चुटियागिरी है इनकी, चाहे घर पर वाला ही सब बात में आगे हो पर एक बार जो मुंह बाहर मार लिया तो घर की बिरियानी किसे पसंद आएगी
बैरोजगारी का रोना रोने वाले टोंटी और पप्पू के मुंह पर तमाचा हैं ऐसी रोजगार सृजन वीरांगनायें
चूत का मजा और 20,000 वेतन, घर का खर्च नहीं उठाना, पत्नी की फरमाइशें नहीं और बच्चों की जिम्मेदारी नहीं.....
क्या दुनिया में कहीं इससे बेहतर रोजगार मिलेगा?
रिकी भाई विकास के रास्ते में रोड़ा मत बनो