मैं और अभी साथ साथ स्विम करते हैं और किनारे पर आ जाते हैं अभी मेरे को गोद मे मे उठा कर अपना लन्ड मेरे बुर के अन्दर घुसा कर मेरे को गोद मे उठा लेता है। और जोर जोर से झटके मारता है। उधर लक्ष और प्रणति एक दूसरे से लिपट कर लीप टु लीप किस्स कर रहे होते हैं। अब हम चारो बीयर खत्म करके पूल से बाहर आ जाते हैं और नंगे ही ईजी चेयर पर बैठ जाते हैं। अभी कनखियों से प्रणति के नग्न बदन को देखता है और लक्ष भी मेरे बदन को देख रहा है दिन के 9:00 बज गए है। में जान बुझ कर अपने हाथो से अपने बुर को सहलाती हूं सबके सामने ताकी आज दोनों की सुहागरात बहुत जोस से मने। मे अभी को बताती हूँ कि ये लोग भी कजीन भाई बहन है। अभी चौंकते हुए आप लोग भी लव या अरेन्ज।
लक्ष - अरेन्ज आप लोग भी कजीन है। चलो फ्रेश हो कर ब्रेकफास्ट करके बाहर घूम के आते हैं। और हम लोग अपने अन्डर गारमेन्टस पहन के विला मे चले जाते हैं ओर अपने अपने कमरे मे चले जाते हैं।
हम कमरे मे आने के बाद मे अभी से बोलती हूँ बहुत गौर से प्रणति को लाइन मार रहे थे चाहिए क्या।
अभी - तुम भी तो लक्ष को ललचाई नजर से देख रही थी तुमको भी चाहिए क्या ?
और हसने लग जाता है।
में गुस्से में क्या बकते हो बात हुई थी कि किसी और से रिशता नहीं बनाएंगे दोनों।
अभी - अगर दोनों की रजामंदी हुई तो दोनों एक साथ - ?
नेहा - सोचूंगी हंसते हुए। तुमने जो स्विमिंग पूल मे मेरी चुत आग लगाई है उसको कौन बुझायगा।
उधर लक्ष और प्रणति के कमरे मे प्रणति - बहुत मॉडर्न है दोनों पूल मे ही एक दूसरे के साथ मेरे को तो शर्म आ गई थी। प्रणिता जी ने कहा है की आज वो हमारी सुहागरात बनायेगी।
लक्ष - मतलब क्या वो हमारे रूम मे रहेगी ?
प्रणति - नहीं उनको लगता है की हम अनाड़ी है इस के लिए वो हमे गाइड करने की बात करती है।
लक्ष - आपने क्या कहा।
प्रणति - मैंने कुछ नहीं कहा।
ईघर नेहा - अभिषेक -
नेहा - अभिषेक चलो शावर ले लेते हैं , अभी - चलो फ्रेश हो लेते हैं। हम दोनों बाथरूम मे शावर लेने आ जाते है और एक साथ शावर लेते हैं अभी मेरे बदन पर साबुन लगाता है मेरे दोनों चूच्ची को जोर से मसलता है और मे भी उसके हाथ से साबुन ले के अभी के लन्ड को साबुन लगा कर आगे पीछे करती हूँ और जोर जोर से हिलाती हूँ जिससे लन्ड टाइट हो कर मोटा और लंबा हो जाता है।अब अभी मेरे चुत के उपर साबुन लगा कर मसलता है और बोलता है ।
अभी - दीदी आपका चुत फूल गया है उभार आ चुका है।
अब अभी अपने अंगुली से मेरे चुत के लबों को सहलाता और मेरे को जोश से भरने का प्रयास करता है।
में जोश मे आकर अभी के नितंबों को सहलाने लगती हूँ।
अब अभी मेरे को हग कर के अपने तरफ खिंचता है और मेरे नितंबों को सहलाता है और सहलाते सहलाते एक उंगली मेरे गान्ड मे घुसाने लगता है। लेकिन उंगली अन्दर नहीं घुसती है और अभी जोश मे आकर अपने होंठ से मेरे लबों को चूसने लगता है और जबरदस्ती घुसाने का कोशिश करता है तो थोड़ा सा आधा इंच ही उंगली घुस पाता है। और बहुत दर्द होता है। में झटक के अभी से अलग होने की कोशिश करती हूँ और अलग हो जाती हूँ।
