सन्नी- दीदी तुम मुझसे इस तरह क्यो चिपकी हुई हो, सन्नी की बात सुन कर जैसे डॉली को होश आता है और वह एक दम से सन्नी से अलग हो जाती है और उसका चेहरा शर्म से गुलाबी हो जाता है, सन्नी डॉली को देख कर मुस्कुराता हुआ,
सन्नी- दीदी मुझे लगता है कि अब तुम रात भर सो नही पाती होगी,
डॉली- सन्नी को मुस्कुरा कर देखती हुई, क्यो
सन्नी- क्यो कि जब जागती होगी तो मेरे बिना चैन नही आता होगा और जब सो जाती होगी तो मेरे सपने तुम्हे बेचैन करने लगते होंगे,
डॉली- तुझे क्या पता मुझे नींद आती है कि नही
सन्नी- ये तो तुम्हारी आँखे खुद बया कर रही है जिन्हे देख कर कोई भी कह सकता है कि तुम रात को ठीक से सोती नही हो
डॉली- क्यो क्या हुआ है मेरी आँखो को,
सन्नी- दीदी सच बताओ तुम ऐसा क्यो कर रही हो
डॉली- सन्नी को आँखे फाड़ कर देखती हुई, क्यो क्या कर रही हू मैं
सन्नी- दीदी अगर तुम्हे मेरे बिना नींद नही आती है तो आज से मैं रोज तुम्हारे उपर चढ़ कर, मेरा मतलब है तुम्हारे साथ सोउंगा,
डॉली - मुस्कुरा कर उसकी कोई ज़रूरत नही है, मैं जानती हू तू मेरे साथ रात को क्यो सोना चाहता है,
सन्नी- मुस्कुरा कर, हाँ तो बताओ क्यो सोना चाहता हू,
डॉली- शरमाते हुए, मुझे नही मालूम
सन्नी- दीदी मैं बताऊ
डॉली- सन्नी को आँखे दिखा कर, कोई ज़रूरत नही है
सन्नी- नही दीदी मैं बता ही देता हू
डॉली- अपने कानो को अपने दोनो हाथो से बंद करते हुए, अब तू बकता रह जो बकना है मुझे कुछ सुनाई नही देगा
सन्नी- दीदी आँखो से दिखाई तो देगा मैं तुम्हे वो बात तो इशारे से भी बता सकता हू
डॉली- अपनी आँखो को भी बंद करते हुए, अब बोल
सन्नी- डॉली के बिल्कुल करीब जाकर उसके होंठो को चूमते हुए उसे अपनी बाँहो मे भर लेता है और डॉली एक दम से अपनी आँखे खोल देती है,