सोफ़े पर बैठकर सीमा बोली ,--चल बे हम दोनों के लिए पेग बना ।
अमित दोनों के लिए पेग बनाया और दोनों को पकड़ाया तो दोनों ने पेग पकड़ लिए और धीरे धीरे पीने लगी ।तभी सीमा बोली ,--जा किचन में दो गिलास दूध गर्म करके ला ।
अमित उठकर जाने लगा तो उसको पास बुलाया और उसका हाथ पकड़कर अपने राउंड विशाल बूब्स को नंगा करके दिखाया फिर उसके लण्ड को पकड़कर हिलाक़े बोली ,--आज तू इन मस्त बूब्स का दूध पियेगा बस अपनी मालकिन को खुश कर दे ।
अमित का लण्ड फिर से टनटना गया ओर वो सिर्फ जी मालकिन बोलकर किचन में चला गया ।
उसके जाते ही मेने उसको कमला की याद दिलाई उसने कमला को फोन किया फोन पर ।
सीमा ,--कमला आज तेरा पति हमको चाहिए ।
कमला ,--ठीक है कितने बजे ।
सीमा ,--अभी चाहिए ।
कमला ,--तो अमित बाबू तैयार हो गए ।
सीमा ,--हां , तेरी छोटी मालकिन का प्लान कामयाब हो गया ।
कमला ,--तो अभी तो चार ही बजे हैं ।
सीमा ,--अरे वो अभी से रात भर गुलाम बनकर रहेगा हम दोनों का ।
कमला ,--पर वो कभी कॉलोनी में गए कहाँ है ।
सीमा ,--तो तू आजा साथ मे थॉडी देर रूककर चली जाना ओर तनु को ले जाना रात भर अपने पास ।और तू भी अपनी मालकिनों के गुलाम से मिल कर चली जाना ।
कमला ,--पर उनसे तो में मिली हुई हूँ ।
सीमा ,--अरे यार वो अभी से नंगा है और तू आ जायेगी तो उसको आज पूरा कूक बना देंगे ।
कमला ,--ठीक है में लेकर आती हूँ विजय को ।
फोन काटकर सीमा फिर से पीने लगी तभी अमित दो गिलास दूध लेकर आया और टेबल पर रख दिये ।
सीमा ,--चल नीचे बैठ और दोनों गिलास का दूध पी ले।
अमित एक गिलास को पकड़कर उठाता है तो सीमा फिर से बोलती है ,--तुमको पता है ना वियाग्रा के साथ दूध पीने से टेबलेट का असर ज्यादा होता है और आज तो तू तेरी ड्रीम गर्ल की चुत मारने वाला है ।इसलिए जम कर चोदना है मुझे ,समझे ।
अमित की आंखों में फिर से चमक आ गयी और उसने दोनों गिलास दूध पी लिया ।
सीमा ने मेरी तरफ देखा और बोली ,--रेखा तू ऐसे चुपचाप बैठी रहेगी या कुछ बोलेगी भी ।देख अपना गुलाम कितना आज्ञाकारी है ।
में ,--हरामी है साला नई चुत मिलने की खुशी में गुलाम बना हुआ है ।
अमित ,--नही मालकिन अगर सीमा भाभी नही भी करवाएगी तो में आप के साथ किये गए बर्ताव की वजह से हुई नाराजगी को दूर करने के लिए में कुछ भी करने को तैयार हूं । में आप को नाराज नही रख सकता ।
में ,--साले आज में भी देखती हूँ तू कितना बर्दास्त कर सकता है ।चल मेरे फोन से तेरी बहन को फोन लगा और फोन स्पीकर मोड़ पर डालकर मेरी बात करवा।
अमित ने तुरंत फोन उठाया और रीता को डायल करके स्पीकर मोड़ पर डालकर मेरे सामने रख दिया ।
तीन चार रिंग के बाद रीता ने फोन उठाया और बोली
रीता ,--हेलो भाभी कहाँ हो आपको कितने फोन लगाए पर आप ने उठाया ही नही ।
में ,--तो आज फिर से भाभी हो गयी क्या ।
रीता ,--सॉरी दीदी ।
में ,--तेरा फोन क्यों उठाऊं में तेरी नोकरानी हूँ क्या ।
रीता ,--नोकरानी नही मेरे जीजू की बीबी हो।
में ,--कोन जीजू ।
रीता ,--मेरे अमित जीजू ।
