सुबह उठा तो सब।नोर्मल था ऐसा लग rha था की कुछ हुआ ही नहि हो।
अरे आपको बताना ही भूल गया की चाचा के यह एक कामवाली काम करती थी ज़्यादा उमर भी नहि थी उसको और उसकी ए क बेटी भी है जो की मेरे से 2-3 साल छोटी ही होगी।
.... और तय्यार हो के स्कूल चला गया ।
दिन में तो ज़्यादा कुछ ख़ास होता नहि था बस स्कूल जाओ लड़कियाँ ताड़ो घर आओ चाची के फ़ोन में पोर्न देखो हिला के सो जाओ । जो भी कुछ नया होता था रात को ही होता था ।
आज की रात कच नहि हुआ सब। नोर्मल ही था की रात को मुझे ऐसा लगा की कोई मेरे लंड को रगड़ रहा है आँखे खोल के देखा तो चची ही अपनी मस्त चौड़ी गाँड रगड़ रही थी ।
चाची -(मान में ) आऽऽऽहह इसको तो आए हुए जयदा दिन भी माही हुए (१-२ महीने ) और मुझे देखो कैसी रंडी की तरह गाँड रगड़ रही हूँ आऽऽऽऽऽह मोटा लंड उम्म्म्म्म्म्म घुसेड़ दो ना मेरी फुद्दी में ।
मैं - ये चची तो सिसक rhi है क्या कारु क्या करूँ
पर मुझे हिम्मत नहि हुई ।।
चाची - कुछ ना कुछ तो करना पड़ेगा कब तक ऐसे ही लंड को गाँड से रगड़ती रहूँगी । उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़ उम्म्म्म्म आऽऽऽह अहह अह्ह्ह्ह्हाहा ।।
अगले दिन
चाची - देखती हूँ इसकी नियत मुझ पर ख़राब है की नहि की बस मुझे ही हवस छड़ी हुई है ।।
क्या करूँ ?
एक काम करती हूँ इसकी सारी कच्छे गिले कर देती हूँ और बोलती हूँ की मेरी कच्ची / पैंटी पहन के चला जा ।
और चची में ये भी कर दिया
और मुझे उनकी panty पहन के स्कूल जाना पड़ा
पॉर्न में देखता था की लोग पैंटी सूँघते है तो मैंने भी वैसा ही किया और माधोश हो ज्ञ
मैं- उफ़्फ़्फ क्या ख़ुशबू है चाची की चूत की वह मज़ा आ ज्ञ । इसका एक नुक़सान ये हो गया की स्कूल में सारे समय लंड खड़ा ही रहा बैठा ही नहि ।
जैसे तैसे स्कूल से वापस घर आया .... मुझे लगा चची पैंटी माँगेंगी लेकिन उन्होंने ऐसा कच नहि कहा !
आज तो अलग नशा चाढा हुआ था व की आज चची की panty थी मेरे पास होना क्या था
मस्त पोर्न लगा के हिला rha था और जब झड़ने को आया तो बाथरूम में गया
आज के नशे के चक्कर में porn बंद करना भूल ज्ञ और तो और आज चची भी सोयी हुई नहि थी तो उन्होंने फ़ोन में देख लिया
चाची - हाय राम ये क्या देख rha था ये उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़ कितना बड़ा लंड है इस आदमी का मम्मम्म म्म्म्म्मम मज़ा आ जाए ऐसा लंड चूत में जाए तो (अपनी चूत से कहती है ) है निगोड़ी तुझे भी मिलेगा लंड अपने। भतीजे का देख मेरी ही panty में मूठ मारने गया है चिंता मत कर जल्दी से वो लंड तेरे अंदेर भी घुसेगा और कह कि उँगली डाल ली अपनी चूत में। सलवार के अंदर से उद्फ़्फ़्द्फ़्फ़ उम्म्म्म्म म्म्म्म्म्म आऽऽऽह आहा आह ऐसे ही हाऽऽऽऽ आह ऐसे ही चोदो अमित आऽऽहा तेरी चची प्यासी है उद्फ़्फ़्फ़्फ़। उफ़्फ़्फ़्म्म्म ।
पैंटी में झड़ने के बाद पैंटी को मैंने अपनी जेब में रख लिया और ऐसे बिहेव करने लगा की जैसे कच किया ही नहि ह मैंने ।
रात को खाना खाने के बाद
अंकुश - आज मई भैया के साथ सोऊँगा आप (चाची) कितने डीनो से सो रही है आज मई ही सोऊँगा ।
चाची - अरे यार अब क्या कहु इसे मुझे भी तो लंड रगड़वाना है कैसी माना कारु ??!!
