Update 15
Again inside the Forest
चिड़िया की किलकारी सुनाई दे रही थी सुबह की गीत गा रही थी लेकिन उनके सुर में दर्द था बाढ़ की वजह से उनकी ठिकाना भी बेदखल हो चुका था जंगल से ।
सुबह की मीठी किरण खिड़की से आई और दोनो के चेहरे पे धूप की रोशनी पड़ी । दोनो जाग गए । एक दूसरे की हालत देखी दोनो नंगे थे । तानिया को बोहोत शर्म आई पूरी रात की मंजर चवी की तरह चलचित्र रील की तरह आखों के सामने डोरने लगी ।
वो अपनी कपरे देखने इधर उधर देखने लगी लेकिन उसके कपड़े उस कमरे में थे । तपन टानिया की मादक चिकनी जिस्म देख के फिर दिल उसका बेईमान हो गया और हल्की फुल्की मजाक मस्ती करने लगा ।
तपन ।" आप शर्माती हुई बड़ी अच्छी लगती है । और आपकी मुस्कान बड़ी खूबसूरत लगती है । और इस वक्त तो आप एक दम काम देवी लग रही हो ।"
तानिया अपनी बिखरी बालो को सबरती हुई रॉबर से बांधती हुई कोहनी आखों से गुस्सा दिखाती हुई बोली ।" जाओ मेरे कपड़े लेके आओ ।"
तपन नंगा ही दूसरे कमरे में कपड़े लेके आया और तानिया की ब्रा हाथ में लेके मुस्कान से बोला " आपकी साइज तो बोहोत बड़ी हे । "
तानिया शर्मा गई और झपाटा मार के तपन के हाथो से ब्रा खींच लिया ।" बाहर जाओ अब क्या चैन से कपरे भी नही पहने दोगे ।"
तपन ।" अगर ये गीले कपड़े ये गीले कपड़े पहनोगी तो खुजली दाग और इन्फेक्शन जरूर होगा । एक काम करिए बाहर धूप निकली हे आधे घंटे तक सूखने दीजिए फिर पहन लीजिए ।तब तक में बाहर जा के पीने का पानी और यहां से निकलने की कोई जुगार करता हूं । "
तानिया सोच विचार के बोली ।" ठीक है ज्यादा दूर मत जाना ।"
तपन मुस्कुराया ।" हाय इतनी फिक्र ।"
तानिया जूठा गुस्सा दिखा के उसका धक्का दि । फिर दोनो ने अपने चारे कपरे बाहर पेड़ो की डाली में सूखने को रखे । तपन पानी में ही कही चला गया ।
वो फॉरेस्ट डिपरमेंट का खंडार जैसा दो कमरे वाला घर एक छोटा सा द्वीप बन चुका था । उसके चारों तरफ पानी जमा हुआ था ।
तपन कमर से ले छाती तक गहरे पानी में नंगे ही पानी में घूमते हुए खाने का तलाश करने लगा और वो एक छोटी पहाड़ के टीले तक पोहोचा । जहा उसे अमरूद के पके हुए फल मिला और पके हुए केले भी । और एक बड़े बड़े पत्ते से बर्तन बनाया जिसमे उसने झरने का साफ पानी भर लिया ।
लेकिन बड़ी बात थी वो लोग वाहा से निकलेंगे कैसे । उसकी दिमाग में एक आइडिया आया और एक हाथी की तरह बल प्रयोग करते हुए पांच बड़े बड़े चाइन-चम्पा केले के पेड़ उखड़ के और बम्बू से एक नाव बनाया और सवार हो के आया ।
केले के पेड़ के नाव में नंगा ही चप्पू चला के आते देख के तानिया हसने लगी । तपन नाव को किनारे में बांध के तानिया के पास आया ।
तानिया की नजरे बस तपन के लटके हुए लंड को ही घूर रही थी और वो मुस्कुरा के बोली ।" तुम तो एक दम तारजान बन गए । कहा से मिला ये केले के पेड़ का नाव.."
