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bahut bahut shukriyaVeri nyc stori dear
bahut bahut shukriyaVeri nyc stori dear
very nice romantic updateUpdate 47
नेहा ने अपनी आंखे बंद की और अपनी मा को याद किया और मन ही मन अपने आप को तयार किया, उसने एक लंबी सास ली और मुस्कान के साथ अपना डांस शुरू किया
जैसे ही नेहा के कानों मे गाने की धुन पड़ी वो आपने आस पास का भान भूलती चली गई और उसे इतना ग्रेसफुली डांस करता देख सब शांति से उसे देखने लगे, नेहा पूरे रूम मे इधर उधर घूमते हुए अपने हाथ ऊपर नीचे करते हुए म्यूजिक को इन्जॉय करते हुए डांस कर रही थी
नेहा ने डांस के बीच मे ही राघव को देखा जो उसे ही देख रहा था, राघव अपनी खुर्ची पर आराम से बैठा हुआ था उसके चेहरे पर एक छोटी सी स्माइल थी और वो नेहा के हर एक मूवमेंट को नोटिस कर रहा था राघव की नजरों से नेहा का एक भी मूव एक भी एक्सप्रेशन नहीं चूक रहा था
नेहा ने भी अपना पूरा डांस राघव को देख कर कम्प्लीट किया पूरे डांस मे दोनों की नजरे एक पल के लिए भी एक दूसरे से नहीं हटी थी और जैसे ही नेहा का डांस खतम हुआ उसे अब बस राघव से अपनी तारीफ सुननी थी राघव ने अपने होंठों से वॉव कहा और नेहा को देख आँख मार दी जिससे वो शर्मा गई
शेखर अब तक नेहा के पास पहुच चुका था और उसकी तारीफ कर रहा था और सिर्फ शेखर ही नहीं उस रूम मे जीतने भी लोग इस वक्त मौजूद थे सभी नेहा की तारीफ कर रहे थे और नेहा सबका अभिवादन स्वीकार कर रही थी तभी नेहा ने राघव को देखा जो बस अपनी जगह पर खड़ा अपने पैंट की जेबों मे हाथ डाले नेहा को देख मुस्कुरा रहा था प्राउड फ़ील कर रहा था
बाकी लोगों से नेहा की तारीफ सुन राघव को बहुत प्राउड फ़ील हो रहा था
शेखर- भाभी आग लगा दी आपने सच मे, गजब एकदम! भाभी आपको श्वेता को भी ऐसा डांस सीखाना पड़ेगा
शेखर नेहा से ये सब बाते कर ही रहा था के तभी राघव उनके पास आया
राघव- मुझे लगता है अब हमे चलना चाहिए और शेखर अब जाओ और अपना काम करो जाकर
राघव ने शेखर पे तीखी नजर मारते हुए कहा और शेखर अपनी आंखे घुमाते हुए वहा से चला गया क्युकी वो भी जानता था के राघव ने उसे अभी तक वहा रुकने दिया वही बड़ी बात थी और अगर नेहा वहा नहीं होती और शेखर उसके लिए ना आया होता तो काम को नजरंदाज करने की वजह से वो अभी किसी और कंपनी मे जॉब ढूंढ रहा होता
शेखर के जाने के बाद नेहा और राघव भी वहा से निकले और राघव के केबिन मे आए... अंदर आते ही राघव ने दरवाजा बंद किया और नेहा को अपनी तरफ खिचा, अपने हाथ उसकी कमर की ओर बढ़ाते हुए जिससे नेहा थोड़ा चौकी, राघव नेहा के एकदम करीब था
राघव- यू डीड ग्रेट!
