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आज मैं काफी टाइम के बाद मइके गयी थी संजोग से मैं घर पे अकेली थी की तभी पापा के दोस्त मेरे घर पे आगये और फिर फिर जब मैंने उनसे कहा की अंकल घर पे कोई नहीं है तो तुरंत वो मुझसे लिपट गए और मुझे अपने बाँहों में लेके किसिंग करने लगे .......मैं भी थोड़ा जोश में आने लगी फिर उन्होंने मेरी साड़ी को उठा के मेरी टांगो को फैला दिए और मेरी गरम गरम गीली चूत पे अपने हाथ को ले गए और अपने दो ऊँगली डाल दी उउउउउउउउफ्फ्फ्फफ्फ्फ़ मेरी तो आह निकल गई फिर वो जोरो से फिंगरिंग करने लगे उउउउउफफ्फफ्फ्फ़ वो मेरी सुंदरता के गुलाम बन चुके थे की तभी घर पे मेरे कोई आगया फिर मैं जल्दी से वहां से उठ के भाग गई और मैं उनसे कही की बाद में मिलूंगी ह्म्मम्म्म्म
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मैं जाके देखी तो मेरी बचपन की सहेली आयी थी जो की वो अंकल की बेटी ही थी जो मुझसे मिलने आई थी और साथ में उसका भाई भी आया था .....मैं उन लोगो को बैठा के किचन में नाश्ता लेने गई की ......किचन की खिड़की से वो अंकल फिर से मुझसे आके लिपट है उउउउउउफफ्फ्फफ्फ्फ़ ...मैं उनसे कही की अंकल आप ही की बेटी मुझसे मिलने आई है तो उन्होंने मुझसे कहा की वो लोग तो कमरे में है न तब तक मुझे मज़े देदो न बेटी कितने सालो बाद मिली हो तुम हम्मम्मम्मम्म मै सोची अंकल बात तो सही कह रहे है काफी टाइम से मैं उनको तड़पा रही हु हममममममममम फिर मैं उनका साथ देने लगी और बोली की जो करना है जल्दी कीजिये वरना वो आजायेगी तो प्रॉब्लम हो जाएगी हममममममममम फिर क्या उन्होंने फिर से मेरी साड़ी उठाई और मुझे किचन प्लेटफॉर्म पे बिठाया और अपने पैंट की ज़िप खोल के सीधा मेरी दो टांगो के बीचे हमला कर दिया और आधे घंटे तक वो मेरी चुदाई करते रहे ......फिर मेरी सहेली की कमरे से आवाज़ आई तो मैं उससे कही आरही बहन थोड़ा ज़रूरी काम निपटा रही थी ह्म्म्मम्म्म्म आआअह्ह्ह्हह्ह्ह्ह