तपन नाव से उतरा और बोला ।" मिला नहीं खुद इन्वेंशन किया है । ये लो " उसने पानी का बर्तन और जो खाने के लिए अमरूद और पके हुए केले लाए थे वो दिया ।
और तानिया ने खुशी से वो चीज़े हाथो में ली ।" तुम तो आदिवासी की तरह जंगली इंसान निकले कहा से ढूंढ के ले आया ये सब ।"
तपन ।" आपके लिए लाया हूं आप बुखी प्यासी हे । काल दोपहर से आपने एक बूंद पानी भी नही पि ।"
तानिया ने पहले पानी पी के प्यास बुझाई ।" बड़ी खिदमद हो रही हे हुंह ।"
तपन मुस्कुराया ।" कपड़े सुख गए ।"
तानिया ।" पूरी तरह से नही । फल खाते खाते सुख जायेगा आओ बैठ के थोड़ा भूख मिटा लेते ।"
तपन " हम आपको भूखा कैसे रख सकते भला "
तानिया " अच्छा अच्छा अब चलो आओ फल खाते हे "
दोनो फल खाया जब दोनो खा रहे थे दोनो एक दूसरे की नजरो में खोए हुए थे और दोनो की मुस्कान निकल रही थी । तानिया जहा अपनी घर की शिंता हो रही थी वाही दिल ही दिल खुश हो रही थी तपन की देखभाल करने की तरीका देख महसूस कर रही थी जैसे वो बाली उम्र की लड़की हो ।
तपन थोड़ा झिझकते हुए उसके करीब आ के बैठ गया और होंठो को करिब ले गया तानिया की होंठो के पास । अनायास ही तानिया की आंखे बंद हुई दोनो की सांसें तेज़ हो गई धड़कने तेज हो गई ।
और धीरे धीरे दोनो एक दूसरे को चूमने लगा । तपन तानिया की बगल में हाथ डाल के अपनी तरफ खींचता है और बाहों में कस लेता है ।तानिया भी उसकी गले पे हाथ डाल के उसकी सपोर्ट करती है । जीव डाल के गीले होंठ चूसने में दोनो को बोहोत आनंद आ रहा था ।
तपन ने उसे चूमते हुए ही खड़ा कर दिया और उसकी मोटी गान्ड मसलने लगा हाथो से । ज्यादातर औरतों की गांड एक संवेदनशील अंग होता है । तानिया को बोहोत मजा आया उसके दिमाग में ये चलने लगती है (हाथो में कितना जोड़ है इसके उफ्फ कैसे पकड़ के कस के मसल देता है । कैसे मेरी होंठो को पि रहा है उफ्फ कौन होगी उसकी बीवी ) तानिया को जलन सी होती हे पता नही क्यों । ऐसा ही है स्त्री का स्वभाव ।
तपन अपनी हाथो को नजाकत से ऊपर ले आते हुए तानिया कि चूचियां पे रखा और प्यार से सहलाते हुए उसकी आखों में देख ले मुस्कुराने लगा तो तानिया शरमा के घूम के पीछे मुड़ गई ।
तानिया ने नजरे छुपाने के लिए घूम गई थी लेकिन अनजाने में तपन का काम आसान कर दिया । तपन उसकी चूची को दोनो हाथो में लेते हुए मसलने लगा और अपने खड़े हो चुके लंड को उसकी उठी हुई गांड की दरार में रगड़ने लगा और बीच बीच में धक्के भी मारने लगा ।
इस क्रिया से तानिया शर्म से पानी पानी हो गई की किसे बेशर्मी से उसके बेटे की उम्र का लड़का उसकी बदन से खेल रहा है । और उसने तपन के मजबूद बाहों से आजाद होने की कशिश करी ।
तानिया ।" हटो चलो अब देर हो रही है"
तपन ।" नही हटने वाला क्या कर लोगे आप "
तानिया अंदर ही अंदर खुश होती हुई और बाहर से नखरा दिखा के बोली ।" नही तो थप्पड़ खायेगा "
