Sonia ki suhagraat romanchak hogi. Pratiksha agle rasprad update ki
Zabardast update
Update:16
अगले दिन मैं सुबह नहा-धो कर बाज़ार चला गया, ऐसे ही घूमने के लिये और करीब साढ़े बारह बजे वापस आया। मीना चाची ने मुझे पहले तो बाहों में लेकर किस करा और बोली,
"तेरी रानी अंदर बैठी है सज-सँवर के। जा पहले तू नहा-धो ले और फ्रैश हो जा।
अब कल सुबह तक तुझे उसकी जम कर चुदाई करनी है। मैं सब कुछ रूम में ही पहुँचा दूंगी।"
मैं भी बे-सबी के साथ नहा-धो कर तैयार हुआ और सिर्फ अपनी सबसे सैक्सी दिखने वाली चड्डी पहनी और मीना चाची का चुम्बन लेकर कमरे में घुस गया।
मज़ा आ गया था। अंदर मीना चाची ने पूरा डिस्को बनाया हुआ था और सोनिया को बहुत ही सैक्सी टॉप-स्कर्ट में तैयार करा हुआ था।
सोनिया की टॉप उपर के चार बटन खोल कर नीचे से गाँठ बन्धी हुई थी और गज़ब का मेक-अप करा हुआ था। सोनिया भी हाई हील्स पहन कर एक डाँस पर अपने चूत्तड़ थिरकाते हुए नाच रही थी।
मैंने चुप-चाप पीछे से जा कर उसकी मचलती हुई चूचियों को पकड़ लिया और सोनिया को हवा में घूमा दिया। फिर सीधा कर के हमने एक दूसरे को बाहों में कस लिया और तड़ातड़ एक दूसरे को चूमने और चाटने लगे।
मीना चाची ने सही कहा था। वाकय में सोनिया बहुत ही सैक्सी लग रही थी और अगर वोह ऐसे रूप में कहीं सड़क पर चली जाती तो जरूर उसकी बूर का आज भोसड़ा बन जाता।
सोनिया ने झूक कर ड्रिंक बनाना चालू करा तो मैंने भी पीछे से उसकी स्कर्ट नीचे खिस्का दी और झूक कर कुत्ते कि तरह उसके चूत्तड़ों में अपना मुँह लगा दिया और चाटने लगा।
मीना चाची ने सोनिया को काले रंग की बहुत ही टाईट नेट की रेशमी चड्डी पहनायी थी जिससे वोह उसकी गाँड की दरार में घुस गयी थी और उसके गोरे फूले हुए छोटे-छोटे मस्त चूत्तड़ों को और मादक बना रही थी। क्या महक आ रही थी उसके पिछवाड़े से।
मैं तो मस्ती के आलम में आ गया था। सोनिया ने मुझे एक ड्रिंक दी और अपने वास्ते एक सिगरेट जलाई और मेरी गर्दन में अपनी बाहें डाल कर बोली,
"गोलू भैया आज जी भर के अपनी चचेरी बहन को चोद लो", और मुझे बिस्तर पर बिठाकर मेरी चड्डी में तन्नाए हुए लंड पर अपने चूत्तड़ घिसते हुए बैठ कर ड्रिंक और स्मोक करने लगी।
मैंने उसकी टॉप के बटन और बंधी हुई गाँठ को खोला और उसकी स्टॉप उतार दी। मीना चाची ने सोनिया को क्या मस्त काले रंग की रेशमी ब्रा पहनायी थी।
एकदम पतले स्ट्रैप थे और ब्रा के कप सिर्फ़ उसके आधे निप्पल और नीचे की गोलाइयाँ छुपाये हुए थे। रेशमी नेट के अंदर से उसकी दूधिया चूचियों कि बड़ी साफ झलक मिल रही थी।
मैंने उसे खड़ा होने को कहा और कुर्सी पर टाँगें फैला कर बैठ गया और सोनिया को बोला कि वोह अपनी टाँगें मेरी टाँगों के दोनों तरफ करके अपनी चड्डी में कसी हुई बूर मेरे लंड पर रखे और आराम से बैठ कर ड्रिंक करे।
तब तक मैं उसकी कसी हुई मस्त जवानी जम कर चूसना और दबाना चाहता था। सोनिया बड़े ही कायदे से मेरे लंड के उठान पर बैठ गयी और बहुत हल्के-हल्के ढंग से अपनी चड्डी मेरे लंड से उठी हुई मेरी चड्डी पर घिसते हुए मेरी गर्दन में बाहें डाल कर ड्रिंक और स्मोक करते हुए बोली, "
भैया डारलिंग मसल डालो मेरी इन जवानियों को। देखो तो सही कैसे तन कर खड़ी है तुमसे चुसाने के लिये। मेरे मस्ताने सेबों का मज़ा ले लो मेरी जान।"
मैं भी अपने हाथ उसकी पीठ पर ले गया और उसकी ब्रा के हूक खोल दिये और बड़े प्यार से उसकी जवनी नंगी करी। उसकी 32 साइज़ की कसी हुई मस्तियाँ मेरे सामने तन कर खड़ी हुई थीं और मैंने भी बिना वक्त गँवाये दोनों चूचियों पर अपना मुँह मारना शुरू कर दिया।
मैं बहुत ही बे-सब्रा हो कर उसकी चूचियाँ मसल और चूस रहा था जिससे उसको थोड़ा सा दर्द हो रहा था। पर फिर भी मेरे सिर को अपनी चूचियों पर दबाते हुए कह रही थी,
"डारलिंग आराम से मज़ा लो, इतने उतावले क्यों हो रहे हो। आज तो मेरी सुहाग रात है। कहीं भागी थोड़ी जा रही हूं। जम के चूसवाऊँगी और मसलवाऊँगी। इनको इतना मसलो कि क्लास में मेरी चूचियाँ सबसे बड़ी हो जायें।"
करीब आधा घंटा इस चूसाई के बाद मैंने कहा, "सोनिया डारलिंग अब तो तू तैयार हो जा औरत बनने के लिये।"
मैंने उसे अपनी बाहों में उठाया और फूलों से सजे पलंग पर लिटा दिया। लाल गुलाब से सजे पलंग पर काले रंग की चड्डी से ढका सोनिया का गोरा बदन ऐसा लग रहा था।
जैसे कोई अपसरा अपने कपड़े उतार के सो रही हो और काला भँवरा उसकी ताज़ी बूर का रस चूस रहा हो।
मैं करीब पाँच मिनट तक सोनिया के नंगे बदन की शराब अपनी आँखों से पीता रहा, और फिर बिस्तर पर चड़ कर मैंने सोनिया की कमर चूसनी चालू करी और चूसते हुए अपना मुँह उसकी चड्डी पर लाया और चड्डी का इलास्टिक अपने दाँतों में दबा कर अपने मुँह से उसकी चड्डी उतारने लगा।
सोनिया ने भी अपने चूत्तड़ हवा में उठा दिये थे ताकि चड्डी उतारने में परेशानी ना हो। पर मीना चाची ने इतनी टाइट चड्डी पहनाई थी कि मुझे अपने हाथ भी लगाने हे पड़े उतारने में।
दोस्तों! चड्डी उतार के जो नज़ारा मेरे सामने था, मैं आपको बता नहीं सकता। मीना चाची ने बड़े ही प्यार से सोनिया की बूर के बाल साफ़ करे थे बूर चुदने के लिये इतनी बेकरार थी कि बूर के लिप्स गीले थे।
सोनिया बोली,
"डारलिंग मम्मी ने मेरी बूर क्रीम से साफ करी है और मुझे बोला है कि मैं कभी भी अपनी बूर शेव नहीं करू नहीं तो खराब हो जायेगी।"
मेरा लंड तो सोनिया की चिकनी नंगी मस्ताई हई चुदने के लिये तैयार बूर को देख कर ही मेरी चड्डी को फाड़ कर बाहर आने के लिये बेकरार था और उछल-कूद मचा रहा था।
मैंने अपने दोनों हाथों से अपनी चड्डी उतार दी और अपना मुँह मेरे सामने लेटी हुई नशे की बोतल के खज़ाने के मुँह पर लगा दिया। सोनिया तो मस्त हो गयी और मेरा सिर पकड़ कर अपनी बूर पर दबाने लगी।
मैं भी चाहता था कि सोनिया थोड़ा पानी छोद दे ताकि उसकी ताज़ी कुँवारी बूर थोड़ी चिकनी हो जाये और तकलीफ कम हो।
मैंने उसकी बूर का दाना चूसते हुए अपनी जीभ से उसकी चुदाई चालू कर दी और करीब पाँच मिनट बाद ही सोनिया ने मेरा सिर अपने दोनों हाथों से पकड़ लिया और कस कर अपनी पूरी ताकत से मेरा मुँह अपनी बूर पर दबा लिया और जोश में काँपते हुए चूत्तड़ों के धक्के देती हुई मेरे मुँह में अपना रस देने लगी।
मैंने भी मन से उसकी जवान बूर चूसी और चूत के लाल होंठों को अपने होंठों से चूसा।
फिर मैं घूटने के बल सोनिया के समने बैठ गया और अपना बूरी तरह अकड़ा हुआ लंड उसके सामने कर दिय और सोनिया की गर्दन में हाथ डाल कर उसका मुँह अपने लंड के पास लाय और बोला,
“मेरी प्यारी सोनिया, अपने राजा को मुँह में रख कर अपनी बूर बजाने के लिये तो इनवाइट करो।"
सोनिया ने टपाक से अपना मुँह खोला और मेरा सुपाड़ा अपने होंठों के बीच ले लिया और जीभ फेरने लगी। मेरे लंड पर सोनिया के जीभ फेरने ने वोह काम करा जो आग में घी करता है।
मुझसे रहा नहीं गया और दोनों हाथों से सोनिया का सर पकड़ कर उसके मुँह में ही मैंने आठ-दस शॉट लगा दिये। लौड़े का तो मारे गुस्से के बूरा हाल था।
एक तो उसे कल से चूत नहीं मिली थी और दूसरा उसके सामने ऐसी मलाई दार चूत थी और मैं चूतिया की तरह उसकी भूख मिटाने की बजाये चुम्मा चाटी कर रहा था।
अपना लंड सोनिया के मुँह से बाहर कर के मैं बिस्तर पर से उतरा और मीना चाची ने पहले से ही इम्पोर्टेड बड़ी ही खुशबू वाली चिकनाहट की क्रीम मेज पर रखी हुई थी।
मैंने उसे उठा कर थोड़ी ज्यादा ले कर सोनिया की बूर पर और बूर के अंदर की दीवारों पर लगा दी और फिर अपने लंड पर लगाने लगा।
सोनिया बोली,
To Be Continued...