राघव नेहा के कान मे फुसफुसाया और उसके कान को चूम लिया जिससे नेहा को अलग ही रोमांच फ़ील हो रहा था और ये लोग इससे आगे बढ़ते उससे पहले की किसी ने दरवाजा खटखटा दिया और इनका रोमांस वही रुक गया और वो एक कदम पीछे हटे, राघव ने कम इन कहा तो उसका असिस्टेंट रवि अंदर आया
रवि- सर आपकी कंपनी के बाहर एक क्लाइंट से मीटिंग है अभी
रवि ने कहा और राघव ने अपनी घड़ी को देखा और उसे हा मे इशारा दिया
राघव- यू गो एण्ड प्रीपेर एव्रीथिंग मैं आ रहा हु
राघव ने कहा जिसे सुन रवि वहा से चला गया फिर राघव नेहा की ओर मूडा
राघव- चले? आज के लिए इतना काफी है फिर कल से तुम्हें दूसरी बाते सीखनी है चलो मैं तुम्हें कार तक छोड़ देता हु
राघव ने कहा और अपना ब्लैज़र लिया और वो वहा से निकल गए राघव ने नेहा को कार मे बिठाया और ड्राइवर को कार सही से चलाने कहा फिर नेहा से बोला
राघव- घर पहुच कर एक बार मैसेज कर देना ओके??
राघव ने अपने गॉगलस् लगते हुए कहा और अब नेहा का ध्यान उसके शब्दों से ज्यादा उसके चेहरे की ओर था नेहा ने हा मे गर्दन हिला दी और ड्राइवर ने कार आगे बढ़ा दी
‘ये पहले भी इतने ही हैंडसम थे या मैं आजकल इन्हे ज्यादा गौर से देख रही हु’ नेहा ने सोचा
--x--
श्वेता- भाभी बताइए ना कैसा रहा आपका दिन??
नेहा के घर आते ही श्वेता ने उसे एक्साइटमेंट मे पूछा और नेहा ने भी उसके हर एक सवाल का जवाब दिया
रात मे जब राघव ऑफिस से लौटा और जब वो अपने रूम मे था तब वो थोड़ा उदास था क्युकी रोज की तरह आज नेहा उसकी कॉफी लेकर नहीं आई थी नेहा उसे अवॉइड कर रही थी अब ऐसा क्यू था ये राघव समझ नहीं पा रहा था
वैसे ही डिनर करते वक्त भी नेहा सब से बात कर रही थी सबके साथ हस रही थी सिवाय उसके और नेहा के इस बिहेवियर पर राघव बहुत ज्यादा कन्फ्यूज़ था क्युकी दोपहर तक तो सब ठीक था फिर ऐसा क्या हुआ अचानक ये वो समझ नहीं पा रहा था
डिनर के बाद राघव अपने हाथ मे आइस क्रीम का बाउल लिए अपने रूम मे आया और आइस क्रीम खाते हुए अपना फोन चलाने लगा तभी नेहा रूम मे घुसी और उसने थड़ की आवाज के साथ दरवाजा लगाया और अचानक आए इस आवाज से राघव थोड़ा दचका नेहा थोड़े गुस्से मे लग रही थी और राघव की तरफ नहीं देख रही थी बल्कि नेहा की नजरे राघव के टीशर्ट पर थी जिसपर अचानक चौकने से राघव से थोड़ी सी आइस क्रीम गिर गई थी
नेहा- मिस्टर देशपांडे कृपया अपनी तशरीफ़ उठाइए और बाथरूम मे जाइए
नेहा के मुह से ऐसे शब्द और इस टोन मे उसे बोलता सुन राघव थोड़ा सदमे मे थे और वो इस वक्त नेहा से बिल्कुल भी झगड़ना नहीं चाहता था वो नेहा के गुस्से भरे चेहरे को देखता हुआ चुप चाप अपनी जगह से उठा और बगैर कुछ बोले बाथरूम की ओर बढ़ गया और उसे जाता देख नेहा के चेहरे कर एक शरारती मुस्कान आ गई और फिर
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और बूम!!!!!!
राघव- नेहा!!!!!!!!!!!!!!!
राघव बाथरूम से चिल्लाया और इधर नेहा अपनी जीत का जश्न मनाने लगी, नेहा ने अपने आप को कंट्रोल किया जब उसे राघव के आने का आभास हुआ उसने बाथरूम के दरवाजे की ओर देखा जहा राघव सर से लेकर पैर तक भीगा हुआ खड़ा था और नेहा को घूर रहा था और वो नजारा इतना फनी था के नेहा अपनी हसी रोक नहीं पाई और इसने राघव को और चिढ़ा दिया
राघव- ये तुमने किया है, है ना???