तपन की उसकी नखरे करने की अदा देख के पागल हो गया और जोश में होश खो के पूरे ताकत से मसल डाला । तानिया की चींख पूरे जंगल में गूंज उठी ।
तानिया आंखों से आसूं निकली ।" अपनी मां की उम्र की औरत के साथ ऐसा सलूक करते हो । माना की मर्द जात से औरतों शरीर में उनता बल नही है तो मतलब क्या हमे ऐसे ही दर्द पोहोचा के जलील करते रहोगे । हटो छोड़ो मुझे "
तानिया की लहजे में गुस्सा देख के तपन समझ गया कि उसने जोश में तानिया की दिल दुखा दिया और वो खुदपे पछताने लगा की क्यू वो इतनी जोर से दबाया । तानिया की गोरी चूचियां पे उंगलियों निशान तक शाप गए थे जाहिर है बेचारी को बोहोत दर्द हुई होगी ।
तपन माफी मांगने लगा गलती का एहसास कर के " आईएम सो सॉरी आंटी । वो गलती से हो गया । पता नही कैसे मैने । प्लीज माफ कर दो मेरा आपको दिल दुखाने का कोई इरादा नहीं था । प्लीज माफ कर दो "
तानिया ने कुछ जवाब नही दिए बस मुंह फुलाए क्वाटर के बरामदे से दो चिड़ी वाला चिड़ी उतरकर जहा कपरे सुखाने को रखा था वाहा जाने लगी । तपन पीछे पीछे माफी मांगता हुआ आया लेकिन कोई फायदा नही हुआ ।
तानिया कपड़े हाथ से छू के चेक करी तो पाया कि अभी भी थोड़ी और सुखना चाहिए जब तक पहनने लायक हो । तो उसने तपन से दूरी बनाए रखी । और तपन उसे मानता रहा ।
तानिया दिल में सोचती हुई (भोंदू लड़का उसे लग रहा है में सच में नाराज़ हूं ) । तानिया गुस्सा आया था दर्द पोहचाओगे तो किसे गुस्सा नही आएगा । लेकिन वो कोई कम उम्र की लड़की नही थी जो ऐसी छोटी बातो पे नाराज हो जाए या फिर उसकी प्रेमी भी नही थी । समझदार थी जोश में होश खो बैठा अच्छे से समझ रही थी लेकिन उसने सोचा थोड़ा बच्चे को तड़पाया जाए लेकिन ज्यादा देर तक खुद को संभाल नहीं पाया और उसकी हसी छुट्ट गई तपन के आलू जैसे माफीनामा सकल देख के ।
तपन समझ गया कोई नाराजगी वराजगी नही उसकी ली जा रही थी । और वो तानिया को खींच के उसकी जबरदस्त होंठो चूसने लगा थोड़ी आक्रामक तरीके से लेकिन तानिया को भी मजा आया ।
चुम्बन टूटने पड़ दोनो एक दूसरे की आंखों में देख के मुस्कुराने लगे । तपन उसके कान में बोला ।" मुझे डालना हे अन्दर डाल दूं ऐसे ही या आप गीला करोगे "
तानिया ब्लश करने लगी और होले होले से नीचे घुटने पे बैठ गई । प्यार से लंड को मुठ्ठी में लिया और आराम से हिलाती हुईं मुस्कुराई और तपन की नजरो में देखा तो दोनो ही मुस्कान दे बैठे । तानिया फिर नजरे नीची कर के सुपाड़े पे जीव फिराई धीरे धीरे फिराने लगी और और फिर चुप्पा लगाने लगी । तपन मजे से आंख बंद कर लिया उसे एहसास हुआ औरतों की मुंह में कितना आनंद आता है ।
तानिया को भी चूसने में इतना आनंद आ रही थी की वो ध्यान लगाते चूसे जा रही थी । एक बार उसने पूरा लंद ऊपर की तरफ कर के चेहरे पे नपा जो उसकी शिर की लंबाई और लंड की लंबाई बराबर था ।
तपन ।" आपको पसंद आया "