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Sukhriya...Sonia ki suhagraat romanchak hogi. Pratiksha agle rasprad update ki
Sukhriya...Zabardast update
Mast update BhaiUpdate:8 (Mega Update)
मैंने जब दो मिनट बाद दरवाज़ा खोला तो देंग रह गया कि चाची ने घन्टे भर में अपने कमरे की काया ही पलट दी थी। पूरा कमरा गुलाब से सज़ा हुआ था और भीनी भीनी उत्तेजित करने वाले इम्पोर्टेड सैंट की खुशबू हवा में फैली हुई थी।
मीना चाची अपनी सबसे सैक्सी दिखने वली साड़ी पहन कर और अपने चेहरे पर एक लम्बा सा घूँगाट डाल कर पलँग के बीचों-बीच बैठी हुई थी, और पलँग के साईड टबल पर एक पूरी व्हिस्की की बोत्तल और सिगरेट का पैकेट रखा हुआ था।
दोस्तों बोलने की जरूरत नहीं है कि हम दोनों के जिस्म में उस समय एक लावा फूट रहा था एक दूसरे को बुरी तरह चोदने के लिये और मेरी चाची ने सब इंतजाम करा हुआ था कि आज जम कर रात भर चुदाई हो।
मैंने धीरे से पलँग पर बैठ कर मीना चाची को अपनी और खिसकाया और बड़े धीरे से उनका घूंघट ऊपर उठा दिया।
मीना चाची ने आज कुछ ज्यादा ही सैक्सी मेक-अप करा हुआ था। उन्होंने अपने होंठों पर लाल चमकने वाली लिपस्टिक लगायी हुई थी और पूरे मुखड़े पर बहुत ही सुंदर तरिके से मेक-अप करा हुआ था।
ब्लाऊज़ उन्होंने बहुत ही लो कट पहना था और अगर ब्लाऊज़ को ब्रा बोला जाये तो ज्यादा मुनासिब होगा और अन्दर उन्होंने तो शायद बहुत ही छोटी साइज़ की पहनी हुई थी क्यों कि उसमें से मीना चाची कि मस्तानी जवानी छलक-छलक के बाहर आने को मचल रही थी।
उन्होंने अपने घने घने बालों को खुला रखा था जो किसी झरने की तरह उनकी कमर तक लहरा रहे थे। मीना चाची ने अपने हाथों और पैरों के नाखूनों पर लाल नेल पॉलिश लगा रखी थी।
साथ ही उन्होंने मुझे और भी उत्तेजित करने के लिये काले रंग की बहुत ही ऊँची (लगभग ५ इन्च) पेन्सिल हील की सैण्डल पहनी हुई थी। उनके गोरे-गोरे पैरों को उन सैण्डलों में देख कर मेरा लंड मेरी पैंट के अन्दर साँप की तरह फुफकारने लगा।
मैंने बड़े ही प्यार से मीना चाची का चेहरा अपने हाथों में ले कर उनके गुलाबी होंठों पर अपने होंठ रख दिये और तबियत से उनके होंठ और जीभ चूसने लगा और फिर मीना चाची की कमर में हाथ डाल कर उनकी नंगी पीठ पर फेरने लगा।
मीना चाची ने भी मुझे अपनी बाहों में ले लिया और अपनी चूचियों का दबाव देते हुए मेरे होंठ और जीभ चूसने लगी। मुझे होश नहीं हम कब तक एक दूसरे को यूँ ही चूसते रहे।
जब हम अलग हुए तो मैंने कहा “मीना डारलिंग तुम तो वाकय में बहुत खूबसुरत हो।
मैं तुमको अपनी पतनी बना कर धन्य हो गया।
तुम्हारा बदन लगता है जैसे भगवान ने तुम्हें खुद अपने हाथों से बनाया है। तुम्हें देख लेने के बाद कैसे कोई इंसान कैसे अपने ऊपर काबू रख सकता है।"
मीना चाची बोली “मेरे सरताज़, मैं बहुत खुश किस्मत हूं कि तुम मेरे पती हो और आशा करती हूं कि तुम मेरी बूर को चूत और चूत को भोसड़ा बना दोगे।"
इतना कह कर हम दोनों पलंग से उठे और एक दूसरे को बाहों में भर कर डाँस करने लगे।
डाँस करते-करते मैंने मीना चाची की साड़ी पीछे से उठाई और उनकी चड्डी में हाथ डाल के उनके चूत्तड़ मसलने लगा। इधर मीना चाची भी मेरी शर्ट के बटन खोलने लगी और खोल कर मेरी शर्ट को फेंक दिया।
मैंने भी मीना चाची की साड़ी का एक छोर पकड़ कर खेंचना चालू कर दिया और मीना चाची ने भी अपना पूरा मस्त शरीर घूम-घूम कर दिखाते हुए साड़ी को उतरवाया।
अब मीना चाची सिर्फ ब्रा-कट ब्लाऊज़ और एक बहुत ही झीने पेटीकोट में थीं, जिसमें से अंदर का सब कुछ दिख रहा था। मीना चाची ने आज ब्लैक कलर की जी स्ट्रिंग पैंटी पहनी हुई थी जिस से सिर्फ़ उनकी चूत ढकी हुई थी और उनके गोरे-गोरे और मोटे-मोटे मँसल चूत्तड़ एक दम नंगे हो कर गज़ब ढा रहे थे।
मीना चाची एक दम नयी नवेली दुल्हन कि तरह शरमाने लगी तो मैंने आगे बढ़ कर उन्हें अपनी बाहों में ले लिया और पेटीकोट के ऊपर से उनके गुदाज चूतड़ों को दबाने लगा।
मीना चाची ने भी अपने हाथ आगे करे और मेरी पैंठ को खोल कर उतार दिया। इधर मैंने भी मीना चाची के झीने से पेटीकोट का नाड़ा खोल कर नीचे गिरा दिया और अपने हाथ पीछे ले जा कर उनके ब्रा-नुमा ब्लाऊज़ के हुक खोल दिये और उनका ब्लाऊज़ धीरे से उनकी बाहों पर से सरकाते हुए उतारने लगा।
मीना चाची ने आज बहुत ही छोटी (माइक्रो) ब्रा पहनी हुई थी। मैं साफ़-साफ़ देख रहा था कि ब्रा के कप बडी ही मुशकिल से मीना चाची के निप्पलों को ढक पा रहे थे और साथ ही ब्रा काफी टाइट भी होने के कारण मीना चाची का पूरा जोबन उबाल खा कर बाहर आने को मचल रहा था।
मीना चाची अब सिर्फ़ चड्डी- ब्रा और हाई हील सैण्डलों मैं थी और मैं भी अब सिर्फ़ चड्डी में था। हमने एक दूसरे को फिर से बाहों में जकड़ लिया और एक दूसरे को मसलते हुए नाचने लगे।
थोड़ी देर बाद मैं कुर्सी पर बैठ गया और मीना चाची को बोला “डारलिंग तुम आज अपनी गाँड हिलाते हुए दो पैग बनाओ और अपने हाथों से मुझे पिलाओ।"
मीना चाची भी बड़े ही मादक अन्दाज़ में अपने भारी भारी चूत्तड़ मेरे चेहरे के सामने ला कर टेबल पर झुक कर दो पैग बनाने लग गयी।
जी-स्ट्रिंग पैंटी पहने होने के कारण मीना चाची की चूत तो पूरी ढकी थी और स्ट्रिंग का स्ट्राप पूरा मीना चाची की गाँड की दरार के अंदर घुस कर उनकी गाँड के भूरे रंग के छेद को छुपाए हुए था।
मीना चाची के मस्त फूले हुए चूत्तड़ अपनी आँखों के सामने पा कर मदहोश हो गया और अपने होंठ मीना चाची के चूत्तड़ों पर लगा कर उनकी गाँड की दरार में अपनी जीभ घुसाइने लगा।
मीना चाची एकदम सितकार उठी और बोली “मेरे सनम ये क्या कर रहे हो, बड़ी गुद- गुदी हो रही है।"
मैंने कोई ध्यान ना देते हुए अपनी जीभ मीना चाची की गाँड के भूरे छेद पर फेरनी चालू रखी और हाथ बड़ा कर उनकी झुकी हुइ मस्तानी छातियों को पकड़ लिया और दबाने लगा। मीना चाची तो मस्ती के मारे अपने चूत्तड़ गोल-गोल हिलाने लगी।
पैग बनाने के बाद मैंने मीना चाची को खींच के अपनी गोदी में बैठा लिया और बोला “मीना क्या बात है, मैंने ऐसी चड्डी तो आज तक नहीं देखी जिसमे चूत तो ढकी रहती है पर गाँड पूरी नंगी रहती है।"
मीना चाची बड़ी मस्ती में बोली “जानम इसे जी स्ट्रिंग कहते हैं और ये खास कर चुदास औरतों के लिये ही बनाई गयी है। जिन कि चूत में ज्यादा खुजली होती है और जो बाज़ार में अपने चूत्तड़ों का जलवा दिखाना चाहती हैं वोह ऐसी चड्डियाँ और हाई हील सैण्डल खूब पहनती हैं।
हाई हील सैण्डलों से चाल और भी मस्तानी हो जाती है और पीछे से गाँड और सामने से छातियाँ सैक्सी तरह से उघड़ जाती हैं। मैंने आज खास तेरे लिये पहनी है।
" मैंने उनकी फूली हुइ चूचियों की घाटी में अपना मुँह लगा दिया और पसीने और सैंट की महक सूँघते हुए उनके चूचियों कि घाटी चूसने लगा। मीना चाची ने भी मेरा सर पकड़ कर अपने जोबनों पर दबा लिया।