चची- नहि बेटा भैया को अभी अभी घर की याद आ rhi है वो पता है रोते है रात में और उनके आंसू से nighty गीली हो जाती है और मेरी तरफ़ देख के कातिल मुस्कान दी ( उनका मतलब रात वाले मुट्ठ वीर्य से था जो की उनकी गाँड पर लगा था )
मैं- पहली बार सुना की रात में रोते है तो मई भी चौक गया था फिर बाद में दिमाग़ लगाया तो समझ में आया
मैं- हाँ अंकुश, मुझे रात में माँ की याद अति है इसलिए चाची को पकड़ के सो जाता हूँ जिससे मुझे याद ना ऐ और चची को भी अच्छा लगे ।
ये सब double meaning वाली बातें सुन के हम डोनो गरम हो चुके थे ।
रात को बिस्टेर में
चाची- अमित बेटा मेरी पैंटी कहा है जो तुम्हें दीथी मुझे वापस कर दो धोने के लिए डालनी है
मैंने सोचा था कल माँगेंगी इन्होंने तो आज ही माँग ली अब क्या करी ?
जो होगा देखा जाएगा वैसे भी मुझे लग rha इनको भी चुदना है
मैं - अभी लता ही एक min
मैंने वो panty जिसमें अपना मुट्ठ गिराया था वापस कर दी। मुट्ठ की वजह से पैंटी एक दुम कड़क कड़क हो गयी और उसमें से महक भी आने लगी
चाची- उद्दफ़्फ इतना सारा गिराया पूरी panty में देखो तो कैसे कड़क कड़क हो गयी ह उम्मम क्या महक है उफ़्फ़्फ़्फ निगोड़ी देखो ऐसे पानी छोड़ने लगी (अपनी चूत से ) मिलेगा जल्दी ही मिलेगा लंड तुझेको
आज रात ही ले लू क्या अब रहा नहि जाता
उसको भी मुझे चोदने का मान तो है ही । अब समय बर्बाद नहि करना चाइए ।
आज के लिए तो मेरे पास स्पेशल भी है .........
रात को
मैं बिस्तर में था चाची आइ तो मई उनको देखता ही रह गया । आज वो बिलकुल sexy nighty में थी और ब्रा नहि पहनी थी क्यू की उनके गोरे गोरे दूध और उनके ऊपर का nipple बिलकुल साफ़ दिख rhe थे .,,, उनको देख के तो मेरा लौड़ा बिलकुल qutub minar हो गया ।।
और आके वो मेरे बग़ल में लाते गयी और रोज़ की तरह gaand सटा कर सो गयी ।
चाची- आज तो इसका लौड़ा बिलकुल तय्यार है । थोड़ा और तय्यार किया जाए ।
और चाची गाँड मेरे लंड से रगड़ने लगी ।
मैंने भी फिर थोड़ी हिम्मत कर के लंड को और घुसा दिया और एक हाथ उनके कंधे पर रखा ।
चाची- अमित , सो गए क्या?
मैं - नहीं चाची बोलिए ।
चाची - कुछ नहि , आज तुमने मेरी panty पहनी थी कैसा लगा ?
मैं- सकपका गया .... सब सही था चाची , क्यू क्या हुआ?
चाची मेरी तरफ़ पलट गयी , अब गाँड की जगह चूत पर लंड सट गया ....