तानिया ।" इतना बड़ा कैसे बनाया "
तपन ।" जैसे में बड़ा होता गया वैसे ही ये भी बड़ा होता गया "(काश आपको बता पता असली कारण)
तानिया (क्या सच में किसी इंसान बड़ा होता है cucumber जितना मोटा तगड़ा लंबा पोर्न मूवीज में ऐसा ही दिखाते है वीएफएक्स यूज कर के)
तपन ने उसे खड़ा किया और एक पेड़ के सहारे उसे पीठ टीका दी तानिया की और उसकी एक जांघ पकड़ ले जितना हो सके उठा लिया लेकिन मुर्दा सुखम नही हुआ हाइट की वजह से । तानिया ने सरारत मुस्कान से एक पेड़ की तरह इशारा की ।
वो पेड़ मुंह के बल गिरी हुई थी ढालुआं आकृति की । तपन ने तानिया को वाहा ले जा के अध लेती कर के एक टांग कंधे पे उठा के धीरे से लंड डाल दिया ।
तानिया आंखे बंद कर के उईईई उफ्फ कर उठी जैसे छुई घुस गई हो या ऐसा एहसास जो गर्म चाय के कप में उंगली डूबा दी हो ऐसा महसूस हुआ ।
तपन ।" आंटी आप अच्छे से पकड़ो मुझे में आपको गोद में उठा लूंगा "
तानिया " उठा पाओगे गिरा तो नही दोगे ना "
तपन मुस्कुराया और अपनी तरफ खींचा और जांघो के नीचे से अच्छे पकड़ के गोद में उठा लिया । तानिया उसकी गले में बाहें डाल दी ताकि पीछे गिरे ना ।
तपन तानिया की आंखों में देखते हुए धीरे धीरे ऊपर नीचे ऊपर नीचे कमर हिलाने लगा जिससे उसका लन्ड का कुछ हिस्सा धुक रहा था बाहर आ रहा था । और पेडल भी घूमने लगा । तपन के लिए 50 gm dumble उठाने जैसा था ।
तानिया मस्ती में आहे भर रही । तानिया ने देखा चारों और पानी है बीच की जमीन में तपन उसे उठा के चोदते हुए चल रहा है ।(क्या लड़का हे कैसे मुझे फूल की तरह उठा उठा के उछल रहा है) तानिया इतना प्रभावित हुई की उसने उसके गाल पर गीली पप्पी दी ।
तपन को तानिया की खूबसूरत चेहरा इतना कामुक लगा की उसने कमर खींच के झटका मारा । पूरा लन्ड सरसरते हुए झड़ तक घुस गया और आधा बाहर आया ।
तानिया ।" आन्न्ननननन " जोर की चींख के साथ तपन की आंखो में मासूमियत से देखने लगी
तपन ठीक वैसे ही कमर के खींच के कराड़ा झटका मारा । तानिया की चीख जंगल में गूंज उठी ।लेकिन इस बार वो बोली ।
तानिया ।" आईईईई । आइयाआ । मेरी चूत फट गईं "
तपन " आपको मजा नही आया नहीं "
तानिया " बोहोत अंदर जाता है दुखती है "
तपन" अंकल का नहीं जाता "
तपन जोश में एक जगह रुक के दे दना दन जोरदार तरीके से चोदने लगा तानिया दर्द के साथ आनंद विभोर में यूआईआईआईआई करती रही । इतनी तेज रफ्तार से चूत दीवारे रगड़ खाई की जल्दी ही उसने लागतार दो बार सरमसुख ले ली ।
तपन ने उसे ले के बरामदे में ही बैठ गया और इशारा किया । तानिया तन को सुख में इतनी विलीन हो गई चारो चर्म हाया छोड़ कर तपन के लंड पे उछलने लगी और चुम्बन करने लगी । दोनो मधुर तन सुख में एक दूसरे की नजरो में नजरे मिलते हुए आनंद उपभोग कर रहे थे ।
कुछ देर बाद तानिया थकी हारी बोली ।" उफ्फ अब नही होता मुझे । "
