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रात को खाना खाने के बाद डॉली अपने बेड पर पड़ी पड़ी, आज सन्नी बहुत देर से मेरे पास नही आया, आख़िर ये कहाँ बिज़ी है, और वह सन्नी के रूम की ओर जाकर खिड़की से अंदर देखती है, सन्नी एक बुक रीड कर रहा था और उसका हाथ अपने पाजामे के अंदर अपने लंड को सहला रहा था, डॉली सन्नी को इस हालत मे देख कर एक दम घबरा गई, और वहाँ से वापस आने लगी, तभी उसका मन हुआ की और देखे और वह फिर खिड़की से अपनी नज़रे लगा देती है, तभी सन्नी किताब को एक ओर रख कर जैसे ही पाजामे से अपना लंड बाहर निकालता है

डॉली सन्नी को इस हालत मे देख कर एक दम घबरा गई, और वहाँ से वापस आने लगी, तभी उसका मन हुआ की और देखे और वह फिर खिड़की से अपनी नज़रे लगा देती है, तभी सन्नी किताब को एक ओर रख कर जैसे ही पाजामे से अपना लंड बाहर निकालता है, डॉली की साँसे रुक सी जाती है, उसने पहली बार किसी का लंड देखा था, वह सन्नी का लंड देख कर काँपने लगती है उसके दिल की धड़कने बहुत तेज हो जाती है, वह सहन नही कर पाती और अपने रूम के दरवाजे पर आकर ज़ोर ज़ोर से साँसे लेने लगती है, उसका मन फिर से सन्नी के लंड को देखने का करने लगता है, और वह फिर से धीरे धीरे डरते हुए सन्नी की खिड़की के पास जाकर अपनी नज़रे अंदर डालती है, सन्नी लेटा लेटा अपने पाजामे को कमर से नीचे सरका कर अपने लंड के साथ खेलता रहता है

कभी वह अपने टोपे को बंद कर लेता है कभी उसे वापस बाहर निकाल लेता है, फिर अचानक सन्नी एक बुक निकाल कर उसे देखता हुआ अपने लंड को धीर धीरे सहलाता हुआ उस किताब को देखता है डॉली समझ जाती है कि यह वही किताब है जिसमे काफ़ी गंदे फोटो थे, डॉली की चूत सन्नी के लंड को देख कर चिपचिपा जाती है, और एक बार तो उसका हाथ अपने दूध पर भी चला जाता है, तभी डॉली की आँखे खुली की खुली रह जाती है, सन्नी उस किताब को अलग रख कर उसमे रखा डॉली का फोटो निकाल कर उसे गोर से देखने लगता है, और डॉली के फोटो को चूमने लगता है,
डॉली को मन ही मन ख़ुसी होती है, लेकिन उसकी घबराहट सन्नी के लंड को देख कर बढ़ने लगती है, और उससे रहा नही जाता और वह अपने रूम मे आकर लेट जाती है, उसे रह रह कर सन्नी की याद सताने लगती है उसे ऐसा लगता है कि सन्नी उसके पास आकर उससे बाते करे, उसे छेड़े, और कभी कभी जबर्जस्ति उसके दूध को पकड़ कर दबा दे डॉली काफ़ी गरम हो जाती है और उसका हाथ अपनी चूत मे चला जाता है, डॉली उस रात ठीक से सो नही पाती है, और रात भर करवटें बदल बदल कर गुज़ारती है, सुबह सुबह डॉली जल्दी उठकर बाहर आ जाती है, तभी वह देखती है कि उसकी मम्मी एक सेक्सी जीन्स और टॉप पहन कर तैयार बैठी थी, डॉली मम्मी आप कही जा रहे हो क्या,
अंजलि- हाँ बेटे आज मुझे एक सेमिनार अटेंड करना है इसलिए मैं जा रही हू शाम तक लॉट आउन्गि तुम कुछ बना कर खा लेना,डॉली- मम्मी हम और सन्नी कॉलेज मे ही कुछ खा लेंगे,