मैं ,--साली तुझे अमित जीजू की साली बनने का बड़ा शोक है लगता है तेरी चुत तेरे जीजा से फड़वानी पड़ेगी।
रीता ,--अरे दीदी में तो कब से जीजू की सोचकर अंगुली कर रही हूँ तुम ही नही चाहती कि अपनी छोटी बहन को मज़ा करवाना ।
सीमा हमारी बातें सुन रही थी और अपनी चुत को गाउन के ऊपर से मसल रही थी इधर अमित का लण्ड भी झटके खाये जा रहा था ।
में ,--एक बार मेरे हाथ लग गयी तो साली की चुत को भोसड़ा बनाकर ही भेजूंगी ।
रीता ,--अहह ....दीदी बनवा दो बहुत तंग करती है ये चुत अब ।
में ,--ठीक है आने दो अमित को रात में उसको बोलती हूँ की उसकी साली अब ज्यादा दिन लण्ड बिना नही रह पाएगी । चल अपनी अनचुदी चुत की फोटो भेज रात में तेरे जीजा को दिखाउंगी ।
रीता ,--ठीक है अभी भेजती हूँ।
में ,--ठीक है पूरी नंगी होकर भेजना फिर अमित से बात करके कल फोन करूँगी ।बाय ।
फोन रखे एक मिनट भी नही हुआ था कि रीता के वॉट्सएप्प आने लगे ।जिसे में सीमा को दिखाने लगी ।
सीमा ,--मस्त आइटम है ये रीता तो कैसे बेशर्म होकर नंगी फोटो भेजी है इसने वो भी अपनी भाभी को ।
में ,--अब वो भी क्या करे जिसकी मा रण्डी है तो बेटी तो होगी ही पर इसकी मा ने इस घोडी को घर मे कैद करके रखा है देखो इसकी चुचियाँ पूरी विकसित हो चुकी है
सीमा ,--वैसे ये कितनी बड़ी है उम्र में ।
में ,--तेईस साल की हो चुकी बेचारी अब और कितने दिन चुत में अंगुली करे ।
सीमा ,--तभी तुमको बोल रही है लण्ड की व्यवस्था करने को ।
में ,--तो और किसे बोले इसकी मा तो खुद अपने यारों से चुद वाती फिरती है ।
सीमा ,--क्यों अमित तुम्हारी मम्मी के बारे में जो रेखा बोल रही है वो सही है क्या ।
अमित ,-मालकिन मुझे कैसे पता होगा में पिछले कई सालों से बाहर रहता हूँ।
में ,--बहनचोद तुझे तेरी मम्मी ने चुत में अंगुली करके नही दिखाया क्या।
अमित ,--जी मालकिन दिखाया था।
सीमा ,--और क्या दिखाया ।
अमित ,--जी मम्मी नहाते समय अंगुली करती थी जो में देखता था जो शायद मम्मी भी जानती थी ।
में उठकर अमित के गाल पर थपड मारके ,--गांडू बोल तू रण्डी की औलाद है तेरी मम्मी रण्डी है ।नही तो और मार खायेगा।
अमित ,-जी मालकिन , मेरी मम्मी रांड है में रण्डी की औलाद हूँ ।
तभी डोरबेल बजी जिसे सुनकर अमित डर गया तो सीमा ने उसे पास बुलाया और उसके लण्ड को पकड़कर बोली,--आज तेरा इम्तिहान है गेट खोलो और और जो भी बाहर हो उसको बोलना की अंदर आइए और मेरी धर्मपत्नी को चोद कर जाइये , जा ऐसे नंगे ही जाना है ।
अमित पर वियाग्रा का असर हो चुका था उसका लण्ड बैठने का नाम ही नही ले रहा था ।मरता क्या नही करता वो ऐसे ही खड़े लण्ड के साथ गेट खोलने चला गया ।
गेट खोलते ही कमला और उसका पति विजय अंदर आये और अमित ने गेट बंद कर दिया ।
कमला ने अंदर आकर हम दोनों को नमस्ते किया और विजय से परिचय करवाते हुए बोली ,--ये मेरी नई मालकिन रेखा भाभी है, सीमा भाभी को तो तुम जानते ही हो औऱ ये है अमित बाबू इनके पति ।
विजय ने हम दोनों को नमस्ते किया और जब अमित की और देखा तो उसको हैरानी से देखा कि ये नंगा क्यों है ।
