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ब्रेकिंग न्यूज़:
वैज्ञानिकों ने खोजा 'बोलने वाला बैंगन', करता है दार्शनिक बातें!
अजीबोगरीब मामला सामने आया, बैंगन की आवाज सुन कर सकते हैं मन की शांति का अनुभव
जयपुर: राजस्थान के एक छोटे से गाँव 'घाटपुरा' में वैज्ञानिकों ने एक ऐसी अभूतपूर्व खोज की है जिसने पूरी दुनिया को हक्का-बक्का कर दिया है। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि उन्होंने एक ऐसा बैंगन (Solanum melongena) खोजा है जो न केवल बोलता है, बल्कि गहन दार्शनिक और शांतिपूर्ण बातें भी करता है।
बताया जा रहा है कि यह 'बोलने वाला बैंगन' पिछले हफ़्ते घाटपुरा के एक किसान, श्री गेंदालाल की खेत से मिला। शुरुआती जाँच में पता चला कि इस बैंगन में एक 'अज्ञात जैविक विसंगति' है जो इसे मानव भाषा में संवाद करने की अनुमति देती है।
बैंगन के विचार
इस अनोखे बैंगन, जिसका नाम वैज्ञानिकों ने प्यार से 'बैंग्स' रखा है, ने अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा: "जीवन एक निरंतर बहने वाली धारा है, और हम सब उस धारा के छोटे बुलबुले हैं। क्यों चिंता करना जब अंतिम सत्य स्वयं शांति है?"
ICAR के प्रमुख वैज्ञानिक, डॉ.आवरन ने कहा, "हमने सोचा था कि यह कोई मज़ाक है, लेकिन 'बैंग्स' सचमुच बोलता है। इसकी आवाज़ बहुत मधुर और शांत करने वाली है। लोग इसकी बातें सुनकर तनावमुक्त महसूस कर रहे हैं। हम इस बैंगन की आवाज़ को रिकॉर्ड करके एक 'शांति पॉडकास्ट' बनाने की योजना बना रहे हैं।"
"घाटपुरा बना नया पर्यटन स्थल"
इस खबर के फैलते ही, सब्जीपुरा में देश-विदेश से दार्शनिकों, योग गुरुओं, और जिज्ञासु पर्यटकों का तांता लग गया है। हर कोई एक बार 'बैंग्स' को देखना और उसकी शांतिपूर्ण बातें सुनना चाहता है। स्थानीय प्रशासन ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए विशेष पुलिस बल तैनात किया है।
कुछ अंधविश्वासी ग्रामीणों का मानना है कि यह बैंगन किसी प्राचीन मुनी vihan27 की आत्मा का अवतार है, जो शांति का संदेश देने आया है।
वैज्ञानिकों ने खोजा 'बोलने वाला बैंगन', करता है दार्शनिक बातें!
अजीबोगरीब मामला सामने आया, बैंगन की आवाज सुन कर सकते हैं मन की शांति का अनुभव
जयपुर: राजस्थान के एक छोटे से गाँव 'घाटपुरा' में वैज्ञानिकों ने एक ऐसी अभूतपूर्व खोज की है जिसने पूरी दुनिया को हक्का-बक्का कर दिया है। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि उन्होंने एक ऐसा बैंगन (Solanum melongena) खोजा है जो न केवल बोलता है, बल्कि गहन दार्शनिक और शांतिपूर्ण बातें भी करता है।
बताया जा रहा है कि यह 'बोलने वाला बैंगन' पिछले हफ़्ते घाटपुरा के एक किसान, श्री गेंदालाल की खेत से मिला। शुरुआती जाँच में पता चला कि इस बैंगन में एक 'अज्ञात जैविक विसंगति' है जो इसे मानव भाषा में संवाद करने की अनुमति देती है।
बैंगन के विचार
इस अनोखे बैंगन, जिसका नाम वैज्ञानिकों ने प्यार से 'बैंग्स' रखा है, ने अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा: "जीवन एक निरंतर बहने वाली धारा है, और हम सब उस धारा के छोटे बुलबुले हैं। क्यों चिंता करना जब अंतिम सत्य स्वयं शांति है?"
ICAR के प्रमुख वैज्ञानिक, डॉ.आवरन ने कहा, "हमने सोचा था कि यह कोई मज़ाक है, लेकिन 'बैंग्स' सचमुच बोलता है। इसकी आवाज़ बहुत मधुर और शांत करने वाली है। लोग इसकी बातें सुनकर तनावमुक्त महसूस कर रहे हैं। हम इस बैंगन की आवाज़ को रिकॉर्ड करके एक 'शांति पॉडकास्ट' बनाने की योजना बना रहे हैं।"
"घाटपुरा बना नया पर्यटन स्थल"
इस खबर के फैलते ही, सब्जीपुरा में देश-विदेश से दार्शनिकों, योग गुरुओं, और जिज्ञासु पर्यटकों का तांता लग गया है। हर कोई एक बार 'बैंग्स' को देखना और उसकी शांतिपूर्ण बातें सुनना चाहता है। स्थानीय प्रशासन ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए विशेष पुलिस बल तैनात किया है।
कुछ अंधविश्वासी ग्रामीणों का मानना है कि यह बैंगन किसी प्राचीन मुनी vihan27 की आत्मा का अवतार है, जो शांति का संदेश देने आया है।