राघव अब गुस्से मे था
नेहा- क्या?? मैंने क्या किया?? और क्या हुआ है??
नेहा ने मासूम बनते हुए पूछा जैसे उसे कुछ पता ही ना हो और राघव अभी बस उसपर चिल्लाने ही वाला था के भाई रुक गया के कही उसके चिल्लाने से वो रो न दे
राघव- डॉन्ट ट्राइ टू एक्ट मैं जानता ही ये तुम्हारी कारस्थानी है इसीलिए तो हस रही हो
नेहा- हॉ!! मैं क्यू कुछ करने लगी वैसे क्या हुआ??
नेहा ने अपनी पलके झपकते हुए मासूम बनते हुए पूछा
राघव- तुमने वॉशबेसिन के टैप के साथ क्या किया है? जैसे ही मैंने उसे पकड़ा वो मेरे हाथ मे आ गया और पानी का फवारा शुरू हो गया
नेहा- मैं कोई प्लमर थोड़ी हु जो ये सब करूंगी और मुझे क्या मिलेगा ये करके
नेहा ने अपना पल्ला झाड़ते हुए अपनी हसी पर कंट्रोल करते हुए कहा
राघव- यही तो मुझे भी जानना है क्यू किया तुमने ये और नाटक तो करो मत मैं जानता हु इसके पीछे तुम्हारा हाथ है
नेहा- मैंने कुछ नहीं किया!!
राघव- तुमने ही किया है!!
नेहा- नहीं!!
राघव- हा!
नेहा- नहीं!!
राघव- हा!!
नेहा- नहीं!!
राघव- हा!!
नेहा- हा!!
और नेहा ने अपनी जीभ दातों तले दबा ली और राघव अपने हाथ बांधे उसे घूरने लगा
राघव- क्यू??
नेहा- क्यू मतलब? आपने जो सुबह किया था भूल गए??
राघव- तो?? मैं बस तुम्हें जगा रहा था
नेहा- तो वो क्या तरीका था जगाने का एनीवे मैंने भी सेम किया है वैसे भी कपड़े कौन धोता
राघव बस मुह फाड़े नेहा को देख रहा था उसे जरा भी अंदाजा नहीं था के नेहा उस बात का भी बदला लेगी
राघव- अब उस फवारे को बंद कौन करेगा??
नेहा- मुझे सब पता है
फिर नेहा ने वो टैप उठाया और उस फवारे को बंद किया लेकिन इस प्रक्रिया मे वो भी भीग चुकी थी और राघव अब अपनी हसी कंट्रोल कर रहा था क्युकी नेहा किसी चुड़ैल से कम नहीं लग रही थी नेहा ने राघव को घूरा और बाहर आई और राघव उसके पीछे आया
राघव- ये सब कहा सीखा तुमने? पहले क्या पार्ट टाइम प्लमर का काम करती थी क्या??
नेहा- हा हा वेरी फनी !! इस जगत मे यूट्यूब नाम की भी चीज है!!
नेहा ने सार्केस्टिकली कहा और राघव को देखा जो उसे ही घूर रहा था, नेहा सीधी खड़ी हो गई उनकी नजरों का कॉन्टेक्ट बना हुआ था और राघव को अपने को ऐसे घूरता पाकर नेहा के दिमाग मे बस एक ही चीज आई वो थी ‘भागों!!!!’
नेहा रूम मे इधर उधर भागने लगी वही राघव उसे पकड़ने उसके पीछे भागने लगा
राघव- चिक्की आज तो तुम गई!