और मैंने देखा तो आँखे खुली रह गयी उनके मस्त बड़े बड़े दूध चूँचियाँ बाहर झांक रही थी इसे देख के लंड ने झटका मारा और चाची की चूत पर दबाव दिया ।
वाह क्या feeling थी उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़
लंड के दबाव पड़ने से चची ने मस्त गरमा गरम चुदासि सिसकी ली । हाय क्या आवाज़ थी
चाची- सीईई आह्हा उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्म्म्म्म्म्म ।
मैं - चची क्या हुआ?
चाची - कुछ नहि ..... अच्छा ये बताओ मेरी panty इंटि कड़क कड़क क्यू है ?
मैं - shitt अब क्या बताऊँ इनको की मैंने मुट्ठ मारी थी आपको सोच कर । नहि नहि ।
अरे वो चाची पसीना आता है ना उधर तो उसके कारण कड़क हो जाती है ।
चाची - मुझे उल्लू बना rha हाँ देखो तो इसे । हम्म कौन सा पसीना हम औरतें भी panty पहनती है हमको तो नहि आता ?? खि खि खि
मैं- अब क्या बोलूँ? अरे चाची लड़कों का अलग होता है पसीना (मुट्ठ) आने का । जो की लंड हाँ । औरतों में नहि होता है ।
चाची - अच्छा तो वही पसीना निकलने जाते हो ना दोपहर को जब सब सो जाते है ।
उनके आवाज़ में थरक और गर्महत थी जो की उनके मुँह से साफ़ समझ में आता था
मैं- मैंने भी सोच लिया था इनको तो सब पता ही चल गया हाँ .... अब थोड़ा खुल ज़ाया जाय।
मैं- जी चाची ।
चाची- अच्छा । हमें भी तो दिखाओ ऐसा कौनसा और कहा से पसीना निकलने जाते हो ।
ये कहकर चाची ने मेरी boxer के अंदर हाथ डाल दिया और खड़े लंड को पकड़ लिया
मैं- ऊद्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़ आऽऽऽऽऽऽहाह उम्म्म्म्म्म्म
चाची - अच्छा !! तो ये है जिससे पसीना। निकलता है वो भी इतना सारा । उम्म्म्म्म्म काफ़ी बड़ा और गरम है । उम्म्म्म्म aaahhhh
मैं - हाँ चाची .... पसीना भी बहुत गरम निकलता है ।
पहली बार किसी औरत का हाथ लगते ही लंड से पानी निकलने (pre कम)लगा था , जिसको चाची अपनी उँगलियो से खेल rhi थी । और धीरे धीरे सूपड़ा को भी ऊपर नीचे कर rhi थी ।
सही में दोस्तों पहली बार का ये अहसास मई कभी नहि भूलूँगा
और मैं भी सिसकी लेने लगा था
मैं- उम्म्म्म्माऽऽह आऽऽह उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़ चाऽऽऽचि
चाची - देखो तो पसीना निकलने भी लगा । बड़ा चिपचिपा पसीना है तुम्हारा अमित । स्लर्प सलरपे की आवाज़ आ rही थी
फिर चची ने कहा
चाची- देखो तो अमित , मेरा भी पसीना निकल rha है ज़रा छू कर तो देखो ।
उनके कहने का मतलब था की उनकी चूत में उँगली क्रू
मैं - जी चची । उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़ म्म्म्म्म्म
और मैंने nighty के नीचे हाथ ले गया और सीधा panty के अंदर घुसेड़ दिया
चाची- ufffffffffffmmmmmmmm। आऽऽऽऽहा अच्छा लग rha हाँ, अमित ज़रा ध्यान से देखना तो ह्म्म्म्म्म्म आऽऽऽहाह
मैं- जी चची ।
उनकी चूत पर बाल थे जो छूने से साफ़ पता चल rha था । और मैंने धीरे से एक उँगली चूत के अंदर डाल दी ।
हाऽऽऽऽय क्या गरम गरम चूत थी बिलकुल soft चिकनी अंदर से और इतना पानी छोड़ rhi थी की बाहर तक टपका rhi थी ।
