मेरे दिल के आगे मजबूर हो जाते है and subconscious mind में ये भी चलता रहता है की कही writer को ऐसा ना लगने लगे की उसके लिए support कम हो रहा है so yup
लेकिन wofie सच में यदि आपके पास समय हो तो हफ्ते में 2 अपडेट दे दो, एक हफ्ता इंतजार करना बहुत ज्यादा मुश्किल लगता है
रही बात वीर और भावना की तो पहली बार इस कहानी को मैं और के नजरिए से देख रहा हूं, भावना के नजरिए से देख रहा हूं। उसकी बातों से पता चल रहा है की वीर ने जो दुख झेले है वो उसके मां के दुखों कुछ नही है
और लग रहा है की वीर कुछ ज्यादा ही rude हो रहा है।
भावना पता नहीं किस circumstances में,किस मजबूरी के कारण वीर को छोड़ गई, लेकिन हां जो भी हो वो वीर की भलाई के लिए ही था।
उसने वीर से दूर रहने या वीर के जिंदा रहने में से वीर से दूर रहने के option को choose किया होगा
अगर कोई वीर को पूछे की या तो वो अपनी मां से दूर रहे और उसे जिंदा देखे या फिर उसके साथ रहे और उसे मरता देख तो वीर भी definately वही choose करता जो भावना ने किया
मैं ये नहीं बोल रहा की वीर गलत है, अपने बेटे को ऐसे बाप के पास छोड़ कर जाना एक गलत फैसला था और शायद इस से अच्छा उपाय भी ढूंढा जा सकता था लेकिन इसका ये मतलब नही की भावना गलत है।
शायद उस वक्त कोई दूसरा option ना रहा हो,
खैर जो बीत गया सो बीत गया
मैं उम्मीद कर रहा हूं की आगे आने वाले अपडेट में वीर का व्यवहार अपनी मां के प्रति उस लड़के की तरह होगा जिसका iq 100 above हैं जो किसी भी situation में cool calm and composed रहता है दिमाग से काम लेता हैं, ना की एक rude, pathatic fastidious लड़के की तरह past past की रट लगाए रहेगा
बल्कि अपनी मां की मजबूरी को समझेगा और उसकी जिंदगी में जो भी सबसे बड़ी समस्या है उसको जल्दी से जल्दी सुलझाएगा ताकि उसकी मां को ये एहसास करा सके की वीर को इतने सालों तक दूर रखने का फैसला गलत था। वो इससे ज्यादा better कर सकती थी
तेज इस अपडेट में कहीं खो सी गई, मुझे लगा था जब वीर और तेज मिलेंगे तो काफी अच्छा conversation उनके बीच देखने को मिलेगा भावना और वीर के conversations से भी अच्छा but dissapointed की वीर बात तो छोड़ो कितना weird सा behave कर रहा अपनी बहन के साथ
तेजल की जिंदगी में जो अकेलापन था इस कहानी में वीर से अच्छा और कौन समझ सकता है, वीर के पास तो फिर सिस्टम है उसके दादाजी थे निधि थी सपोर्ट के लिए but तेजल ने तो almost सबकुछ अकेले ही face किया है।
I hope की वीर और तेज के बीच एक अच्छा conversation देखने को मिले जिसमें वीर अपनी बहन को बता सके की उसने कितना दुख झेला है और तेज भी बता सके की इतने सालों तक बिना परिवार कितना अकेलापन महसूस किया है।
खुशियां बाटने से बढ़ती है और दुःख बाटने से कम होता है।
रही बात पूर्वी की तो वो इतने सालों से मुंबई में ही रहती थी वो चाहती तो वीर के कुछ दुख कम कर सकती थी पर वो उस से कभी मिलने ही नही आई शायद वीर के जान को खतरा हो सकता है सोच कर