राघव ने नेहा के सामने आते हुए कहा अब उन दोनों के बीच बेड था नेहा ने एक तकिया राघव की तरफ फेका और वो सीधा जाके राघव के मुह पे लगा और अब नेहा घबरा कर राघव को देखने लगी
नेहा- सॉरी! सॉरी!! जान के नहीं मारा मैने
नेहा ने अपनी साड़ी पकड़ के भागते हुए राघव से कहा जो किसी भूखे शेर की तरह उसकी ओर बढ़ रहा था
राघव- आज तो मैं तुम्हें नहीं छोड़ने वाला
राघव नेहा के पीछे भागा और अब नेहा बेड पर खड़ी थी
नेहा- मेरे पास मत आना मैं बता रही हु वरना....
राघव- वरना क्या??
नेहा- वरना.. वरना मैं चिल्लाऊँगी!!
राघव- अच्छा?? चिल्लाओ फिर!!
नेहा- हा??
राघव- चिल्लाओ जितना चिल्लाना है चिल्लाओ लेकिन फिर घरवालों से क्या कहोगी?? या फिर जाने दो मेरे पास कुछ अच्छे रीज़न है
राघव ने नेहा को देखते हुए कहा
नेहा- नहीं नहीं!! प्लीज इस बच्ची पर दया करो
राघव- ना आज तो इस बच्ची को अच्छी पनिशमेंट मिलेगी
और अब नेहा भागने ही वाली थी वहा से के राघव उससे ज्यादा तेज निकला लेकिन इन सब मे राघव का पैर भी फिसल गया और वो दोनों बेड पर गिर पड़े और अब राघव नेहा के ऊपर था
नेहा की आंखे बड़ी हो गई थी और राघव की नजरे नेहा के होंठों पर थी माहोल एकदम शांत हो गया था, और नेहा की सासे रुक गई जब राघव के होंठ उसके होंठों के पास पहुचे नेहा ने अपनी आंखे बंद कर ली और बस किस होने ही वाला था के राघव को छिंक आ गई
अब वो दोनों बेड से उठने लगे लेकिन तभी दोनों वापिस गिर गए एक आवाज के साथ और हैरत मे उन दोनों की आंखे बड़ी हो गई और वो शॉक मे एकदूसरे को देखने लगे और दोनों के मुह से एकसाथ निकला
“शीट!!!!!!”
क्रमश:
superb updateUpdate 47
नेहा ने अपनी आंखे बंद की और अपनी मा को याद किया और मन ही मन अपने आप को तयार किया, उसने एक लंबी सास ली और मुस्कान के साथ अपना डांस शुरू किया
जैसे ही नेहा के कानों मे गाने की धुन पड़ी वो आपने आस पास का भान भूलती चली गई और उसे इतना ग्रेसफुली डांस करता देख सब शांति से उसे देखने लगे, नेहा पूरे रूम मे इधर उधर घूमते हुए अपने हाथ ऊपर नीचे करते हुए म्यूजिक को इन्जॉय करते हुए डांस कर रही थी
नेहा ने डांस के बीच मे ही राघव को देखा जो उसे ही देख रहा था, राघव अपनी खुर्ची पर आराम से बैठा हुआ था उसके चेहरे पर एक छोटी सी स्माइल थी और वो नेहा के हर एक मूवमेंट को नोटिस कर रहा था राघव की नजरों से नेहा का एक भी मूव एक भी एक्सप्रेशन नहीं चूक रहा था
नेहा ने भी अपना पूरा डांस राघव को देख कर कम्प्लीट किया पूरे डांस मे दोनों की नजरे एक पल के लिए भी एक दूसरे से नहीं हटी थी और जैसे ही नेहा का डांस खतम हुआ उसे अब बस राघव से अपनी तारीफ सुननी थी राघव ने अपने होंठों से वॉव कहा और नेहा को देख आँख मार दी जिससे वो शर्मा गई
