" किसी चीज को पुरी शिद्दत से चाहो तो पूरी कायनात उसे तुम से मिलाने की कोशिश मे लग जाती है " - विहंग और वर्तिका पर यह कथन सटीक बैठता है , पर यह पुरा सत्य नही अर्थ सत्य है । बीस साल हो गए इन दोनो भाई-बहन को इंटिमेट होते हुए , बीस साल पहले दोनो के मन बेकाबू हुए थे , लेकिन बाद मे सब कुछ ठंडे बस्ते मे चला गया ।
अगर नेहा ने कोशिश नही की होती , उसका इंटरेस्ट कुछ नही होता तो यह इन्सेस्टियस रिलेशनशिप पनप ही नही पाता । शुक्रगुजार होना चाहिए इन दोनो भाई-बहन का नेहा के प्रति जिसने असम्भव को सम्भव कर दिखाया ।
खैर , वर्तिका के आंसू गम के नही खुशी के थे । कब्र मे दफन हुए आरजू के फिर से पुरे होने की थी ।
आउटस्टैंडिंग एंड अमेजिंग अपडेट भाई ।