I guess आने वाले कुछ अपडेट राजस्थान का होगा सुमन के घर के आस पास जहां वीर अंगूठी चोर पकड़ने गया था
आपकी भाभी – निधि or रागिनी
सुहाना का गिफ्ट आने वाला है
अपडेट काफी अच्छा था, पढ़ कर सुकून मिला
request के नाम पर बस इतना है की भाई कोशिश करो की week मे 2 अपडेट की
कहानी पढ़ने के लिए 1 week wait करना अति लंबा है।
keep going you're doing wonderful
Hinglish me likha kro vro hum unpadh logo ko v smjh me ayeपता है इस कहानी की सबसे अच्छी और बुरी बात क्या है, की ये कहानी बहुत ही ज्यादा अच्छी है।
1 ही अपडेट मिलता है, पढ़ लो तो मन नहीं भरता और ना पढ़ो तो मन नहीं लगता
इसलिए जब 1 अपडेट पढ़ लेता हूं तो फिर तुरंत ही अगले अपडेट को पढ़ने का मन करता है
लेकिन फिर 1 week का इंतजार,फिर अपडेट आता है और फिर से तुरंत अगले अपडेट को पढ़ने का मन
and the cycle goes on
हर बार try करता हूं की महीने में एक बार ही पढ़ू, ताकि एक साथ 4–5 अपडेट पढ़ सकूं पर ऐसा हो नहीं पाता,
अक्सर मेरे इरादे मेरे दिल के आगे मजबूर हो जाते है and subconscious mind में ये भी चलता रहता है की कही writer को ऐसा ना लगने लगे की उसके लिए support कम हो रहा है so yup
लेकिन wofie सच में यदि आपके पास समय हो तो हफ्ते में 2 अपडेट दे दो, एक हफ्ता इंतजार करना बहुत ज्यादा मुश्किल लगता है
रही बात वीर और भावना की तो पहली बार इस कहानी को मैं और के नजरिए से देख रहा हूं, भावना के नजरिए से देख रहा हूं। उसकी बातों से पता चल रहा है की वीर ने जो दुख झेले है वो उसके मां के दुखों कुछ नही है
और लग रहा है की वीर कुछ ज्यादा ही rude हो रहा है।
भावना पता नहीं किस circumstances में,किस मजबूरी के कारण वीर को छोड़ गई, लेकिन हां जो भी हो वो वीर की भलाई के लिए ही था।
उसने वीर से दूर रहने या वीर के जिंदा रहने में से वीर से दूर रहने के option को choose किया होगा
अगर कोई वीर को पूछे की या तो वो अपनी मां से दूर रहे और उसे जिंदा देखे या फिर उसके साथ रहे और उसे मरता देख तो वीर भी definately वही choose करता जो भावना ने किया
मैं ये नहीं बोल रहा की वीर गलत है, अपने बेटे को ऐसे बाप के पास छोड़ कर जाना एक गलत फैसला था और शायद इस से अच्छा उपाय भी ढूंढा जा सकता था लेकिन इसका ये मतलब नही की भावना गलत है।
शायद उस वक्त कोई दूसरा option ना रहा हो,
खैर जो बीत गया सो बीत गया
मैं उम्मीद कर रहा हूं की आगे आने वाले अपडेट में वीर का व्यवहार अपनी मां के प्रति उस लड़के की तरह होगा जिसका iq 100 above हैं जो किसी भी situation में cool calm and composed रहता है दिमाग से काम लेता हैं, ना की एक rude, pathatic fastidious लड़के की तरह past past की रट लगाए रहेगा
बल्कि अपनी मां की मजबूरी को समझेगा और उसकी जिंदगी में जो भी सबसे बड़ी समस्या है उसको जल्दी से जल्दी सुलझाएगा ताकि उसकी मां को ये एहसास करा सके की वीर को इतने सालों तक दूर रखने का फैसला गलत था। वो इससे ज्यादा better कर सकती थी