शेखर अब तक नेहा के पास पहुच चुका था और उसकी तारीफ कर रहा था और सिर्फ शेखर ही नहीं उस रूम मे जीतने भी लोग इस वक्त मौजूद थे सभी नेहा की तारीफ कर रहे थे और नेहा सबका अभिवादन स्वीकार कर रही थी तभी नेहा ने राघव को देखा जो बस अपनी जगह पर खड़ा अपने पैंट की जेबों मे हाथ डाले नेहा को देख मुस्कुरा रहा था प्राउड फ़ील कर रहा था
बाकी लोगों से नेहा की तारीफ सुन राघव को बहुत प्राउड फ़ील हो रहा था
शेखर- भाभी आग लगा दी आपने सच मे, गजब एकदम! भाभी आपको श्वेता को भी ऐसा डांस सीखाना पड़ेगा
शेखर नेहा से ये सब बाते कर ही रहा था के तभी राघव उनके पास आया
राघव- मुझे लगता है अब हमे चलना चाहिए और शेखर अब जाओ और अपना काम करो जाकर
राघव ने शेखर पे तीखी नजर मारते हुए कहा और शेखर अपनी आंखे घुमाते हुए वहा से चला गया क्युकी वो भी जानता था के राघव ने उसे अभी तक वहा रुकने दिया वही बड़ी बात थी और अगर नेहा वहा नहीं होती और शेखर उसके लिए ना आया होता तो काम को नजरंदाज करने की वजह से वो अभी किसी और कंपनी मे जॉब ढूंढ रहा होता
शेखर के जाने के बाद नेहा और राघव भी वहा से निकले और राघव के केबिन मे आए... अंदर आते ही राघव ने दरवाजा बंद किया और नेहा को अपनी तरफ खिचा, अपने हाथ उसकी कमर की ओर बढ़ाते हुए जिससे नेहा थोड़ा चौकी, राघव नेहा के एकदम करीब था
राघव- यू डीड ग्रेट!
राघव नेहा के कान मे फुसफुसाया और उसके कान को चूम लिया जिससे नेहा को अलग ही रोमांच फ़ील हो रहा था और ये लोग इससे आगे बढ़ते उससे पहले की किसी ने दरवाजा खटखटा दिया और इनका रोमांस वही रुक गया और वो एक कदम पीछे हटे, राघव ने कम इन कहा तो उसका असिस्टेंट रवि अंदर आया
रवि- सर आपकी कंपनी के बाहर एक क्लाइंट से मीटिंग है अभी
रवि ने कहा और राघव ने अपनी घड़ी को देखा और उसे हा मे इशारा दिया
राघव- यू गो एण्ड प्रीपेर एव्रीथिंग मैं आ रहा हु
राघव ने कहा जिसे सुन रवि वहा से चला गया फिर राघव नेहा की ओर मूडा
राघव- चले? आज के लिए इतना काफी है फिर कल से तुम्हें दूसरी बाते सीखनी है चलो मैं तुम्हें कार तक छोड़ देता हु
राघव ने कहा और अपना ब्लैज़र लिया और वो वहा से निकल गए राघव ने नेहा को कार मे बिठाया और ड्राइवर को कार सही से चलाने कहा फिर नेहा से बोला
राघव- घर पहुच कर एक बार मैसेज कर देना ओके??
राघव ने अपने गॉगलस् लगते हुए कहा और अब नेहा का ध्यान उसके शब्दों से ज्यादा उसके चेहरे की ओर था नेहा ने हा मे गर्दन हिला दी और ड्राइवर ने कार आगे बढ़ा दी
‘ये पहले भी इतने ही हैंडसम थे या मैं आजकल इन्हे ज्यादा गौर से देख रही हु’ नेहा ने सोचा
--x--
श्वेता- भाभी बताइए ना कैसा रहा आपका दिन??
