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chota hi tha bhai agla wala bada rahega Thank youBadhiya update hai brother bas Sanu ye update thoda chota laga
chota hi tha bhai agla wala bada rahega Thank youBadhiya update hai brother bas Sanu ye update thoda chota laga
Thank younice and beautiful update
Thank you so muchGood update
Thank you so muchVery nice and small part dear
Bahut bahut shukriya bhaiBahut hi shaandar update diya hai Adirshi bhai....
Nice and lovely update....
yeah is ritu vs neha ki fight me vaat bas raghav ki lagegiरितु मैडम ने नेहा को डायरेक्ट चैलेंज कर दिया कि राघव से वो दूर रहे। इससे साफ जाहिर होता है कि ये लड़की दिल की बुरी नही है । उसके दिल मे जो कुछ है वही उसके जुबान पर भी है।
वो राघव से प्रेम करती है और प्रेम किसी से भी , कहीं भी हो सकता है। प्रेम जाति - पात नही समझता । प्रेम हैसियत की दीवार को नही मानता। प्रेम मे उम्र का अंतराल मायने नही रखता। प्रेम धर्म नही समझता । और प्रेम कोई बन्धन मे नही बंधता।
लेकिन रितु मैडम के प्रेम का कोई सुखद भविष्य नही है। यह एकतरफा प्रेम है। और यह प्रेम एक विवाहित व्यक्ति के साथ है। यह प्रेम तीन जिन्दगी तबाह करने वाला है।
इसलिए मुझे लगता है राघव सर को इस मसले पर गम्भीर चिन्तन करना चाहिए। रितु को सही तस्वीर दिखानी चाहिए। गलत सही का फर्क बताना चाहिए।
यह भी स्पष्ट समझ मे आ रहा है कि राघव सर ने अबतक के सत्ताइस - अट्ठाइस सावन मे एकबार भी किसी हसीना के साथ बाग मे झूले नही झूले होंगे। इसलिए रितु का प्लान अगर सिडक्सन का है तो यह कभी कामयाब नही होने वाला है। राघव सर को अपने नाम के अनुरूप उसे सही मार्गदर्शन करना चाहिए।
बहुत ही खूबसूरत अपडेट Adirshi भाई।
आउटस्टैंडिंग एंड अमेजिंग अपडेट।
bahut bahut shukriya bhaiNice update....
Misra ji, kahani pe aapka swagat hai, shirshak ka aisa hai ke ye search karne me aasaan hai bas isiliye aur koi wajah nahi hai.अच्छी प्रस्तावना है कहानी पढने में मजा आयेगा, बस एक सवाल है आपसे, जब आप कहानी देवनागिरी में लिख रहे है तो इसका शीर्षक अंग्रेजी में कहे भई ?
Bahut bahut shukriyaअच्छी शुरुवात है, कहानी में एक संयुक्त परिवार दिखाया है लेखक ने जो की आजकल कम ही देखने मिलता है और ये लोग है भी संपन्न, शिवशंकर जी की बात सही है उन्होंने अपने अनुभव के आधार पर राघव को समझाया है देखते है राघव का क्या निर्णय होगा
aage aage kahahi normal ho jayegi bhaiयह तो आपने बहुत ज्यादा गति से कहानी आगे बढ़ा दी, विवाह के पूर्व राघव और नेहा का संवाद यहाँ मुझे जरुरी लगा बाकि आप लेखक है अधिक बेहतर जानते है, जिस प्रकार कहानी की नायिका का परिचय दिया गया है उसके अनुसार वह अपनी ही दुनिया में रममान लड़की प्रतीत होती है वही कहानी के नायक का किरदार उससे बेहद ही अलग जान पड़ता है ऐसे में इन दोनों में समतोल बनाना बहुत कठिन कार्य है और यह क्या बात हुयी भला के राघव शादी की पहली रात ही अपनी नववधू को छोड़ २ महीनो के लिए चला गया यह बात नहीं जची पर यह दूसरा ही भाग है तो आगे देखते है क्या होता है