अंजलि -बेटा सन्नी भी मेरे साथ जा रहा है, आज तुम कॉलेज रिक्शा पकड़ कर चली जाना, डॉली का चेहरा उतर जाता है और उसे उसकी मम्मी पर ना जाने क्यो मगर बहुत गुस्सा आता है, बूढ़ी हो गई पर जीन्स पहनना और सजना संवरना नही छोड़ा, और तभी सन्नी भी तैयार होकर आ जाता है, सन्नी डॉली को देखता है तो डॉली अपना मूह बना कर अपने रूम मे चली जाती है,
अंजलि- चले बेटे,
सन्नी -चलो मम्मी मैं एक मिनिट मे आया और सन्नी डॉली के रूम मे जाता है डॉली अपने बेड पर उल्टी लेटी होती है सन्नी डॉली के चुतडो पर एक थप्पड़ मारता है

डॉली एक दम से उठ बैठती है, दीदी क्या हुआ तुम ऐसे क्यो लेटी हो, डॉली- मेरी मर्ज़ी क्या अब तुझसे पूछ कर सब काम करना होगा,
सन्नी- क्या बात है आज तुम बिल्कुल मेरी बीबी की तरह मुझ पर गुस्सा दिखा रही हो,
डॉली- तेरी बीबी होती तो तुझे ठीक कर देती,
सन्नी- तो कर दो ना मैं तो कब से तुम्हे अपनी बीबी बनाने को तैयार हू,
डॉली मम्मी को सेमिनार अटेंड करना है
डॉली-तो तू क्या करेगा वहाँ,
सन्नी- दीदी अगर तुम आइ लव यू कह दो तो मैं जाना कॅन्सल कर देता हू,
डॉली -आइ हेट यू, आइ हेट यू, आइ हेट यू, 10 बार और कहती हू आइ हेट यू, अब जा यहाँ से मुझे तेरी कोई ज़रूरत नही, सन्नी- डॉली के जबड़े अपने एक हाथ से पकड़ कर उसके मूह को अपने मूह के पास लाता हुआ, नखरा तो बिल्कुल ऐसे करती हो जैसे मेरी बीबी हो लेकिन बीबी की तरह प्यार नही करने देती हो,
डॉली- सन्नी के हाथ को हटाती हुई झटकती है मुझे तेरी बीबी बनने का कोई शौक नही है, और पलट कर जाने लगती है सन्नी -उसकी चोटी पकड़ कर उसे अपनी और खिच कर उसके होंठो को अपने मूह मे भर कर उसकी मोटी मोटी चुचियो को पकड़ कर कस कर दबाता हुआ, दीदी तुम कितना ही नखरा कर लो पर एक दिन तुम्हे अपनी बीबी बना कर ना छोड़ा तो मेरा भी नाम सन्नी नही, और उसके दूध को उसकी टी शर्ट मे हाथ डाल कर पकड़ लेता है,

डॉली- आह सन्नी छोड़ मुझे,
सन्नी छोड़ दू, और फिर और कस कर उसके दूध को मसलता है,
डॉली- आह सन्नी छोड़ मुझे दर्द हो रहा है,
सन्नी-दीदी अभी तो तुम्हे और भी दर्द सहना है,
और उसके दूध को छोड़ देता है, डॉली उसे खा जाने वाली नज़रो से देखती है,
सन्नी- डॉली की ओर मुस्कुरा कर दीदी तुम्हारी इन्ही खा जाने वाली नज़रो ने तो मुझे पागल कर रखा है इसीलिए तो मैं तुम्हारा इतना दीवाना बन गया हू, यू आर सो हॉट दीदी, और डॉली के होंठो पर अपना हाथ लेजाकार उन्हे छूता है और फिर उसी हाथ को अपने मूह से चूमता हुआ बाहर आ जाता है, डॉली जल्दी से दरवाजे पर आकर उसे जाता हुआ देखती है, सन्नी थोड़ा दूर जाकर पलटकर डॉली को देखते हुए एक फ्लाइयिंग किस करता हुआ उसकी नज़रो से ओझल हो जाता है, डॉली अपनी छातियो को अपने हाथ से सहलाती हुई अपने भाई के दबाने से पैदा हुए दर्द को ठीक करने की कोशिश करती हुई दरवाजे से अपने कंधो को टिका कर एक टक देखती रहती है और फिर कुछ सोच कर उसके चेहरे पर एक हल्की मुस्कान आ जाती है और वह सोफे पर आकर टीवी ऑन करके बैठ जाती है,