थोड़ी देर मीना चाची की चूचियों कि घाटी चूसने के बाद मैंने मीना चाची को कहा कि अब वोह मुझे ड्रिंक पिलायें।
उन्होंने टेबल पर से ग्लास उठा कर मेरे होंठों से लगा दिया और बोली मेरे राजा एक घूँट में खतम करना, और मैंने भी दूसरा ग्लास उठा कर मीना चाची के होंठों से लगा दिया। मीना चाची बड़ी ही मादरचोद थी।
उन्होंने ड्रिंक पूरी नीट बनाई थी, बिना सोडे और पानी के मीना चाची तो रोज़ जम कर पीती थी पर मैं तो अभी नौ-सिखया ही था।
पर हिम्मत कर के मैंने भी एक घूँट में खाली कर दी और मीना चाची ने भी पूरी ड्रिंक एक घूँट में खली कर दी।
मैंने कस कर उनकी कमर में बाहें डाल कर अपनी और खींच लिया और उनकी उठी हुइ मदमस्त चूचियों को दबाने लगा और मीना चाची को बोला
“मेरी जान एक सिगरेट पिल दो"
तो मीना चाची बोली "डारलिंग सिगरेट मैं अपने स्टाइल से पिलाऊँगी।"
इतना कह कर उन्होंने सिगरेट जलायी और एक कश ले कर अपने होंठ मेरे होंठों से लगा दिये और सारा धुआँ मेरे मुँह में छोड़ दिया।
दोस्तों सिगरेट शौकीन हैं, मेरे कहने से एक बार ऐसे सिगरेट पी कर जरूर देखें, वादा करता हूं की आपका लंड एकदम उबाल खा जायेगा। मैंने कस कर मीना चाची की एक चूँची जो मेरी हाथेली में थी बहुत ही बे-दर्दी से मसल दिया।
मीना चाची भी चिहँक उठी और बोली “तुम बड़े वोह हो जी, मेरी मस्त जवानी इतनी बुरी तरह से मसल कर रख दी।
" मैंने भी कहा “ मीना रानी आज तुम्हारे जोबन कुछ ज्यादा ही उभार लिये हुए हैं, तुमने क्या जादू करा है कि सुबह से लेकर शाम तक तुम्हारी चूँची एक दुम इतनी बड़ी हो गयी।"
मीना चाची शर्माते हुए बोली कि "मैं आज तुमको उन चूचियों का मज़ा देना चाहती हूँ जो मेरी शादी के समय थी।
इसी लिये मैंने आज इस टाइट माइक्रो ब्रा में अपनी छातियों पर कसी है ताकि मेरी चूचियाँ उसमें समायें नहीं और फूट-फूट के बाहर निकल आने को तरसें।"
मीना चाची बोली “मेरी चूचियाँ कब से तड़प रही हैं तुम्हारे होंठों से चुसाने के लिये।" मैंने भी बिना देर करे हुए अपने हाथ पीछे ले जा कर मीना चाची की माइक्रो ब्रा के हुक खोल दियी ब्रा के हुक खुलते ही मीना चाची कि चूचियाँ एक दम स्प्रिंग की तरह उछली और मचल कर ब्रा की कैद से बाहर आ गयी।
मीना चाची ने अपने भूरे रंग के निप्पलों को आज रूज़ लगा कर एक दम गुलाबी बनाया हुआ था और मैंने बे-सब्री से उन पिंक निप्पलों को अपने मुँह में ले लिया और लम्बे-लम्बे चुस्से मारने लगा।
रूज़ लगे होने के कारण मीना चाची के निप्पल एक दम चैरी की तरह मीठे थे। मीना चाची की तो सितकारी ही निकली जा रही थी और मेरी तो ऐसी इच्छा हो रही थी कि मीना चाची कि चूत का जूस इन निप्पलोंसे निकले और मैं पी जाऊ मीना चाची मेरे सिर को अपनी चूचियों पर दबाती हुइ सितकारियाँ भर रही थी और बोल रही थी कि “मेरे सनम पी ले मेरे जिस्म का नशा।
आज तो जी खोल के अपनी जवानी का नशा पिलाऊँगी तुझे। अरे मादरचोद चूस ले मेरे निप्पलों को" और चाची ने अपने हाथों से मेरी चड्डी उतार दी जिससे मेरा लौड़ा मीना चाची के पेट पर टक्कर मारने लगा।
मीना चाची लंड को कस कर अपने हाथों से दबा रही थी और बोली “वाह मेरे बहन के लौड़े! अपनी दुल्हन से मिलने के लिये चिकना बन कर आया है। आज देखी हूँ कि किसकी माँ चुदती है, मेरी चूत की या तेरी।"
मीना चाची ने मेरे बाल पकड़ कर अपनी चूचियों पर से मेरा सर उठाया और बोलीं “डारलिंग पहले एक मीठा सा चोदा लगा दे, मेरी बूर इस समय धड़क रही है, नहीं तो जल कर खाक हो जायगी।
बाद में आराम से चूसाते हुए और चाटते हुए एक दूसरे को चोदेंगे।" मेरा भी बुरा हाल था। सुबह की चुदाई के बाद तो मैं भी तड़प रहा था मा चाची को चोदने के लिये।
मैंने उनको अपनी गोदी में उठा कर बिस्तर पर लिटा दिया और मीना चाची की टाँगें फैला कर जी-स्टिंग उतारी वाह क्या नज़ारा था! मीना चाची ने अपनी चूत के लिप्स भी रूज़ लगा कर गुलाबी करे हुए थे।
मैंने कहा " मीना थोड़ा सा और तड़प ले मेरी जान अभी तो तेरी बूर के लिप्स मुझे इनवाइट कर रहे हैं चूसने के लिये और बोलते हुए मैंने अपने होंठ मीना चाची की बूर के होंठों से चिपका कर जीभ चूत में घुसेड़ दी।
मीना चाची बोलती रहीं कि, “मेरे राजा मैं अपनी चूत का पहला पानी तेरे लंड पर झाड़ना चाहती हूँ। मादरचोद बाद में चाट लियो मेरी बूरा अभी तो अपने गन्ने से मेरी बूर को चूत बना दे।
जालिम कितना और तड़पायेगा अपनी मीना को।" मैंने देखा की मीना चाची की चूत से उनका थोड़ा-थोड़ा मदन रस रिसना चालू हो गय था और अगर मैं ज्यादा उनकी चूत चूसता तो वोह वहीं पर अपना सारा माल निकाल देतीं।
मैंने उनकी चूत पर से मुँह हटा लिया और मीना चाची के ऊपर चढ़ कर उनकी मोटी-मोटी चूचियों पर अपने चूतड़ रखे और अपना लंड मीना चाची के समने लहराते हुए बोला
"मेरी जान! जरा अपनी चूँची के निप्पल से मेरी गाँड मारो और मेरे लंड को अपने होंठों का प्यार दो फिर देखो आज तुम्हारी चूत की क्या भजिया बनाता हूँ।
" मीना चाची ने झट से मेरा लौड़ा अपने होंठों में ले लिया और दोनों हाथों से अपनी चूँची पकड़ कर कभी एक निप्पल तो कभी दूसरा निप्पल मेरी गाँड के छेद पर रगड़ने लगी और मैं धीरे-धीरे मीना चाची का मुँह चोद रहा था और बोला,
“मेरी जान! आज तो लंड की पहली धार तुम्हारे मुँह में ही उतारूंगा। ज़रा तबियत से चूसा मेरी प्यारी जान तू लंड के खड़े होने की चिंता मत कर झड़ने के बाद, आज तो जम के तेरे साथ सुहाग रात मनानी है। मैं तो आज पूरी रात चोदूँगा।
” फिर धीरे से मैंने अपने शॉट की स्पीड बढ़ा दी और हुमच-हुमच के मीना चाची के मुँह में लंड पेलने लगा।
एक शॉट में पूरा जड़ तक उनके गले तक उतार देता और उसी क्षण खींच के बाहर निकाल लेता और इस से पहले कि चाची सम्भलें, दोबारा लंड उनके गले तक उतार देता।
मीना चाची भी पीछे नहीं थी। वाकय में ऐसे चूस रही थी जैसे सदियों से लंड चूसने के लिये तरस रही हों। मैं पाँच मिनट तक उनके मुँह को ऐसे ही चोदता रहा और आखिर में अपना पूरा लंड उनके गले में फंसा कर बल-बला कर झड़ गया।
मीना चाची के गले में पूर लंड फंसा होने के कारण मेरी पूरी धार सीधी उनके गले में उतर रही थी और वोह हरामजादी चाची भी बिना नुकुर पुकुर किये मेरा रस पी रही थीं।
पूरा रस निकलने के बाद जब मैंने अपना लंड उनके मुँह से निकालना चाहा तो उन्होंने मेरे चूत्तड़ पकड़ कर अपने मुँह पर दबा लिये और मेरे झड़े हुए लंड की दोबारा से चूसाई चालू कर दी।
मैं तो इस नशीली चूसाई से पागल हो गया। झड़ कर दोबारा चूसवाने में जो मज़ा आ रहा था उसका वर्णन करना बड़ा मुश्किल है। मेरा साला लंड भी मादरचोद हो गया था। पाँच मिनुट की चूसाई में ही साला फिर से तैयार हो गया था।
To Be Continue...
Abhi Suaghraat Baki Hai.. .
