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1--चूत चूत सब एक सी | एक ही सब का रंग।।
बाबा प्रेम से चोदिये | बूढी हो या यंग ।।
2--ऐसा लंड मिल सके
जो चूत को छील दे
आग इतनी भड़क उठे
कि चूत बस पिघल सके
लंड का भी येही हश्र
पानी पानी चूत हो
चूत रस लंड रस
रस का दरिया
बह सके |
3--मैं आयी शहर में लोगों ने मूझे घूरा,
ब्रा खोल मेरा दूध पी गये पूरा।
रामु चाचा आये और मेरा दाम बोल दिया,
कुछ कहूं उससे पहले मेरा नाड़ा खोल दिया,
उनकी हरकत बहुत अच्छी थी,
अगले ही पल उनके हाथ में मेरी कच्छि थी,
बेड पे चादर रंग-बिरंगी थी,
कुछ ही पलों में मैं पूरी नंगी थी,
उनके पास ना आयी-पिल ना निरोध था,
मेरे मन में बस इसी बात का विरोध था,
मैं डरती रही और करती रही,
चुदने से पहले जितना खिल-खिला रही थी,
बेड पे उतना ही मैं चिल्ला रही थी,
लंड उनका मेरी चुत की वादियों में खो गया,
अब नीचे देखिए आपका भी खड़ा हो गया।
Kamini ko aise hi chodoge kya Aslam bhai.
बाबा प्रेम से चोदिये | बूढी हो या यंग ।।
2--ऐसा लंड मिल सके
जो चूत को छील दे
आग इतनी भड़क उठे
कि चूत बस पिघल सके
लंड का भी येही हश्र
पानी पानी चूत हो
चूत रस लंड रस
रस का दरिया
बह सके |
3--मैं आयी शहर में लोगों ने मूझे घूरा,
ब्रा खोल मेरा दूध पी गये पूरा।
रामु चाचा आये और मेरा दाम बोल दिया,
कुछ कहूं उससे पहले मेरा नाड़ा खोल दिया,
उनकी हरकत बहुत अच्छी थी,
अगले ही पल उनके हाथ में मेरी कच्छि थी,
बेड पे चादर रंग-बिरंगी थी,
कुछ ही पलों में मैं पूरी नंगी थी,
उनके पास ना आयी-पिल ना निरोध था,
मेरे मन में बस इसी बात का विरोध था,
मैं डरती रही और करती रही,
चुदने से पहले जितना खिल-खिला रही थी,
बेड पे उतना ही मैं चिल्ला रही थी,
लंड उनका मेरी चुत की वादियों में खो गया,
अब नीचे देखिए आपका भी खड़ा हो गया।
Kamini ko aise hi chodoge kya Aslam bhai.