सन्नी अपनी मम्मी को बाइक पर बैठने को कहता है तो अंजलि
अपने दोनो पैरो को फैलाकर बाइक पर बैठ जाती है और सन्नी
चल देता है, अंजलि सन्नी के कमर मे हाथ डाल कर उससे
चिपक कर बैठ जाती है, सन्नी की पीठ पर उसकी मम्मी के
मोटे मोटे खरबूजे टकरा टकरा कर सन्नी के लोड्े को टाइट कर
देते है

, जब दोनो शहर से बाहर निकल जाते है,
अंजलि -सन्नी मैं ड्राइव करू क्या, मुझे बहुत दिन हो गये बाइक चलाए हुए,
सन्नी- क्यो नही मम्मी, और सन्नी बाइक रोक कर अपनी मम्मी
को दे देता है अंजलि बाइक स्टार्ट करती है और सन्नी अपनी
मम्मी की मोटी मोटी गान्ड से चिपक कर उसके गदराए पेट पर
अपना हाथ लेजाकार उसे पकड़ लेता है, सन्नी का लंड अपनी
मम्मी के गदराए बदन को इस तरह चोदने की स्टाइल मे
पकड़ने से गरम हो जाता है, सुबह सुबह बादल होने के
कारण ठंडी ठंडी सुहानी हवा ने मोसम को बहुत
ख़ुसनूमा बना दिया था, अभी वो दोनो कुछ ही दूर चले थे
कि तेज बिजली कदकाने लगी अंजलि बिजली से बहुत डरती थी और उसने
बाइक की रफ़्तार धीरे कर दी तभी एक तेज गड़गड़ाहट के साथ
पानी की तेज बोछारे सीधे अंजलि के चेहरे पर पड़ने लगी और
उसका बाइक चलना मुस्किल हो गया और उसने बाइक रोक दी, तभी
पानी की रफ़्तार और तेज हो गई और दोनो मा बेटे भीगने लगे,
इलाक़ा भी थोड़ा सुनसान था और रोड के किनारे थोड़े बहुत पेड़
थे, सन्नी ने जल्दी से बाइक को एक पेड़ के नीचे लेजा कर खड़ा
कर दिया और दोनो एक पेड़ के नीचे आकर छुप गयेपानी हल्के हल्के गिर रहा था लेकिन बिजलिया काफ़ी तेज गरज रही थी जिसके
कारण अंजलि डर रही थी, वह बिल्कुल सन्नी से चिपक कर खड़ी
थी उसका टॉप पूरा गीला हो चुका था और जीन्स भी उसकी गान्ड की
तरफ से और आगे से गीला हो चुका था
जीन्स भी उसकी गान्ड की
तरफ से और आगे से गीला हो चुका था सन्नी भी लगभग पूरा गीला हो चुका था ,
अंजलि- ये बारिश को भी अभी आना था, सन्नी कितना अंधेरा सा लगने लगा है मुझे तो डर लग रहा है,
सन्नी= अरे मम्मी डरने की क्या बात है मैं हू ना आपके
साथ, सन्नी की नज़रे अपनी मम्मी की टॉप मे गीली हो चुकी
चुचियो पर पड़ी तो उसका लोड्ा भनभना गया क्यो कि उसकी
मम्मी के मोटे मोटे पपितो जैसे दूध पूरी तरह अपने
वास्तविक आकर मे आकर साफ दिखाई दे रहे थे कि उनका असली
आकार नंगा होने पर कैसा होता है, सन्नी अपनी मम्मी के
दूध को बहुत गोर से देख रहा था और अंजलि भी उसकी नज़रो
मे वासना देख चुकी थी, तभी एक ज़ोर दार गड़गड़ाहट के साथ
बहुत तेज बिजली काड्की और पानी की रफ़्तार बहुत तेज हो गई, अंजलि
इतनी तेज गड़गड़ाहट से डर के मारे एक दम से सन्नी के सीने
से चिपक गई,सन्नी तो जैसे स्वर्ग मई पहुच गया अपनी
मम्मी के गदराए जिस्म और मोटे मोटे दूध का एहसास अपने
जिस्म पर होते ही उसका लोड्ा तन गया और उसने भी मोके का
फ़ायदा उठाते हुए अपनी मम्मी को कस कर अपनी बाँहो मे
दबोच लिया, बारिश काफ़ी तेज हो रही थी और बदल लगातार गरज