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Nice update...Update:15
शाम को मीना चाची बिस्तर पर सिर्फ हाई हील वाली काली और चमचमाती सैण्डल पहने, नंगी पसरे हुए ड्रिंक पी रही थीं और मैं अपने होंठ और जीभ उनके सैण्डलों और पैरों पर फिरा था।
मुझे उनके सैण्डलों और पैरों की महक और टेस्ट बहुत अच्छा और उत्तेजक लग रहा था, जिसकी वजह से मेरा लौड़ा तन कर सीधा खड़ा था।
मीना चाची बोली, “डारलिंग अब और चूदाई नहीं करेंगे ताकि तेरा लंड कल सोनिया की चूत के लिये एकदम तैयार और बे-करार रहे।
मैं चाहती हूँ कि जब उसे तेरा लंड मिले तो एक दम ताज़ा और मस्त मिले।
कल दिन में सोनिया के साथ अपनी सुहाग रात मना लियो।"
मैंने उनकी सैण्डल चाटते हुए कहा “मीना चाची उसको मेरे लिये एकदम तैयार कर देना और उसकी सुहाग रात मैं उसकी मॉडर्न ड्रैस में मनाऊँगा।"
मीना चाची बोली, "तू चिंता मत कर! मैं उसे कल सुबह बाज़ार से सैक्सी कलि ब्र-चड्डी, मॉडर्न ड्रैस और सैक्सी हाई हील सैण्डल दिला कर लाऊंगी जिसे देख कर तेरा लंड और तन जाये।
मैं उसे बिलकुल मॉडर्न तरह से तैयार करूंगी और ध्यान रहे कल 12-1बजे तक तू घर पर मत रहना।
मैं अपनी बेटी को बड़े प्यार से तैयार करन चाहती हूं ताकि उसे अपनी पहली चुदाई हमेशा याद रहे।"
मैंने कहा, "पर अभी मेरे इस तने हुए लंड का क्या करूँ ?”
मीना चाची बोली, "तुझे मेरे सैण्डल पहने हुए पैर बहुत सैक्सी लगते हैं ना!
तो तू अभी अपना लंड इन्हीं पर घिस कर क्यों नहीं ठंडा कर लेता। सच, तुझे मेरे हाई हील सैंडल पहने पैरों को चोदने में जरूर मज़ा आयेगा।"
मीना चाची का यह आईडिया सुन कर मेरा लंड और भी अकड़ गया। मैंने झट से उनके सैंडल पहने पैरों को अपने दोनों हाथों में लिया और अपना लंड दोनों सैंडलों के बीच में आगे-पीछे करने लगा।
सैंडल के तलुवों और लैदर का फील बहुत मस्त लग रहा था और चार-पाँच मिनट में ही मेरी पिचकारी मीना चाची के सैण्डल, पैरों और टखनों पर छूट गयी।
उसके बाद मीना चाची को नंगा बिस्तर पर छोड़ के बाहर आ गया और सीधा सोनिया के कमरे में गया।
सोनिया सिगरेट पीते हुए पूरी नंगी हो कर अपनी बूर के दाने को घिस रही थी और मस्ती में अपने चूतड़ ऊपर नीचे उछाल रही थी।
मुझे आया देख कर शरमा गयी और बोली भैया ये क्या आप बिना नक करे ही आगये।
मैंने प्यार से उसका किस लिया और बोला, "मेरी प्यारी बहन!
बस आज-आज मुठ मारले,कल के बाद तो तेरी जब भी इच्छा होगी, मैं तुझे खूब चोदूँगा।
बता तुझे कैसा लगा अपनी मम्मी की चूदाई देख कर"
सोनिया बोली, "भैया, मम्मी बहुत ही सैक्सी दिखती है नंगी हो करा मैंने तो मम्मी के साथ आपको नंगा देख कर ही अपनी जाँघे कस ली थीं और जब आप मम्मी के चूतड़ फैला कर उनकी चूत चाट रहे थे, मैंने अपना एक हाथ अपनी पैंटी में डाल कर अपने दाने को खुब घिसा था।
भैया बताओ ना! मम्मी मेरी तुम्हारे साथ सुहाग रात कब करवायेंगी।"
मैं बोला, "बस मेरी डारलिंग! कल के लिये तू तैयार हो जा। कल तुझे कच्ची कली से पूरा फूल बना दूँगा।
फ़िलहाल अभी थोड़ा मेरे लंड को चूसते हुए अपनी मुठ मार। देख कितना मज़ा आयेगा।"
सोनिया ने लपक के मेरा लौड़ा मुँह में ले लिया और अपनी बूर घिसते हुए सका-सक मेरा लौड़ा चूसने लगी और पँद्रह-बीस मिनट बाद तबियत से चूसते हुए अपनी बूर का और मेरे लंड का पानी निकाल।
मैंने भी झुक के उसकी बूर का पानी अपनी जीभ से चाट चाट कर पीया।
मीना चाची नहा-धो कर सिर्फ़ चड्डी-ब्रा और सैण्डलों में ही अपने रूम से निकली और अपने मोटे-मोटे चूत्तड़ मेरी गोदी में रख कर बैठ गयी और हम तीनों ने एक साथ ड्रिंक करी और स्मोक करा मीना चाची उसके बाद उठीं और सोफ़े पर बैठ कर सोनिया को अपनी गोद में बिठाया और बोली,
“मेरी प्यारी बेटी तू तैयार है ना औरत बनने के लिये।"
सोनिया ने शरमा कर अपना मुँह मीना चाची की ब्रा में कैद उन्नत चूचियों में छुपा लिया।
मीना चाची ने उसका सिर उठा कर कहा,
"बेटी तू बड़ी किस्मत वाली है जो तुझे घर बैठे इतना तगड़ा मर्द और मस्त लंड मिलेगा। मैं नहीं चाहती कि तू भी मेरी तरह चुदाई के लिये तड़पे।
तेरे पापा मुझे एक दम ठंडा नहीं कर पाते हैं, जिससे मेरा दिमाग खराब रहता था। पर अब मुझे गोलू का लंड मिल गया है जो मुझे पोर पोर तक चुदाई का सुख देता है।
मेरी इच्छा यही है बेटी कि तू भी भरपूर चुदाई का मज़ा लेले शादी से पहले। पता नहीं शादी के बाद ये सुख तुझे मिले ना मिले।"
उसके बाद हमने खान खाया और अपने-अपने कमरे में चले गये।
To Be Continued...
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Bahut hi khubsurat update...
Update:16
अगले दिन मैं सुबह नहा-धो कर बाज़ार चला गया, ऐसे ही घूमने के लिये और करीब साढ़े बारह बजे वापस आया। मीना चाची ने मुझे पहले तो बाहों में लेकर किस करा और बोली,
"तेरी रानी अंदर बैठी है सज-सँवर के। जा पहले तू नहा-धो ले और फ्रैश हो जा।
अब कल सुबह तक तुझे उसकी जम कर चुदाई करनी है। मैं सब कुछ रूम में ही पहुँचा दूंगी।"
मैं भी बे-सबी के साथ नहा-धो कर तैयार हुआ और सिर्फ अपनी सबसे सैक्सी दिखने वाली चड्डी पहनी और मीना चाची का चुम्बन लेकर कमरे में घुस गया।
मज़ा आ गया था। अंदर मीना चाची ने पूरा डिस्को बनाया हुआ था और सोनिया को बहुत ही सैक्सी टॉप-स्कर्ट में तैयार करा हुआ था।
सोनिया की टॉप उपर के चार बटन खोल कर नीचे से गाँठ बन्धी हुई थी और गज़ब का मेक-अप करा हुआ था। सोनिया भी हाई हील्स पहन कर एक डाँस पर अपने चूत्तड़ थिरकाते हुए नाच रही थी।
मैंने चुप-चाप पीछे से जा कर उसकी मचलती हुई चूचियों को पकड़ लिया और सोनिया को हवा में घूमा दिया। फिर सीधा कर के हमने एक दूसरे को बाहों में कस लिया और तड़ातड़ एक दूसरे को चूमने और चाटने लगे।
मीना चाची ने सही कहा था। वाकय में सोनिया बहुत ही सैक्सी लग रही थी और अगर वोह ऐसे रूप में कहीं सड़क पर चली जाती तो जरूर उसकी बूर का आज भोसड़ा बन जाता।
सोनिया ने झूक कर ड्रिंक बनाना चालू करा तो मैंने भी पीछे से उसकी स्कर्ट नीचे खिस्का दी और झूक कर कुत्ते कि तरह उसके चूत्तड़ों में अपना मुँह लगा दिया और चाटने लगा।
मीना चाची ने सोनिया को काले रंग की बहुत ही टाईट नेट की रेशमी चड्डी पहनायी थी जिससे वोह उसकी गाँड की दरार में घुस गयी थी और उसके गोरे फूले हुए छोटे-छोटे मस्त चूत्तड़ों को और मादक बना रही थी। क्या महक आ रही थी उसके पिछवाड़े से।
मैं तो मस्ती के आलम में आ गया था। सोनिया ने मुझे एक ड्रिंक दी और अपने वास्ते एक सिगरेट जलाई और मेरी गर्दन में अपनी बाहें डाल कर बोली,
