Tiger 786
Well-Known Member
- 6,147
- 22,322
- 173
Raghav ka Neha ko payar se chikki bolna bohot badiya lagta hai.Update 44
अगले दिन देशपांडे परिवार अपने घर आने के लिए निकल चुका था सब लोग सफर को इन्जॉय कर रहे थे हसी मजाक चल रहा था और इन सब मे एक बंद ऐसा था जो चुप था अब आपको उसके बारे मे अलग से बताने की जरूरत नहीं है के वो कौन था, वो राघव ही था जो किसी सोच मे डूबा हुआ था उसके दिमाग मे कुछ चल रहा था, जब से वो अपने घर आने के लिए निकले थे तब से वो किसी से ज्यादा बोला नहीं था और जब वो सब लोग घर पहुचे और कार से उतरे तब भी राघव कार मे ही बैठा रहा और नेहा ने उसे ऐसे बैठा देख पूछा
नेहा- क्या हुआ आप नहीं आरहे अंदर??
राघव- नही मुझे कुछ जरूरी काम है और शायद रात मे मुझे लेट हो जाएगा
नेहा- लेकिन अभी अभी तो हम आए है कुछ खा लीजिए थोड़ा आराम कर लीजिए
राघव- मैं खा लूँगा अब तुम जाओ अंदर और सुनो शायद मुझे लेट होगा रात मे तो इंतजार मत करना
इतना बोल के बगैर नेहा के रिप्लाइ का इंतजार करे राघव वहा से निकल गया वही नेहा बस उसे जाते हुए देखती रही
दादी- ये कहा जा रहा है??
दादी ने राघव की जाती कार को देखते हुए पूछा
नेहा- उन्होंने कहा है उन्हे कुछ जरूरी काम है आने मे लेट होगा
नेहा ने दादी से कहा जिसपर दादी मे भी हा मे गर्दन हिला दी
दादी- आते ही काम शुरू हो गए इसके खैर चलो हम अंदर चलते है
दादी ने कहा और वो सब अंदर आए वही नेहा सोचने लगी
‘इन्हे इतना क्या जरूरी काम था जो घर के अंदर भी नहीं आए’
देखते देखते वो दिन बीत गया और जैसा राघव ने कहा था उसे आने मे लेट हो गया था तब तक नेहा सो चुकी थी और अगले दिन राघव नेहा के उठने के पहले ही जा चुका था और जब नेहा को इस बात का पता चला उसे थोड़ा दुख हुआ ऐसा लगा मानो यहा आते ही पुराना राघव वापिस आ गया है लेकिन ऐसा नहीं था इस बार राघव ने साइड टेबल पर नेहा के लिए एक नोट छोड़ी थी जिसमे लिखा था मे काम बहुत जरूरी है और उसने नेहा ने माफी भी मांगी थी और शाम मे मिलते है ऐसा कहा था जिसे पढ़ कर नेहा को थोड़ा अच्छा लगा
शाम मे नेहा और श्वेता किचन मे जानकी जी की मदद कर रही थी तभी जानकी जी की नजर लिविंग रूम मे बैठे राघव पर पड़ी और वो उसके पास आई
जानकी- राघव कहा थे तुम?? काम क्या सेहत से ज्यादा जरूरी है?
जानकी जी ने राघव को देखते ही उसपर सवाल दागने शुरू कर दिए वही राघव थका हुआ था उसने कुछ नहीं बोला
जानकी- देखो कितना थके हुए लग रहे हो जाओ अपने कमरे मे जाकर फ्रेश हो जाओ मैं नेहा के हाथों तुम्हारी कॉफी भिजवाती हु
जानकी जी ने राघव को डाटते हुए कहा और राघव भी चुप चाप अपने रूम मे चला गया।
कुछ देर बाद नेहा उसकी कॉफी लिए रूम मे पहुची तो रूम मे कोई नहीं था तब नेहा ने वो कॉफी साइड टेबल पर रखी तभी किसी ने उसकी कमर पर चुटी काटी जिससे नेहा थोड़ी उछली और उसने पलट कर देखा तो वहा राघव था
नेहा- क्या??
राघव- क्या क्या? इधर आओ मेरे पास तुम्हारे लिए कुछ है
इतना कहते हुए राघव ने नेहा को बेड पर बिठाया और अलमारी से कुछ सामान निकाला और नेहा के पास आया
राघव- ये लो
राघव ने एक एन्वलोप नेहा की ओर बढ़ाया
नेहा- क्या है ये??
राघव- खुद देख लो!!
राघव ने कॉफी का घूट लेते हुए कहा और जब नेहा ने वो एन्वलोप खोला और उसमे रखे दस्तावेज पढे तो उसकी आंखे हैरत मे बड़ी हो गई और वो राघव को देखने लगी
नेहा- आप... ये... मैं... ये क्या है.... ये तो....