रहे थे अंजलि अपने बेटे के सीने मे पूरी तरह सिमटी हुई थी
और सन्नी अपनी मम्मी के गदराए बदन को दबोचे हुए
अपने से कस कर चिपकाए उसके गदराए जिस्म की मादक
खुश्बू को सूंघ रहा था, तभी सन्नी ने धीरे से अपनी
मम्मी के दोनो चुतडो को पीछे हाथ लेजा कर कस कर अपने
लंड की और खिचते हुए दबोचा, तो उसका लंड झटके मारने
लगा उसे आज एहसास हुआ था कि इतने मोटे मोटे चुतडो को केवेल
देखने से वो मज़ा नही आता जो उन गुदाज और मखमली
चुतडो को अपने हाथो मे भर कर दबोचने मे मज़ा
आता है, बारिश ने उन दोनो को पूरी तरह गीला कर दिया था,
सन्नी अपनी मम्मी के मोटे मोटे चुतडो पर लगातार हाथ
फेर फेर कर अपनी मम्मी के चुतडो को महसूस करता हुआ

उसके गले और गालो मे अपना मूह बार बार फेर रहा था,
मम्मी क्या हुआ, आपको बिजली चमकने से डर लगता है,
अंजलि -अपनी आँखे बंद किए अपने बेटे से चिपकी हुई हाँ बेटे मुझे
तो बहुत डर लग रहा है पता नही ये बारिश कब रुकेगी
सन्नी अपनी मम्मी के मोटे मोटे गदराए चुतडो को पूरी
मस्ती के साथ मसल रहा था और उसे अपनी ओर खिचते हुए
उसकी मोटी मोटी चुचियो को अपने सीने से दबा दबा कर अपनी
मम्मी के गले और गालो पर अपने मूह को रगड़ रगड़ कर
उसके जिस्म से उठती मादक और नशीली भीनी भीनी गंध का
मज़ा ले रहा था, उसका लंड उसकी मम्मी के पेडू मे ठोकर
मार रहा था, उसकी मम्मी उसकी बाँहो मे अपनी आँखे बंद
किए हुए चिपकी हुई थी, अंजलि अपने बेटे के हाथो को अपने
चुतडो पर महसूस करके यह सोच कर उत्तेजित होने लगी कि
उसका बेटा उसके गदराए चुतडो को कैसे मस्ती के साथ मसल
रहा है लगता है यह मेरी मोटी मोटी गन्ड को बहुत पसंद
करता है करे भी क्यो ना उसकी गान्ड इतनी जबर्जस्त थी कि उसने
अक्सर लोगो को अपनी गान्ड को घूर घूर कर देखते हुए अपने
लंड को मसल्ते देखा था,

डॉली सन्नी को इस हालत मे देख कर एक दम घबरा गई, और वहाँ से वापस आने लगी, तभी उसका मन हुआ की और देखे और वह फिर खिड़की से अपनी नज़रे लगा देती है, तभी सन्नी किताब को एक ओर रख कर जैसे ही पाजामे से अपना लंड बाहर निकालता है, डॉली की साँसे रुक सी जाती है, उसने पहली बार किसी का लंड देखा था, वह सन्नी का लंड देख कर काँपने लगती है उसके दिल की धड़कने बहुत तेज हो जाती है, वह सहन नही कर पाती और अपने रूम के दरवाजे पर आकर ज़ोर ज़ोर से साँसे लेने लगती है, उसका मन फिर से सन्नी के लंड को देखने का करने लगता है, और वह फिर से धीरे धीरे डरते हुए सन्नी की खिड़की के पास जाकर अपनी नज़रे अंदर डालती है, सन्नी लेटा लेटा अपने पाजामे को कमर से नीचे सरका कर अपने लंड के साथ खेलता रहता है

कभी वह अपने टोपे को बंद कर लेता है कभी उसे वापस बाहर निकाल लेता है, फिर अचानक सन्नी एक बुक निकाल कर उसे देखता हुआ अपने लंड को धीर धीरे सहलाता हुआ उस किताब को देखता है डॉली समझ जाती है कि यह वही किताब है जिसमे काफ़ी गंदे फोटो थे, डॉली की चूत सन्नी के लंड को देख कर चिपचिपा जाती है, और एक बार तो उसका हाथ अपने दूध पर भी चला जाता है, तभी डॉली की आँखे खुली की खुली रह जाती है, सन्नी उस किताब को अलग रख कर उसमे रखा डॉली का फोटो निकाल कर उसे गोर से देखने लगता है, और डॉली के फोटो को चूमने लगता है,