और अभी को बोलती हूँ।
नेहा - प्लीज दर्द नहीं केवल प्यार और मज़ा और दुबारा मे आगे बढ़ कर अभी को लीप किस्स करती है और अभी को गरम करने लगती हूँ। अब हम दोनों बिस्तर पर आलिंगन अवस्था मे आ जाते है। अभी मेरे को बिस्तर मे लेटा देता है और मेरे पैर के पास बैठ कर मेरे दोनों टाँगों को उठा कर कंधे पर रख कर अपने लन्ड को मेरे चुत के लबों पर रगड़ने लगता है और एक हाथ से मेरे एक चुच्ची को मसलने लगता है। अभी अपने लन्ड के उपर के चमड़ी को पीछे खिंच कर मेरे चुत मे अपने अंगुली से जगह बनाते हुए अन्दर घुसाता है और इस प्रकार घुसाने से मेरे को काफी दर्द होता है और मेरी चीख निकल जाती है और चीख इतनी जोर की थी कि बाहर से प्रणति कमरे के अन्दर आ जाती है और हम लोग को एक दूसरे के साथ अंतरंग मनाते हुए देख लेती है और गेट के पीछे छिप कर देखने लगती है। अभी का पीठ प्रणति के तरफ होने के कारण वो प्रणति को देख नहीं पा रहा था लेकिन मैंने प्रणति को हम लोग को देखते हुए देख लेती हूँ मे इसी हालत मे प्रणति को कुर्सी मे बैठने के लिए बोलती हूँ और अभी चौंकते हुए पीछे मूड कर देखता है। प्रणति शरमा के वापस चल जाती है।
लक्ष को जा कर हग कर लेती है। लक्ष पूछता है क्या हुआ प्रणति शरमा के बाथरूम मे चली जाती है और अपना हाथ अपने बुर पर लगा कर देखती है की पूरा गिला हो गया है।
वो जल्दी से फ्रेश हो कर बाहर आ जाती है।
अभिषेक प्रणति को देखने के बाद जोश मे आ जाता है और स्पीड तेज कर देता है जैसे कोई 150 के स्पीड मे गाड़ी का पिस्टन अन्दर बाहर हो रहा है में पूरे जोश मे उसका साथ दे रही थी तभी अभी अपने मुह से प्रणति का नाम लेने लगता है - कम ऑन प्रणति कम ऑन और जोर से मे य़ह सुन कर शाकड हो जाती हूँ और मे भी जान बुज कर कम ऑन लक्ष बोलने लगती हूँ ताकि अभी को चिढ़ मचे। इधर प्रणति चुप चाप वापस आ कर देखने लगती है और अपने आपको रोक नहीं पाती है और सब सुन लेती है तभी मे अभी के कंधे से अपने टांगों को नीचे कर के कमर मे टाइ करके अभी को बिस्तर मे पलटते हुए अभी के उपर आ जाती हूँ और पूरे जोश मे आकर उपर नीचे करने लगती हूं और अभी मेरे दोनों चुच्चीयो को जोर जोर से खींचने मसलने लगता है और आँख बंद कर के ई लव यू प्रणति बोलने लगता है।
मेरे मुंह से चीख निकलने लगती है। मेरा ऑर्गस्म हो जाता है अभी अबी भी पूरे जोश मे होता है मेरा ऑर्गस्म हो जाने के कारण मे सुस्त हो जाती हूँ तो अभी बैठ कर मेरे को अपने नीचे कर के जोर जोर से धक्का लगाता है लेकिन उसकी नजर गेट के कोने से देख रही प्रणति पर पड़ जाती है जो कि अपने हाथो से अपने चुत को जोर जोर से सहला रही होती है।अभी प्रणति को देखते हुए जोश मे आकर पूरा जोर जोर से धक्का लगाता है और अपना वीर्य मेरे अन्दर छोड देता है और निढाल हो कर मेरे उपर लेट जाता है।
प्रणति रूम के कोने से बाहर निकल जाती है और लक्ष के नजदीक जा कर बैठ जाती है।
और लक्ष को खिंच कर लीप किस्स करती हूं। लक्ष क्या हुआ एक दम से जोश आ गया