नेहा सही शब्द नहीं चुन पा रही थी
राघव- क्या हुआ पढ़ा नहीं जा रहा?
नेहा- पढ़ा है लेकिन आपने.. ये...
राघव- हा मैंने, तुम्हारे बेटरहाफ ने तुम्हारे लिए...
नेहा- लेकिन ये बहुत ज्यादा है मैं नहीं ले सकती
नेहा ने डॉक्युमेंट्स देखते हुए कहा
राघव- क्यू क्या प्रॉब्लेम है इसमे??
नेहा- आपने मेरे नाम पर जमीन क्यू खरीदी???
राघव- क्यू का क्या मतलब है तुम्हारे लिए खरीदी है बीवी हो तुम मेरी और सुनो जल्द ही यहा कन्स्ट्रक्शन शुरू हो जाएगा और मैं चाहता हु तुम तुम्हारी डांस अकादेमी यहा खोलो
राघव ने नेहा के कंधे पकड़ते हुए कहा
नेहा- लेकिन मैं कैसे??? ये तो आपका है??
राघव- तुम मेरी वाइफ हो नेहा और जो मेरा है वो तुम्हारा है और कुछ गलत नहीं है इसमे ना ही कोई बुरा मानने वाली बात है तुम्हें जो तुम्हें चाहिए वो मुझसे मांगने का पूरा हक है और अब तुम्हारा सपना मेरा भी सपना है और मुझे अपना सपना पूरा करना है
राघव की बाते सुन नेहा की आँखों मे आसू आ गए उसने राघव को गले लगा लिया और राघव ने भी उसे अपनी बाहों मे समा लिया
राघव- शुश रोने की कोई जरूरत नहीं है अगर तुम ऐसे रोओगी तो स्टूडेंट्स को क्या सिखाओगी
राघव ने नेहा का मूड सही करने की कोशिश की और उसके बालों मे उँगलिया घुमाने लगा
नेहा- थैंक यू थैंक यू सो मच
राघव- थैंक क्यू कहने वाली कोई बात नहीं है और अब हमे बहुत काम करने है इसके लिए पहले मुझे बढ़िया खाना चाहिए और फिर अच्छी वाली नींद उसके बाद हम बाकी की बातों को डिस्कस करेंगे
नेहा- लेकिन घर के बड़े नहीं माने तो??
राघव- वो तुम्हारी किसी बात को टाल सकते है क्या?? और वो क्यू मना करने लगे उल्टा वो तो खुश होंगे। मेरी दादी अपने जमाने मे भी दादू के साथ बिजनेस संभालती थी मा और चाची भी अपना एनजीओ चलाती है फिर वो कैसे तुम्हें रोकेंगे
नेहा- पक्का??
राघव- हा बाबा अब चलो मैंने तुम्हें ये गिफ्ट दिया है तो बदले मे मुझे क्या मिलेगा?? राघव देशपांडे बगैर फायदे के कुछ नहीं करता
नेहा- मैं क्या दे सकती हु आपको?
राघव- ज्यादा नहीं चाहिए बस आज रात का खाना मेरी पसंद का हो
राघव ने अपनी कॉफी का घूट लेते हुए कहा वही नेहा बस उसे देखती रही फिर नेहा उठी और उसने डॉक्युमेंट्स ड्रॉर में रखे राघव अपनी कॉफी पीने मे बिजी था तभी राघव को अपने गालों पर नेहा के होंठ फ़ील हुए और अभी अभी क्या हुआ है ये राघव का माइन्ड प्रोसेस करता उससे पहले ही नेहा कमरे के बाहर जा चुकी थी...
रात के खाने पर घर के सब लोग साथ बैठे हुए थे तभी
रमाकांत- राघव तुमने कोई नहीं जमीन खरीदी है क्या? मुझे कुछ डॉक्युमेंट्स आए थे मेल पर मैंने पढे नहीं
नेहा उनकी बात सुन अपनी जगह पर जम गई उसे डर था के घरवाले उसके बारे मे क्या सोचेंगे
राघव- हा डैड मैंने नेहा के नाम पर जमीन ली है उसे डांस अकादेमी खोलनी थी इसीलिए
रमाकांत- अरे वाह!! नेहा बेटा ऑल द बेस्ट, मैंने तुम्हारे चाचा से भी तुम्हारे डांस की बहुत तारीफ सुनी है
धनंजय- ऐसा था तो बेटे पहले क्यू नहीं बताया तुमने मैं पहले ही ये सब अरैन्ज कर देता अब तक तो सब शुरू हो चुका होता लेकिन अब राघव ने कर दिया ये भी सही हुआ
शिवशंकर- चलो अच्छा है राघव का दिमाग सही काम कर रहा है
गायत्री- नेहा
नेहा- जी दादी
नेहा सबसे ज्यादा दादी के रिएक्शन से डर रही थी
गायत्री- अब से ज्यादा फोकस अपनी अकादेमी पर करना किचन पर नहीं यहा संभालने वाले बहूत है मैं चाहती हु मेरी बहु बेस्ट डांसर बने
जानकी- हा बेटे घर मैनेज करने के लिए हम है तुम अपने काम पर फोकस करो अब
सबके रिएक्शन सुन कर नेहा बहुत ज्यादा खुश थी उसने राघव को देखा तो मैंने तो पहले ही कहा था वाले इक्स्प्रेशन राघव के चेहरे पर थे सब लोगों ने नेहा को अड्वाइस दी के कैसे सब करे जिसके बाद वो दोनों अपने रूम एम आए और रूम मे आते ही नेहा ने वापिस राघव को गले लगा लिया और उसे थैंक यू कहने लगी
नेहा- आपको नहीं पता ये सब मेरे लिए कितना मायने रखता है
नेहा ने कहा लेकिन उसे कुछ और भी कहना था जो वो कह नहीं पा रही थी लेकिन राघव ने उसका चेहरा पढ़ लिया था
राघव- क्या हुआ कुछ और कहना है??
नेहा- वो... मैं आपको आपके पैसे लौटा दूँगी जब मैं कमाने लगूँगी
नेहा ने हिचकते हुए कहा वही राघव ने उसकी बात सुन अपना माथा पीट लिया
राघव- इतनी जिद्दी क्यू हो तुम.. मैंने कहा न ये सब तुम्हारा है और ये मैंने दिया है तुम्हें तुम्हारे हज़बन्ड ने किसी अजनबी ने नहीं
नेहा- लेकिन फिर....
राघव- हा हा ठीक है पहले कमाओ तो फिर उसे अपन अपने बच्चों के लिए फिक्स डिपोजिट कर देंगे खुश!!
नेहा- बच्चे!!!
राघव- हा !!! क्यू तुम्हें बच्चे नहीं चाहिए क्या??
राघव ने नेहा की आँखों मे देखते हुए कहा और इस बात का नेहा के पास कोई जवाब नहीं था
नेहा- वो.. मैं.. वो..
राघव- जाने दो छोड़ो सोने दो मुझे और तुम भी सो जाओ कल सुबह हमे जल्दी चलना है
राघव ने बेड पर बैठते हुए कहा
नेहा- हमे?? कहा??
राघव- ऑफिस और कहा और तुम्हें अभी अकादेमी के बारे मे सब बताना है और मार्केटिंग कैसी करनी है वो सिखाना है तभी तो ज्यादा से ज्यादा लोग अट्रैक्ट होंगे इस तरफ
नेहा- लोगों को अट्रैक्ट करने के लिए मेरा डांस ही काफी है हूह!
राघव- अच्छा है कान्फिडन्स अच्छा है लेकिन देविजी मार्केटिंग जरूरी है और और मैंने मेरे डेवलपर को बोला है तुम्हारे अकादेमी की वेबसाईट बनाने का जब तक बिल्डिंग तयार नहीं होती तब तक ऑनलाइन सिखाना, मैंने सब डिसाइड कर लिया है और अब तुम इससे पहले के ये बोलो के तुम घर से काम करोगी तो बिल्कुल नहीं!! नेहा जी इतना तो मैं आपको जान चुका हु के अगर तुम घर पर रही तो तुम घर और काम दोनों मैनेज करने की कोशिश करोगी और मैं चाहता हु तुम अब सिर्फ काम पर फोकस करो समझी
राघव की बात सुन नेहा का मुह खुला का खुला रह गया
राघव- चिक्की मुह बंद करो अपना वरना मक्खी घुस जाएगी और चलो सो जाओ अब कल जल्दी उठना है
नेहा ने अपना मुह बंद किया और चुप चाप बेड पर आकार लेट गई तब राघव बोला
राघव- सुबह प्लीज एक बारी मे उठ जाना वरना मैंने तुम्हें वैसे ही ऑफिस लेकर चला जाऊंगा
जिसपर नेहा मुह ही मुह मे पुटपुटाई
नेहा- मुझे क्या कुंभकरण समझा है
लेकिन राघव ने ये सुन लिया
राघव- हा! अब सो जाओ चुप चाप
नेहा- रावण
लेकिन इसबार राघव को ये सुनाई नहीं दिया
राघव- कुछ कहा क्या??
नेहा- नहीं नहीं!! कुछ भी तो नहीं!!
जिसके बाद कोई कुछ नहीं बोला और वो नींद के आगोश मे समा गए.....
क्रमश:
Adhi bhai bohot badiya naam socha apne " chikki"
Awesome update