मेरे उँगली डालते ही चची ने लंड को ज़ोर ज़ोर से हिलना चालू कर दिया मेरे से रहा नहि गया और मई झड़ गया
मैं- चची आऽऽह आह आहाऽऽऽऽह आहाह्ह चाची देखो पसीना उम्म्म्म्म्म्म आऽऽऽह आहाहाहाह्ह उक्क्फ़्फ़्फ़्फ़ हाऽऽऽऽय निकल rhaaa है आऽऽऽह आहाह अहह ।
चची हिलती रही जब तक पूरा रस ना निकल गया हो ।
मुट्ठ से उनके पूरे हाँथ सन गये थे और वैसे ही हाथ बाहर निकले । मेरा हाथ अभी भी nighty के अंदर चूत में उँगली कफ rha था ।
चाची- देखो अमित , कितना सारा पसीना निकाला है तुमने मेरी पूरी हथेली पर है ।
मैं - sorry चाची। अब नहि होगा
चाची- अरे अब तो शुरू हुआ है अभी तो बहुत कुछ करना है ।
और चची में मूठ जो की उनकी हथेली में था उसको सूंघा और पी लिया और जो इधर उधर चिपका था। ओ अपने शरीर पर लगा लिया । अपने एक दूध को nighty से निकल कर उसपे मल्ल लिया जैसे की मालिश कर rhi हो ।
चाची- अमित कैसा लगा ? इतना सारा पसीना निकल कर ?
मैं - चाची बहुत अच्छा लगा अब थोड़ी प्यास लग rhi है । और आपका भी पसीना निकल ही rha है तब से बंद क्यू नहि हो rha ?
चाची - प्यास लग rhi है मेरे बच्चे को?
मैं- जी चची ।
चाची- अच्छा ... और उन्होंने अपना दूध मेरे मह कि पास ला दिया .... चूसने के लिए ।
मैं चूसने ही वाला था की तभी
चाची- अरे अरे अरे ये वाला नहि दूसरा वाला दूध ।
इस वाले पर तो तुम्हारा पसीना लगा है ये वाला मई पियूँगी दूसरा वाला तुम पियो ठीक हाँ ?
और है तुम दो और उँगली डालो चूत में जल्दी से मेरा भी पसीना निकलो उन्म्म्म्म्म्म्म्माऽऽहा उद्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़ उद्द्द्फ़्फ़्फ़
मैंने दो और उँगली डाल दी और जैसे porn में दिखाते है वैसे उँगली करना चालू कर दिया ।
चाची - उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़ अमित ऐसे ही ज़ोर ज़ोर से करओ हाऽऽ ऐस्से ही उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्म्म्म्म ह्म्म्म्म्म्म म्म्म्म्म्म्म्माह्ह मज़ा आदढ़ा हाँ उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़ म्म्म्म्म ऐसे ही और तेज ।
मई दूध चूसते चूसते उँगली कर rha था और किए जा rha था और चची बोले जा rhi थी और तेज और तेज ।
मैं- चची पसीना। निकाला ? कब तक उँगली क्रू ?
चाची - मेरा पसीना ऐसे नहि निकलेगा! बहुत मेहनत करनी पड़ती है औरतों का पसीना निकलने में । अह्ह्ह उदफ़्फ़्फ उद्द्फ़्फ़्फ़्फ़ ऐसी ही उँगली करते रो ह्म्म्म्म्म उक्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़ आह्हा उई उईई
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चाची- रुको अब तुमको बताती हूँ की अच्छे तरह कैसे निकलना चाइए औरतों का पसीना ।
कभी निकाला है किसी का पसीना ;( मतलब की कभी चोदे हो किसी को)?
मैं- नहि चची आपके साथ पहली बार है ।
चाची - तो मतलब तुमको सब कुछ सिखाना पड़ेगा ।
इसमें तो और मज़ा आएगा ।
चलो उठो .......
अगला अप्डेट आज ही लेकिन टाइम fix नहि है