- 1,617
- 4,885
- 143
Update:13
"भैया इतना बड़ा और मोटा इतने छोटे से छेद में कैसे जायेगा। पिंकी तो कह रही थी कि लंड सिर्फ़ पाँच-छे इन्च लम्बा होता है और करीब एक डेढ़ इन्च मोटा होता है।"
मैंने कहा,
"तू अभी यह मत सोच, समय आने पर तू बड़े प्यार से अपने अन्दर लेगी, और तरसेगी कि और मिल जाये।
पर अभी तू वक्त मत खराब कर अभी तू इसे लॉलीपॉप की तरह अपने मुँह में लेकर चूस और जब तक मेरा जूस नहीं निकल जाता, तू इसे चूसती रहना और मेरा पूरा जूस पी जाना और मेरे मुंह पर अपनी बूर रख दे।
मैं भी तेरी कुँवारी बूर का पानी पीना चाहता हूं।"
सोनिया को मुँह में लेने में थोड़ी सी तक्लीफ हुई क्योंकी मेरा लंड मोटा था और अभी उसके मुँह छोटा था पर धीरे-धीरे सरकाने पर वोह बड़े आराम से अपना मुँह ऊपर नीचे करते हुए चूसने लगी।
मैंने भी सोनिया के दोनों चूत्तड़ अपने हाथों में ले लिये और उनको मसलते हुए उसकी ताज़ी जवान खुशबूदार बूर पर अपने होंठ चिपका दिये और सोनिया की तरह मैं भी उसकी चूत तबियत से चूसने लगा।
करीब आधा घंटा एक दूसरे की चूसाई के बाद मेरा लंड अपनी धर उसके ताजे मुँह में देने को तैयार था और इधर सोनिया का भी मस्ती के मारे बुरा हाल था।
वोह अब आगे पीछे होते हुए मेरे मुँह पर अपनी बूर जोर से घिस रही थी। मैंने उसका सिर अपने हाथ ले जा कर लंड पर दबा दिया और पिचकारी छोड़ दी।
सोनिया ने भी लंड बाहर नहीं निकाला और मेरा पूरा जूस पी गयी। मैंने भी अपनी जीभ की स्पीड और बूर की चूसाई तेज़ कर दी और तभी सोनिया ने अपने मुँह से मेरा लंड निकाला और जोर से आहा की किलकारी मारते हुए मेरे मुँह में अपना जूस निकाल दिया।
हम दोनों थोड़ी देर इस अवस्था में पढ़े रहे और फिर बाद में नंगे ही एक दूसरे की बाहों में सोफे पर बैठ गये और स्मोक करने लगे।
मैंने बड़े प्यार से सोनिया का चेहरा उठा कर पूछा, “कैसा लगा अपने भैया का लंड और चूसाई?
मज़ा आया कि नहीं?"
वोह शरमाते हुए बोली, “भैया आप बड़े बदमाश हो, पर सची में इतना आनंद तो मैंने आज तक महसूस ही नहीं किया।
पिंकी और बाकी सहेलियाँ भी जब चूसती थीं और अपना बदन घिसती थीं तब भी इतना मज़ा नहीं आता था।
भैया मैं तो अब रोज़ चूसूंगी और अपनी तुमको पीलाऊंगी।"
मैंने भी अंजान बनते हुए कहा,
“क्या सोनिया?" तो वो बोली,
“धत्त भैया! आपका लंड और मेरी बूरा"
सोनिया मेरे आगोश में कर बड़े ही प्यार से मेरे लंड से खेल जो अब फिर से खड़ा हो गया था।
सोनिया बोली, “भैया आप मेरी बूर में नहीं डालोगे क्या?