डॉली को मन ही मन ख़ुसी होती है, लेकिन उसकी घबराहट सन्नी के लंड को देख कर बढ़ने लगती है, और उससे रहा नही जाता और वह अपने रूम मे आकर लेट जाती है, उसे रह रह कर सन्नी की याद सताने लगती है उसे ऐसा लगता है कि सन्नी उसके पास आकर उससे बाते करे, उसे छेड़े, और कभी कभी जबर्जस्ति उसके दूध को पकड़ कर दबा दे डॉली काफ़ी गरम हो जाती है और उसका हाथ अपनी चूत मे चला जाता है, डॉली उस रात ठीक से सो नही पाती है, और रात भर करवटें बदल बदल कर गुज़ारती है, सुबह सुबह डॉली जल्दी उठकर बाहर आ जाती है, तभी वह देखती है कि उसकी मम्मी एक सेक्सी जीन्स और टॉप पहन कर तैयार बैठी थी, डॉली मम्मी आप कही जा रहे हो क्या,
अंजलि- हाँ बेटे आज मुझे एक सेमिनार अटेंड करना है इसलिए मैं जा रही हू शाम तक लॉट आउन्गि तुम कुछ बना कर खा लेना,डॉली- मम्मी हम और सन्नी कॉलेज मे ही कुछ खा लेंगे,
अंजलि -बेटा सन्नी भी मेरे साथ जा रहा है, आज तुम कॉलेज रिक्शा पकड़ कर चली जाना, डॉली का चेहरा उतर जाता है और उसे उसकी मम्मी पर ना जाने क्यो मगर बहुत गुस्सा आता है, बूढ़ी हो गई पर जीन्स पहनना और सजना संवरना नही छोड़ा, और तभी सन्नी भी तैयार होकर आ जाता है, सन्नी डॉली को देखता है तो डॉली अपना मूह बना कर अपने रूम मे चली जाती है,
अंजलि- चले बेटे,
सन्नी -चलो मम्मी मैं एक मिनिट मे आया और सन्नी डॉली के रूम मे जाता है डॉली अपने बेड पर उल्टी लेटी होती है सन्नी डॉली के चुतडो पर एक थप्पड़ मारता है

डॉली एक दम से उठ बैठती है, दीदी क्या हुआ तुम ऐसे क्यो लेटी हो, डॉली- मेरी मर्ज़ी क्या अब तुझसे पूछ कर सब काम करना होगा,
सन्नी- क्या बात है आज तुम बिल्कुल मेरी बीबी की तरह मुझ पर गुस्सा दिखा रही हो,
डॉली- तेरी बीबी होती तो तुझे ठीक कर देती,
सन्नी- तो कर दो ना मैं तो कब से तुम्हे अपनी बीबी बनाने को तैयार हू,
डॉली मम्मी को सेमिनार अटेंड करना है
डॉली-तो तू क्या करेगा वहाँ,
सन्नी- दीदी अगर तुम आइ लव यू कह दो तो मैं जाना कॅन्सल कर देता हू,
डॉली -आइ हेट यू, आइ हेट यू, आइ हेट यू, 10 बार और कहती हू आइ हेट यू, अब जा यहाँ से मुझे तेरी कोई ज़रूरत नही, सन्नी- डॉली के जबड़े अपने एक हाथ से पकड़ कर उसके मूह को अपने मूह के पास लाता हुआ, नखरा तो बिल्कुल ऐसे करती हो जैसे मेरी बीबी हो लेकिन बीबी की तरह प्यार नही करने देती हो,
डॉली- सन्नी के हाथ को हटाती हुई झटकती है मुझे तेरी बीबी बनने का कोई शौक नही है, और पलट कर जाने लगती है सन्नी -उसकी चोटी पकड़ कर उसे अपनी और खिच कर उसके होंठो को अपने मूह मे भर कर उसकी मोटी मोटी चुचियो को पकड़ कर कस कर दबाता हुआ, दीदी तुम कितना ही नखरा कर लो पर एक दिन तुम्हे अपनी बीबी बना कर ना छोड़ा तो मेरा भी नाम सन्नी नही, और उसके दूध को उसकी टी शर्ट मे हाथ डाल कर पकड़ लेता है,

