वैसे क्या मैं जान सकता हूँ यह कहानी कौन से सन्(year) पर आधारित है। जो लड़का को इतना डम्बेस्ट दिखाया गया है। एक तरफ लड़के को तेज तरार दिखाया गया दुसरी तरफ बिल्कुल गंवार नासमझ। लड़की ड्रेस खोल रही थी उसको समझ नहीं आया? क्या इरादा लिये आई है लड़की ? पहले तो झूठ बोल कर लाई उसके बाद ये सब तभी समझ जाना चाहिए था। फिर उसके बाद हाथ पकड़ कर कमर पर स्क्रेच कितनी आसानी से कर गयी। जैसे दुध पीता कोई बच्चा हो प्रतिरोध नहीं किया। इस सदी के परिवेश पर तो नहीं होगी कहानी क्योंकि आजकल सभी जानते हैं 1st डे है कॉलेज का तो उपर से फाइट और हो गई जरूर दाल में काला हैं। एक नादान बालक का कलेक्टर दिखाया।। अबोध बालक
अब ऐसा ना कर देना की बहन को बेचारी बता कर माफी दे दो।। यह एक भाई बहन के झगड़ा नहीं रह गया। यह एक घिनौनापन है एक जघन्य अपराध है। बहन के साथ साथ सबको कुत्ते के सामने छोड़ देना चाहिए डेली का रूटीन होना चाहिए 10 मिनट कुत्ते नोचेंगे साली तभी सबक सिखेंगी।