मेरी बहुत इच्छा हो रही है कि लेकर तो देखूँ कैसा लगता है। साली कुत्तिया पिंकी अपनी चूत के पपौटे दिखा- दिखा कर बहुत चिढ़ाती थी और कहती थी कि देखो चुदा कर मेरी चूत तुम सबसे सुंदर है।
अब मैं भी उसे चिढ़ाऊँगी कि देख साली रन्डी तू तो सिर्फ पाँच-छे इन्च वाले से चुदाती है।
मैं तो अपने भैया का साढ़े आठ इन्च का लंड लेती हं अपनी चूत में "
फिर बोली " भैया आपने किसी को चोदा है पहले।"
तब मैंने उसे सच-सच बताना ठीक समझा और बोला, “सोनिया मैं मन ही मन में तुझे और तेरी मम्मी से बहुत प्यार करता हूं और रात को तुम्हारे ख्वाब देख कर मुठ मारा करता था और फिर मैंने उसे पूरी कहानी बता दी सोनिया बड़े आश्चर्य के साथ बोली, "क्या भैया तुम मम्मी को चोदने हो?
मैं नहीं मानती। तब मैंने कहा, चल ठीक है, कल जब तेरी मम्मी घर पर आयेंगी और मुझे जब अंदर बुलायेंगी तब तू बालकोनी से देखना तेरी मम्मी कितने प्यार से मुझसे चुदवाती है।
हमने तो प्लैन भी बनाया है कि तेरे साथ तेरी मम्मी मेरी सुहाग रात मनवायेगी।”
सोनिया इतना सब सुन कर थोड़ी सी गरम हो गयी थी और अपनी चूत उसने मेरी टाँगों पर घिसनी चालू कर दी थी।
मैंने कहा, “सोनिया मैं तुझे बड़े प्यार से सुहाग रात वाले दिन ही भोगना चाहता हूं। इस लिये आज सिर्फ एक दूसरे की चूसाई करेंगे और इतना कह कर फिर से हम लोग ६९ के आसन में हो कर एक दूसरे को चूसने लगे।
उस रात हम दोनों एक ही कमरे में एक दूसरे को बाहों में भर कर सोये।
To be Continue...
Apna Comment Aur Feedback Dena Na Bhule...
Apka Pyara GOLU ❤
"भैया इतना बड़ा और मोटा इतने छोटे से छेद में कैसे जायेगा। पिंकी तो कह रही थी कि लंड सिर्फ़ पाँच-छे इन्च लम्बा होता है और करीब एक डेढ़ इन्च मोटा होता है।"
मैंने कहा,
"तू अभी यह मत सोच, समय आने पर तू बड़े प्यार से अपने अन्दर लेगी, और तरसेगी कि और मिल जाये।
पर अभी तू वक्त मत खराब कर अभी तू इसे लॉलीपॉप की तरह अपने मुँह में लेकर चूस और जब तक मेरा जूस नहीं निकल जाता, तू इसे चूसती रहना और मेरा पूरा जूस पी जाना और मेरे मुंह पर अपनी बूर रख दे।
मैं भी तेरी कुँवारी बूर का पानी पीना चाहता हूं।"
सोनिया को मुँह में लेने में थोड़ी सी तक्लीफ हुई क्योंकी मेरा लंड मोटा था और अभी उसके मुँह छोटा था पर धीरे-धीरे सरकाने पर वोह बड़े आराम से अपना मुँह ऊपर नीचे करते हुए चूसने लगी।
मैंने भी सोनिया के दोनों चूत्तड़ अपने हाथों में ले लिये और उनको मसलते हुए उसकी ताज़ी जवान खुशबूदार बूर पर अपने होंठ चिपका दिये और सोनिया की तरह मैं भी उसकी चूत तबियत से चूसने लगा।
करीब आधा घंटा एक दूसरे की चूसाई के बाद मेरा लंड अपनी धर उसके ताजे मुँह में देने को तैयार था और इधर सोनिया का भी मस्ती के मारे बुरा हाल था।
वोह अब आगे पीछे होते हुए मेरे मुँह पर अपनी बूर जोर से घिस रही थी। मैंने उसका सिर अपने हाथ ले जा कर लंड पर दबा दिया और पिचकारी छोड़ दी।
सोनिया ने भी लंड बाहर नहीं निकाला और मेरा पूरा जूस पी गयी। मैंने भी अपनी जीभ की स्पीड और बूर की चूसाई तेज़ कर दी और तभी सोनिया ने अपने मुँह से मेरा लंड निकाला और जोर से आहा की किलकारी मारते हुए मेरे मुँह में अपना जूस निकाल दिया।
हम दोनों थोड़ी देर इस अवस्था में पढ़े रहे और फिर बाद में नंगे ही एक दूसरे की बाहों में सोफे पर बैठ गये और स्मोक करने लगे।
मैंने बड़े प्यार से सोनिया का चेहरा उठा कर पूछा, “कैसा लगा अपने भैया का लंड और चूसाई?
