हेलो दोस्तो ये मेरी नई कहानी है जो एक रीडर की आपबीती बताई गई घटना है जो यहां शेयर करने वाला हु आप लोग बताइएगा की इस घटना में किसकी गलती है
मैं आप लोग से पुरानी पोस्ट को अधूरा छोड़ दिया है इसके लिए sorry लेकिन यह कहानी compleat करूंगा।
ये story इसी font मैं चलेगी आप सब अपना support जरूर दीजियेगा
अपडेट 1
मेरा नाम सरफराज खान है ,मे एक सफल इंसान हूँ जिसकी कोई बड़ी ख्वाइश नही है ऑर हमेशा खुश रहता था
मेरी वाइफ नूर,मस्त बदन की मालकिन ,रंग गोरा , अक्सर कमीज हा सलवार और सारी पहनती है,एक दम फिट,अधिकतर अपना बदन ढँकती रहती है जब सादी में हो तो अपना फिगर दिखाने मे मज़ा आता है,मेने लोगो को मेरी वाइफ की नंगी कमर,पेट को देखकर आहे भरते देखा है,
मेरी वाइफ का बदन ऑर भी ज़्यादा सेक्सी हो जाता है जब बदन भीगा हो,जैसे पसीना या नहा के आई हो,
मुझे जब भी मोका मिलता मे कोई कसर नही छोड़ता था उससे चोदने मे,कुछ सालो तक ऐशे ही चला ,फिर हम बोर से होने लग गये थे ,सेक्स मे उतना रोमांच नही रहा था,हम अक्सर सोचते थे कि कपल स्वप कर लिया जाए ,लेकिन इतनी हिम्मत नही होती थी ऑर थोड़ा डर भी रहता था कहीं कोई बदनामी नही हो जाए
कुछ समय बाद मेरे पड़ोस मे एक **** कपल आया ,लगभग आदमी की उमर 55 होगी ऑर औरत की 45,दोनो के शरीर बहुत हट्टे कट्टे थे,आदमी 6 फुट का ,जिसके डोले निकले हुए है,एक बॉडी बिल्डर लगता था,ऑर औरत के बदन का तो जवाब ही नही,बड़ी बड़ी चुचिया बड़ी गान्ड,कहते है ना,जिसके पास जो नही होता वो उसके पीछे भागता है,मेरी वाइफ का फिगर एक दम मस्त था ,पूरे शरीर मे कही कोई एक्सट्रा चर्बी नही थी फिर भी मुझे उस औरत के पीछे जाने की इच्छा थी जिसकी चुचिया ऑर गान्ड मे चर्बी ही चर्बी भरी थी ,पता नही क्यो लेकिन मुझे उस औरत को चोदने की ख्वाइश हो रही थी
आगले दिन हमारे घर की डोर बेल बजी ,मेने दरवाज़ा खोला तो वहाँ पे हमारे नये पड़ोसी खड़े थे,मेने उनका स्वागत किया ऑर बैठाया ऑर वाइफ को चाइ पानी के लिए बोल दिया
बात चीत के दोरान पता चला कि उनका नाम रोशन पांडेय और उसकी वाइफ का नाम सलमा था,मुझे तो सलमा के शरीर की महक भी आ रही पर(क्यूंकि रोशन एक ,., लड़की से शादी किया था मुझे बुरा लग की मेरे समाज की लड़की से निगाह करा फिर मै सोचा की छोड़ो उसके परिवार वाले मान गये होंगे)
हालाँकि सलमा ने सलवार कुर्ता पहन रखा था लेकिन उसके शरीर के ज़्यादा दर्शन नही हो रहे थे
मेरी वाइफ चाइ लेकर आई,रोशन देखता ही रह गया ,क्या चेहरा है ,क्या कमर ,गोरा गोरा बदन ,ये देखते हुए अपने मूह मे आए थूक को वापस अंदर लेते हुए,
मे भी मंद मंद मुस्कुरा रहा था रोशन की ये हालत देखकर
मेरी वाइफ चाइ देने के लिए जैसे ही झुकी उसका पल्लू नीचे गिर गया ऑर मेरी वाइफ के बूब्स का क्लीवेज उसे दिख गया ,ऐसा शानदार क्लीवेज देखकर रोशन की आँखे फटी की फटी रह गयी,वो काँप सा गया था,उसने अपने थरथराते हाथो से मेरी वाइफ के हाथो से चाइ का कप लिया,इसी दोरान उसने मेरी वाइफ के कोमल शरीर का स्वाद लिया ,अपनी उंगलिया मेरी वाइफ की उंगलिओ को टच करके
वो मेरी वाइफ के शरीर को निहारने मे मस्त था मे सलमा के शरीर को निहारने मे,मे उसके बूब्स की ओर घूर रहा था ये सोच रहा था कि कितने बड़े होगे,ओर सलमा जब देखती है कि मेरी आँखे उसके बूब्स पे है तो वो शरमा जाती है
उस रोज़ से बाद हमारे बीच दूरिया कम होने लगी ओर नज़दीकिया बढ़ने लगी,हम अब अक्सर मिला करते थे,
रोशन मेरी वाइफ नूर से ज़्यादा मिलने लग गया था ऑर मे सलमा से ज़्यादा मिलने लग गया था ,अब तो यू होने लग गया था कि जब भी हम मिलते तो हम एक दूसरे की बिबियो से बात करते ,जैसे वो हमारी वाइफ हो
हम दोनो को अच्छा लग रहा था जैसे ये चल रहा था
एक बार शाम को हम बाहर घूमने गये ,रोशन ऑर मे ही बैठे थी कि हमारी बिबियो आ गयी ऑर उन्होने बोला क्यो ना घूमने जया जाए थोड़ा मज़ा भी हो जाएगा ,शायद सब ये जानते थे कि वहाँ क्या होने वाला है
हम ने भी बोला हाँ क्यो नही
नूर ने जवाब दिया क्यो ना 5-7 दिन के लिए शिमला चले
रोशन ऑर मे भी मान गये ,ऑर हाँ मे जवाब दिया
हमारी दोनो बिबियो बहुत खुश नज़र आ रही थी
कुछ दिनो बाद हम निकल गये शिमला की ओर ट्रेन मे,हम एक दूसरे की बिबियो के साथ बैठे थे,मेरे साथ सलमा बैठी थी ऑर रोशन के साथ नूर
लोग बाग देख रहे थे पर कोई कुछ बोल नही रहा था कि ये कैसे कपल है ,तो मेने भी एक सुझाव दिया
to be continue.......

नूर बेगम