"गोलू भैया आज जी भर के अपनी चचेरी बहन को चोद लो", और मुझे बिस्तर पर बिठाकर मेरी चड्डी में तन्नाए हुए लंड पर अपने चूत्तड़ घिसते हुए बैठ कर ड्रिंक और स्मोक करने लगी।
मैंने उसकी टॉप के बटन और बंधी हुई गाँठ को खोला और उसकी स्टॉप उतार दी। मीना चाची ने सोनिया को क्या मस्त काले रंग की रेशमी ब्रा पहनायी थी।
एकदम पतले स्ट्रैप थे और ब्रा के कप सिर्फ़ उसके आधे निप्पल और नीचे की गोलाइयाँ छुपाये हुए थे। रेशमी नेट के अंदर से उसकी दूधिया चूचियों कि बड़ी साफ झलक मिल रही थी।
मैंने उसे खड़ा होने को कहा और कुर्सी पर टाँगें फैला कर बैठ गया और सोनिया को बोला कि वोह अपनी टाँगें मेरी टाँगों के दोनों तरफ करके अपनी चड्डी में कसी हुई बूर मेरे लंड पर रखे और आराम से बैठ कर ड्रिंक करे।
तब तक मैं उसकी कसी हुई मस्त जवानी जम कर चूसना और दबाना चाहता था। सोनिया बड़े ही कायदे से मेरे लंड के उठान पर बैठ गयी और बहुत हल्के-हल्के ढंग से अपनी चड्डी मेरे लंड से उठी हुई मेरी चड्डी पर घिसते हुए मेरी गर्दन में बाहें डाल कर ड्रिंक और स्मोक करते हुए बोली, "
भैया डारलिंग मसल डालो मेरी इन जवानियों को। देखो तो सही कैसे तन कर खड़ी है तुमसे चुसाने के लिये। मेरे मस्ताने सेबों का मज़ा ले लो मेरी जान।"
मैं भी अपने हाथ उसकी पीठ पर ले गया और उसकी ब्रा के हूक खोल दिये और बड़े प्यार से उसकी जवनी नंगी करी। उसकी 32 साइज़ की कसी हुई मस्तियाँ मेरे सामने तन कर खड़ी हुई थीं और मैंने भी बिना वक्त गँवाये दोनों चूचियों पर अपना मुँह मारना शुरू कर दिया।
मैं बहुत ही बे-सब्रा हो कर उसकी चूचियाँ मसल और चूस रहा था जिससे उसको थोड़ा सा दर्द हो रहा था। पर फिर भी मेरे सिर को अपनी चूचियों पर दबाते हुए कह रही थी,
"डारलिंग आराम से मज़ा लो, इतने उतावले क्यों हो रहे हो। आज तो मेरी सुहाग रात है। कहीं भागी थोड़ी जा रही हूं। जम के चूसवाऊँगी और मसलवाऊँगी। इनको इतना मसलो कि क्लास में मेरी चूचियाँ सबसे बड़ी हो जायें।"
करीब आधा घंटा इस चूसाई के बाद मैंने कहा, "सोनिया डारलिंग अब तो तू तैयार हो जा औरत बनने के लिये।"
मैंने उसे अपनी बाहों में उठाया और फूलों से सजे पलंग पर लिटा दिया। लाल गुलाब से सजे पलंग पर काले रंग की चड्डी से ढका सोनिया का गोरा बदन ऐसा लग रहा था।
जैसे कोई अपसरा अपने कपड़े उतार के सो रही हो और काला भँवरा उसकी ताज़ी बूर का रस चूस रहा हो।
मैं करीब पाँच मिनट तक सोनिया के नंगे बदन की शराब अपनी आँखों से पीता रहा, और फिर बिस्तर पर चड़ कर मैंने सोनिया की कमर चूसनी चालू करी और चूसते हुए अपना मुँह उसकी चड्डी पर लाया और चड्डी का इलास्टिक अपने दाँतों में दबा कर अपने मुँह से उसकी चड्डी उतारने लगा।
सोनिया ने भी अपने चूत्तड़ हवा में उठा दिये थे ताकि चड्डी उतारने में परेशानी ना हो। पर मीना चाची ने इतनी टाइट चड्डी पहनाई थी कि मुझे अपने हाथ भी लगाने हे पड़े उतारने में।
दोस्तों! चड्डी उतार के जो नज़ारा मेरे सामने था, मैं आपको बता नहीं सकता। मीना चाची ने बड़े ही प्यार से सोनिया की बूर के बाल साफ़ करे थे बूर चुदने के लिये इतनी बेकरार थी कि बूर के लिप्स गीले थे।
सोनिया बोली,
"डारलिंग मम्मी ने मेरी बूर क्रीम से साफ करी है और मुझे बोला है कि मैं कभी भी अपनी बूर शेव नहीं करू नहीं तो खराब हो जायेगी।"
मेरा लंड तो सोनिया की चिकनी नंगी मस्ताई हई चुदने के लिये तैयार बूर को देख कर ही मेरी चड्डी को फाड़ कर बाहर आने के लिये बेकरार था और उछल-कूद मचा रहा था।
मैंने अपने दोनों हाथों से अपनी चड्डी उतार दी और अपना मुँह मेरे सामने लेटी हुई नशे की बोतल के खज़ाने के मुँह पर लगा दिया। सोनिया तो मस्त हो गयी और मेरा सिर पकड़ कर अपनी बूर पर दबाने लगी।
मैं भी चाहता था कि सोनिया थोड़ा पानी छोद दे ताकि उसकी ताज़ी कुँवारी बूर थोड़ी चिकनी हो जाये और तकलीफ कम हो।
मैंने उसकी बूर का दाना चूसते हुए अपनी जीभ से उसकी चुदाई चालू कर दी और करीब पाँच मिनट बाद ही सोनिया ने मेरा सिर अपने दोनों हाथों से पकड़ लिया और कस कर अपनी पूरी ताकत से मेरा मुँह अपनी बूर पर दबा लिया और जोश में काँपते हुए चूत्तड़ों के धक्के देती हुई मेरे मुँह में अपना रस देने लगी।
मैंने भी मन से उसकी जवान बूर चूसी और चूत के लाल होंठों को अपने होंठों से चूसा।
फिर मैं घूटने के बल सोनिया के समने बैठ गया और अपना बूरी तरह अकड़ा हुआ लंड उसके सामने कर दिय और सोनिया की गर्दन में हाथ डाल कर उसका मुँह अपने लंड के पास लाय और बोला,
“मेरी प्यारी सोनिया, अपने राजा को मुँह में रख कर अपनी बूर बजाने के लिये तो इनवाइट करो।"
सोनिया ने टपाक से अपना मुँह खोला और मेरा सुपाड़ा अपने होंठों के बीच ले लिया और जीभ फेरने लगी। मेरे लंड पर सोनिया के जीभ फेरने ने वोह काम करा जो आग में घी करता है।
मुझसे रहा नहीं गया और दोनों हाथों से सोनिया का सर पकड़ कर उसके मुँह में ही मैंने आठ-दस शॉट लगा दिये। लौड़े का तो मारे गुस्से के बूरा हाल था।
एक तो उसे कल से चूत नहीं मिली थी और दूसरा उसके सामने ऐसी मलाई दार चूत थी और मैं चूतिया की तरह उसकी भूख मिटाने की बजाये चुम्मा चाटी कर रहा था।
अपना लंड सोनिया के मुँह से बाहर कर के मैं बिस्तर पर से उतरा और मीना चाची ने पहले से ही इम्पोर्टेड बड़ी ही खुशबू वाली चिकनाहट की क्रीम मेज पर रखी हुई थी।
मैंने उसे उठा कर थोड़ी ज्यादा ले कर सोनिया की बूर पर और बूर के अंदर की दीवारों पर लगा दी और फिर अपने लंड पर लगाने लगा।
सोनिया बोली,
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mast update..!!
Update:16
अगले दिन मैं सुबह नहा-धो कर बाज़ार चला गया, ऐसे ही घूमने के लिये और करीब साढ़े बारह बजे वापस आया। मीना चाची ने मुझे पहले तो बाहों में लेकर किस करा और बोली,
"तेरी रानी अंदर बैठी है सज-सँवर के। जा पहले तू नहा-धो ले और फ्रैश हो जा।
अब कल सुबह तक तुझे उसकी जम कर चुदाई करनी है। मैं सब कुछ रूम में ही पहुँचा दूंगी।"
मैं भी बे-सबी के साथ नहा-धो कर तैयार हुआ और सिर्फ अपनी सबसे सैक्सी दिखने वाली चड्डी पहनी और मीना चाची का चुम्बन लेकर कमरे में घुस गया।
मज़ा आ गया था। अंदर मीना चाची ने पूरा डिस्को बनाया हुआ था और सोनिया को बहुत ही सैक्सी टॉप-स्कर्ट में तैयार करा हुआ था।
सोनिया की टॉप उपर के चार बटन खोल कर नीचे से गाँठ बन्धी हुई थी और गज़ब का मेक-अप करा हुआ था। सोनिया भी हाई हील्स पहन कर एक डाँस पर अपने चूत्तड़ थिरकाते हुए नाच रही थी।