नेहा के घर आते ही श्वेता ने उसे एक्साइटमेंट मे पूछा और नेहा ने भी उसके हर एक सवाल का जवाब दिया
रात मे जब राघव ऑफिस से लौटा और जब वो अपने रूम मे था तब वो थोड़ा उदास था क्युकी रोज की तरह आज नेहा उसकी कॉफी लेकर नहीं आई थी नेहा उसे अवॉइड कर रही थी अब ऐसा क्यू था ये राघव समझ नहीं पा रहा था
वैसे ही डिनर करते वक्त भी नेहा सब से बात कर रही थी सबके साथ हस रही थी सिवाय उसके और नेहा के इस बिहेवियर पर राघव बहुत ज्यादा कन्फ्यूज़ था क्युकी दोपहर तक तो सब ठीक था फिर ऐसा क्या हुआ अचानक ये वो समझ नहीं पा रहा था
डिनर के बाद राघव अपने हाथ मे आइस क्रीम का बाउल लिए अपने रूम मे आया और आइस क्रीम खाते हुए अपना फोन चलाने लगा तभी नेहा रूम मे घुसी और उसने थड़ की आवाज के साथ दरवाजा लगाया और अचानक आए इस आवाज से राघव थोड़ा दचका नेहा थोड़े गुस्से मे लग रही थी और राघव की तरफ नहीं देख रही थी बल्कि नेहा की नजरे राघव के टीशर्ट पर थी जिसपर अचानक चौकने से राघव से थोड़ी सी आइस क्रीम गिर गई थी
नेहा- मिस्टर देशपांडे कृपया अपनी तशरीफ़ उठाइए और बाथरूम मे जाइए
नेहा के मुह से ऐसे शब्द और इस टोन मे उसे बोलता सुन राघव थोड़ा सदमे मे थे और वो इस वक्त नेहा से बिल्कुल भी झगड़ना नहीं चाहता था वो नेहा के गुस्से भरे चेहरे को देखता हुआ चुप चाप अपनी जगह से उठा और बगैर कुछ बोले बाथरूम की ओर बढ़ गया और उसे जाता देख नेहा के चेहरे कर एक शरारती मुस्कान आ गई और फिर
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और बूम!!!!!!
राघव- नेहा!!!!!!!!!!!!!!!
राघव बाथरूम से चिल्लाया और इधर नेहा अपनी जीत का जश्न मनाने लगी, नेहा ने अपने आप को कंट्रोल किया जब उसे राघव के आने का आभास हुआ उसने बाथरूम के दरवाजे की ओर देखा जहा राघव सर से लेकर पैर तक भीगा हुआ खड़ा था और नेहा को घूर रहा था और वो नजारा इतना फनी था के नेहा अपनी हसी रोक नहीं पाई और इसने राघव को और चिढ़ा दिया
राघव- ये तुमने किया है, है ना???
राघव अब गुस्से मे था
नेहा- क्या?? मैंने क्या किया?? और क्या हुआ है??
नेहा ने मासूम बनते हुए पूछा जैसे उसे कुछ पता ही ना हो और राघव अभी बस उसपर चिल्लाने ही वाला था के भाई रुक गया के कही उसके चिल्लाने से वो रो न दे
राघव- डॉन्ट ट्राइ टू एक्ट मैं जानता ही ये तुम्हारी कारस्थानी है इसीलिए तो हस रही हो
नेहा- हॉ!! मैं क्यू कुछ करने लगी वैसे क्या हुआ??
नेहा ने अपनी पलके झपकते हुए मासूम बनते हुए पूछा
राघव- तुमने वॉशबेसिन के टैप के साथ क्या किया है? जैसे ही मैंने उसे पकड़ा वो मेरे हाथ मे आ गया और पानी का फवारा शुरू हो गया
नेहा- मैं कोई प्लमर थोड़ी हु जो ये सब करूंगी और मुझे क्या मिलेगा ये करके
नेहा ने अपना पल्ला झाड़ते हुए अपनी हसी पर कंट्रोल करते हुए कहा
राघव- यही तो मुझे भी जानना है क्यू किया तुमने ये और नाटक तो करो मत मैं जानता हु इसके पीछे तुम्हारा हाथ है
नेहा- मैंने कुछ नहीं किया!!
राघव- तुमने ही किया है!!
नेहा- नहीं!!
राघव- हा!
नेहा- नहीं!!
राघव- हा!!
नेहा- नहीं!!
राघव- हा!!
नेहा- हा!!
और नेहा ने अपनी जीभ दातों तले दबा ली और राघव अपने हाथ बांधे उसे घूरने लगा
राघव- क्यू??
नेहा- क्यू मतलब? आपने जो सुबह किया था भूल गए??
