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Raj_sharma

परिवर्तनमेव स्थिरमस्ति ||❣️
Supreme
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देशी बालक हैं ब्रो, यहाॅ जिगरे चलते है,
नही चलती कोई बकवास :nono:
ओर अपनी अकड़ ले कर आ जाइयो,
ईलाज है हमारे पास। :roll3:
 
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Raj_sharma

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Supreme
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Haan bhai samajh gaya ki tumhe kisi ne meri Home state bata diya hai.. Do baar bolne ki jaroorat nahi hai.. :laughing:
Chanakya tumhe yahi to bolta tha xossip time me :D
 
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Reactions: dil_he_dil_main

Black

Some people's misery is some people's dream
Prime
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Kya matlab ab blackwa sathiya gaya hai?
Aand photo jaange agar aisi baat karoge toh
 

Mak

Recuérdame!
Divine
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Originally written by me 7-8 years back! My Contribution to this thread. :hippi: Raj_sharma Add the original ones on first page man.

बेचैन हुई रूह का, एक मुझसे ये सवाल था।
वो चाह थी या प्यार था, या एक हसीं ख्वाब था।।

बेख़ौफ़ बढ़ रहा था मैं, जिसकी उंगलियां पकड़ के मैं।
हर रोज मर रहा था मैं, जिसकी सूलियों पर चढ़ के मैं।।

बेनाम सा हूँ अब खड़ा, जबसे हुई है वो बेवफा।
क्या बेवजह ही उसके साथ था, हर सख्शियत से लड़ के मैं।।

वो जान थी, वो सांस थी, जो बुझ सके ना प्यास थी, कुछ तो उसका नाम था।

बेचैन हुई रूह का, एक मुझसे ये सवाल था।
वो चाह थी या प्यार था, या एक हसीं ख्वाब था।।

जो छुप सके ना बादलों में, वो एक ऐसा एक चाँद था।
जो मिट सके ना रेत में, वो ऐसा एक निशान था।।

मैं ढूंढता हूँ बैठ कर, कभी कभी उन जवाबों को।
ना आँधियों में बुझ सके, वो ऐसा एक चिराग था।।

जब वक़्त के पड़ाव में, मैं मुश्किलों से था घिरा।
कुछ ऐसे बद हालातों में, मैं उससे इस तरह मिला।।

जब इस कायनात ने, कर दिया था बेघर मुझे।
फिर खुद के हौसलों से, उसने मुझको अपना कर लिया।।

क्या सबके जख्म भरना, बस उसका एक काम था ?

बेचैन हुई रूह का, एक मुझसे ये सवाल था।
वो चाह थी या प्यार था, या एक हसीं ख्वाब था।।
 

Raj_sharma

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Originally written by me 7-8 years back! My Contribution to this thread. :hippi: Raj_sharma Add the original ones on first page man.

बेचैन हुई रूह का, एक मुझसे ये सवाल था।
वो चाह थी या प्यार था, या एक हसीं ख्वाब था।।

बेख़ौफ़ बढ़ रहा था मैं, जिसकी उंगलियां पकड़ के मैं।
हर रोज मर रहा था मैं, जिसकी सूलियों पर चढ़ के मैं।।

बेनाम सा हूँ अब खड़ा, जबसे हुई है वो बेवफा।
क्या बेवजह ही उसके साथ था, हर सख्शियत से लड़ के मैं।।

वो जान थी, वो सांस थी, जो बुझ सके ना प्यास थी, कुछ तो उसका नाम था।

बेचैन हुई रूह का, एक मुझसे ये सवाल था।
वो चाह थी या प्यार था, या एक हसीं ख्वाब था।।

जो छुप सके ना बादलों में, वो एक ऐसा एक चाँद था।
जो मिट सके ना रेत में, वो ऐसा एक निशान था।।

मैं ढूंढता हूँ बैठ कर, कभी कभी उन जवाबों को।
ना आँधियों में बुझ सके, वो ऐसा एक चिराग था।।

जब वक़्त के पड़ाव में, मैं मुश्किलों से था घिरा।
कुछ ऐसे बद हालातों में, मैं उससे इस तरह मिला।।

जब इस कायनात ने, कर दिया था बेघर मुझे।
फिर खुद के हौसलों से, उसने मुझको अपना कर लिया।।

क्या सबके जख्म भरना, बस उसका एक काम था ?

बेचैन हुई रूह का, एक मुझसे ये सवाल था।
वो चाह थी या प्यार था, या एक हसीं ख्वाब था।।
Love this man 👍
 

Raj_sharma

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Originally written by me 7-8 years back! My Contribution to this thread. :hippi: Raj_sharma Add the original ones on first page man.

बेचैन हुई रूह का, एक मुझसे ये सवाल था।
वो चाह थी या प्यार था, या एक हसीं ख्वाब था।।

बेख़ौफ़ बढ़ रहा था मैं, जिसकी उंगलियां पकड़ के मैं।
हर रोज मर रहा था मैं, जिसकी सूलियों पर चढ़ के मैं।।

बेनाम सा हूँ अब खड़ा, जबसे हुई है वो बेवफा।
क्या बेवजह ही उसके साथ था, हर सख्शियत से लड़ के मैं।।

वो जान थी, वो सांस थी, जो बुझ सके ना प्यास थी, कुछ तो उसका नाम था।

बेचैन हुई रूह का, एक मुझसे ये सवाल था।
वो चाह थी या प्यार था, या एक हसीं ख्वाब था।।

जो छुप सके ना बादलों में, वो एक ऐसा एक चाँद था।
जो मिट सके ना रेत में, वो ऐसा एक निशान था।।

मैं ढूंढता हूँ बैठ कर, कभी कभी उन जवाबों को।
ना आँधियों में बुझ सके, वो ऐसा एक चिराग था।।

जब वक़्त के पड़ाव में, मैं मुश्किलों से था घिरा।
कुछ ऐसे बद हालातों में, मैं उससे इस तरह मिला।।

जब इस कायनात ने, कर दिया था बेघर मुझे।
फिर खुद के हौसलों से, उसने मुझको अपना कर लिया।।

क्या सबके जख्म भरना, बस उसका एक काम था ?

बेचैन हुई रूह का, एक मुझसे ये सवाल था।
वो चाह थी या प्यार था, या एक हसीं ख्वाब था।।
How to do that? How can i add this to page one? And by yhe way lots of original by me is there like page 70 % + original 👍
 
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Raj_sharma

परिवर्तनमेव स्थिरमस्ति ||❣️
Supreme
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That suits on Takla only. We have few banters since XP. :hippi:
Man u still remember him? :D
Yaddast achi hai tumhari👍
 
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