सीमा ,--अमित घर मे मेहमान आये है तुमको इतना भी पता नही की मेहमानों का स्वागत कैसे किया जाता है और अभी गेट खोलने से पहले क्या बोला था ।
अमित झुककर ,--नमस्ते कमला जी नमस्ते विजय बाबू , प्लीज बैठिए और विजय बाबू आपको मेरी धर्मपत्नी रेखा जी को चोद कर जाना है ।फिर वो दोनों को पीने के लिए पानी का गिलास भरने लगा ।
विजय साइड में पड़े सोफ़े पर बैठने को हुआ तो सीमा बोली ,--विजय इधर बैठो हम दोनों के बीच मे ।
विजय जो एक लंबे कद काठी का इंसान था देखने से लगता था कि कोई ड्राइवर या फौजी होगा हम दोनों की तरफ आने लगा तो कमला ने उसकी शर्ट के बटन खोल कर उसको टॉपलेस कर दिया और वो हम दोनों के बीच मे बैठ गया उसकी छाती देखने मे थॉडी सांवले रंग की थी और निप्पल किसी नई लड़की बूब्स जितनी बड़ी थी जो कि कम ही पुरुषों की होती है।
उसके बैठते ही सीमा ने झुककर उसकी निप्पल को किश किया और बोली ,--कमला विजय की छाती बहुत शानदार है मेने ऐसी छाती किसी की नही देखी।
कमला ,--अरे मालकिन छाती तो इसकी मेने ही मसाज से बड़ी की है वैसे मेरे मर्द का लवड़ा भी शानदार है आपको याद है जब आपको पहली बार रगड़ कर चोदा था तो आपकी सांसे रूक गई थी।
सीमा ने विजय के होठों को चूमकर ,--बहुत बड़ा घोड़ा है ये हम जैसी घरेलू औरतों के लिए ।
कमला हंसते हुए ,--आज ये घोड़ा दो दो मैदानों पर दौड़ेगा पर लगता है रेखा भाभी को पसंद नही आया ।
सीमा ,--अरे पसन्द क्यो नही आएगा ।
सीमा के बोलते ही मेने भी उसकी छाती पर हाथ फिराया और दुसरीं निप्पल को चूम लिया ।
कमला ,--मेम साहब आप दोनों ही आज रात इसको संभालिये मेरी तो इसने हालत खराब कर दी और लगता है इस बार फिर से इसने अपना बीज डाल दिया है ।इसलिए में तो आज रात आराम से रेस्ट करूँगी।
सीमा ,--तो तुम पेट से हो गयी क्या ।
कमला ,--लगता तो है क्योंकि आपका ये देवर दस दिन हो गए दिन रात लगा रहता है ।
सीमा विजय का गाल चूमकर ,--शाबाश मेरे शेर तूने इस को फिर से गर्भवती कर ही दिया।
कमला ,--अरे भाभी इन्होंने जबर्दस्ती चैलेंज कर के किया है मेरे पीरियड आने वाले थे एक सप्ताह पहले पर लगता है अब नही आएंगे।
सीमा ,--तो क्या हो गया ।
कमला ,--हुआ ये की इसने मुझे आते ही बोल दिया था कि इस बार तेरे को फिर से मेरे बच्चे की मम्मी बनाकर ही वापस जाऊंगा।
में ,--अरे चली जाना ऐसी भी क्या जल्दी है थोड़ा सा खा पी ले ।
सीमा ने कमला को बैठने को कहा और अमित के लिए सबके लिए पेग बनाने को कहा ।
जब पेग बन गए तो एक पेग कमला को पकड़ाया और दूसरा सीमा ने उठाकर विजय के मुंह से लगा दिया जिसे विजय पीने लगा ।
सीमा ,--कमला तेरा पति तो आज बहुत शरमा रहा है आने के बाद ठीक से बोल भी नही रहा ।
कमला ,--मेमसाब शायद अमित बाबू मौजूदगी की वजह से थोड़ा सा हो सकता है ।
सीमा ,--अमित तुम विजय को कुछ बोलते क्यों नही देखो ऐसे कैसे काम चलेगा ।
अमित जो खड़ा था नीचे फर्श पर बैठ गया और बोला ,--विजय जी आप को रेखा पसन्द नही आई क्या जो आप इसने चुपचाप बैठे है आप शरमाये मत खुल के एन्जॉय कीजिए।