मैंने चुप-चाप पीछे से जा कर उसकी मचलती हुई चूचियों को पकड़ लिया और सोनिया को हवा में घूमा दिया। फिर सीधा कर के हमने एक दूसरे को बाहों में कस लिया और तड़ातड़ एक दूसरे को चूमने और चाटने लगे।
मीना चाची ने सही कहा था। वाकय में सोनिया बहुत ही सैक्सी लग रही थी और अगर वोह ऐसे रूप में कहीं सड़क पर चली जाती तो जरूर उसकी बूर का आज भोसड़ा बन जाता।
सोनिया ने झूक कर ड्रिंक बनाना चालू करा तो मैंने भी पीछे से उसकी स्कर्ट नीचे खिस्का दी और झूक कर कुत्ते कि तरह उसके चूत्तड़ों में अपना मुँह लगा दिया और चाटने लगा।
मीना चाची ने सोनिया को काले रंग की बहुत ही टाईट नेट की रेशमी चड्डी पहनायी थी जिससे वोह उसकी गाँड की दरार में घुस गयी थी और उसके गोरे फूले हुए छोटे-छोटे मस्त चूत्तड़ों को और मादक बना रही थी। क्या महक आ रही थी उसके पिछवाड़े से।
मैं तो मस्ती के आलम में आ गया था। सोनिया ने मुझे एक ड्रिंक दी और अपने वास्ते एक सिगरेट जलाई और मेरी गर्दन में अपनी बाहें डाल कर बोली,
"गोलू भैया आज जी भर के अपनी चचेरी बहन को चोद लो", और मुझे बिस्तर पर बिठाकर मेरी चड्डी में तन्नाए हुए लंड पर अपने चूत्तड़ घिसते हुए बैठ कर ड्रिंक और स्मोक करने लगी।
मैंने उसकी टॉप के बटन और बंधी हुई गाँठ को खोला और उसकी स्टॉप उतार दी। मीना चाची ने सोनिया को क्या मस्त काले रंग की रेशमी ब्रा पहनायी थी।
एकदम पतले स्ट्रैप थे और ब्रा के कप सिर्फ़ उसके आधे निप्पल और नीचे की गोलाइयाँ छुपाये हुए थे। रेशमी नेट के अंदर से उसकी दूधिया चूचियों कि बड़ी साफ झलक मिल रही थी।
मैंने उसे खड़ा होने को कहा और कुर्सी पर टाँगें फैला कर बैठ गया और सोनिया को बोला कि वोह अपनी टाँगें मेरी टाँगों के दोनों तरफ करके अपनी चड्डी में कसी हुई बूर मेरे लंड पर रखे और आराम से बैठ कर ड्रिंक करे।
तब तक मैं उसकी कसी हुई मस्त जवानी जम कर चूसना और दबाना चाहता था। सोनिया बड़े ही कायदे से मेरे लंड के उठान पर बैठ गयी और बहुत हल्के-हल्के ढंग से अपनी चड्डी मेरे लंड से उठी हुई मेरी चड्डी पर घिसते हुए मेरी गर्दन में बाहें डाल कर ड्रिंक और स्मोक करते हुए बोली, "
भैया डारलिंग मसल डालो मेरी इन जवानियों को। देखो तो सही कैसे तन कर खड़ी है तुमसे चुसाने के लिये। मेरे मस्ताने सेबों का मज़ा ले लो मेरी जान।"
मैं भी अपने हाथ उसकी पीठ पर ले गया और उसकी ब्रा के हूक खोल दिये और बड़े प्यार से उसकी जवनी नंगी करी। उसकी 32 साइज़ की कसी हुई मस्तियाँ मेरे सामने तन कर खड़ी हुई थीं और मैंने भी बिना वक्त गँवाये दोनों चूचियों पर अपना मुँह मारना शुरू कर दिया।
मैं बहुत ही बे-सब्रा हो कर उसकी चूचियाँ मसल और चूस रहा था जिससे उसको थोड़ा सा दर्द हो रहा था। पर फिर भी मेरे सिर को अपनी चूचियों पर दबाते हुए कह रही थी,
"डारलिंग आराम से मज़ा लो, इतने उतावले क्यों हो रहे हो। आज तो मेरी सुहाग रात है। कहीं भागी थोड़ी जा रही हूं। जम के चूसवाऊँगी और मसलवाऊँगी। इनको इतना मसलो कि क्लास में मेरी चूचियाँ सबसे बड़ी हो जायें।"
करीब आधा घंटा इस चूसाई के बाद मैंने कहा, "सोनिया डारलिंग अब तो तू तैयार हो जा औरत बनने के लिये।"
मैंने उसे अपनी बाहों में उठाया और फूलों से सजे पलंग पर लिटा दिया। लाल गुलाब से सजे पलंग पर काले रंग की चड्डी से ढका सोनिया का गोरा बदन ऐसा लग रहा था।
जैसे कोई अपसरा अपने कपड़े उतार के सो रही हो और काला भँवरा उसकी ताज़ी बूर का रस चूस रहा हो।
मैं करीब पाँच मिनट तक सोनिया के नंगे बदन की शराब अपनी आँखों से पीता रहा, और फिर बिस्तर पर चड़ कर मैंने सोनिया की कमर चूसनी चालू करी और चूसते हुए अपना मुँह उसकी चड्डी पर लाया और चड्डी का इलास्टिक अपने दाँतों में दबा कर अपने मुँह से उसकी चड्डी उतारने लगा।
सोनिया ने भी अपने चूत्तड़ हवा में उठा दिये थे ताकि चड्डी उतारने में परेशानी ना हो। पर मीना चाची ने इतनी टाइट चड्डी पहनाई थी कि मुझे अपने हाथ भी लगाने हे पड़े उतारने में।
दोस्तों! चड्डी उतार के जो नज़ारा मेरे सामने था, मैं आपको बता नहीं सकता। मीना चाची ने बड़े ही प्यार से सोनिया की बूर के बाल साफ़ करे थे बूर चुदने के लिये इतनी बेकरार थी कि बूर के लिप्स गीले थे।
सोनिया बोली,
"डारलिंग मम्मी ने मेरी बूर क्रीम से साफ करी है और मुझे बोला है कि मैं कभी भी अपनी बूर शेव नहीं करू नहीं तो खराब हो जायेगी।"
मेरा लंड तो सोनिया की चिकनी नंगी मस्ताई हई चुदने के लिये तैयार बूर को देख कर ही मेरी चड्डी को फाड़ कर बाहर आने के लिये बेकरार था और उछल-कूद मचा रहा था।
मैंने अपने दोनों हाथों से अपनी चड्डी उतार दी और अपना मुँह मेरे सामने लेटी हुई नशे की बोतल के खज़ाने के मुँह पर लगा दिया। सोनिया तो मस्त हो गयी और मेरा सिर पकड़ कर अपनी बूर पर दबाने लगी।
मैं भी चाहता था कि सोनिया थोड़ा पानी छोद दे ताकि उसकी ताज़ी कुँवारी बूर थोड़ी चिकनी हो जाये और तकलीफ कम हो।
मैंने उसकी बूर का दाना चूसते हुए अपनी जीभ से उसकी चुदाई चालू कर दी और करीब पाँच मिनट बाद ही सोनिया ने मेरा सिर अपने दोनों हाथों से पकड़ लिया और कस कर अपनी पूरी ताकत से मेरा मुँह अपनी बूर पर दबा लिया और जोश में काँपते हुए चूत्तड़ों के धक्के देती हुई मेरे मुँह में अपना रस देने लगी।
मैंने भी मन से उसकी जवान बूर चूसी और चूत के लाल होंठों को अपने होंठों से चूसा।
फिर मैं घूटने के बल सोनिया के समने बैठ गया और अपना बूरी तरह अकड़ा हुआ लंड उसके सामने कर दिय और सोनिया की गर्दन में हाथ डाल कर उसका मुँह अपने लंड के पास लाय और बोला,
“मेरी प्यारी सोनिया, अपने राजा को मुँह में रख कर अपनी बूर बजाने के लिये तो इनवाइट करो।"
सोनिया ने टपाक से अपना मुँह खोला और मेरा सुपाड़ा अपने होंठों के बीच ले लिया और जीभ फेरने लगी। मेरे लंड पर सोनिया के जीभ फेरने ने वोह काम करा जो आग में घी करता है।
मुझसे रहा नहीं गया और दोनों हाथों से सोनिया का सर पकड़ कर उसके मुँह में ही मैंने आठ-दस शॉट लगा दिये। लौड़े का तो मारे गुस्से के बूरा हाल था।
एक तो उसे कल से चूत नहीं मिली थी और दूसरा उसके सामने ऐसी मलाई दार चूत थी और मैं चूतिया की तरह उसकी भूख मिटाने की बजाये चुम्मा चाटी कर रहा था।
अपना लंड सोनिया के मुँह से बाहर कर के मैं बिस्तर पर से उतरा और मीना चाची ने पहले से ही इम्पोर्टेड बड़ी ही खुशबू वाली चिकनाहट की क्रीम मेज पर रखी हुई थी।
मैंने उसे उठा कर थोड़ी ज्यादा ले कर सोनिया की बूर पर और बूर के अंदर की दीवारों पर लगा दी और फिर अपने लंड पर लगाने लगा।
सोनिया बोली,
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kamal ka kaamuk update he yara....
Update:16
अगले दिन मैं सुबह नहा-धो कर बाज़ार चला गया, ऐसे ही घूमने के लिये और करीब साढ़े बारह बजे वापस आया। मीना चाची ने मुझे पहले तो बाहों में लेकर किस करा और बोली,
"तेरी रानी अंदर बैठी है सज-सँवर के। जा पहले तू नहा-धो ले और फ्रैश हो जा।
अब कल सुबह तक तुझे उसकी जम कर चुदाई करनी है। मैं सब कुछ रूम में ही पहुँचा दूंगी।"
मैं भी बे-सबी के साथ नहा-धो कर तैयार हुआ और सिर्फ अपनी सबसे सैक्सी दिखने वाली चड्डी पहनी और मीना चाची का चुम्बन लेकर कमरे में घुस गया।
मज़ा आ गया था। अंदर मीना चाची ने पूरा डिस्को बनाया हुआ था और सोनिया को बहुत ही सैक्सी टॉप-स्कर्ट में तैयार करा हुआ था।
सोनिया की टॉप उपर के चार बटन खोल कर नीचे से गाँठ बन्धी हुई थी और गज़ब का मेक-अप करा हुआ था। सोनिया भी हाई हील्स पहन कर एक डाँस पर अपने चूत्तड़ थिरकाते हुए नाच रही थी।
मैंने चुप-चाप पीछे से जा कर उसकी मचलती हुई चूचियों को पकड़ लिया और सोनिया को हवा में घूमा दिया। फिर सीधा कर के हमने एक दूसरे को बाहों में कस लिया और तड़ातड़ एक दूसरे को चूमने और चाटने लगे।
मीना चाची ने सही कहा था। वाकय में सोनिया बहुत ही सैक्सी लग रही थी और अगर वोह ऐसे रूप में कहीं सड़क पर चली जाती तो जरूर उसकी बूर का आज भोसड़ा बन जाता।
सोनिया ने झूक कर ड्रिंक बनाना चालू करा तो मैंने भी पीछे से उसकी स्कर्ट नीचे खिस्का दी और झूक कर कुत्ते कि तरह उसके चूत्तड़ों में अपना मुँह लगा दिया और चाटने लगा।
मीना चाची ने सोनिया को काले रंग की बहुत ही टाईट नेट की रेशमी चड्डी पहनायी थी जिससे वोह उसकी गाँड की दरार में घुस गयी थी और उसके गोरे फूले हुए छोटे-छोटे मस्त चूत्तड़ों को और मादक बना रही थी। क्या महक आ रही थी उसके पिछवाड़े से।
मैं तो मस्ती के आलम में आ गया था। सोनिया ने मुझे एक ड्रिंक दी और अपने वास्ते एक सिगरेट जलाई और मेरी गर्दन में अपनी बाहें डाल कर बोली,
"गोलू भैया आज जी भर के अपनी चचेरी बहन को चोद लो", और मुझे बिस्तर पर बिठाकर मेरी चड्डी में तन्नाए हुए लंड पर अपने चूत्तड़ घिसते हुए बैठ कर ड्रिंक और स्मोक करने लगी।
मैंने उसकी टॉप के बटन और बंधी हुई गाँठ को खोला और उसकी स्टॉप उतार दी। मीना चाची ने सोनिया को क्या मस्त काले रंग की रेशमी ब्रा पहनायी थी।
एकदम पतले स्ट्रैप थे और ब्रा के कप सिर्फ़ उसके आधे निप्पल और नीचे की गोलाइयाँ छुपाये हुए थे। रेशमी नेट के अंदर से उसकी दूधिया चूचियों कि बड़ी साफ झलक मिल रही थी।
मैंने उसे खड़ा होने को कहा और कुर्सी पर टाँगें फैला कर बैठ गया और सोनिया को बोला कि वोह अपनी टाँगें मेरी टाँगों के दोनों तरफ करके अपनी चड्डी में कसी हुई बूर मेरे लंड पर रखे और आराम से बैठ कर ड्रिंक करे।
तब तक मैं उसकी कसी हुई मस्त जवानी जम कर चूसना और दबाना चाहता था। सोनिया बड़े ही कायदे से मेरे लंड के उठान पर बैठ गयी और बहुत हल्के-हल्के ढंग से अपनी चड्डी मेरे लंड से उठी हुई मेरी चड्डी पर घिसते हुए मेरी गर्दन में बाहें डाल कर ड्रिंक और स्मोक करते हुए बोली, "
भैया डारलिंग मसल डालो मेरी इन जवानियों को। देखो तो सही कैसे तन कर खड़ी है तुमसे चुसाने के लिये। मेरे मस्ताने सेबों का मज़ा ले लो मेरी जान।"
मैं भी अपने हाथ उसकी पीठ पर ले गया और उसकी ब्रा के हूक खोल दिये और बड़े प्यार से उसकी जवनी नंगी करी। उसकी 32 साइज़ की कसी हुई मस्तियाँ मेरे सामने तन कर खड़ी हुई थीं और मैंने भी बिना वक्त गँवाये दोनों चूचियों पर अपना मुँह मारना शुरू कर दिया।
मैं बहुत ही बे-सब्रा हो कर उसकी चूचियाँ मसल और चूस रहा था जिससे उसको थोड़ा सा दर्द हो रहा था। पर फिर भी मेरे सिर को अपनी चूचियों पर दबाते हुए कह रही थी,
"डारलिंग आराम से मज़ा लो, इतने उतावले क्यों हो रहे हो। आज तो मेरी सुहाग रात है। कहीं भागी थोड़ी जा रही हूं। जम के चूसवाऊँगी और मसलवाऊँगी। इनको इतना मसलो कि क्लास में मेरी चूचियाँ सबसे बड़ी हो जायें।"
करीब आधा घंटा इस चूसाई के बाद मैंने कहा, "सोनिया डारलिंग अब तो तू तैयार हो जा औरत बनने के लिये।"
मैंने उसे अपनी बाहों में उठाया और फूलों से सजे पलंग पर लिटा दिया। लाल गुलाब से सजे पलंग पर काले रंग की चड्डी से ढका सोनिया का गोरा बदन ऐसा लग रहा था।
जैसे कोई अपसरा अपने कपड़े उतार के सो रही हो और काला भँवरा उसकी ताज़ी बूर का रस चूस रहा हो।
मैं करीब पाँच मिनट तक सोनिया के नंगे बदन की शराब अपनी आँखों से पीता रहा, और फिर बिस्तर पर चड़ कर मैंने सोनिया की कमर चूसनी चालू करी और चूसते हुए अपना मुँह उसकी चड्डी पर लाया और चड्डी का इलास्टिक अपने दाँतों में दबा कर अपने मुँह से उसकी चड्डी उतारने लगा।
सोनिया ने भी अपने चूत्तड़ हवा में उठा दिये थे ताकि चड्डी उतारने में परेशानी ना हो। पर मीना चाची ने इतनी टाइट चड्डी पहनाई थी कि मुझे अपने हाथ भी लगाने हे पड़े उतारने में।
दोस्तों! चड्डी उतार के जो नज़ारा मेरे सामने था, मैं आपको बता नहीं सकता। मीना चाची ने बड़े ही प्यार से सोनिया की बूर के बाल साफ़ करे थे बूर चुदने के लिये इतनी बेकरार थी कि बूर के लिप्स गीले थे।
सोनिया बोली,
"डारलिंग मम्मी ने मेरी बूर क्रीम से साफ करी है और मुझे बोला है कि मैं कभी भी अपनी बूर शेव नहीं करू नहीं तो खराब हो जायेगी।"
मेरा लंड तो सोनिया की चिकनी नंगी मस्ताई हई चुदने के लिये तैयार बूर को देख कर ही मेरी चड्डी को फाड़ कर बाहर आने के लिये बेकरार था और उछल-कूद मचा रहा था।
मैंने अपने दोनों हाथों से अपनी चड्डी उतार दी और अपना मुँह मेरे सामने लेटी हुई नशे की बोतल के खज़ाने के मुँह पर लगा दिया। सोनिया तो मस्त हो गयी और मेरा सिर पकड़ कर अपनी बूर पर दबाने लगी।
मैं भी चाहता था कि सोनिया थोड़ा पानी छोद दे ताकि उसकी ताज़ी कुँवारी बूर थोड़ी चिकनी हो जाये और तकलीफ कम हो।
मैंने उसकी बूर का दाना चूसते हुए अपनी जीभ से उसकी चुदाई चालू कर दी और करीब पाँच मिनट बाद ही सोनिया ने मेरा सिर अपने दोनों हाथों से पकड़ लिया और कस कर अपनी पूरी ताकत से मेरा मुँह अपनी बूर पर दबा लिया और जोश में काँपते हुए चूत्तड़ों के धक्के देती हुई मेरे मुँह में अपना रस देने लगी।
मैंने भी मन से उसकी जवान बूर चूसी और चूत के लाल होंठों को अपने होंठों से चूसा।
फिर मैं घूटने के बल सोनिया के समने बैठ गया और अपना बूरी तरह अकड़ा हुआ लंड उसके सामने कर दिय और सोनिया की गर्दन में हाथ डाल कर उसका मुँह अपने लंड के पास लाय और बोला,
“मेरी प्यारी सोनिया, अपने राजा को मुँह में रख कर अपनी बूर बजाने के लिये तो इनवाइट करो।"
सोनिया ने टपाक से अपना मुँह खोला और मेरा सुपाड़ा अपने होंठों के बीच ले लिया और जीभ फेरने लगी। मेरे लंड पर सोनिया के जीभ फेरने ने वोह काम करा जो आग में घी करता है।
मुझसे रहा नहीं गया और दोनों हाथों से सोनिया का सर पकड़ कर उसके मुँह में ही मैंने आठ-दस शॉट लगा दिये। लौड़े का तो मारे गुस्से के बूरा हाल था।
एक तो उसे कल से चूत नहीं मिली थी और दूसरा उसके सामने ऐसी मलाई दार चूत थी और मैं चूतिया की तरह उसकी भूख मिटाने की बजाये चुम्मा चाटी कर रहा था।
अपना लंड सोनिया के मुँह से बाहर कर के मैं बिस्तर पर से उतरा और मीना चाची ने पहले से ही इम्पोर्टेड बड़ी ही खुशबू वाली चिकनाहट की क्रीम मेज पर रखी हुई थी।
मैंने उसे उठा कर थोड़ी ज्यादा ले कर सोनिया की बूर पर और बूर के अंदर की दीवारों पर लगा दी और फिर अपने लंड पर लगाने लगा।
सोनिया बोली,
To Be Continued...
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मैंने कहा "मीना आ जाओ अब तुम्हारी चूत रानी बजाता हूँ।" वोह थोड़ा सा लंड अपने मुँह से निकाल के बोली, “थोड़ा सा और ठहर मेरे राजा, अभी थोड़ा और चूस के लोहे की तरह बना दूँ, फिर जम के मेरी चूत बजाइओ,
बोलकर उन्होंने मेरा पूरा लंड मुँह के बाहर निकाला और सिर्फ़ मेरे लंड के सुपाड़े को और मूतने वाले छेद को अपनी जीभ में लपेट-लपेट कर जो मज़ा देना चाल किया वोह अभी तक का सबसे गढ़-गुढ़ाने वाला मज़ा था।
मैं मस्ती में आ के अपने चूत्तड़ों के नीचे दबी हुई उनकी मोटी मोटी चूचियों को बड़ी बुरी तरह से मसलने लगा। करीब दो तीन मिनट ऐसे करने के बाद मेरा लंड वाकय में दोबारा फटने की कगार पे आ गया था।
मीना चाची इसे भाँप चुकी थीं। इसी लिये उन्होंने जीभ फेरना बंद करा और बोली,
“अब आजा मेरे राजा! अब मेरी बूर खोल दे इस लौड़े से।" मैं मीना चाची के उपर से हट कर उनकी जाँघों के बीच आ गया और उन्होंने भी अपनी जाँघें पूरी खोल दीं थी और अपनी उंगली से अपनी चूत के लिप्स खोल दिये थे जिससे उनका रस में डूबा हुआ गुलाबी छेद दिख रहा था।
मीना चाची बोलीं, "देख ले मेरे राजा अपनी पूरी खोल के दे रही हूं, बाद में मत कहना कि मीना चाची ने खोल के चुदवाई नहीं।"
मैंने आगे बढ़ कर अपने लंड का सुपाड़ा मीना चाची की चूत के खुले हुए लिप्स के बीच में रख दिया और हाथ से पकड़ कर आराम से उनके गुलाबी छेद पर अपना सुपाड़ा रगड़ने लगा और मीना चाची से पूछा कि “आज तुम्हारी चूत हलाल करूँ कि झटका चोदूँ?"
