( आप की इस कहानी पर रीडर्स का वह प्यार बरसता नही दिख रहा है जितना आप के पिछले दो स्टोरी पर बरसा था ।
शायद इस का कारण इन्सेस्ट रिलेशनशिप के रीडर्स की उदासीनता है । पिछली कहानियाँ प्योर इन्सेस्ट रिलेशनशिप पर आधारित थी पर इस कहानी मे इन्सेस्ट तो है पर प्योर इन्सेस्ट नही । तुषार और अंश का सेक्सुअल रिलेशनशिप शुद्ध इन्सेस्ट रिलेशनशिप था लेकिन यहां ह्रदय का सेक्सुअल रिलेशनशिप अपने कजन या फिर सौतेले सिस्टर के साथ ही स्थापित होना है ।
लेकिन कहानी जब अच्छी हो तो देर सबेर रीडर्स उपस्थित हो ही जाते हैं । वैसे भी इस कहानी के अंदर पिछली दोनो कहानियों का समावेश किया गया है तो स्वभाविक है नए रीडर्स को परेशानी भी होगी ही ।
खैर , इन सब चीजों पर ध्यान दिए वगैर आप अपने स्टोरी पर ध्यान केंद्रित करते रहिए । )
अंजलि ने जिस माला की कड़ियों को बिखेर कर रख दिया था उन कड़ियों को गुथने का काम ह्रदय कर रहा है । यह बहुत ही कठिन काम था , खासकर एक अठारह साल के युवा के लिए पर ह्रदय ने अपने विवेक और व्यवहार से यह लगभग संभव कर दिखाया ।
तुषार की तलाश इतनी आसान भी दिखाई नही देती । तुषार के सभी दुश्मन या तो मारे गए या फिर लाइम लाइट से गायब हो गए । रश्मि की मां कामिनी की दुश्मनी इस फैमिली से जानी दुश्मनी जैसी लगती नही और न ही उनके पास उस दौरान कोई मजबूत इन्फ्रास्ट्रक्चर था ।
शेर के छाया की मौजूदगी , एक रेस्टोरेंट मे भूकंप या शायद कोई बहुत बड़ा बम विस्फोट , एक राक्षस जैसे ताकतवर व्यक्ति की एन्ट्री और जालिम दादी का मिस्ट्रीयस कैरेक्टर अवश्य एक अज्ञात ताकतवर विलेन की तरफ ध्यान आकर्षित करा रहा है ।
तमन्ना मैडम की माता जी का मकसद ह्रदय को अपने कजन बहनों के साथ सिर्फ सेक्सुअल सम्बन्ध बनाने को लेकर दिखाई दे रहा है । यह भी कोई बहुत बड़े विलेन होने जैसी बात नही लग रही है ।
लेकिन जैसा कि पहले भी कहा रूचि के औलाद का कोई जिक्र क्यों नही हुआ ? इनके नाम से मिलता जुलता कोई लड़की अब तक इस स्टोरी मे आई क्यों नही ?
सभी अपडेट बेहद ही शानदार थे ।
आउटस्टैंडिंग एंड अमेजिंग अपडेट डियर ।