सारिका- पर बेटे किसी को पता चल गया तो,
रोहन- अरे मम्मी हम अपने घर मे क्या करते है किसी को क्या पता चलेगा, और उसकी चूत को फैलाकर चाटते हुए, अब
बताओ भी बिल्कुल फ्री माइंड होकर अपने बेटे को अपना दोस्त समझ कर बताओ कि आपकी इस मस्तानी फूली हुई चूत को किसका लंड लेना है कोई है जिससे आप अपनी चूत मरवाना चाहती है, और अपनी मम्मी की चूत मे दो उंगलिया डालता हुआ, अब बोलो भी कि शरमाती ही रहो
सारिका- हाई क्या बोलू बेटे आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह,
रोहन- ऑफ हो मम्मी अब बता भी दो कि आप की चूत किसके लंड के बारे मे सोच कर फूलने लगती है,
सारिका- बेटे अगर मैं तुझसे कहुगी तो तू बुरा मान जाएगा,
रोहन- मम्मी मैं बिल्कुल बुरा नही मनुगा, आप को क्या अपने बेटे पर भरोसा नही है, अब बोलो भी, एक बार बता दो मैं
कैसे भी करके उसका लंड आपकी चूत मे डलवा कर आपकी प्यास बुझवाउँगा, अब बता भी दो प्लीज़ आप को मेरी कसम,
सारिका- बेटे तुम बुरा मत मानना देखो,
रोहन- मम्मी आप फ्री माइंड होकर कहिए,
सारिका- रोहन मुझे शर्म आती है.
रोहन- अरे मम्मी मुझ से मत शरमाओ और जल्दी बताओ.
सारिका- पर रोहन
रोहन- मम्मी अब बोलती हो कि मैं तुम्हारी चूत को अपने दाँतों से काट लू.
सारिका उसके सर को अपनी चूत से दूर करते हुए, अच्छा-अच्छा बताती हू,
रोहन- हाँ तो फिर बोलो
सारिका- बेटे मुझे तेरा दोस्त सन्नी बहुत अच्छा लगता है,
रोहन अपनी मम्मी की बात सुन कर चौंक जाता है, सारिका रोहन की ओर देखती रहती है,
रोहन- तो क्या आप सन्नी से अपनी चूत मरवाना चाहती हो,
सारिका- मुस्कुराते हुए, बेटे अगर तेरी मर्ज़ी हो तो,
रोहन- मम्मी आप ने मुझे एक दोस्त समझ कर अपने दिल की बात मुझे बताई है तो मैं भी आपकी इच्छा अधूरी नही रहने
दूँगा, आपके लिए कैसे भी करके सन्नी का लंड आपकी चूत मे ज़रूर डलवाउंगा ये मेरा आपसे वादा है. और फिर अपनी
मम्मी को अपनी बाँहो मे भर लेता है और उसकी चूत मे अपना मोटा लंड डाल कर उसकी चूत मारने लगता है.