मीना चाची बोलीं, "हलाल तो बहुत हो चुकी मेरे राजा! आज तो झटका चुदाई कर दो और माँ चोद दो मेरी चूत की।"
मैंने घुटने के बल हो कर मीना चाची की दोनों टाँगें अपने कंधे पर रख कर उन्हें फैला दिया और अपनी गाँड का पूरा जोर लगा कर एक करारा सा झटका मारा जिससे मेरा पूरा साडे आठ इन्च लम्बा लौड़ा मीना चाची की चूत में समा गगया।
मीना चाची क्षण भर के लिये तो चीखीं और फिर बड़-बड़ाने लगीं, “मादरचोद! आखिर तुने मेरी चूत की माँ चोद ही डाली।
अरे भोसड़ी वाले मैंने यह थोड़ी बोला था कि अपना पूरा गन्ना मेरी चूत में एक झटके से उतार दियो ।
बहन के लौड़े! आज मुझे वाकय में लग रहा है के मेरी असली सुहाग रात तो आज है। इतना दर्द तो मुझे पहली सुहाग रात को भी नहीं हुआ था। मेरे राजा क्या लौड़ा दिया है !
मेरी तो चूत आज वाकय में चूत बन गयी। मेरे सैया तूने आज मुझे धन्य कर दिया। मैं तो तेरी गुलाम हो गयी। मादरचोद! तू मेरा खसम बन जा आज से ले मेरी चूत चोद ले जितनी चोदनी है।"
मैं तो बस लगातार दना दन उनकी चूत में अपने लौड़े के धक्के दिये जा रहा था। जब भी मेरा धक्क लगता तो मेरी जाँघें मीना चाची के चूत्तड़ों और जाँघों से लग कर थप थप की आवाज़ पैदा कर रही थीं।
करीब आठ-दस मिनट के ज़ोरदार धक्कों के बाद मीना चाची किलकारी मारते हुए मेरे लंड पर अपना पानी फेंक दी।
मैंने भी मीना चाची की टाँगें अपने कंधों से उतार कर नीचे कर दीं और उन्हें चौड़ा कर के मीना चाची के ऊपर लेट कर कसके उनको अपनी बाहों में भर लिया और अपने होंठ उन के रसीले होठों पर एक बार फिर से जमा कर उनकी जीभ को चूसने लगा।
बड़े आराम से मैं अपने चूत्तड़ उछाल-उछाल के मीना चाची की चूत में अपना लौड़ा पेल रहा था। मेरी डारलिंग चाची ने भी अपने दोनों हाथ कस कर मेरे चूत्तड़ों पर दबाए हुए थे और जब मैं अपना लंड बाहर खींचता तब वोह अपने दोनों हाथों से मेरे चूत्तड़ दबा देती जिससे कि जल्दी से फिर मेरा लंड उनकी चूत में समा जाये।
करीब पँद्रह बीस मिनट तक ऐसे ही चुदाई करने के बाद मीना चाची बोली
"तुझे एक नया आसन बताती हूँ। उसमे मर्द का लंड औरत की चूत में पूरा अन्दर तक जाता है।"
इतना कह कर मीना चाची ने मुझे अपने ऊपर से उतरने के लिये कहा और मेरे समने घुटने के बल हो एक कुत्तिया की तरह हो कर अपने चूत्तड़ मेरी तरफ कर दिये औरबोली,
“ले बहन के लौड़े अब तू कुत्ता बना मैं अपनी चूत उभार के देती हूं और तू उसमें "तू अपना मस्त गन्ना उतार और फिर कस-कस कर मेरे चूत्तड़ों पर धक्के मारते हुए तबला बजा।"
इतना कह कर चाची ने अपनी गाँड उपर की और उठा दी, चूचियों को बिस्तर पर टिका दिया और अपना पेट नीचे करके अपनी जाँघों के बीच में से मुस्कुराती हुइ बूर खोल दी और मीना चाची के चूत्तड़ चौड़े होने के कारण उनका मस्त भूरे रंग का गाँड का छेद दिख रहा था जिसको देख कर अन्दाज़ा हो रहा था कि मीना चाची ने अभी तक गुदा सम्भोग का लुत्फ नहीं उठाया है।
दोस्तों इस समय वो नज़ारा दिख रहा था कि मैं अपने आप को रोकने में नाकाम था। मैने मीना चाची की रिस रही बूर में लंड थोड़ा सा घिसा और धक्का मार कर पूरा लंड उनकी चूत में झटके से उतार दिया।
वाह क्या मज़ा आया जैसे ही मैंने अपनी जाँघों से मीना चाची के फूली हुई चूत्तड़ों पर जम के धका दिया, मक्खन की तरह मेरा लंड मीना चाची की उभरी हुई चूत में घुसा और मेरे धक्के के दबाव से मीना चाची के चूत्तड़ स्पंज की तरह दब कर फैल गये और फैल कर और चौड़े हो गये और बाद में स्पंज की ही तरह फिर से फूल कर अपनी शेप में आ गये जिससे मुझे मीना चाची के चूत्तड़ों का धक्का महसूस हुआ।
मुझे इस आसन में मीना चाची की चूत लेने में बहुत मज़ा आ रहा था और मैं और जोश के साथ चूत बजाने लगा। जोश में आकर मैंने अपनी एक उँगली अपने थूक से गीली की और इससे पहले कि वोह कुछ समझ पातीं, मैंने अपनी उँगली मीना चाची की गाँड में घुसा दी।
वोह एक दम चिहुँक उठी और बड़-बड़ाई, “क्या कर रहा है मादरचोद, मेरी चूत तो अपने लंड से भर दी अब क्या मेरी गाँड अपनी उँगली से भरेगा क्या?
आज पहली बार किसी मर्द ने मेरी गाँड का छेद छेड़ा है। चल थोड़ा मेरी गाँड में अपनी उँगली चला दो"
वाकय में बहुत ही टाइट गाँड का छेद था। उँगली गीली होने के बावजूद बड़ी कसी कसी उनकी गाँड में घुस रही थी। करीब आठ-दस मिनट तक कुत्ता चुदाई में मीना चाची दो बार अपनी चूत का पानी निकाल चूकी थी और मेरे हर शॉट का जम कर जवाब अपने चूत्तड़ों के धक्के से दे रही थी और बड़-बड़ाते हुए कह रही थी की मेरे सनम आज तो जिंदगी का असली मज़ा आ गया।
बहन के लौड़े जब तेरा मूसल जैसा लंड पूरा मेरे अंदर घुस कर मेरी बचेदानी पर लगता है तो मैं तो बस गन - गना जाती हूँ। बहनचोद! तू मेरा मर्द क्यों नहीं बना? तुझसे तो इतना चुदवाती कि तू हमेशा मस्त रहता।
मादरचोद तेरे से चुदवाकर मेरी चूत को पसीना आ जाता है। तेरी तो जिस से शादी होगी उसकी तो सुहाग रात वाले दिन माँ चुद जायेगी। ज़िन्दगी भर चोदना भूल जायेगी।
चोद मेरे लंड, चोद, बहनचोदा" मीना चाची बड़-बड़ाती रही और मैंने अपने धक्के चलू रखे।
कुछ देर बाद मेरे लंड का पानी बहुत उबाल खा चुका था और मीना चाची की मस्त चूत में अपनी मस्ती निकालने के लिये बेकरार था। मैंने मीना चाची को कहा कि
“रानी अब तुम सीधी हो, मैं तुम्हारी चूचियों पर पसर कर तुम्हारा मुँह चूसते हुए झड़ना चाहता हूँ।"
मीना चाची मेरा लंड निकाल के फोरन सीधी हो गयी और मैंने भी बिना वक्त गवाये अपना लंड पूरा चूत में घुसेड़ कर उनके ऊपर लेट गया और मीना चाची कि दोनों चूचियाँ अपने हाथों में पकड़ कर अपने होंठ उनके रसीले होंठों पर रख कर और चूसते हुए दना दन उनकी चूत में शॉट लगाये और जब मेरा लंड झड़ा, उस समय तो मैंने इतनी जोर की शॉट मारा कि मीना चाची ने भी दर्द के मारे अपनी गाँड एक फुट हवा में उछाल दी, जैसे कह रही हो “ले मादरचोद! भर मेरी चूत को।"
मीना चाची ने मेरा पूरा माल अपनी चूत में सोख लिया और कसके मुझे अपने बदन से चिपका लिया और बुरी तरह मेरा मुँह चूसने लगी। मुझे तो इस चुदाई में सुबह से ज्यादा मज़ा आया था और इतनी देर चोदने के बाद मीना चाची के गुदाज़ बदन पर लेटना बहुत ही अच्छा लग रहा था।
थोड़ी देर बाद मैंने उनकी चूत से अपना लंड निकाला तो मीना चाची टपाक से उठ बैठीं और मेरा लंड चूसने लगी और अच्छी तरह से चूस कर पूरा लंड साफ कर दिया।
मीना चाची ने आगे बढ़कर दो सिगरेट जलाई और बोली, “गोलू डारलिंग! आज से तू सिर्फ मेरा मर्द है। तेरा चाचा तो बस नाम का मेरा पती है। मैं सिर्फ तेरी गुलाम बन कर रहूँगी।
तूने मुझे जीवन का वोह सुख दिया है जिसके लिये मैं पिछले 18 साल से तरसी हूं। बस मुझे दिन में एक बार जरूर चोद दिया करा देख मेरी चूत अभी तक तेरे धक्कों से हिली हुई है। आज मुझे मालूम पड़ा असली मर्द क्या होता है।
मेरे बलम देख तो सही मैं तेरे
लंड से किस-किस को खुश करवाती हूं।"
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