तेज इस अपडेट में कहीं खो सी गई, मुझे लगा था जब वीर और तेज मिलेंगे तो काफी अच्छा conversation उनके बीच देखने को मिलेगा भावना और वीर के conversations से भी अच्छा but dissapointed की वीर बात तो छोड़ो कितना weird सा behave कर रहा अपनी बहन के साथ
तेजल की जिंदगी में जो अकेलापन था इस कहानी में वीर से अच्छा और कौन समझ सकता है, वीर के पास तो फिर सिस्टम है उसके दादाजी थे निधि थी सपोर्ट के लिए but तेजल ने तो almost सबकुछ अकेले ही face किया है।
I hope की वीर और तेज के बीच एक अच्छा conversation देखने को मिले जिसमें वीर अपनी बहन को बता सके की उसने कितना दुख झेला है और तेज भी बता सके की इतने सालों तक बिना परिवार कितना अकेलापन महसूस किया है।
खुशियां बाटने से बढ़ती है और दुःख बाटने से कम होता है।
रही बात पूर्वी की तो वो इतने सालों से मुंबई में ही रहती थी वो चाहती तो वीर के कुछ दुख कम कर सकती थी पर वो उस से कभी मिलने ही नही आई शायद वीर के जान को खतरा हो सकता है सोच कर
I guess आने वाले कुछ अपडेट राजस्थान का होगा सुमन के घर के आस पास जहां वीर अंगूठी चोर पकड़ने गया था
आपकी भाभी – निधि or रागिनी
सुहाना का गिफ्ट आने वाला है
अपडेट काफी अच्छा था, पढ़ कर सुकून मिला
request के नाम पर बस इतना है की भाई कोशिश करो की week मे 2 अपडेट की
कहानी पढ़ने के लिए 1 week wait करना अति लंबा है।
keep going you're doing wonderful
बस आप से ही सिख रहा हूं थोड़ा थोड़ाOutstanding review bro.
Devnagari me likhne par comfortable feel karta hu, so main devnagri script me likhta hu, Hinglish likhna mushkil nahi hai but jyadatar log devnagri ki script ko jaldi padh kar samj paate hai so is liyeHinglish me likha kro vro hum unpadh logo ko v smjh me aye
तुसी ग़ज़ब दी समीक्षा करदे हो जहाँ भी आपके कमेन्ट होते हैं बादिया होंदे हैपता है इस कहानी की सबसे अच्छी और बुरी बात क्या है, की ये कहानी बहुत ही ज्यादा अच्छी है।
1 ही अपडेट मिलता है, पढ़ लो तो मन नहीं भरता और ना पढ़ो तो मन नहीं लगता
इसलिए जब 1 अपडेट पढ़ लेता हूं तो फिर तुरंत ही अगले अपडेट को पढ़ने का मन करता है
लेकिन फिर 1 week का इंतजार,फिर अपडेट आता है और फिर से तुरंत अगले अपडेट को पढ़ने का मन
and the cycle goes on
हर बार try करता हूं की महीने में एक बार ही पढ़ू, ताकि एक साथ 4–5 अपडेट पढ़ सकूं पर ऐसा हो नहीं पाता,
अक्सर मेरे इरादे मेरे दिल के आगे मजबूर हो जाते है and subconscious mind में ये भी चलता रहता है की कही writer को ऐसा ना लगने लगे की उसके लिए support कम हो रहा है so yup
लेकिन wolfie सच में यदि आपके पास समय हो तो हफ्ते में 2 अपडेट दे दो, एक हफ्ता इंतजार करना बहुत ज्यादा मुश्किल लगता है
रही बात वीर और भावना की तो पहली बार इस कहानी को मैं किसी और के नजरिए से देख रहा हूं, भावना के नजरिए से देख रहा हूं। उसकी बातों से पता चल रहा है की वीर ने जो दुख झेले है वो उसके मां के दुखों के आगे कुछ नही है
