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मेरी बात सुनकर पूजा दीदी कुछ बोली नही बस मेरे गले लग कर रोती रही । वही किरण दीदी भी मेरे पास आ गयी थी और वह मेरे बालो पर हाथ फेर रही थी पर उनके भी आंखों से आँशु गिर रहे थे। जब मुझे उन दोनों लोगो का रोना देखा नही गया तो मैं बोला
मैं : अब आप दोनों लोग बिल्कुल चुप हो जाइए ।आप देख सकती है मैं ठीक हु मुझे कुछ नही हुआ है ।अब अगर आप दोनों ने रोना बन्द नही किया तो मैं आपसे बात नही करूँगा।
मेरी बात सुनकर पूजा दीदी चुप हुई और फिर मेरी तरफ गुस्से से देखती हुई बोली
पूजा दीदी : तू आज कल बहुत बोलने लगा है ।एक बार ठीक हो जा फिर बताती हु तुझे ।
ईसी तरह कुछ देर तक वह दोनो लोग मुझसे शिकवा करती रही । वही पास में बैठी आरती हम लोगो को बहुत ध्यान से देख रही थी और मुस्कुरा रही थी । मैं फिर दीदी से उनका परिचय कराया और बोला
मैं : दीदी आज अगर आप लोगो को मैं सही सलामत मिला हु तो इसमें इनका और इनकी दीदी का बहुत बड़ा योगदान है।
आरती : नही यह बात गलत है राज ।हमने तो कुछ भी नही किया बल्कि हम दोनों बहनें तो तुम्हरी एहसानमंद है कि तुमने हमारी जान बचाई । अगर उस दिन तुम हम लोगो की मदद नही करते तो शायद आज हम दोनो ही जिंदा नही होते इसलिए जो तुमने किया उसके आगे तो यह कुछ भी नही है।
अभी इसके आगे वह कुछ बोलती इससे पहले ही दरवाजा खुला और माँ चाची पापा और चाचा चारो लोग अंदर आ गए और उनके पीछे रागिनी भाभी के सहारे खड़ी थी अपनी आंखों में आँशु लिए हुए ।भैया शायद नही आये थे । माँ के आते ही पूजा दीदी और किरण दीदी एक तरफ हो गयी और माँ मेरे पास आकर बैठ गयी और जंहा पर चाकू लगा था वंहा पर पट्टी बंधी हुई उसे ही देख रही थी फिर मेरी तरफ देखते हुए बोली
माँ : बेटा तू ठीक तो है ना ज्यादा दर्द तो नही हो रहा है ना ।
मैं : हा माँ मैं बिल्कुल ठीक हु मुझे क्या हुआ है ।बस हल्की सी चोट आई है ।
माँ : हा पता है मुझे और क्या जरूरत थी थी तुझे बिना बात के झगड़ा मोल लेने की अगर तुझे कुछ हो जाता तो सोचा है हम सब कैसे रहते तेरे बिना।
मैं : अच्छा ही होता ना मा आपको भी फिर कभी सिकायत सुनने को नही मिलता ।
मेरी बात सुनकर मा मुझे मारने को हुई लेकिन मेरे हालत को देखते हुए बोली
माँ : एक बार तू ठीक हो जा फिर बताती हु तुझे बहुत बोलने लगा है तू।
तभी मेरी नजर पीछे खड़ी रागिनी पर पड़ी जिसकी आंखे रो रो कर पूरी तरह से लाल हो चुकी थी । मुझे उसकी तरफ देखते हुए पाकर चाची बोली
चाची : देख रहा है ना उसने अपना क्या हाल बना रखा है ।तीन दिन हो गए है इसने ढंग से खाना खाया है रो रो कर इसने तो अपना बुरा हाल कर लिया है । अब तू ही इसे समझा।
मैंने उसे इशारे से अपने पास बुलाया तो भाभी के पास से दौड़ कर मेरे पास आ गयी और मुझे गले लगा कर रोने लगी ।उसके इस तरह से रोने से एक पल के लिए मैं भी घबरा उठा क्यूंकि आज से पहले तो उसने कभी इस तरह से नही किया था इसलिए मैं और भी ज्यादा डर गया तो मैं उसके सर पर हाथ फेरते हुए बोला
मैं : क्या बात है छोटी तू इस तरह क्यों रो रही है ।तू जानती है ना कि मैं सब कुछ देख सकता हु पर तेरी आँखों मे आँशु नही देख सकता हु ।
ईधर काजल मेघना को सोच में छोड़कर डॉक्टर के पास चली गयी । वह डॉक्टर के केबिन में पहुची तो वंहा पर डॉक्टर ने उसे बिठाया और बोले
डॉक्टर : मैम अब चिंता की कोई बात नही है ।वह लड़का पूरी तरह से खतरे से बाहर है और हां आपको मैंने इसलिए बुलाया था कि कोई तो ऐसा है जो आपके बहन को नुकसान पहुचाना चाहता है ।हमे उनके खून में कुछ ड्रग के अंश मिले है ।