सारिका अपने बेटे का लंड अपनी चूत मे लेती हुई,
सारिका- रोहन क्या सन्नी मुझे चोदने को तैयार हो जाएगा,
रोहन- मम्मी आप फिकर मत करो मैं अपने तरीके से उससे बात करूँगा,
सारिका- तो क्या वह तैयार हो जाएगा,
रोहन- अरे मम्मी वह भी बड़ा चुड़क्कड़ है, जब हमारे घर आता है तो मुझसे नज़र बचा-बचा कर तुम्हारी मोटी
गान्ड को घूरता रहता है,
सारिका- खुस होते हुए तू सच कह रहा है बेटे,
रोहन- हाँ मम्मी मुझे तो लगता है कि वह तुम्हे अपने मन ही मन मे चोद भी चुका होगा,
सारिका रोहन की बात सुन कर खूब पनिया जाती है और खूब ज़ोर-ज़ोर से अपनी कमर नचाने लगती है और रोहन भी अपनी मम्मी की मनोदशा समझ कर उसकी चूत को ज़ोर-ज़ोर से ठोंकने लगता है
लगभग आधे घंटे तक दोनो एक दूसरे की
चूत और लंड को एक दूसरे से रगड़ते है और फिर दोनो अपने-अपने गीले अंगो को चिपका कर पानी-पानी हो जाते है.सन्नी के प्रेम और उसकी रोज की छेड़छाड़ ने डॉली की सोच को बदलने पर मजबूर कर दिया था, उसके दिमाग़ मे अब दिन रात उसके भाई सन्नी की पिक्चर ही चलती रहती थी, अब उसे अपनी मर्यादाओ और सामाजिक विचारों की ओर ध्यान भी जाता तो वह उन्हे नकारते हुए उस राह के बारे मे सोचने लगती जिस पर चल कर उसकी जिंदगी को एक नया लुफ्त मिल रहा था और उसे अब अपनी जिंदगी दुनिया मे सब से हसीन नज़र आने लगी थी, उसके दिल मे अब सिर्फ़ एक और सिर्फ़ एक ही बात रहती थी कि कब सन्नी उसके पास आ जाए, या ये कह लो कि सन्नी के लिए उसके दिल मे एक ऐसा प्रेम जाग चुका था, जो या तो उसे आबाद कर देगा या फिर उसकी जिंदगी को एक असहनीय गम दे कर बर्बाद कर देगा, शायद इस बात को सन्नी नही जानता था कि डॉली की मोहब्बत उसकी मोहब्बत से इतनी गहरी हो चुकी है कि उसकी गहराई का पता शायद कोई नही लगा सकता था, सन्नी तो शायद डॉली के बिना जी भी लेता लेकिन डॉली सन्नी के बिना जल बिन मछली की तरह तुरंत तड़प कर मार जाएगी,
डॉली अपने बेड पर लेटी हुई सन्नी के ख्यालो मे खोई हुई थी, और हर थोड़ी देर मे दरवाजे की ओर देख लेती थी कि कही
सन्नी तो नही आ गया, जब उससे रहा नही गया तो वह खुद उठ कर बाहर आ गई, सन्नी सोफे पर लेटा टीवी देख रहा था,
डॉली उसके सामने जाकर बैठ जाती है,
सन्नी- डॉली को देख कर क्या देख रही हो दीदी,
डॉली- देख रही हू कि तेरा मन टीवी देखने मे बड़ा लगा हुआ है,
सन्नी- क्या करू दीदी बीबी नही है तो टीवी ही सही,
और अचानक डॉली के मूह से निकल जाता है क्यो मैं हू ना तेरी बीबी..... और सन्नी डॉली को देखने लगता है तो डॉली को अपनी ग़लती का एहसास होता है और वह बात को घूमाते हुए
डॉली- सन्नी कॉफी बनाऊ क्या,
सन्नी- डॉली की बात से थोड़ा मुस्कुरा कर हाँ बना लो,
और डॉली जल्दी से किचन मे भाग जाती है, सन्नी को अब अपनी दीदी लाइन पर आती हुई नज़र आ रही थी. फिर भी वह पूरी तसल्ली करने के बाद ही कुछ बड़ा कदम उठाना चाहता था,सन्नी ने रोहन को कॉल करके कहा कि वह उससे मिलने शाम को 5 बजे आ रहा है, रोहन ठीक है कह कर फोन काट देता
है, डॉली तभी कॉफी लेकर आती है और दोनो एक दूसरे को मुस्कुरा कर देखते हुए कॉफी की चुस्किया लेने लगते है,
सन्नी- दीदी मैं मम्मी को लेकर आता हू,
डॉली- पर अभी तो बहुत टाइम है,
सन्नी- दीदी मुझे एक दोस्त के पास थोड़ा काम है उससे मिलता हुआ मम्मी को लेता आउगा,
डॉली- ठीक है तब तक मैं नहा लेती हू,
सन्नी- अगर तुम नहा रही हो तो मैं रुक जाता हू,
डॉली- नही तू जा मेरा नहाना कॅन्सल,
सन्नी- मुस्कुराता हुआ, घर से बाहर चला जाता है.
