Raja maurya
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Bahot behtreen update BhaiUpdate 14
Jishant house
जिशांत और उसके पापा शुबत मेहरा रात भर तानिया और तपन के मोबाइल में कॉल लगाते रहें लेकिन एक भी कॉल नही लगा । शुबत मेहरा Deputy Inspector General of Forests बड़े ओदे नियुक्त था । तो उसके कॉन्टैक्ट बड़े ओउदे वाले लोगो के साथ ही था । और उसने अपने कॉन्क्टैक्ट के यूज किया लेकिन कही से कोई खबर नहीं मिला की तानिया और तपन कहा है । वो भी परेशान थे बार बार सुरक्षा दल के अधिकारी को फोन कर रहा था लेकिन कोई खबर नहीं मिला और उसका भी ड्यूटी थी जो इंपोटेंट था ।
दोनो बाप बेटे को पूरी रात नींद नही आया । सुबह की किरण निकलते ही शुबत मेहरा ने पुलिस को खबर दी जिसमे उसके कुछ जान पहचान या कार्य मित्र थे । और जिशू ने अपने दोनो दोस्तो कॉल किया तो दोनो दोस्त शेतन और विश्वास भाग के जिशू के घर आए ।
Tapan's Grandfather's House (Chandarpur)
अपने बेटे की कोई खबर ना पा कर जतिन पलपड़े और शीतल तलपड़े भी परेशान थे । जतिन तलपड़े एक पेशे से बेंगकर थे तो उसके पास शुबत मेहरा की तरह कॉन्टैक्ट नहीं थे । लेकिन वो शुबत मेहरा को बार बार कॉन्टेक्ट कर रहे थे की दोनो की कोई खबर । लेकिन शुबत मेहरा ने दोनो को असबसन दे रखा था की वो ढूंढ निकलेंगे दोनो को ।
शीतल ।" माना किया था मैंने इतना लंबा सफर अकेले मत जाने दो । कुछ दिन रुक जाता तो कौनसा पहाड़ टूट पड़ता ।"
शीतल थोड़ी मंदमति की तरह थी काम पढ़ी लिखी पुरानी खयालात वाली अपने बेटे को आसल में छुपा के रखने वालीं । नजाने उसके मन में क्या क्या बुरी खयालात आ रहे थे । और वो रोने लगी तपन के ताई चाची बाकी रिश्तेदार को औरते उसे ऐसे संभाल रही थी की जैसे तपन कही वाकई में खो गया हो ।
जतिन ।" अरे इतना परेशान होने की क्या जरूरत है । हो सकता है फोन में नेटवर्क नहीं इसलिए कॉल नहीं लग रहा है और उसके साथ मिसेज मेहरा भी है । वो समझदार औरत हे पढ़ी लिखी जरूर वो लोग किसी होटल में होंगे और नहीं तो कोई सुरक्षित जगह पे होंगे । छोटी छोटी बात पे बस मुंह फाड़ के रोना शुरू हो जाता है ।"
शीतल ।" आपको जरा भी फिक्र नहीं । बेटा गायब हे कोई खबर नहीं इनको बस मेरी रोने की पड़ी है । कैसे फिक्र ना करूं सुन ही रहे हे सड़के बाढ़ के बह गया हे । लोगो की खेत घर भी बाढ़ में बह गए है । "
जतिन ।" हा तो कशिश कर रहा हूं ना में उनको ढूंढने की । मिस्टर मेहरा साहब भी इसी में लगे है और वो बड़े अफसर है देर से सही मगर वो ढूंढ लेंगे । शांत रहो मिल जायेगा ।"
शीतल ।" हा तो यहां बैठे बैठे बस फोन से ढूंढते रहो ।"
जतिन चिड़चिड़ा हो कर ." ये पुष्पा इसे अंदर ले जाओ रे ।" (तपन के चाची पुष्पा)
Back to Jishant house
शुबत अपने ऑफिस के लिए निकला अपनी यूनिफॉर्म पहने । " जिशू बेटा सच में तुम लोग जाना चाहते हो ।"
जिशू ।" हा पापा हम ढूंढने जा रहे है ।"
शेतन ।" अंकल आप हमारा शिंता मत कीजिए । हम ढूंढ लेंगे "
शुबत ।" बात वो नही है । जहा तुम लोग जा रह रहे हो वाहा हालत बोहोत खराब हे ।"
जिशू ।" पर पापा हम लोग ऐसे ही हाथ पे हाथ धरे बैठे तो नही सकते ना "
शुबत ।" बात भी सही है । पर इतना टेंशन मत लो तुम्हारी मम्मी समझदार हे अपना खयाल रखना जानती है । और वाह के एसडीएम से मेरा कॉन्टैक्ट हुआ है वो इस मामले की शान बिन कर रहे है जल्द ही खबर मिल जाएगा । बाढ़ की वजह से सारे टेलीफोन नेटवर्क बंद है । ठीक है तुम लोग अपना खयाल रखना और मेरे कॉन्टैक्ट में रहना ओके । में भी अपने तरीके से ढूंढ रहा हूं ।"
विशु ।" ओके अंकल आप निश्चित रहिए हम आपको कॉल करते रहेंगे ।"
शुबत अपनी डिपार्टमेंट वीआईपी कार में बैठ के निकल गए । और ये तीनों भी एक कार में बैठ के निकल गए ।
Inside the car
जिशु पीछे बैठा था । शेतन कार चला रहा था और उसके बगल में बिशु बैठा था ।
विशु ।" यार में तो कह रह हूं में शॉर्ट कट ले के दौर के जाता हूं "
शेतन " माना की तू तेज़ रफ्तार से दौड़ सकता है लेकिन फिर भी वाहा से यहां तक गाड़ी से आने ही 7-8 घंटे लग जाते है । और तुझे कैसे पता की वो लोग कहा होंगे और जिस जगह पे रास्ता ब्लॉक हुआ है वो जगह भी तो तुझे नहीं पता । और वैसे तू कितनी तेजी से भाग सकता है ।"
बिशु ." कभी मीटर नही किया पर 50 किलोमीटर की स्पीड से भाग सकता हूं मेरी आइडिया हे ।"
जिशु ।" ये कार 90 किलोमीटर की स्पीड से भाग रही है तो चुप चाप बैठ । "
शेतन इशारा करता है विशु से की चुप चाप बैठ उसका दिमाग परेशान हो रखा है उल्टी सीधी बाते कर के और दिमाग का दही मत बना उसका ।
जिशू परेशान था और न्यूज देख रहा था मोबाइल पे की खबर मिल जाए ।