राघव- तो?? मैं बस तुम्हें जगा रहा था
नेहा- तो वो क्या तरीका था जगाने का एनीवे मैंने भी सेम किया है वैसे भी कपड़े कौन धोता
राघव बस मुह फाड़े नेहा को देख रहा था उसे जरा भी अंदाजा नहीं था के नेहा उस बात का भी बदला लेगी
राघव- अब उस फवारे को बंद कौन करेगा??
नेहा- मुझे सब पता है
फिर नेहा ने वो टैप उठाया और उस फवारे को बंद किया लेकिन इस प्रक्रिया मे वो भी भीग चुकी थी और राघव अब अपनी हसी कंट्रोल कर रहा था क्युकी नेहा किसी चुड़ैल से कम नहीं लग रही थी नेहा ने राघव को घूरा और बाहर आई और राघव उसके पीछे आया
राघव- ये सब कहा सीखा तुमने? पहले क्या पार्ट टाइम प्लमर का काम करती थी क्या??
नेहा- हा हा वेरी फनी !! इस जगत मे यूट्यूब नाम की भी चीज है!!
नेहा ने सार्केस्टिकली कहा और राघव को देखा जो उसे ही घूर रहा था, नेहा सीधी खड़ी हो गई उनकी नजरों का कॉन्टेक्ट बना हुआ था और राघव को अपने को ऐसे घूरता पाकर नेहा के दिमाग मे बस एक ही चीज आई वो थी ‘भागों!!!!’
नेहा रूम मे इधर उधर भागने लगी वही राघव उसे पकड़ने उसके पीछे भागने लगा
राघव- चिक्की आज तो तुम गई!
राघव ने नेहा के सामने आते हुए कहा अब उन दोनों के बीच बेड था नेहा ने एक तकिया राघव की तरफ फेका और वो सीधा जाके राघव के मुह पे लगा और अब नेहा घबरा कर राघव को देखने लगी
नेहा- सॉरी! सॉरी!! जान के नहीं मारा मैने
नेहा ने अपनी साड़ी पकड़ के भागते हुए राघव से कहा जो किसी भूखे शेर की तरह उसकी ओर बढ़ रहा था
राघव- आज तो मैं तुम्हें नहीं छोड़ने वाला
राघव नेहा के पीछे भागा और अब नेहा बेड पर खड़ी थी
नेहा- मेरे पास मत आना मैं बता रही हु वरना....
राघव- वरना क्या??
नेहा- वरना.. वरना मैं चिल्लाऊँगी!!
राघव- अच्छा?? चिल्लाओ फिर!!
नेहा- हा??
राघव- चिल्लाओ जितना चिल्लाना है चिल्लाओ लेकिन फिर घरवालों से क्या कहोगी?? या फिर जाने दो मेरे पास कुछ अच्छे रीज़न है
राघव ने नेहा को देखते हुए कहा
नेहा- नहीं नहीं!! प्लीज इस बच्ची पर दया करो
राघव- ना आज तो इस बच्ची को अच्छी पनिशमेंट मिलेगी
और अब नेहा भागने ही वाली थी वहा से के राघव उससे ज्यादा तेज निकला लेकिन इन सब मे राघव का पैर भी फिसल गया और वो दोनों बेड पर गिर पड़े और अब राघव नेहा के ऊपर था
नेहा की आंखे बड़ी हो गई थी और राघव की नजरे नेहा के होंठों पर थी माहोल एकदम शांत हो गया था, और नेहा की सासे रुक गई जब राघव के होंठ उसके होंठों के पास पहुचे नेहा ने अपनी आंखे बंद कर ली और बस किस होने ही वाला था के राघव को छिंक आ गई
अब वो दोनों बेड से उठने लगे लेकिन तभी दोनों वापिस गिर गए एक आवाज के साथ और हैरत मे उन दोनों की आंखे बड़ी हो गई और वो शॉक मे एकदूसरे को देखने लगे और दोनों के मुह से एकसाथ निकला
“शीट!!!!!!”
क्रमश: