शीनू मैडम न ही अबोध बच्ची है और न ही उनके मामु जान । बल्कि मामु जान मतलब अरूण साहब अब एक्सपीरियंस होल्डर व्यक्ति बन चुके है ।
दोनो के उम्र मे कोई बहुत ज्यादा अंतर नही है । रिश्ता भले ही सेंसेटिव है पर कहते हैं न कि इश्क और हवस की कोई समझ नही होती । यह दिमाग से फैसले नही करता ।
शीनू और अरूण का यह रिलेशनशिप कोई पहला रिलेशनशिप नही है । हमारे सुपरस्टार देव आनंद साहब के छोटे भाई विजय आनंद ( गोल्डी साहब ) ने भी अपने भांजी के साथ विवाह किया था । गोल्डी साहब अपने जमाने के सुप्रसिद्ध फिल्म निर्देशक थे । एक से बढ़कर एक फिल्मे निर्देशित की है उन्होने ।
वैसे गोल्डी साहब की उस वक्त बहुत किरकिरी हुई थी ।
वैसे इस स्टोरी मे सिडक्सन का दौर बहुत बढ़िया लिखा आपने । हर बार की तरह आप के स्टोरी का नायक इस बार भी बड़ी आसानी से बाहरी औरत पटा ले गया । लेकिन जब बात अपनो पर आती है तब नायक के छक्के छूटने लगते है जो स्वभाविक भी है ।
बेहतरीन अपडेट माणिक भाई ।
आउटस्टैंडिंग एंड अमेजिंग एंड हाॅट अपडेट ।