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Funny Itna sannata kyo hai bhai.???

TheBlackBlood

शरीफ़ आदमी, मासूमियत की मूर्ति
Supreme
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:angel2:
 
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TheBlackBlood

शरीफ़ आदमी, मासूमियत की मूर्ति
Supreme
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:singer: :music:

सरकती जाए है रुख़ से नक़ाब आहिस्ता आहिस्ता ।
निकलता आ रहा है आफ़्ताब आहिस्ता आहिस्ता।।

जवाँ होने लगे जब वो तो हम से कर लिया पर्दा,
हया यक-लख़्त आई और शबाब आहिस्ता आहिस्ता।।

शब-ए-फ़ुर्क़त का जागा हूँ फ़रिश्तो अब तो सोने दो,
कभी फ़ुर्सत में कर लेना हिसाब आहिस्ता आहिस्ता।।

सवाल-ए-वस्ल पर उन को अदू का ख़ौफ़ है इतना,
दबे होंटों से देते हैं जवाब आहिस्ता आहिस्ता।।

वो बेदर्दी से सर काटें 'अमीर' और मैं कहूँ उन से,
हुज़ूर आहिस्ता आहिस्ता जनाब आहिस्ता
आहिस्ता।।
 
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Yug Purush

सादा जीवन, तुच्छ विचार
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Ahista ahista :mutth:
 

Yug Purush

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TheBlackBlood

शरीफ़ आदमी, मासूमियत की मूर्ति
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इलाज-ए-दर्द-ए-दिल तुम से मसीहा हो नहीं सकता।
तुम अच्छा कर नहीं सकते मैं अच्छा हो नहीं सकता।।

अदू को छोड़ दो फिर जान भी माँगो तो हाज़िर है,
तुम ऐसा कर नहीं सकते तो ऐसा हो नहीं सकता।।

अभी मरते हैं हम जीने का ता'ना फिर न देना तुम,
ये ता'ना उन को देना जिन से ऐसा हो नहीं सकता।।

तुम्हें चाहूँ तुम्हारे चाहने वालों को भी चाहूँ,
मिरा दिल फेर दो मुझ से ये झगड़ा हो नहीं सकता।।

दम-ए-आख़िर मिरी बालीं पे मजमा' है हसीनों का,
फ़रिश्ता मौत का फिर आए पर्दा हो नहीं सकता।।

न बरतो उन से अपनाइयत के तुम बरताव ऐ 'मुज़्तर'
पराया माल इन बातों से अपना हो नहीं सकता।।

_________'मुज़्तर' ख़ैराबादी
 
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