डॉली- आह सन्नी छोड़ मुझे,
सन्नी छोड़ दू, और फिर और कस कर उसके दूध को मसलता है,
डॉली- आह सन्नी छोड़ मुझे दर्द हो रहा है,
सन्नी-दीदी अभी तो तुम्हे और भी दर्द सहना है,
और उसके दूध को छोड़ देता है, डॉली उसे खा जाने वाली नज़रो से देखती है,
सन्नी- डॉली की ओर मुस्कुरा कर दीदी तुम्हारी इन्ही खा जाने वाली नज़रो ने तो मुझे पागल कर रखा है इसीलिए तो मैं तुम्हारा इतना दीवाना बन गया हू, यू आर सो हॉट दीदी, और डॉली के होंठो पर अपना हाथ लेजाकार उन्हे छूता है और फिर उसी हाथ को अपने मूह से चूमता हुआ बाहर आ जाता है, डॉली जल्दी से दरवाजे पर आकर उसे जाता हुआ देखती है, सन्नी थोड़ा दूर जाकर पलटकर डॉली को देखते हुए एक फ्लाइयिंग किस करता हुआ उसकी नज़रो से ओझल हो जाता है, डॉली अपनी छातियो को अपने हाथ से सहलाती हुई अपने भाई के दबाने से पैदा हुए दर्द को ठीक करने की कोशिश करती हुई दरवाजे से अपने कंधो को टिका कर एक टक देखती रहती है और फिर कुछ सोच कर उसके चेहरे पर एक हल्की मुस्कान आ जाती है और वह सोफे पर आकर टीवी ऑन करके बैठ जाती है,
सन्नी अपनी मम्मी को बाइक पर बैठने को कहता है तो अंजलि
अपने दोनो पैरो को फैलाकर बाइक पर बैठ जाती है और सन्नी
चल देता है, अंजलि सन्नी के कमर मे हाथ डाल कर उससे
चिपक कर बैठ जाती है, सन्नी की पीठ पर उसकी मम्मी के
मोटे मोटे खरबूजे टकरा टकरा कर सन्नी के लोड्े को टाइट कर
देते है

, जब दोनो शहर से बाहर निकल जाते है,
अंजलि -सन्नी मैं ड्राइव करू क्या, मुझे बहुत दिन हो गये बाइक चलाए हुए,
सन्नी- क्यो नही मम्मी, और सन्नी बाइक रोक कर अपनी मम्मी
को दे देता है अंजलि बाइक स्टार्ट करती है और सन्नी अपनी
मम्मी की मोटी मोटी गान्ड से चिपक कर उसके गदराए पेट पर
अपना हाथ लेजाकार उसे पकड़ लेता है, सन्नी का लंड अपनी
मम्मी के गदराए बदन को इस तरह चोदने की स्टाइल मे
पकड़ने से गरम हो जाता है, सुबह सुबह बादल होने के
कारण ठंडी ठंडी सुहानी हवा ने मोसम को बहुत
ख़ुसनूमा बना दिया था, अभी वो दोनो कुछ ही दूर चले थे
कि तेज बिजली कदकाने लगी अंजलि बिजली से बहुत डरती थी और उसने
बाइक की रफ़्तार धीरे कर दी तभी एक तेज गड़गड़ाहट के साथ
पानी की तेज बोछारे सीधे अंजलि के चेहरे पर पड़ने लगी और
उसका बाइक चलना मुस्किल हो गया और उसने बाइक रोक दी, तभी
पानी की रफ़्तार और तेज हो गई और दोनो मा बेटे भीगने लगे,
इलाक़ा भी थोड़ा सुनसान था और रोड के किनारे थोड़े बहुत पेड़
थे, सन्नी ने जल्दी से बाइक को एक पेड़ के नीचे लेजा कर खड़ा
कर दिया और दोनो एक पेड़ के नीचे आकर छुप गयेपानी हल्के हल्के गिर रहा था लेकिन बिजलिया काफ़ी तेज गरज रही थी जिसके
कारण अंजलि डर रही थी, वह बिल्कुल सन्नी से चिपक कर खड़ी
थी उसका टॉप पूरा गीला हो चुका था और जीन्स भी उसकी गान्ड की
तरफ से और आगे से गीला हो चुका था
जीन्स भी उसकी गान्ड की