और लग रहा है की वीर कुछ ज्यादा ही rude हो रहा है।
भावना पता नहीं किस circumstances में,किस मजबूरी के कारण वीर को छोड़ गई, लेकिन हां जो भी हो वो वीर की भलाई के लिए ही था।
उसने वीर से दूर रहने या वीर के जिंदा रहने में से वीर से दूर रहने के option को choose किया होगा
अगर कोई वीर को पूछे की या तो वो अपनी मां से दूर रहे और उसे जिंदा देखे या फिर उसके साथ रहे और उसे मरता देख तो वीर भी definately वही choose करता जो भावना ने किया
मैं ये नहीं बोल रहा की वीर गलत है, अपने बेटे को ऐसे बाप के पास छोड़ कर जाना एक गलत फैसला था और शायद इस से अच्छा उपाय भी ढूंढा जा सकता था लेकिन इसका ये मतलब नही की भावना गलत है।
शायद उस वक्त कोई दूसरा option ना रहा हो,
खैर जो बीत गया सो बीत गया
मैं उम्मीद कर रहा हूं की आगे आने वाले अपडेट में वीर का व्यवहार अपनी मां के प्रति उस लड़के की तरह होगा जिसका iq 100 above हैं जो किसी भी situation में cool calm and composed रहता है दिमाग से काम लेता हैं, ना की एक rude, pathatic fastidious लड़के की तरह past past की रट लगाए रहेगा
बल्कि अपनी मां की मजबूरी को समझेगा और उसकी जिंदगी में जो भी सबसे बड़ी समस्या है उसको जल्दी से जल्दी सुलझाएगा ताकि उसकी मां को ये एहसास करा सके की वीर को इतने सालों तक दूर रखने का फैसला गलत था। वो इससे ज्यादा better कर सकती थी
तेज इस अपडेट में कहीं खो सी गई, मुझे लगा था जब वीर और तेज मिलेंगे तो काफी अच्छा conversation उनके बीच देखने को मिलेगा भावना और वीर के conversations से भी अच्छा but dissapointed की वीर बात तो छोड़ो कितना weird सा behave कर रहा अपनी बहन के साथ
तेजल की जिंदगी में जो अकेलापन था इस कहानी में वीर से अच्छा और कौन समझ सकता है, वीर के पास तो फिर सिस्टम है उसके दादाजी थे निधि थी सपोर्ट के लिए but तेजल ने तो almost सबकुछ अकेले ही face किया है।
I hope की वीर और तेज के बीच एक अच्छा conversation देखने को मिले जिसमें वीर अपनी बहन को बता सके की उसने कितना दुख झेला है और तेज भी बता सके की इतने सालों तक बिना परिवार कितना अकेलापन महसूस किया है।
खुशियां बाटने से बढ़ती है और दुःख बाटने से कम होता है।
रही बात पूर्वी की तो वो इतने सालों से मुंबई में ही रहती थी वो चाहती तो वीर के कुछ दुख कम कर सकती थी पर वो उस से कभी मिलने ही नही आई शायद वीर के जान को खतरा हो सकता है सोच कर
I guess आने वाले कुछ अपडेट राजस्थान का होगा सुमन के घर के आस पास जहां वीर अंगूठी चोर पकड़ने गया था
आपकी भाभी – निधि or रागिनी
सुहाना का गिफ्ट आने वाला है
अपडेट काफी अच्छा था, पढ़ कर सुकून मिला
request के नाम पर बस इतना है की भाई कोशिश करो की week मे 2 अपडेट की
कहानी पढ़ने के लिए 1 week wait करना अति लंबा है।
keep going you're doing wonderful
नहीं दोस्त,ये तो आपका प्यार हैतुसी ग़ज़ब दी समीक्षा करदे हो जहाँ भी आपके कमेन्ट होते हैं बादिया होंदे है
तू सी भी उन महारथियों दे बीच एक अलबेले हो