कहां एक घर और एक ही कमरे मे रहने के बावजूद भी हसबैंड वाइफ को एक दूसरे की शकल देखे कई कई दिन लग जाते थे और कहां आज का वक्त है , एक दूसरे को देखे वगैर चैन नही आ रहा है ।
इसीलिए कहा गया है वक्त बहुत बलवान होता है। अच्छाई अधिक दिन तक छुप नही सकती।
वैसे राघव सर बिल्कुल तुलसीदास जी के रोल मे आ गए । देवदास तो कह नही सकते क्योंकि देवदास की शादी नही हुई थी पर तुलसीदास जी अवश्य बन गए । बस ये अर्जी है कि बाद मे तुलसीदास जी की तरह वैराग्य न धारण कर लें ।
दोनो हसबैंड वाइफ के इस आंख मिचौली कहीं रिद्धि और सचिन को भी एक दूसरे के करीब न ला दे !
बहुत ही खूबसूरत अपडेट
Adirshi भाई।
आउटस्टैंडिंग एंड अमेजिंग।