काजल डॉक्टर की बात सुनकर घबरा जाती है और बोलती है
काजल : वह ठीक तो है ना कोई दिक्कत की बात तो नही है ना।
डॉक्टर : नही घबराने की कोई बात नही है । वह बिल्कुल ठीक है हमने उस ड्रग का एण्टीडोट दे दिया है जिसकी वजह से उन्हें कोई प्रॉब्लम नही होगी।
काजल डॉक्टर के केबिन से निकल कर किसी को फोन करती है और कुछ निर्देश देने के बाद मेरे रूम की तरफ चल देती है । वह जब मेरे रूम में आती है तो देखती है कि मेरे को सभी लोगो ने घेर रखा है और आरती दो लड़की से बात कर रही थी और वह कोई नही बल्कि पूजा दीदी और मोहिनी भाभी थी । मोहिनी जो कि काजल को अच्छी तरह से जानती थी क्यूंकि कई बार बिजनेसमिटिंग मे इन दोनो की मुलाकात हो चुकी थी तो वह सीधे मोहिनी के पास जाती है ओर बोलती है
काजल : बधाई हो मोहिनी ।मैंने सुना है कि तुम्हारी शादी हो गयी है और बताओ यंहा पर कैसे आना हुआ।
मोहिनी : थैंक्स मैम यह मेरे देवर है इनके बड़े भाई से ही मेरी शादी हुई है ।वैसे आपका बहुत बहुत सुक्रिया जो आपने इनकी जान बचा ली ।आप नही जानती है कि पिछले तीन दिनों से सबका क्या हाल हो गया था । जब मेघना ने उसके सही सलामत होने और आपके बारे मे बताया तब जाकर शांति मिली ।
काजल : अरे नही इसमे सुक्रिया की कोई बात नही है । हमने तो कुछ भी नही किया बल्कि हमे ही राज का सुक्रिया करना चाहिए क्यूंकि आज उसकी वजह से ही हम दोनो बहने सही सलामत है ।
इसके बाद भाभी ने सभी से उसका परिचय कराया । कुछ समय तक यू ही सबसे बाते होती रही कुछ देर बाद मेघना वापस आई और काजल को बुलाया और बोली
मेघना : काजल जी आप पर जिसने हमला किया था वह सब लोकल गुंडे है जो पैसे लेकर खून करते है ।हमने उनके अड्डे पर छापेमारी की तो वंहा पर आपके बारे में जानकारी और फ़ोटो मिली है ।जिससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि किसी ने उन्हें आपको मारने की कांट्रेक्ट दिया था
मैं : अब आप दोनों लोग बिल्कुल चुप हो जाइए ।आप देख सकती है मैं ठीक हु मुझे कुछ नही हुआ है ।अब अगर आप दोनों ने रोना बन्द नही किया तो मैं आपसे बात नही करूँगा।
मेरी बात सुनकर पूजा दीदी चुप हुई और फिर मेरी तरफ गुस्से से देखती हुई बोली
पूजा दीदी : तू आज कल बहुत बोलने लगा है ।एक बार ठीक हो जा फिर बताती हु तुझे ।
ईसी तरह कुछ देर तक वह दोनो लोग मुझसे शिकवा करती रही । वही पास में बैठी आरती हम लोगो को बहुत ध्यान से देख रही थी और मुस्कुरा रही थी । मैं फिर दीदी से उनका परिचय कराया और बोला
मैं : दीदी आज अगर आप लोगो को मैं सही सलामत मिला हु तो इसमें इनका और इनकी दीदी का बहुत बड़ा योगदान है।
आरती : नही यह बात गलत है राज ।हमने तो कुछ भी नही किया बल्कि हम दोनों बहनें तो तुम्हरी एहसानमंद है कि तुमने हमारी जान बचाई । अगर उस दिन तुम हम लोगो की मदद नही करते तो शायद आज हम दोनो ही जिंदा नही होते इसलिए जो तुमने किया उसके आगे तो यह कुछ भी नही है।
अभी इसके आगे वह कुछ बोलती इससे पहले ही दरवाजा खुला और माँ चाची पापा और चाचा चारो लोग अंदर आ गए और उनके पीछे रागिनी भाभी के सहारे खड़ी थी अपनी आंखों में आँशु लिए हुए ।भैया शायद नही आये थे । माँ के आते ही पूजा दीदी और किरण दीदी एक तरफ हो गयी और माँ मेरे पास आकर बैठ गयी और जंहा पर चाकू लगा था वंहा पर पट्टी बंधी हुई उसे ही देख रही थी फिर मेरी तरफ देखते हुए बोली
माँ : बेटा तू ठीक तो है ना ज्यादा दर्द तो नही हो रहा है ना ।
मैं : हा माँ मैं बिल्कुल ठीक हु मुझे क्या हुआ है ।बस हल्की सी चोट आई है ।
माँ : हा पता है मुझे और क्या जरूरत थी थी तुझे बिना बात के झगड़ा मोल लेने की अगर तुझे कुछ हो जाता तो सोचा है हम सब कैसे रहते तेरे बिना।
मैं : अच्छा ही होता ना मा आपको भी फिर कभी सिकायत सुनने को नही मिलता ।
मेरी बात सुनकर मा मुझे मारने को हुई लेकिन मेरे हालत को देखते हुए बोली
माँ : एक बार तू ठीक हो जा फिर बताती हु तुझे बहुत बोलने लगा है तू।
तभी मेरी नजर पीछे खड़ी रागिनी पर पड़ी जिसकी आंखे रो रो कर पूरी तरह से लाल हो चुकी थी । मुझे उसकी तरफ देखते हुए पाकर चाची बोली
चाची : देख रहा है ना उसने अपना क्या हाल बना रखा है ।तीन दिन हो गए है इसने ढंग से खाना खाया है रो रो कर इसने तो अपना बुरा हाल कर लिया है । अब तू ही इसे समझा।
मैंने उसे इशारे से अपने पास बुलाया तो भाभी के पास से दौड़ कर मेरे पास आ गयी और मुझे गले लगा कर रोने लगी ।उसके इस तरह से रोने से एक पल के लिए मैं भी घबरा उठा क्यूंकि आज से पहले तो उसने कभी इस तरह से नही किया था इसलिए मैं और भी ज्यादा डर गया तो मैं उसके सर पर हाथ फेरते हुए बोला
मैं : क्या बात है छोटी तू इस तरह क्यों रो रही है ।तू जानती है ना कि मैं सब कुछ देख सकता हु पर तेरी आँखों मे आँशु नही देख सकता हु ।
ईधर काजल मेघना को सोच में छोड़कर डॉक्टर के पास चली गयी । वह डॉक्टर के केबिन में पहुची तो वंहा पर डॉक्टर ने उसे बिठाया और बोले
डॉक्टर : मैम अब चिंता की कोई बात नही है ।वह लड़का पूरी तरह से खतरे से बाहर है और हां आपको मैंने इसलिए बुलाया था कि कोई तो ऐसा है जो आपके बहन को नुकसान पहुचाना चाहता है ।हमे उनके खून में कुछ ड्रग के अंश मिले है ।
काजल डॉक्टर की बात सुनकर घबरा जाती है और बोलती है
काजल : वह ठीक तो है ना कोई दिक्कत की बात तो नही है ना।
डॉक्टर : नही घबराने की कोई बात नही है । वह बिल्कुल ठीक है हमने उस ड्रग का एण्टीडोट दे दिया है जिसकी वजह से उन्हें कोई प्रॉब्लम नही होगी।
काजल डॉक्टर के केबिन से निकल कर किसी को फोन करती है और कुछ निर्देश देने के बाद मेरे रूम की तरफ चल देती है । वह जब मेरे रूम में आती है तो देखती है कि मेरे को सभी लोगो ने घेर रखा है और आरती दो लड़की से बात कर रही थी और वह कोई नही बल्कि पूजा दीदी और मोहिनी भाभी थी । मोहिनी जो कि काजल को अच्छी तरह से जानती थी क्यूंकि कई बार बिजनेसमिटिंग मे इन दोनो की मुलाकात हो चुकी थी तो वह सीधे मोहिनी के पास जाती है ओर बोलती है
काजल : बधाई हो मोहिनी ।मैंने सुना है कि तुम्हारी शादी हो गयी है और बताओ यंहा पर कैसे आना हुआ।
मोहिनी : थैंक्स मैम यह मेरे देवर है इनके बड़े भाई से ही मेरी शादी हुई है ।वैसे आपका बहुत बहुत सुक्रिया जो आपने इनकी जान बचा ली ।आप नही जानती है कि पिछले तीन दिनों से सबका क्या हाल हो गया था । जब मेघना ने उसके सही सलामत होने और आपके बारे मे बताया तब जाकर शांति मिली ।
काजल : अरे नही इसमे सुक्रिया की कोई बात नही है । हमने तो कुछ भी नही किया बल्कि हमे ही राज का सुक्रिया करना चाहिए क्यूंकि आज उसकी वजह से ही हम दोनो बहने सही सलामत है ।
इसके बाद भाभी ने सभी से उसका परिचय कराया । कुछ समय तक यू ही सबसे बाते होती रही कुछ देर बाद मेघना वापस आई और काजल को बुलाया और बोली
मेघना : काजल जी आप पर जिसने हमला किया था वह सब लोकल गुंडे है जो पैसे लेकर खून करते है ।हमने उनके अड्डे पर छापेमारी की तो वंहा पर आपके बारे में जानकारी और फ़ोटो मिली है ।जिससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि किसी ने उन्हें आपको मारने की कांट्रेक्ट दिया था