मज़ा आया कि नहीं?"
वोह शरमाते हुए बोली, “भैया आप बड़े बदमाश हो, पर सची में इतना आनंद तो मैंने आज तक महसूस ही नहीं किया।
पिंकी और बाकी सहेलियाँ भी जब चूसती थीं और अपना बदन घिसती थीं तब भी इतना मज़ा नहीं आता था।
भैया मैं तो अब रोज़ चूसूंगी और अपनी तुमको पीलाऊंगी।"
मैंने भी अंजान बनते हुए कहा,
“क्या सोनिया?" तो वो बोली,
“धत्त भैया! आपका लंड और मेरी बूरा"
सोनिया मेरे आगोश में कर बड़े ही प्यार से मेरे लंड से खेल जो अब फिर से खड़ा हो गया था।
सोनिया बोली, “भैया आप मेरी बूर में नहीं डालोगे क्या?
मेरी बहुत इच्छा हो रही है कि लेकर तो देखूँ कैसा लगता है। साली कुत्तिया पिंकी अपनी चूत के पपौटे दिखा- दिखा कर बहुत चिढ़ाती थी और कहती थी कि देखो चुदा कर मेरी चूत तुम सबसे सुंदर है।
अब मैं भी उसे चिढ़ाऊँगी कि देख साली रन्डी तू तो सिर्फ पाँच-छे इन्च वाले से चुदाती है।
मैं तो अपने भैया का साढ़े आठ इन्च का लंड लेती हं अपनी चूत में "
फिर बोली " भैया आपने किसी को चोदा है पहले।"
तब मैंने उसे सच-सच बताना ठीक समझा और बोला, “सोनिया मैं मन ही मन में तुझे और तेरी मम्मी से बहुत प्यार करता हूं और रात को तुम्हारे ख्वाब देख कर मुठ मारा करता था और फिर मैंने उसे पूरी कहानी बता दी सोनिया बड़े आश्चर्य के साथ बोली, "क्या भैया तुम मम्मी को चोदने हो?
मैं नहीं मानती। तब मैंने कहा, चल ठीक है, कल जब तेरी मम्मी घर पर आयेंगी और मुझे जब अंदर बुलायेंगी तब तू बालकोनी से देखना तेरी मम्मी कितने प्यार से मुझसे चुदवाती है।
हमने तो प्लैन भी बनाया है कि तेरे साथ तेरी मम्मी मेरी सुहाग रात मनवायेगी।”
सोनिया इतना सब सुन कर थोड़ी सी गरम हो गयी थी और अपनी चूत उसने मेरी टाँगों पर घिसनी चालू कर दी थी।
मैंने कहा, “सोनिया मैं तुझे बड़े प्यार से सुहाग रात वाले दिन ही भोगना चाहता हूं। इस लिये आज सिर्फ एक दूसरे की चूसाई करेंगे और इतना कह कर फिर से हम लोग ६९ के आसन में हो कर एक दूसरे को चूसने लगे।
उस रात हम दोनों एक ही कमरे में एक दूसरे को बाहों में भर कर सोये।
To be Continue...
Apna Comment Aur Feedback Dena Na Bhule...
Apka Pyara GOLU ❤