इतना सुनते ही विजय ने एक बार मेरी तरफ देखा और झुककर मेरे चमकते हुए क्लीवेज को चूमकर बोला ,--मेरी जिंदगी में ऐसे आइटम कम ही आएं है जिनको मेने भोगा है ।
मैं ,-विजय तुमको इस बहनचोद की परवाह करने की जरूरत नही है आज रात में ये गुलाम है तुम इसके साथ गुलाम की तरह व्यवहार करो और खुलकर बोलो।
सीमा ,--हां, विजय इसको आज रात भर चोदना है इसलिए अभी से शुरुआत होनी चाहिए।
इतना सुनते ही विजय ने अपने मुंह मे भरी हुई शराब को मेरे मुंह मे भर दिया और फेंच किश में लग गया।
तभी सीमा बोली ,--चूस ले विजय इन होठों के रस ये रसभरे होठों को चूसना इस गांडू के बस में नही है ।
तभी सीमा ने कमला को कुछ इशारा किया तो कमला बोली ,--रेखा भाभी ये गुलाम कुछ करेगा या सिर्फ देखेगा ।
मैने अपने होंठ विजय से अलग किये और कमला को बोली ,--क्या करवाना है तुम ही बोल दो इस को ।
कमला अमित की तरफ देखते हुए ,--तुमको दिखता नही मेरे मरद को भाभी का दूध पीना हो तो कैसे पियेगा जाकर भाभी के दूध भरे कटोरों का कवर हटा दो ।
जब कमला ने ये कहा तो मेरी चुत से पानी रिसना शुरू हो गया।
अमित मेरी तरफ उठकर आया और ब्लाउज के बटन खोलने लगा मेने बूब्स को थोड़ा टाइट कर लिया जिससे उसको खोलने में टाइम लगे जिसका फायदा कमला ने उठाया और उसके तने हुए लण्ड को पकड़कर मुठियाने लगी जिसके कारण अमित को और भी समय लग गया।जिसे देखकर कमला बोली .
कमला अमित के लण्ड को हिलाते हुए बोली ,--भाभी अमित भैया का लण्ड कितना सख्त है देखो पूरा अकड़ा हुआ है ।
सीमा ,--होगा क्यों नही देखो ये अपनी बीबी के बूब्स को पराए मर्द के लिए खोल रहा है जिससे उसकी बीबी का दूध पी सके क्यों अमित ।
अमित ,--जी मालकिन ।
अमित ने एक एक करके सब बटन खोल दिये थे और ब्लाउज को निकालकर दूर फेंक दिया मेरी बूब्स पूरी सख्त हो चुकी थी और निप्पल तन कर खड़ी थी जो किसी के होठों का इंतजार कर रही थी कि आओ और इनका ताजा दूध निकाल लो ।
तभी सीमा बोली ,--अब विजय को बोलो इनका दूध पी ले ।
अमित ,--सर इनका दूध पी लीजिये ।
सीमा अपने गाउन से चुत मसलते हुए ,--साले ठीक से पूरा बात बोल की सुनने में मज़ा आये ।
अमित ,--विजय सर ,आप शराब के साथ मेरी बीबी कि चुचियों से दूध भी पीजिए आपको मज़ा आएगा।
विजय अब सीमा के हाथ से शराब पी रहा था और साथ साथ मेरी निप्पल को भी चूस रहा था। और उसका दूसरा हाथ सीमा के गाउन के अंदर था जो उसकी बड़ी बड़ी चुचियों को मसल रहा था।
अमित वापस सामने जाकर खड़ा हो गया था और हम तीनो के लिए पेग तैयार करने में लगा था।
तीनो ने अब चार चार पेग लगा लिए थे और मुझे भी हल्का नशा चढ़ने लगा था विजय मेरी चुचियों से दूध निकालने में लगा था जिससे मेरी सिसकियां निकल रही थी और चुत से ताज़ा रस बहे जा रहा था ।
तभी सीमा बोली ,--कमला तू तनु को अपने साथ लेकर चली जा कल सुबह लेकर आ जाना ।
कमला ,--ठीक है भाभी में जाती हूँ फिर विजय को देखकर बोली ,--मेरी रेखा भाभी को ठीक से करना इन्होंने अभी ज्यादा ठुकाई नही करवाई है।
उसके बाद कमला चली गयी और हम चार लोग बच गए जहां पर हम तीनों सोफ़े पर बैठे थे और अमित नीचे बैठा था।