सन्नी अपनी बाइक उड़ाकर रोहन के घर के सामने लगा देता है और उसके घर की बेल बजाता है, रोहन दरवाजा खोलता है
और सन्नी को लेकर अपने रूम मे आ जाता है, तभी रोहन की मम्मी कमरे मे आती है
सन्नी- नमस्ते आंटी
सारिका- कैसे हो सन्नी,
सन्नी- ठीक हू आंटी,
सारिका- बेटा तुम आते हो तो अच्छा लगता है, कभी-कभी फ्री रहो तो आ जाया करो.
सन्नी- क्यो नही आंटी.
सारिका- अच्छा बेटा मैं तुम्हारे लिए कॉफी बनाकर लाती हू और पलट कर अपनी मोटी गान्ड जो कि मॅक्सी के बाहर आने को मचल रही थी को हिलाती हुई जाने लगती है,
सन्नी उसकी गदराई उठी हुई गान्ड को ललचाई नज़रो से देखता हुआ सोचता है रोहन ने इसकी मम्मी की गान्ड मार-मार कर कितनी मोटी कर दी है इसके चूतड़ पहले से कितने मोटे हो गये है, तभी रोहन सन्नी के मूह के आगे चुटकी बजाते हुए,
रोहन- सन्नी ये ग़लत बात है तू मेरी मम्मी की गान्ड देख रहा है,
सन्नी- झेपते हुए सॉरी यार ग़लती से नज़र चली गई,
रोहन- चल कोई बात नही मैं तो मोहल्ले वालो की नज़रो से भी परेशान हू गान्ड मेरी मम्मी की देखते है और परेशानी
मुझे होती है,
सन्नी- उसकी बात सुनकर मुस्कुराता हुआ, तू बड़ा ही कमीना है रोहन,
रोहन- कुछ कमीने अपना कमीनपन दिखा देते है और कुछ छुपा कर रखते है बेटे पर होते सभी कमीने है,
सन्नी- उसकी बात सुनकर, रोहन तू है कमीना पर तेरी बातों मे दम है इसी लिए मैं अपने कमीने दोस्त से एक आइडिया लेने आया हू,
रोहन- तो बोल ना क्या प्राब्लम है, चुटकियो मे समाधान हो जाएगा,
सन्नी- यार रोहन मुझे ये बता कि मैं जिस तरह अपनी कजन से प्यार करता हू, वह भी मुझे उतना ही प्यार करती है ये
कैसे मालूम करू,
रोहन- बस इतनी सी बात, तो सुन अपनी कजन पर ध्यान देना छोड़ दे उसके आगे पीछे घूमना बंद कर दे वह अगर तुझे
चाहती होगी तो खुद तेरे आगे पीछे भंवरे की तरह मंडराने लगेगी, और तू उसे जितना नीग्लेट करेगा वह उतना ही तेरे
पास घुसने की कोशिश करेगी, लेकिन हाँ यह ज़रूर ध्यान रखना कि उसे सिर्फ़ नीग्लेट करना लेकिन जब वह तेरे पास आने की कोशिश करे तो रेस्पोन्स ज़रूर देना नही तो पता चला तेरे नीग्लेट करने के चक्कर मे वह तुझसे नाराज़ हो जाए और तेरे पास आना ही बंद कर दे, समझा कि नही, दूसरे और शॉर्ट शब्दो मे यह कि अभी तक तू उसके पीछे पड़ा था अब उसे तेरे पीछे पड़ने दे,
सन्नी- पर क्या वह अपने मूह से कहेगी कि वह मुझे चाहती है,
रोहन- मे बी पोज़िबल, कह भी सकती है नही भी, लेकिन तुझे यह तो पता चल ही जाएगा कि वह तेरे लिए तड़प रही है कि नही, फिर अगर वह ना भी कुछ बोलेगी तो तू मोका देख कर सारी बाते कर डालना,
तभी उनकी कॉफी आ जाती है, रोहन की मम्मी कॉफी रख कर जैसे ही पलटती है, सन्नी रोहन की ओर देखने लगता है तो
रोहन- देख ले देख ले कह कर कॉफी पीने लगता है.