तरफ से और आगे से गीला हो चुका था सन्नी भी लगभग पूरा गीला हो चुका था ,
अंजलि- ये बारिश को भी अभी आना था, सन्नी कितना अंधेरा सा लगने लगा है मुझे तो डर लग रहा है,
सन्नी= अरे मम्मी डरने की क्या बात है मैं हू ना आपके
साथ, सन्नी की नज़रे अपनी मम्मी की टॉप मे गीली हो चुकी
चुचियो पर पड़ी तो उसका लोड्ा भनभना गया क्यो कि उसकी
मम्मी के मोटे मोटे पपितो जैसे दूध पूरी तरह अपने
वास्तविक आकर मे आकर साफ दिखाई दे रहे थे कि उनका असली
आकार नंगा होने पर कैसा होता है, सन्नी अपनी मम्मी के
दूध को बहुत गोर से देख रहा था और अंजलि भी उसकी नज़रो
मे वासना देख चुकी थी, तभी एक ज़ोर दार गड़गड़ाहट के साथ
बहुत तेज बिजली काड्की और पानी की रफ़्तार बहुत तेज हो गई, अंजलि
इतनी तेज गड़गड़ाहट से डर के मारे एक दम से सन्नी के सीने
से चिपक गई,सन्नी तो जैसे स्वर्ग मई पहुच गया अपनी
मम्मी के गदराए जिस्म और मोटे मोटे दूध का एहसास अपने
जिस्म पर होते ही उसका लोड्ा तन गया और उसने भी मोके का
फ़ायदा उठाते हुए अपनी मम्मी को कस कर अपनी बाँहो मे
दबोच लिया, बारिश काफ़ी तेज हो रही थी और बदल लगातार गरज
रहे थे अंजलि अपने बेटे के सीने मे पूरी तरह सिमटी हुई थी
और सन्नी अपनी मम्मी के गदराए बदन को दबोचे हुए
अपने से कस कर चिपकाए उसके गदराए जिस्म की मादक
खुश्बू को सूंघ रहा था, तभी सन्नी ने धीरे से अपनी
मम्मी के दोनो चुतडो को पीछे हाथ लेजा कर कस कर अपने
लंड की और खिचते हुए दबोचा, तो उसका लंड झटके मारने
लगा उसे आज एहसास हुआ था कि इतने मोटे मोटे चुतडो को केवेल
देखने से वो मज़ा नही आता जो उन गुदाज और मखमली
चुतडो को अपने हाथो मे भर कर दबोचने मे मज़ा
आता है, बारिश ने उन दोनो को पूरी तरह गीला कर दिया था,
सन्नी अपनी मम्मी के मोटे मोटे चुतडो पर लगातार हाथ
फेर फेर कर अपनी मम्मी के चुतडो को महसूस करता हुआ

उसके गले और गालो मे अपना मूह बार बार फेर रहा था,
मम्मी क्या हुआ, आपको बिजली चमकने से डर लगता है,
अंजलि -अपनी आँखे बंद किए अपने बेटे से चिपकी हुई हाँ बेटे मुझे
तो बहुत डर लग रहा है पता नही ये बारिश कब रुकेगी
सन्नी अपनी मम्मी के मोटे मोटे गदराए चुतडो को पूरी
मस्ती के साथ मसल रहा था और उसे अपनी ओर खिचते हुए
उसकी मोटी मोटी चुचियो को अपने सीने से दबा दबा कर अपनी
मम्मी के गले और गालो पर अपने मूह को रगड़ रगड़ कर
उसके जिस्म से उठती मादक और नशीली भीनी भीनी गंध का
मज़ा ले रहा था, उसका लंड उसकी मम्मी के पेडू मे ठोकर
मार रहा था, उसकी मम्मी उसकी बाँहो मे अपनी आँखे बंद
किए हुए चिपकी हुई थी, अंजलि अपने बेटे के हाथो को अपने
चुतडो पर महसूस करके यह सोच कर उत्तेजित होने लगी कि
उसका बेटा उसके गदराए चुतडो को कैसे मस्ती के साथ मसल
रहा है लगता है यह मेरी मोटी मोटी गन्ड को बहुत पसंद
करता है करे भी क्यो ना उसकी गान्ड इतनी जबर्जस्त थी कि उसने
अक्सर लोगो को अपनी गान्ड को घूर घूर कर देखते हुए अपने
लंड को मसल्ते देखा था,