तपन ने उसे एक मुद्रा समझाया और तानिया मुद्रा समझ के घुटनों में चूतड़ उठा दी जांघें चिपका ली और शिर नीचे कर दी जिससे उसकी कमर झुकाओ से गांड ऊपर उठी ।
तपन घुटने मोड़ के खड़े खड़े ही उसकी घुड़सवारी करने लगा कमर पकड़ते हुए ।
तपन ।" आंटी दर्द हो रही है क्या ऐसे "
तानिया " आन्ह्ह्ह । जैसे भी डालोगे दर्द होगा ही ऊन्न्ह । तेरा हे ही ऐसा "
तपन लग भग चालीस पचाच मिनट से चोद रहा था ।उसे मेहसूस हुए की उसका होने वाला है कूची देर में लेकिन वीर्य गिरते हुए वो तानिया को बाहों में अनुभव करना चाहता था ।
इसलिए वो फिर एक बार रात की तरह मिशनरी मुद्रा में लिया तानिया को । तानिया ने भी उसे कस के पकड़ के आनंद लेने लगी ।
दोनो एक दूसरे की आंखों में देख के मजा ले रहे सिसकारियां मार रहे थे और सवाल जवाब ।
तपन ।" आंटी मजा आ रहा है "
तानिया " आन्ह्ह्ह हा "
तपन ।" और कितना करू "
तानिया को बेहद प्यार आया तपन के ऊपर और उम्ह्ह उम्माह उम्माह करती हुई पूरे चेहरे को चूमने लगी " उउम्म मेरा तो कबका पानी निकल चुकी है ऊऊन्ह । ऐसे ही करते रहोगे तो आह्ह्ह्ह्ह मेरी चूत चौड़ी हो जायेगी उन्ह्ह्ह"
तपन ।" होने दो ना आंटी । वादा करो आंटी आप मेरे साथ ऐसे ही प्यार किया करेगी ।
तानिया ।" नीईई । में वादा नही कर सकती आआह्ह्ह्ह । में शादीशुदा हूं । ये वक्त अलग है । में दुबारा अपने पति को उन्ह्ह्ह धोखा नहीं दे पाऊंगी "
तपन को बोहोत जोश चढ़ा और वो तानिया को कस के बाहों में भींचा और पूरे ताकत से चोदने लगा और तानिया बस चिल्लाती रह गई की आराम से करो । लेकिन तपन रुका नही और जब वीर्य निकला नही तब तक रुका नही ।
जब दोनो शांत और तारो ताजा एक अनोखी सकून भारी थकान के साथ सूखे कपड़े पहने तब दोनो नाव में चढ़ गए ।
तानिया ।" अच्छा हम किस तरफ जायेंगे "
तपन " बापच लौट जायेंगे जिस रास्ते से आए थे । आगे का रास्ता नही पता तो हम रिस्क नहीं लेंगे ।"
तानिया " लेकिन रस्ता पहचानोगे कैसे । सब तो डूब चुका है ना"
तपन उसे नाव के बीच खड़ा कर के पीछे से बाहों में उसकी चूची कभी कभी सहला देता तो कभी चप्पू चलता " रास्ते के दोनों किनारे पेड़ है और मैने वैसे भी सब कुछ याद कर लिया ।"
तानिया फिर एक बार शर्मा गई ।
Rat ki khumari utri to dhyan aaya ye kiya kar baitha aur taniya nari sulabh laja ke basibhut ho gayi lekin kuch hi waqt ke liye. Ek bar phir dono me ghamashan suru hua saath hi khathi meethi nok jhok ka sama bhi band gaya. Ek aur prnay milan khatm hua phir chal diye dono aane manjil ko.
Idhar dono masti karne me vyast the aur ghar par sab chinta se garsht the kya hua na jane kaha rah gaye kyu gaye the tarh tarh ke vichar unke maan me chal rahe the khai ghar jishu apne dosto ke saath dono ko dhundne chal diye idhar se dono bhi chal diya ab aage kiya hoga.
Adbhut atulniue update tha