• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Raj_sharma

परिवर्तनमेव स्थिरमस्ति ||❣️
Supreme
19,729
49,162
259
मैं कतरा हो के भी दरिया से जंग लड़ता हूं,
मुझे बचाना समन्दर की ज़िम्मेदारी है,
दुआ करो कि सलामत रहे मेरी हिम्मत ,

ये चराग कई आंधियों पे भारी है । :declare:
 
Last edited:
148
402
63
वो सीधा झगड़ा भी करता तो समझ आता. साला गम भरी शायरी लिख रहा था. माँ कसम मेरे महल्ले का होता तो उसके घर जाकर गोबर वाली चप्पल से मारती
O god tussi great ho :lol1:
 
148
402
63
तुम्हारे पास हूँ लेकिन जो दूरी है समझता हूँ,
तुम्हारे बिन मेरी हस्ती अधूरी है समझता हूँ,
तुम्हे मै भूल जाऊँगा ये मुमकिन है नही लेकिन,
तुम्ही को भूलना सबसे ज़रूरी है समझता हूँ💔
Ufaq saba
Super 👌🏻
 
  • Like
Reactions: Raj_sharma
148
402
63
जब रूबरू आ ही गया, इक फूल सा चेहरा,
इक कली पे माना, शबाब आया था,
सर्द हवा के झोकों ने, झंझकोर के रख दिया,
फूलों की बस्ती में, एक सैलाब आया था,
अब क्या कहै उस दीदार की प्यासी चकोरी को,
के अपने चांद पर, प्यार उसे बेहिसाब आया था‌‌ ।। (राज)❣️
ye
lijiye mera khud ka:love3:
Mind blowing 👌🏻
 
  • Love
Reactions: Raj_sharma
148
402
63
इस दफा ईश्क उसे भी होना चाहिए,
इस दफा ईश्क उसे भी होना चाहिए,
मेरी यादों मे उसे रात भर रोना चाहिए,
और ए-खुदा मुझे हर सजा छोटी लगती है,
मौत से बढकर भी कुछ होना चाहिए. ।।
❣️❣️ (राज)

kya khoob likha hai aapne ..waahhh... :claps: :claps: :claps:
 
Top