सन्नी भी कॉफी पीते हुए अपनी तिरछी नज़रे रोहन की मम्मी की मोटी गान्ड पर मारता है और फिर कॉफी ख़तम करके,
सन्नी- रोहन थॅंक्स फॉर कॉफी आंड यॉर सजेशन कह कर अपनी बाइक लेकर अपनी मम्मी को लेता हुआ अपने घर की और अपनी बाइक उड़ा देता है. बाइक चलते हुए सन्नी को रोहन की मम्मी की मॅक्सी के उपर से लहराती हुई गान्ड याद आ रही थी सन्नी बाइक को स्लो मोशन मे चलाते हुए
सन्नी- मम्मी
अंजलि- क्या है
सन्नी- मम्मी औरतो की मोटी-मोटी गान्ड कितनी मस्त लगती है ना,
अंजलि- हाँ वो तो है, पर तुझे इस वक़्त औरतो की गान्ड का ख्याल क्यो आ रहा है,
सन्नी- कुछ नही अभी मैं बाइक से आ रहा था तो एक आंटी की बहुत मस्त गान्ड देखने को मिल गई बस तभी से मेरा लंड खड़ा है,
अंजलि- अपना हाथ उसके लंड पर लेजा कर दबाती हुई, संभाल कर रखा कर अपने डंडे को चाहे जहाँ खड़ा हो जाता है,
सन्नी- नही मम्मी इसमे हम लोगो की ग़लती नही है इसमे भी आप औरतो का ही दोष होता है,
अंजलि- वो भला कैसे,
सन्नी- मम्मी आप औरतो को देखो एक तो मोटा-मोटा लंड खा-खा कर आप लोगो का पेट ऐसा गदरा कर उठ जाता है उस पर आप लोग अपनी गहरी नाभि के नीचे अपनी साड़ी बाँधती हो और अपना मस्ताना गुदाज पेट दिखाती हो तुम लोगो का ऐसा गुदाज पेट और गहरी नाभि देखते हीहम लोगो का लंड सीधे आपके पेट के हिसाब से आप लोगो की फूली हुई चूत की कल्पना करके झटके मारने लगता है, और तो और घर मे भी आप लोग झीनी सा गाउन या मॅक्सी पहनकर दिन भर यहाँ से वहाँ घूमती हो जिसमे आपकी मोटी-मोटी गान्ड दिनभर हमारी आँखो के सामने लहराती हो और जब झाड़ू लगाती हो तो मॅक्सी पहने-पहने झुक-झुक कर हमारे सामने अपनी मोटी गान्ड मटका-मटका कर झाड़ू मारती हो तब यह नही सोचती कि मेरा बेटा बैठा है और उसको मेरी भारी-भारी चौड़ी गान्ड साफ नज़र आ रही है तो उसके लंड पर क्या असर हो रहा होगा, और तो और घर पर कपड़े धोने जब जाती हो तो अपने पेटिकोट को अपनी जाँघो मे चढ़ा कर अपने पल्लू को हटा कर अपने मोटे-मोटे दूध दिखाती हुई लगभग आधी से ज़्यादा नंगी होकर कपड़े धोती हो तब यह नही सोचती कि तुम्हारे बेटे के पास भी लंड होगा जो तुम्हे इस नंगी हालत मे देख कर खड़ा हो सकता है. और तो और हर दो चार दिन मे बेटा ज़रा मेरे पैर दबा दे दर्द कर रहे है, बेटा ज़रा मेरी कमर मे मालिश कर दे दर्द कर रही है, तब यह नही सोचती हो कि जब तुम्हारा बेटा तुम्हारी साड़ी और पेटिकोट को उठा कर तुम्हारी गोरी-गोरी पिंडलिया और मोटी-मोटी गदराई जाँघो को अपने हाथो मे भर कर दबोचेगा तो उसके मोटे लौडे पर क्या असर पड़ेगा, जब देखो तब बेटा-बेटा कह कर बेटे का मूह अपने मोटे थनो से चिपका कर दबा लेती हो तब यह नही सोचती कि अब इसका लोड्ा भी 7-8 इंच का हो गया होगा, ऐसे बहुत सारे कारण है मम्मी तुम औरतो के जिसके कारण बेटो का लोड्ा अपनी मा को नंगी देखने के लिए मचलने लगता है.
अंजलि- सन्नी की बातो को सुन कर मुस्कुराती हुई हाँ तू कहता तो ठीक है लेकिन तेरा लंड अपनी मम्मी को देख कर कब से खड़ा होने लगा था,
सन्नी- मम्मी जब तुम अपने बेटे के सामने जीन्स फसा कर अपने बेटे को अपने गदराई मोटी गान्ड दिखाती हो तो मेरा लंड
फनफनाने लगता है, नहा कर लापरवाही से अपनी पेंटी वही छोड़ देती थी अपनी रंग बिरंगी पेंटी को वही सूखने के
लिए सामने ही डाल देती थी तो तुम्हारी पेंटी देख कर मैं तुम्हारी चूत और मोटी गान्ड की कल्पना करके तुम्हे पूरी नंगी
देखने के लिए तड़पने लगता था,
अंजलि- मुस्कुरा कर सन्नी के लंड को पकड़ कर दबाते हुए लगता है आज तू बहुत गरम है क्या घर जाते ही मुझे पूरी
नंगी करके चोदने का इरादा है,
सन्नी- वो तो है ही पर अभी घर मे दीदी होगी इसलिए रात को देखते है.थोड़ी देर बाद सन्नी अपने घर के सामने अपनी बाइक लगाकर दोनो मा बेटे घर के अंदर आ जाते है. डॉली सोफे पर बैठी टीवी देख रही थी, उन दोनो को देख कर मुस्कुराते हुए.
डॉली- मम्मी हो गई छुट्टी,
अंजलि- हाँ बेटे आज तो बहुत थक गई हू,
सन्नी- मुस्कुराते हुए मम्मी आपके पैर दबा दू क्या,
अंजलि उसको थोड़ा मुस्कुरा कर आँखे दिखाते हुए रहने दे बड़ा आया अपनी मम्मी की सेवा करने वाला,
डॉली- मम्मी इसको आज कल हम लोगो का बड़ा ख्याल रहने लगा है,
सन्नी - डॉली के दूध को उसके सामने घूरते हुए, क्यो दीदी अपनी मम्मी और बहन की सेवा करने मे कुछ बुराई है क्या,
डॉली- सन्नी को देख कर अपनी आँखे दिखाते हुए कोई बुराई नही है बेटे करे जाओ सेवा, पर तुमको मेवा नही मिलने
वाला और खिलखिला कर हँसते हुए उसको एक मुक्का मारती है,
तब सन्नी -डॉली की चोटी पकड़ कर खिचते हुए लगता है दीदी तुम्हे भी सेवा करवानी है,
डॉली- आह मम्मी देखो ना इसे,
अंजलि- सन्नी तुम दोनो फिर शुरू हो गये, सन्नी उसकी छोटी छोड़ देता है, और तीनो सोफे पर बैठ जाते है.
अंजलि- टीवी देखते हुए सन्नी आज क्या खाना बनाऊ क्या खाने का मूड है,
डॉली सन्नी की और देखने लगती है,
सन्नी- डॉली के मोटे-मोटे दूध को घूरता हुआ, मम्मी मैं तो आज खाना नही खाउन्गा मेरा तो बस दूध पीकर सोने
का मन है, तब डॉली अपनी नज़रे इधर उधर करने लगती है, तब
सन्नी- क्यो दीदी दूध है ना,
डॉली- सकपका कर सन्नी को देखते हुए, हू
सन्नी- डॉली की आँखो मे मुस्कुरा कर देखते हुए तो फिर पिला दो ना,
डॉली- सन्नी की ओर आँखे निकाल कर देखते हुए, अभी पिएगा क्या,
सन्नी- तो फिर कब पिलाओगी,
डॉली- मुस्कुराते हुए रात को पी कर सोना,
सन्नी- ठीक है दीदी लेकिन तुम याद से दूध दे देना, तुम अक्सर मुझे दूध देने मे नखरे करती हो और फिर भूल जाती
हो,
डॉली- जिसको पीना हो वो आकर माँग ले, मैं क्यो आगे रह कर जाकर दूध पिलाऊ,
सन्नी- देखो ना मम्मी ये हमेशा मुझे दूध देने मे नखरे करती है,
अंजलि- टीवी की ओर नज़रे लगाए, डॉली बेटा दे दिया कर उसको दूध याद से, तेरा एक ही तो भाई है,
डॉली- मुस्कुरा कर सन्नी को देखते हुए ठीक है मम्मी आप कहती हो तो पिला दूँगी,
सन्नी- डॉली को देखते हुए फ्लाइयिंग किस करता है, डॉली उसको थप्पड़ मारने का इशारा करती है,
थोड़ी देर टीवी देखने के बाद अंजलि और डॉली घर के काम मे लग जाते है, रात को अंजलि खाना खाकर टीवी पर सास-बहू का सीरियल देखती रहती है, डॉली अपने रूम मे लेटी रहती है और सन्नी अपनी मम्मी से चिपका हुआ बैठा रहता है,
सन्नी- क्या मम्मी आप भी ना इन बोर सीरियल मे लगी रहती हो,
अंजलि- टीवी मे खोई हुई रुक जा बेटा थोड़ा सा और बचा है,
सन्नी- अच्छा मम्मी मैं दीदी से जाकर दूध पीने को माँगता हू,
अंजलि- ठीक है बेटा
और सन्नी उठ कर डॉली के रूम मे आ जाता है और डॉली लेटी रहती है, सन्नी को देख कर उठकर बैठते हुए,
डॉली आ गई अपनी दीदी की याद,
सन्नी- वो तो मैं आपका दूध पीने आया हू, और डॉली के मोटे-मोटे दूध को दबा देता है,
डॉली- एक दम से बिचकते हुए, सन्नी मार दूँगी,
सन्नी- मुस्कुराते हुए दीदी तुमने ही तो कहा था कि दूध पीना हो तो आ जाना मेरे पास,
डॉली- मैने ऐसा कब कहा था,
सन्नी- क्यो अभी शाम को सोफे पर बैठे हुए किसने कहा था,
डॉली वो तो मैं किचन मे रखे दूध की बात कर रही थी,
सन्नी- मुस्कुरकर पक्का तुम किचन मे रखे दूध की बात कर रही थी,
डॉली- मुस्कुरा कर हाँ,
सन्नी- तो ठीक है डॉली का हाथ पकड़ कर अपने सर पर रखता हुआ, खाओ मेरे सर की कसम कि तुम किचन के दूध की बात कर रही थी,
डॉली- अपना हाथ हटाते हुए, सन्नी मार दूँगी मैं तुझे,
सन्नी- डॉली को देख कर मुस्कुराते हुए, सच-सच कहो क्या तुम डॉली के दूध को छूते हुए इनकी बात नही कर रही
थी,
डॉली का चेहरा सन्नी की बात सुन कर गुलाबी हो जाता है,
सन्नी- दीदी
डॉली- क्या है
सन्नी- डॉली के दूध को देखते हुए, दीदी पिला दो ना अपना दूध
डॉली- सन्नी तू मेरे हाथो से आज मार खाएगा,
सन्नी- अच्छा तो तुम मुझे अपना दूध नही पिलाओगी,
डॉली- कभी नही
सन्नी- तो ठीक है मैं मम्मी को बोल देता हू कि दीदी मुझे दूध नही दे रही है,
डॉली- हाँ हाँ जा बोल दे मैं तुझे कुछ नही देने वाली,
सन्नी- तो ठीक है, और सन्नी वही से ज़ोर से आवाज़ लगाते हुए, मम्मी देखो ना दीदी मुझे दूध नही दे रही,
अंजलि- सोफे पर बैठी टीवी देखते हुए, डॉली बेटा दे दे ना उसे दूध,
डॉली- सन्नी के मूह पर अपना हाथ रखते हुए, हाँ देती हू मम्मी,