कोई बात नहीं भाई................कुछ समय के लिए शांत हो जाओ माफी मांग लो........ बाद मे मोबाइल या कम्प्युटर/लैपटाप का जुगाड़ बन जाए तब कर लेना....
कहीं न कहीं से कुछ जुगाड़ बनेगा जरूर...........और कोई ऐसा नहीं लिख पाएगा
और ये जो आपकी हालत हुई है.......... मेंने भी बहुत बार झेली है बचपन में................
माँ न सही.......... मौसी को .........लिखा नहीं............ सीधा काम ही कर दिया.................
अब पिताजी को तो गुस्सा आना ही था.................. साली उनकी..........मजे मेंने ले लिए........और मौके पर पकड़ा भी गया
बहुत दिन शिकई हुई, मरहम-पट्टी भी............ साल डेढ़ साल ननिहाल जाने पर रोक भी लगा दी..........
फिर ठंडे मन से सोचा होगा...........की जवानी उन पर भी आयी थी
बंदे को तसल्ली दे रहे हो या मजे ले रहे हो...........